12/11/2025
प्रोस्टेट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो पुरुषों में पाए जाने वाली प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाओं में होता है। यह ग्रंथि मूत्राशय के नीचे स्थित होती है और पुरुष जनन तंत्र का हिस्सा है। प्रोस्टेट का मुख्य काम वो तरल पदार्थ बनाना है जो वीर्य (स्पर्म) के लिए पोषण और गतिशीलता प्रदान करता है।
कारण और जोखिम-----
यह कैंसर तब शुरू होता है जब प्रोस्टेट की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा बढ़ता है, खासकर 50 वर्ष से ऊपर के पुरुषों में। इस कैंसर के जोखिम कारकों में पारिवारिक इतिहास, वंश और नस्ल भी शामिल है।
लक्षण-----
प्रारंभिक अवस्था में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं होते। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:--
**पेशाब करने में कठिनाई या कमजोरी
**बार-बार पेशाब आना, खासकर रात में
**पेशाब या वीर्य में खून आना
**पेशाब करते समय जलन या दर्द
**इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
**कैंसर फैलने पर हड्डियों में दर्द, थकान और वजन कम होना
निदान और इलाज------
निदान के लिए डॉक्टर डिजिटल रेक्टल परीक्षा (डीआरई) करते हैं और खून में प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (PSA) का टेस्ट करते हैं। इसके बाद इमेजिंग और बायोप्सी कर कैंसर की पुष्टि होती है।
इलाज में सर्जरी (प्रोस्टेटेक्टोमी), रेडियोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, कीमोथेरेपी या सक्रिय निगरानी जैसे विकल्प शामिल होते हैं, जो कैंसर की स्थिति के अनुसार चुने जाते हैं।
संक्षेप में, प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाओं का अनियंत्रित बढ़ना है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है और समय पर जांच और इलाज से ठीक किया जा सकता है...