जयपाल हॉस्पिटल ऑफ आयुर्वेदा एण्ड पंचकर्म

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जयपाल हॉस्पिटल ऑफ आयुर्वेदा एण्ड पंचकर्म Dr.Mukesh Jaipal (B.A.M.S.)
7610980421

04/03/2022

"तीन दिवसीय नि:शुल्क परामर्श चिकित्सा शिविर"
आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा मस्सा, भगन्दर, फिशर,
अस्थमा,पथरी,चर्म रोग(दाद,एक्जिमा,सोरायसिस),
जोडो़ का दर्द,गठिया,श्वेत प्रदर(White Discharge)आदि रोगों का सफलतम ईलाज
दिनांक - 5,6,7 मार्च 2022(शनिवार, रविवार, सोमवार)
स्थान-निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक ,
कृष्णा कम्प्युटर के पास, नेहरु नगर, बाड़मेर
Dr.Mukesh Jaipal
B.A.M.S.
Call 7610980421

"निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर"आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा मस्सा, भगन्दर, फिशर,अस्थमा,पथरी,चर्म रोग(दाद,एक्जिमा,सोरायसिस...
13/08/2021

"निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर"
आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा मस्सा, भगन्दर, फिशर,
अस्थमा,पथरी,चर्म रोग(दाद,एक्जिमा,सोरायसिस),
जोडो़ का दर्द,गठिया,श्वेत प्रदर(White Discharge)आदि रोगों का सफलतम ईलाज
दिनांक - 15 अगस्त 2021, रविवार
स्थान-निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक ,
कृष्णा कम्प्युटर के पास, नेहरु नगर, बाड़मेर
Dr.Mukesh Jaipal
B.A.M.S.
Call 7610980421

नेहरू नगर स्थित निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक पर डॉ मुकेश जयपाल आयुर्वेद चिकित्सक अपनी निशुल्क सेवाएं देंगे रविवार को पाइल...
23/07/2021

नेहरू नगर स्थित निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक पर डॉ मुकेश जयपाल आयुर्वेद चिकित्सक अपनी निशुल्क सेवाएं देंगे रविवार को पाइल्स मस्सा बवासीर फिस्टुला भगंदर का क्षार सूत्र विधि से निशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा जिन मरीजों को पाइल्स फिशर भगंदर फिस्टुला बवासीर की शिकायत हो वह इस रविवार को निशुल्क परामर्श के लिए शिविर में आ सकते हैं जिन रोगियों को शोंच जाने के बाद दर्द होना,जलन होना,खून गिरना,गुदा के आस-पास फुंसी से रस्सी मवाद आना आदि लक्षणों में, रोगी रविवार को सुबह 10:00 से शाम 5:00 बजे के बीच डॉ मुकेश जयपाल आयुर्वेद चिकित्सक को दिखा सकते हैं तथा अपने गुदागत रोगों का निशुल्क परामर्श ले सकते हैं
शिविर स्थल -- निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक नेहरू नगर बाड़मेर

निःशुल्क मस्सा (पाइल्स) एवं गुदा रोग जाँच शिविर आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा मस्सा, भगन्दर, फिशर आदि रोगों का सफलतम ईलाजदिना...
22/07/2021

निःशुल्क मस्सा (पाइल्स) एवं गुदा रोग जाँच शिविर
आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा मस्सा, भगन्दर, फिशर आदि रोगों का सफलतम ईलाज
दिनांक - 25 जुलाई 2021, रविवार
स्थान-निवेदिता आयुर्वेदिक क्लीनिक ,
कृष्णा कम्प्युटर के पास, नेहरु नगर, बाड़मेर
Dr.Mukesh Jaipal
B.A.M.S.
Call 7610980421

FREEपरामर्श के लिए सम्पर्क करेंDr.Mukesh Jaipal (B.A.M.S.)Call 7610980421
19/04/2021

FREE
परामर्श के लिए सम्पर्क करें
Dr.Mukesh Jaipal (B.A.M.S.)
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हमारा उद्देश्य आयुर्वेद के प्रति लोगो को जाग्रत करनाDr.Mukesh Jaipal आयुर्वेद का उद्देश्य ही स्वस्थ प्राणी के स्वास्थ्य ...
07/04/2021

हमारा उद्देश्य आयुर्वेद के प्रति लोगो को जाग्रत करना
Dr.Mukesh Jaipal
आयुर्वेद का उद्देश्य ही स्वस्थ प्राणी के स्वास्थ्य की रक्षा तथा रोगी की रोग को दूर करना है -

प्रयोजनं चास्य स्वस्थस्य स्वास्थ्यरक्षणं आतुरस्यविकारप्रशमनं च ॥ (चरकसंहिता, सूत्रस्थान ३०/२६)
आयुर्वेद के दो उद्देश्य हैं :

(१) स्वस्थ व्यक्तियों के स्वास्थ्य की रक्षा करना,
(२) रोगी (आतुर) व्यक्तियों के विकारों को दूर कर उन्हें स्वस्थ बनाना।

☘️माइग्रेन एक प्रकार का गंभीर सिरदर्द है 😩 जो अन्य लक्षणों जैसे मतली, दृष्टि का धुंधलापन, अंधेरा, भ्रम आदि के साथ जुड़ा ...
03/04/2021

☘️माइग्रेन एक प्रकार का गंभीर सिरदर्द है 😩 जो अन्य लक्षणों जैसे मतली, दृष्टि का धुंधलापन, अंधेरा, भ्रम आदि के साथ जुड़ा होता है।

☘️ आजकल अधिक से अधिक लोग माइग्रेन से पीड़ित हो रहे हैं क्योंकि इसके लिए ली जाने वाली दर्द निवारक दवाएं केवल लक्षणात्मक राहत ही दे पाती हैं असल समस्या अर्थात इसके करण का इलाज नहीं करती। यदि कोई व्यक्ति अक्सर या नियमित दर्द निवारक दवाइयाँ लेता है😱तो इससे माइग्रेन के हमले (Migraine Attack) ओर बढ़ सकते है।

☘️ आयुर्वेदिक उपचार, दवा और जीवन शैली में कुछ बदलाव करके माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द को रोका👌और ठीक किया जा सकता हैं।
☘️ यह त्रिदोष विकार है किन्तु मुख्य रूप से वात - पित्त दोष इसमें शामिल होते हैं।

🤔 माइग्रेन के कारण

माइग्रेन के निम्नलिखित कारण हैं और यह माइग्रेन के हमले को भी बढ़ाते है।

👉 अपच, कब्ज और गर्म, मसालेदार, नमकीन, सूखा, तीखा भोजन करना।

👉 संसाधित और किण्वित (Processed and Fermented) भोजन का सेवन। 🍟🍕🍔

👉 प्राकृतिक आग्रहों जैसे पेशाब, शौच, छींक, जम्हाई, भूख, प्यास आदि इच्छाओं को रोकना। ❌

👉 लंबे समय तक तेज धूप का प्रत्यक्ष/सीधा संपर्क।🌞

👉 तेज गंध वाले इत्र या डिओड्रेंट का उपयोग

👉 अत्यधिक मदिरापान या धूम्रपान करना। 🚭

👉 अत्यधिक चाय या कॉफी का सेवन। ☕

👉 खाने और सोने का अनियमित समय।
👉 मासिक धर्म चक्र या रजोनिवृत्ति चरण के दौरान हार्मोन में परिवर्तन।👩

👉 अत्यधिक क्रोध, ईर्ष्या, शोक, तनाव, चिंता आदि। 😡🤬

👉 अत्यधिक शारीरिक परिश्रम। 🥵

माइग्रेन का कारण मुख्य रूप से मस्तिष्क की अचानक उत्तेजना (Stimulation) बढ़ जाना है।

🌻 इसके लक्षण

🌳 माइग्रेन का हमला दृष्टि में गड़बड़ी, धुंधलापन🥴, मतली के साथ शुरू होता है फिर भौंहों के ऊपर सिर के एक तरफ या दोनों तरफ सिरदर्द 🤯 होता है जो सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से और भी बढ़ता है।
🌳 यह कुछ घंटों से कुछ दिनों तक रह सकता है। गर्दन और कंधों पर भी दर्द महसूस हो सकता है।

🌻 इसका उपचार ☘️

✅ अगर यह समस्या पाचन तंत्र या कब्ज से संबंधित है तो पाचन संबंधी समस्यायों का इलाज करने से माइग्रेन से राहत मिलती है।

✅ यदि मासिक धर्म चक्र या रजोनिवृत्ति चरण के दौरान हार्मोन में परिवर्तन के कारण होता है तो तदनुसार उपचार करने से आराम मिलता है।

✅ वात और पित्त शांत करने वाले भोजन और उपचार का पालन किया जाता है।

✅ शिरोधारा, शिरोबस्ती, नास्य, तेल सोखने, नेति जैसे आयुर्वेदिक थैरेपी अत्यंत उपयोगी हैं।

✅ खाने की आयुर्वेदिक दवा भी दी जाती है।

🌻जीवनशैली में क्या बदलाव करने चाहिए?

☘️ नियमित अंतराल पर खाएं, दोनों समय खाए अर्थात किसी भी समय का भोजन ना छोड़ें, उपवास न करें, हल्का और ताजा भोजन ही खाएं।🍲

☘️ रात में 7 घंटे की नींद लें। देर रात तक जागने से बचें। 😴

☘️ तेज गंध वाले इत्र या डिओड्रेंट का उपयोग न करें। ❌

☘️ तेज धूप/प्रकाश (धूप का चश्मा पहनें) से बचें।⚡

☘️ तेज संगीत को सुनने से बचें। 🔊

☘️ बहुत गर्म या ठंडा पानी से स्नान करने से बचें🔥❄️

☘️ धूम्रपान और शराब पीना बंद करे। 🚭

☘️ लंबे समय तक वातानुकूलित कमरे में बैठने से बचें।

☘️ गुस्से पर नियंत्रण करे। 😇

☘️ नियमित सुबह घूमे, योग और प्राणायाम करे🧘‍♀️

☘️ अपने आहार में दालचीनी, इलायची, अदरक, लौंग, नींबू, अंगूर, सेब, आम, किशमिश, बादाम आदि को शामिल करें।🍇🍋🥭🍌
☘️ मांसाहार, दूध के उत्पादों, Baked Food और चॉकलेट का सेवन कम करें।
☘️ नहाने से पहले दैनिक रूप से अभ्यंग (मालिश) करें।✅
Dr.Mukesh Jaipal
7610980421
Nivedita ayurvedic Clinic
Nehru Nagar,Barmer

🌺यूरिक एसिड सामान्य रूप से रक्त में मौजूद होता है, यह प्रोटीन युक्त भोजन का उपोत्पाद भी है, लेकिन समस्या तब पैदा होती है...
02/04/2021

🌺यूरिक एसिड सामान्य रूप से रक्त में मौजूद होता है, यह प्रोटीन युक्त भोजन का उपोत्पाद भी है, लेकिन समस्या तब पैदा होती है जब इसका उत्पादन बढ़ जाता है या इसका उत्सर्जन कम हो जाता है।

🌷अगर इसका स्तर उच्च बना रहता है तो इससे गठिया (गठिया), जोड़ों में सूजन, मांसपेशियों की कण्डरा में सूजन, जलन, गुर्दे की बीमारी, गुर्दे की पथरी आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए इसका स्वस्थ स्तर बनाए रखना महत्वपूर्ण है।

🤔 यूरिक एसिड स्तर में वृद्धि का क्या कारण है? ।

👉पिछले भोजन के पाचन से पहले भोजन करना।
👉 नमकीन और खट्टे भोजन की अधिकता।
👉 अतिरिक्त तेल, मसालेदार और बेहद गर्म भोजन।

👉 अत्यधिक प्रोटीन युक्त भोजन जैसे मांसाहार, मांस आदि।
👉 आरामदायक जीवन शैली।
👉 तनाव।
👉 गुर्दे की बीमारियाँ।
👉 कुछ एलोपैथिक दवाओं जैसे मूत्रवर्धक दवाओं, एस्पिरिन आदि के उपयोग के कारण।

🤔 इसे कैसे नियंत्रित करें? ।

✅ धीरे-धीरे वजन कम करने की कोशिश करें ✅ धूम्रपान और शराब ना लें।

✅ फलियां, मटर, उड़द की दाल, कुलथी, मशरूम, फूलगोभी, पालक, मूली, गन्ना, सोयाबीन और इसके उत्पाद ना ले।

✅समुद्री भोजन, मांस, दही और पनीर ना ले। ✅दिन में सोने से बचें और रात में जागरण ना करें।

✅ खुद को तेज धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाएं।

✅जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक और फ्रोजन फूड का सेवन न करें।

✅ ठंडी जगहों, बारिश और ठंडे पानी के स्नान से दूर रहें।
✅ गतिहीन जीवन शैली से बचें। क्रोध और तनाव पर नियंत्रण रखें।
✅ आहार में गेहूँ, चावल, जौ, दालें, मूंग, मसूर, मोठ, बाजरा, पका हुआ चावल शामिल करें।
✅ रात भर भीगी हुई बादाम, अखरोट, किशमिश आदि खाएँ। सेब, पपीता, चेरी, स्ट्रॉबेरी, नाशपाती, नारियल पानी, अनानास और अंगूर जैसे फलों का सेवन करें।
✅जीरा, अदरक, मेथी, इलायची, दालचीनी, धनिया नियमित आहार का हिस्सा होना चाहिए।
✅ दैनिक नियम से तिल तेल या आयुर्वेदिक तेलों के साथ मालिश।
✅ 2-3 लीटर पानी पिएं।
✅योग और प्राणायाम करें।
✅गिलोय, हरितकी, गुग्गुल, पुनर्नवा, गोक्षुर, वचा, शल्लकी, अरंडी का तेल उपयोगी हैं।

✅ यूरिक एसिड के लिए कई आयुर्वेदिक दवाएं हैं इसलिए इसके लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करें।
✅ पंचकर्म विषहरण में मदद करता है और चयापचय में सुधार करता है इसलिए यह भी uric acid नियंत्रित करने में बहुत सहायक है।
Dr.Mukesh Jaipal
Nivedita Ayurvedic Clinic,
Nehru Nagar,
Barmer

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