Amaravati Nutricharge Nutrition Club

Amaravati Nutricharge Nutrition Club Fight disease by improving your nutrition not by medication !

30/01/2017

खाना खाने के बाद पेट मे खाना पचेगा या खाना सड़ेगा
ये जानना बहुत जरुरी है ...

हमने रोटी खाई,हमने दाल खाई,हमने सब्जी खाई, हमने दही खाया
लस्सी पी ,
दूध,दही छाझ लस्सी फल आदि|,
ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया
ये सब कुछ हमको उर्जा देता है
और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है |
पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय"
उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर"|
उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है
" epigastrium "|

ये एक थेली की तरह होता है
और यह जठर हमारे शरीर मे सबसे
महत्वपूर्ण है
क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है।

ये बहुत छोटा सा स्थान हैं
इसमें अधिक से अधिक 350GMS खाना आ सकता है |
हम कुछ भी खाते सब ये अमाशय मे आ जाता है|

आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है उसी को कहते हे"जठराग्न"।
|ये जठराग्नि है वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है ।

ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी |
यह ऑटोमेटिक है,जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई|
ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना पचता है |

अब अपने खाते ही गटागट पानी पी लिया और खूब ठंडा पानी पी लिया|

और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है |

अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी वो बुझ गयी|

आग अगर बुझ गयी तो खाने की पचने की जो क्रिया है वो रुक गयी|

अब हमेशा याद रखें खाना जाने पर हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है,

एक क्रिया है जिसको हम कहते हे "Digestion" और दूसरी है "fermentation"
फर्मेंटेशन का मतलब है सडना
और डायजेशन का मतलब हे पचना|

आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी तो खाना पचेगा,खाना पचेगा तो उससे रस बनेगा|

जो रस बनेगा तो उसी रस से मांस,मज्जा,रक्त,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र और अस्थि बनेगा और सबसे अंत मे मेद बनेगा|

ये तभी होगा जब खाना पचेगा|

यह सब हमें चाहिए|

ये तो हुई खाना पचने की बात

अब जब खाना सड़ेगा तब क्या होगा..?

खाने के सड़ने पर सबसे पहला जहर जो बनता है वो हे यूरिक एसिड (uric acid )

|कई बार आप डॉक्टर के पास जाकर कहते है की मुझे घुटने मे दर्द हो रहा है,
मुझे कंधे-कमर मे दर्द हो रहा है

तो डॉक्टर कहेगा आपका यूरिक एसिड बढ़ रहा है आप ये दवा खाओ, वो दवा खाओ
यूरिक एसिड कम करो|

और एक दूसरा उदाहरण खाना

जब खाना सड़ता है, तो यूरिक एसिड जेसा ही एक दूसरा विष बनता है जिसको हम कहते हे
LDL (Low Density lipoprotive)
माने खराब कोलेस्ट्रोल (cholesterol )|

जब आप ब्लड प्रेशर(BP) चेक कराने डॉक्टर के पास जाते हैं तो वो आपको कहता है (HIGH BP )

हाई-बीपी है आप पूछोगे कारण बताओ?

तो वो कहेगा कोलेस्ट्रोल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |

आप ज्यादा पूछोगे की कोलेस्ट्रोल कौनसा बहुत है ?

तो वो आपको कहेगा LDL बहुत है |

इससे भी ज्यादा खतरनाक एक विष हे
वो है VLDL
(Very Low Density lipoprotive)|

ये भी कोलेस्ट्रॉल जेसा ही विष है।
अगर VLDL बहुत बढ़ गया तो आपको भगवान भी नहीं बचा सकता|

खाना सड़ने पर और जो जहर बनते है उसमे एक ओर विष है जिसको अंग्रेजी मे हम कहते है triglycerides|

जब भी डॉक्टर आपको कहे की आपका "triglycerides" बढ़ा हुआ हे तो समज लीजिए की आपके शरीर मे विष निर्माण हो रहा है |

तो कोई यूरिक एसिड के नाम से कहे,कोई कोलेस्ट्रोल के नाम से कहे, कोई LDL -VLDL के नाम से कहे समझ लीजिए की ये
विष हे और ऐसे विष 103 है |

ये सभी विष तब बनते है जब खाना सड़ता है |

मतलब समझ लीजिए किसी का कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे ध्यान आना चाहिए की खाना पच नहीं रहा है ,

कोई कहता हे मेरा triglycerides बहुत बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे डायग्नोसिस कर लीजिए आप ! की आपका खाना पच नहीं रहा है |

कोई कहता है मेरा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट लगना चाहिए समझने मे की खाना पच नहीं रहा है |

क्योंकि खाना पचने पर इनमे से कोई भी जहर नहीं बनता|

खाना पचने पर जो बनता है वो है मांस,मज्जा,रक्त ,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र,अस्थि

और

खाना नहीं पचने पर बनता है यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल
,LDL-VLDL|

और यही आपके शरीर को रोगों का घर बनाते है !

पेट मे बनने वाला यही जहर जब
ज्यादा बढ़कर खून मे आते है ! तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा जो खून मे आया है इकट्ठा होता रहता है और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है
*जिसे आप heart attack कहते हैं !

तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है
की जो हम खा रहे हे वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए
और खाना ठीक से पचना चाहिए इसके लिए पेट मे ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए|

क्योंकि बिना आग के खाना पचता नहीं हे और खाना पकता भी नहीं है

महत्व की बात खाने को खाना नहीं खाने को पचाना है |

आपने क्या खाया कितना खाया वो महत्व नहीं हे।

खाना अच्छे से पचे इसके लिए वाग्भट्ट जी ने सूत्र दिया !!

"भोजनान्ते विषं वारी"
---------------
(मतलब खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर पीने के बराबर
है )

* इसलिए खाने के तुरंत बाद पानी कभी मत पिये!*

अब आपके मन मे सवाल आएगा कितनी देर तक नहीं पीना ???

तो 1 घंटे 48 मिनट तक नहीं पीना !

अब आप कहेंगे इसका क्या calculation हैं ??

बात ऐसी है !

जब हम खाना खाते हैं तो जठराग्नि द्वारा सब एक दूसरे मे मिक्स होता है और फिर खाना पेस्ट मे बदलता हैं है !

पेस्ट मे बदलने की क्रिया होने तक 1 घंटा 48 मिनट
का समय लगता है !

उसके बाद जठराग्नि कम हो जाती है !

(बुझती तो नहीं लेकिन बहुत
धीमी हो जाती है )

पेस्ट बनने के बाद शरीर मे रस बनने की परिक्रिया शुरू होती है !

तब हमारे शरीर को पानी की जरूरत होती हैं ।

तब आप जितना इच्छा हो उतना पानी पिये !!

जो बहुत मेहनती लोग है (खेत मे हल चलाने वाले ,रिक्शा खीचने वाले पत्थर तोड़ने वाले)

उनको 1 घंटे के बाद ही रस बनने
लगता है उनको घंटे बाद
पानी पीना चाहिए !

अब आप कहेंगे खाना खाने के पहले कितने मिनट तक पानी पी सकते हैं ???

तो खाना खाने के 45 मिनट पहले तक आप पानी पी सकते हैं !

अब आप पूछेंगे ये मिनट का calculation ????

बात ऐसी ही जब हम पानी पीते हैं
तो वो शरीर के प्रत्येक अंग तक जाता है !

और अगर बच जाये तो 45 मिनट बाद मूत्र पिंड तक पहुंचता है !

तो पानी - पीने से मूत्र पिंड तक आने का समय 45 मिनट का है !

तो आप खाना खाने से 45 मिनट पहले ही पाने पिये !
पानी ना पीये खाना खाने के बाद।
इसका जरूर पालण करे !

10/01/2017
Call for more details 9403415569
09/01/2017

Call for more details 9403415569

सावधान ! कही आप भी तो बडी बिमारियोंका इंतजार तो नहीं कर रहे है ? मै तो फिट्ट हु, मुझे तो कुछ भी नहीं हुआ है ! एैसी सोच त...
09/01/2017

सावधान ! कही आप भी तो बडी बिमारियोंका इंतजार तो नहीं कर रहे है ? मै तो फिट्ट हु, मुझे तो कुछ भी नहीं हुआ है ! एैसी सोच तो यही दर्शाती है। कोई भी बिमारी रातोरात नही पनपती। कई सालों से वह धीरेधीरे हमारे शरीर पर कब्जा करती है। प्रि-डी एक एेसी अवस्था होती है, जिसमे बिमारी पुर्व अवस्था का पता लगाया जा सकता है। यह सभी मेटाबाॅलीक चेकअप से ही संभव हो पाता है। और यही सबसे सही और उचित सम�य होता है इससे निजात पाने का। आज डायबिटीज एक महामारी के रुप मे हमारे लिए बहोत बडी समस्या बन चुकी है। डायबिटीज के दुष्परिणाम जैसे किडनी फेलियर, अलसर, हृदयाघात इत्यादि को हम सभी सालों से देखते आ रहे है। क्या आप इन सब से बचना चाहते है ?

क्या आपने प्रि-डाएबिटीक टेस्ट की है ?

प्री-डायबिटीज एक ऐसी डायबिटीज होती है, जो टाइप 2 डायबिटीज से पहले होती है। सबसे बड़ी बात यह है कि प्री-डायबटीज के मरीजों में इसके लक्षण नजर नहीँ आते। इस तरह की डायबिटीज का मतलब होता है कि व्यक्ति को डायबिटीज तो है, लेकिन उसके रक्त में ब्लड शुगर का स्तर इतना भी ज्यादा नहीं है कि जाँच के दौरान उसका पता लगाया जा सके।

इलाज के जरिए इस समस्या को रोका जा सकता है ,नहीं तो बाद में यह और अधिक गंभीर हो सकता है। भविष्य मेँ यह बीमारी टाइप टू डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग से जुड़ी समस्याएँ, रक्त वाहिकाओं, कमजोर दृष्टि और गुर्दे की खराबी के रुप मेँ सामने आ सकती है।

यदि आपको डायबिटीज हो चुकी है तो इस बीमारी के अलावा कुछ और बीमारियाँ है जो खुद ब खुद आपके शरीर मेँ घर बना लेती है।

टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावनाएं ऐसे लोगों में होती है जिनमें
डायबिटीज, का पारिवारिक इतिहास रहा हो।
जेस्टेशनल डायबिटीज रही हो, या फिर जन्म के समय बच्चे का वजन 9 पौंड से ज्यादा रहा हो।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)
मोटा हो या वजन बहुत ज्यादा हो, खासकर पेट के आस पास।
कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर ज्यादा हो, अच्छे कोलेस्ट्रॉल HDL का स्तर कम और बुरे कोलेस्ट्रॉल LDL का स्तर ज्यादा हो।
व्यायाम न करता हो।
उम्र ज्यादा हो। 45 वर्ष से ज्यादा के लोगों में इसके होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।
यदि आप पर भी ऊपर दी गई बातें लागू होती हों तो आपको भी अपनी डायबिटीज की जाँच जरूर करानी चाहिए।

पहले कभी भी, ब्लड शुगर का लेवल ज्यादा रहा हो।
हृदय से जुडी कोई बीमारी हो।
इन्सुलिन प्रतिरोध के लक्षण नजर आ रहें हों।
लक्षण
हालाँकि प्री-डायबिटीज के ज्यादातर मरीजों में, ज्यादातर लक्षण नजर नहीं आते। लेकिन कुछ लक्षणों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जैसे कि बहुत ज्यादा प्यास लगना, और यूरिन आना, धुंधला दिखाई देना या बेहोशी।

बडी बिमारियोंका इंतजार नहीं करें। आज ही अपना मेटा�बो�लीक चेकअप और प्री-डायबिटीक टेस्ट करवाकर अपना भविष्य सुरक्षित करे। अधिक जानकारी के लिए Appointment ले। 9403415569

जब आप बीमार पड़ते हैं तो आपके शरीर में लक्षण दिखाई देते हैं. क्या आपको लक्षणों को छोड़कर अन्दर की बीमारी का उपचार नहीं करन...
16/10/2016

जब आप बीमार पड़ते हैं तो आपके शरीर में लक्षण दिखाई देते हैं. क्या आपको लक्षणों को छोड़कर अन्दर की बीमारी का उपचार नहीं करना चाहिए?

एक कार की कल्पना कीजिये. इंजन में कुछ खराबी है. लाल रंग की चेतावनी वाली लाइट जल गई – इंजन ख़राब होने की निशानी. आप क्या करेंगे? लाल रंग की लाइट का उपचार करेंगे या इंजन का उपचार करेंगे?

आधुनिक मेडिकल और दवा इंडस्ट्री लाल रंग की लाइट का उपचार करती है.

डायबिटीज की दवा और इन्सुलिन लेकर आप हर दिन कुछ ऐसा ही कर रहे हैं. आप डायबिटीज का उपचार नहीं कर रहे हैं, आप लाल रंग की चेतावनी वाली लाइट का उपचार कर रहे हैं – बढ़ा हुआ ब्लड शुगर और इन्सुलिन रेजिस्टेंस.

यही वजह है कि आजतक कोई प्रिस्क्रिप्शन ड्रग या इन्सुलिन की सुई डायबिटीज से न बचा पाई, न डायबिटीज को रोक पाई और न ही ख़त्म कर पाई. फिर भी चिकित्सक यही सलाह देते हैं. खान-पान पर आधारित प्राकृतिक चिकित्साओं ने टाइप-2 डायबिटीज को न सिर्फ होने से रोका है बल्कि इसे पूरी तरह से ख़त्म भी किया है. फिर भी चिकित्सक सिर्फ बेकार और खतरनाक दवाइयां ही लिखते हैं.

वह बड़ा सवाल जो आपको उनसे पूछना चाहिए, “क्यों?”. चिकित्सक वैसी चीज़ें क्यों लिखते हैं जो काम ही नहीं करती?

Call 9403415569 for appointment !

22/09/2016

Keep Diabetes, Cholesterol, Thyroid under control with diet plans from Balance Nutrition. Lose upto 10 KG with our personalized diet plan. SMS For free consultant in amaravati 9765332255, 9403415569.

FOR DETAIL INFORMATION & VICERAL FAT CHECK UP CALL 9765332255, 9403415569
18/09/2016

FOR DETAIL INFORMATION & VICERAL FAT CHECK UP CALL 9765332255, 9403415569

हर्बल लाइफ ,वेस्टीज, सेमी डायरेक्ट , के प्रोडक्ट fssai के द्वारा अयोग्य घोषित जनवरी 2016 से।
05/08/2016

हर्बल लाइफ ,वेस्टीज, सेमी डायरेक्ट , के प्रोडक्ट fssai के द्वारा अयोग्य घोषित जनवरी 2016 से।

Contact for more information 9403415569
19/04/2016

Contact for more information 9403415569

गोलाफेक साठी स्पेशल मसल्स व जाँईंट पावर आँईल ज्याने फक्त 5 ते 7 दिवसात 12 , 14  गुण मिलवणारा उमेदवार 18, 20 वर जाईल. स्ट...
11/03/2016

गोलाफेक साठी स्पेशल मसल्स व जाँईंट पावर आँईल ज्याने फक्त 5 ते 7 दिवसात 12 , 14 गुण मिलवणारा उमेदवार 18, 20 वर जाईल. स्टँमिना वाढवुन थकवा न येवु देता संपुर्ण ईव्हेंट सक्सेस साठी स्पेशल ट्रिटमेंट उपलब्ध आहे. भरतीच्या दोन दिवसांपुर्वी फाउल व मसल्स स्टेन ( मोच/नस लागने ) कसे टालावे एनर्जी बुस्टर व स्पेशल टिप्स मार्गदर्शन उपलब्ध होईल.

Address

Amaravati

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Amaravati Nutricharge Nutrition Club posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Amaravati Nutricharge Nutrition Club:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram