07/11/2025
रिश्ते यहाँ काम के नहीं, एहसास के हैं।
हर मुस्कान में अपनापन और विश्वास के हैं।
स्टाफ साथियों की शुभकामनाएँ संग लेकर चले हैं।आगे का सफ़र भी इन उजालों से रोशन रहेगा। इन दुआओं की रोशनी में मंज़िलें भी दूर नहीं होतीं।
कृतज्ञ हूँ इस अपनेपन भरे परिवार की🙏
Santosh Chouudhary
Santosh Sahharan