20/10/2025
काजू (Cashew) में कुछ प्राकृतिक यौगिक (compounds) पाए जाते हैं जो शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं।
काजू के बीज और उसके छिलके (Cashew Nut Shell) में निम्न तत्व पाए जाते हैं –
Anacardic acid
Cardol
Cardanol
इनमें शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
यह कैसे काम करते हैं ?
वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि ये यौगिक निम्न प्रकार के बैक्टीरिया की वृद्धि को रोक सकते हैं —
Propionibacterium acnes → मुहाँसे (Acne)
Streptococcus mutans → दाँतों की सड़न (Tooth decay)
Mycobacterium tuberculosis → टी.बी.
Staphylococcus aureus और Klebsiella pneumoniae → निमोनिया व अन्य संक्रमण
ये प्रभाव लैब में किए गए शोध (in vitro) में देखे गए हैं।
इसका मतलब यह नहीं कि काजू खाने से सीधे ये रोग ठीक हो जाएंगे।
प्रयोगों में उपयोग की गई मात्रा काजू में प्राकृतिक रूप से मौजूद मात्रा से कई गुना अधिक होती है।
रोज़ाना 4–6 बिना नमक वाले काजू खाना शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, त्वचा और मुँह की सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है।
लेकिन इसे किसी बीमारी का इलाज नहीं समझना चाहिए।
भविष्य में काजू के इन यौगिकों से प्राकृतिक एंटीबायोटिक या टूथपेस्ट जैसे उत्पाद विकसित किए जा सकते हैं।