05/08/2025
एक पूर्व मु स्लि म के अनुभव ...
जर्मनी में रह रहे, इ स् ला म छोड़ चुके डॉ. माइकल मुलुक
(How Muhammad Stole the Judeo-Christian
Tradition पुस्तक के लेखक) कोरा पर अपनी एक पोस्ट
में लिखते हैं, मैं वयस्क होने तक मु स्लि म था।
शादी के समय भी मु स्लि म था।
मैं जर्मनी में अपेक्षाकृत उदार माता- पिता के घर पैदा हुआ दूसरी पीढ़ी का तुर्की प्रवासी हूं।
माँ ने हिजाब नहीं पहना था, सिर्फ सिर पर स्कार्फ पहनती
थीं। किसी भी परिभाषा के अनुसार मेरे माता-पिता मजहबी
कट्टरपंथी नहीं थे । वे उतने ही सेकुलर थे जितना उस समय
कोई उदारवादी मु स ल मान होता । फिर भी, मुझे सिखाया गया कि कुछ चीजें समझौता योग्य नहीं हैं, मुझे इनके लिए खड़ा होना होगा, भले ही इसके लिए प्रक्रिया में हिंसक होना पड़े- जैसे यदि कोई इ स् ला म का अपमान करता है, पै गंबर का मजाक उड़ाता है या आपकी आस्था का सम्मान नहीं करता ।
इसका असर यह हुआ कि जब मैं अपनी कक्षा के साथ फील्ड ट्रिप पर गया और वहाँ मुझे हलाल भोजन नहीं मिला, तो मैं नाराज हो गया।
मैंने मो हम्म द के बारे में एक गंदी कविता सुनाने के लिए प्राथमिक कक्षा में एक जर्मन बच्चे को बुरी तरह पीटा।
एक अन्य अवसर पर जब गलती से हमें गैर- हलाल भोजन परोसा गया तो मैं और अन्य तुर्की लड़के हॉस्टल के कर्मचारियों पर क्रोधित हो गए।
जब सलमान रुश्दी ने अपनी पुस्तक प्रकाशित की तो मैं एक प्रदर्शन में भी गया, पूरी तरह से क्रोधित होकर । लेकिन शादी करने और घर बसाने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं तो यह भी नहीं जानता कि ये मो हम्म द वास्तव में कौन थे ।
मैंने कु रा न को कई बार पढ़ा, फिर भी मेरे पास मो हम्म द कौन थे, इसकी कोई सुसंगत तस्वीर नहीं थी ।
मुझे यह भी नहीं पता था कि मुझे हलाल भोजन क्यों खाना चाहिए, सिवाय इसके कि 'यह कु रा न में है' या सलमान रुश्दी की पुस्तक 'खराब' क्यों थी?
पारंपरिक मु स्लि म परिवार पूछताछ की संस्कृति को बढ़ावा नहीं देते हैं। आप वैसा ही करें जैसा आपसे कहा गया है।
आप से कहा जाता है कि आप इ स्ला म और पै गं ब र के सम्मान और अप्रत्यक्ष रूप से अपनी संस्कृति और अपनी विरासत की रक्षा करें।
हम मु स ल मा नों को औसत पश्चिमी लोगों की तुलना में अधिक क्रोधी होने के लिए पाला गया है और यह बहुत बड़ी समस्या है।
शायद इसीलिए आमतौर पर देखा गया है कि बहुसंख्य हिंदू परिवारों के बीच एक मु स्लि म परिवार अपनी सभी आस्थाओं का पालन करते हुए आराम से रहता है, लेकिन बहुसंख्यक मु स्लि म परिवारों के बीच एक हिंदू परिवार सुरक्षित नहीं होता ।
डॉ माइकल मुलूक