10/12/2023
*आंखों का सूखापन (ड्राई आइज)*
हाल के वर्षों में स्मार्टफोन और कंप्यूटर के बढ़े हुए इस्तेमाल के कारण लोगों में आंखों से संबंधित कई प्रकार की गंभीर समस्याओं का निदान किया जा रहा है।
ड्राई आइज ऐसी ही एक समस्या है, जिसके युवा आयु वर्ग के लोग ज्यादा शिकार हो रहे हैं।
एक-दो दशक पहले तक ड्राई आइज की समस्या को उम्र के साथ होने वाली परेशानी माना जाता था.. हालांकि आंखों के लिए नुकसानदायक कई चीजों के बढ़े हुए चलन के कारण अब बहुत ही कम उम्र के बच्चे भी इस समस्या से ग्रसित पाए जा रहे हैं।
आंखों का सूखापन (ड्राई आइज) ऐसी स्थिति है जिसमें आंसू से आंखों को पर्याप्त मात्रा में मॉस्चराइज प्राप्त नहीं हो पाता है। आंखों में पर्याप्त मात्रा में आंसू का उत्पादन न होने या खराब गुणवत्ता वाले आंसू के कारण इसका खतरा बढ़ जाता है।
ड्राई आइज के कारण असहजता महसूस होती है और आंखों में चुभन और जलन की दिक्कत बनी रहती है। आंसू, हमारी आंखों की सतह को संक्रमण से भी बचाते हैं। पर्याप्त आंसू के अभाव में आंखों के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
ड्राई आइज की समस्या युवाओं में काफी सामान्य होती जा रही है, इस समस्या में कई तरह के लक्षणों का अनुभव हो सकता है, जिसका समय पर पहचान कर इलाज आवश्यक होता है।
आंखों में चुभन, जलन या खरोंच का एहसास होना।
लाईट से सेंसिटिविटी
आंखों का अक्सर लाल रहना
रात के समय ड्राइविंग करने में कठिनाई।
आंखों से पानी आना,
धुंधला दिखाई देना।
आंखों में सूखापन की समस्या क्यों होती है?
आंसू के उत्पादन को प्रभावित करने वाली कई तरह की समस्याओं के कारण ड्राई आइज की दिक्कत हो सकती है। आंसू के फिल्म की तीन परतें होती हैं: फैटी ऑयल, जलीय द्रव और म्यूकस। यह संयोजन आम तौर पर आपकी आंखों की सतह को चिकना और साफ रखने में सहायक होती है। इनमें से किसी भी परत की समस्या के कारण आंखों में सूखापन हो सकती है।
आंसू का उत्पादन कई स्थितियों में प्रभावित हो सकता है। उम्र के साथ यह समस्या सामान्य मानी जाती रही है। इसके अलावा कॉन्टैक्ट लेंस के उपयोग, तंत्रिका संबंधी समस्या या लेजर आई सर्जरी का बाद यह समस्या बढ़ सकती है।
धूम्रपान करने या स्मार्टफोन और कंप्यूटर के ज्यादा इस्तेमाल के कारण भी यह समस्या बढ़ गई है।
ड्राई आइज को कैसे ठीक किया जाता है?
ड्राई आइज की समस्या के निदान के लिए आंखों और आंसू का परीक्षण किया जाता है। यदि स्थिति सामान्य है तो कुछ आईड्रॉप्स और दवाइयों से इसके लक्षणों को कम किया जाता है। रोगी को कुछ बातों के विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है
*जैसे- धूल और प्रदूषण से बचाव, बहुत अधिक फोन का इस्तेमाल न करना और आंखों के लिए कुछ व्यायाम आदि।*
ड्राई आइज को ठीक करने के लिए स्वस्थ लाइफ-स्टाइल और पौष्टिक खान-पान बहुत आवश्यक होता है।
ड्राई आइज की समस्या से कैसे करें बचाव?
कुछ विशेष सावधानियां बरतकर ड्राई आइज की समस्या से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए आहार में हरी सब्जियों, विटामिन-ए वाले आहार को जरूर शामिल करना चाहिए। धूप का चश्मा पहनने, कीटाणुओं से बचाव और स्क्रीन टाइम को कम करके भी इस समस्या से बचाव किया जा सकता है।
हेयर ड्रायर, कार हीटर, एयर कंडीशनर या पंखे को सीधे
अपनी और रखने से बचें।
सबसे जरुरी चीज ह पलकों को बार बार ब्लिंक करना .. पास का जब भी कोई काम कर रहें ह तो हर 20 मिनट से बीच बीच मे नजर से दूर का देखें.. ओर पलको को बार बार ब्लिंक करे..
धूम्रपान इस समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए इससे दूरी बना के रखें।
*आपका आई 👁️ डॉक्टर - डॉक्टर इन्साफ*