Dr negi clinic gumaniwala

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खून की कमीएनीमिया एक रक्त विकार है जिसमें सामान्य स्तर से कम लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में ...
21/04/2023

खून की कमी

एनीमिया एक रक्त विकार है जिसमें सामान्य स्तर से कम लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं या प्रत्येक लाल रक्त कोशिका में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य से कम होती है। किसी भी मामले में, शरीर के चारों ओर रक्त प्रवाह में कम मात्रा में ऑक्सीजन ले जाया जाता है। लाल रक्त कोशिकाएं (आरबीसी), हीमोग्लोबिन नामक एक विशेष प्रोटीन का उपयोग करके शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाती हैं। एनीमिया कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर की खराबी है। एनीमिया एक आम रक्त स्थिति है, खासकर महिलाओं में। यह देखा गया है कि मासिक धर्म वाली पांच में से एक महिला और सभी गर्भवती महिलाओं में से आधी एनीमिया से ग्रसित हैं।

एनीमिया के लक्षण

कमजोरी,आसानी से थक जाना,पीली त्वचा,सांस की तकलीफ,ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन,बार-बार सिरदर्द होना ,Palpitations,चिड़चिड़ा व्यवहार,मुश्किल से ध्यान दे,फटी या लाल जीभ,भूख में कमी,खाने की अजीब सी लालसा

एनीमिया के कारण

एनीमिया जन्मजात या आपके द्वारा विकसित (अधिग्रहीत) स्थिति के कारण हो सकता है। एनीमिया तब देखा जाता है जब रक्त में अपर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं होती हैं।

कारण हैं -

खून बह रहा है ,कम लाल रक्त कोशिका उत्पादन,शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का विनाश (ऑटोइम्यून डिसऑर्डर)एनीमिया का सबसे आम प्रकार आयरन की कमी वाला एनीमिया है। यह शरीर में आयरन के निम्न स्तर के कारण होता है।पोषण विटामिन बी12 से रहित होता है, या घातक रक्ताल्पता के मामले में शरीर विटामिन बी12 को अवशोषित करने में असमर्थ होता है।
खाद्य पदार्थों में फोलिक एसिड या फोलेट नहीं होता है, या शरीर फोलिक एसिड का ठीक से उपयोग करने में असमर्थ होता है, जिसके परिणामस्वरूप फोलेट की कमी से होने वाला एनीमिया होता है।सिकल सेल एनीमिया या थैलेसीमिया जैसे आनुवंशिक रक्त विकार।ऐसी स्थितियाँ जो लाल रक्त कोशिका के विनाश का कारण बनती हैं, हेमोलिटिक एनीमिया का कारण बनती हैं।पुरानी बीमारियों में कम हार्मोन शामिल होते हैं जो पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं करते हैं।बवासीर, अल्सर या गैस्ट्राइटिस जैसी अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के कारण खून की कमी।

एनीमिया का निदान

एक पूर्ण रक्त गणना (CBC) परीक्षण आपके रक्त के नमूने में आपकी श्वेत रक्त कोशिकाओं, लाल रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स की गिनती प्रदान करेगा। यदि आपको एनीमिया है, तो आपका डॉक्टर इसके प्रकार को निर्धारित करने के लिए अतिरिक्त परीक्षणों का सुझाव देगा और क्या इसका कोई गंभीर कारण है।

सामान्य हीमोग्लोबिन स्तर हैं

पुरुष: 13.8 से 17.2 ग्राम/डीएल
महिलाएं: 12.1 से 15.1 ग्राम/डीएल
बच्चे: 11 से 16 ग्राम/डीएल
गर्भवती महिलाएं: 11 से 15.1 g/dl।

माइग्रेन अटैक: इसका सामना करने के लिए क्या करें?माइग्रेन अटैक एक ऐसी समस्या है जिसमें तेज दर्द, उल्टी आना और चक्कर आने ज...
04/04/2023

माइग्रेन अटैक: इसका सामना करने के लिए क्या करें?

माइग्रेन अटैक एक ऐसी समस्या है जिसमें तेज दर्द, उल्टी आना और चक्कर आने जैसे लक्षण होते हैं। यह समस्या असुविधाजनक होती है और अधिकतर लोगों को इसका सामना करना पड़ता है। इस समस्या को कम करने के लिए निम्नलिखित कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं।

चेहरे को ठंडे पानी से धोएं। यह एक उत्तम तरीका है जिससे तनाव कम होता है और आपको अधिक आराम मिलता है।
अंधेरे और खामोश कमरे में सोएं। इससे आपकी रोशनी और ध्वनि से दिमाग को अधिकतर आराम मिलता है और तनाव कम होता है।
एक शांत जगह में बैठें या लेट जाएं। इससे आपको अधिक आराम मिलता है और दर्द भी कम होता है।
डॉक्टर से सलाह लें। यदि आपको लगता है कि आपकी समस्या बहुत गंभीर है और आपको उचित उपचार की आवश्यकता है, तो आप एक डॉक्टर से सलाह लें।

अनिद्रा: कारण, लक्षण और उपचारजब हम रात में सोते हैं, तब हमारे शरीर और मन दोनों आराम करने लगते हैं। लेकिन कुछ लोगों को इस...
30/03/2023

अनिद्रा: कारण, लक्षण और उपचार

जब हम रात में सोते हैं, तब हमारे शरीर और मन दोनों आराम करने लगते हैं। लेकिन कुछ लोगों को इस आराम की नींद नहीं आती है और वे अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे होते हैं। अनिद्रा एक गंभीर समस्या होती है जो कि बहुत सारे लोगों को प्रभावित करती है। इस लेख में हम अनिद्रा के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में जानेंगे।

अनिद्रा के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:

तनाव और चिंता: तनाव और चिंता अनिद्रा के मुख्य कारणों में से एक है। शरीर में तनाव और चिंता के कारण नींद नहीं आती है।
शारीरिक समस्याएं: कुछ शारीरिक समस्याएं भी अनिद्रा के कारण बन सकती हैं, जैसे कि नियमित व्यायाम न करना, खाने के समय में अधिक अंतर समय होना आदि।
वातावरणीय कारक: वातावरणीय कारक भी अनिद्रा के कारण बन सकते हैं। जैसे कि अत्यधिक शोर और प्रदूषण।
खानपान की आदतें: खानपान की अनियमित आदतें भी अनिद्रा के कारण बन सकती हैं। अत्यधिक कॉफीन युक्त वस्तुओं और मधुमेह रोगियों के लिए अधिक मिठाई खाना अनिद्रा के लिए बुरा होता है।
रोग या दवाएँ: कुछ बीमारियां और दवाएँ भी अनिद्रा का कारण बन सकती है

अनिद्रा के उपचार के लिए कुछ निम्नलिखित सुझाव दिए जाते हैं:

नियमित व्यायाम करें।
नियमित ध्यान अभ्यास करें।
शांति वाले स्थान में सोएं।
अपने बिस्तर के साथ कुछ उपयोगी स्वस्थ रखे, जैसे कि कुछ गर्म पानी की बोतलें, लवेंडर का तेल या खोपड़ी के मालिश के तेल।
सेब खाएं।
चाय या कॉफी से दूर रहें।
अपने बिस्तर पर खाना न खाएं।
रात में सोने से कुछ घंटे पहले मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल बंद कर दें।
यदि अनिद्रा की समस्या लंबे समय से जारी है, तो आप एक चिकित्सक से सलाह लें जो आपको उचित उपचार दे सकता है।
डॉ नेगी क्लिनिक गुमानीवाला

29/03/2023

ल्यूकोरिया एक सामान्य समस्या है जो महिलाओं में उत्तीर्ण होती है। इसमें महिलाओं के योनि स्राव में बदलाव आता है जो अक्सर उन्हें असुविधा पहुंचाता है।

लेकोरिया एक स्वाभाविक विकार है जो कुछ महिलाओं में नियमित रूप से होता है। यह बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण से होता है जो अक्सर योनि स्राव के वृद्धि का कारण बनते हैं। लेकोरिया एक असुविधा है जो महिलाओं को सामान्य दैनिक गतिविधियों से दूर रखता है।

लेकोरिया के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं: योनि स्राव का बढ़ना, जलन या खुजली, सफेद रंग का योनि स्राव, योनि स्राव का बदबू, योनि क्षेत्र में दर्द या भारीपन।

लेकोरिया के लिए कुछ घरेलू उपचार होते हैं जो आमतौर पर असरदायक होते हैं। हल्दी और दूध का मिश्रण, नीम के पत्ते का रस, अदरक और शहद का मिश्रण, सेब के सिरके का उपयोग, दही का सेवन और टी ट्री आयल का उपयोग इस समस्या के लिए उपयोगी होते हैं।

यदि आपको ल्यूकोरिया की समस्या है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए जो आपको उचित उपचार का सुझाव देंगे।

29/03/2023

उच्च रक्तचाप, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक बहुत ही सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो लोगों को प्रभावित करती है। रक्तचाप यह बताता है कि आपके शरीर में रक्त का दबाव कितना हो रहा है। यदि आपका रक्तचाप अधिक होता है तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है और इसके कारण आपको कुछ समस्याएं हो सकती हैं।

हाइपरटेंशन का मुख्य कारण वसा, खून के पारंपरिक दर, स्कूलियोज़, गलत खानपान, नियमित व्यायाम न होना, और तंबाकू या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन हो सकता है। यह समस्या उम्र के साथ बढ़ती है लेकिन यह अधिकतर लोगों में युवा उम्र में भी होती है।

हाइपरटेंशन से निपटने के लिए कुछ सामान्य उपाय हैं जैसे नियमित व्यायाम, सही खानपान, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों से दूर रहना और दवाओं का सेवन। आपके डॉक्टर आपके लिए सही दवाओं का चयन करेंगे जो आपके लिए सही होंगे।

उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन के लक्षण अक्सर अनुभव नहीं किए जाते हैं। हालांकि, कुछ लोगों को हाइपरटेंशन से जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं जो इस प्रकार हैं:

सिरदर्द: सामान्य सिरदर्द उच्च रक्तचाप का एक लक्षण हो सकता है।
नजले की समस्या: अधिकतर मामलों में, उच्च रक्तचाप वाले लोगों को नजले से सम्बंधित समस्याएं जैसे कि छाती में दबाव, नाक से खून या नजला गिरना, नाक बंद होना, या सिर में भारीपन हो सकता है।
थकान: जब रक्तचाप बहुत अधिक होता है तो इससे थकान महसूस हो सकती है जो सामान्य गतिविधियों के लिए भी असामान्य होती है।
अनियमित दिल की धड़कन: अनियमित दिल की धड़कन एक अन्य लक्षण हो सकता है जो हाइपरटेंशन से संबंधित होता है।
नजले के मौजूद होने पर सुस्ती और उदासी: यह लक्षण भी हाइपरटेंशन से जुड़ा हो सकता है।

LOW BP OR HYPOTENSION
निम्न रक्तचाप या हाइपोटेंशन के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

चक्कर आना: हाइपोटेंशन से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर चक्कर आते हैं।
थकान: निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को अधिक थकान महसूस होती है।
बेहोशी की अवस्था: अगर रक्तचाप बहुत नीचा होता है तो व्यक्ति को बेहोशी की अवस्था हो सकती है।
चेहरे पर पसीना: हाइपोटेंशन के दौरान व्यक्ति के चेहरे पर पसीना आने लगता है।
दिल की धड़कन में असंतुलन: निम्न रक्तचाप के समय दिल की धड़कन बढ़ती है और थोड़ी देर बाद फिर से कम हो जाती है।
ठंड लगना: हाइपोटेंशन के दौरान व्यक्ति को ठंड लगती है और उन्हें शीतल चीजों की तलाश होती है।
श्वसन में असुविधा: निम्न रक्तचाप से पीड़ित व्यक्ति को श्वसन में असुविधा हो सकती है और वे थोड़ा देर तक अपनी सांसें नहीं भर पाते हैं।

29/03/2023

आपका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है! हमारा क्लिनिक आपको सभी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक पूर्ण समाधान प्रदान करता है। आपकी सेवा में हमारे अनुभवी चिकित्सक और विशेषज्ञ एक संयुक्त प्रयास करते हैं ताकि आपको समय पर सही उपचार मिल सके।

हमारी क्लिनिक आपकी सेवा के लिए उन्नत सुविधाओं के साथ स्थापित है। हमारे अतिरिक्त सुविधाएं निम्नलिखित हैं:

स्वास्थ्य की निःशुल्क सलाह
नवीनतम उपचारों और तकनीकों का उपयोग
सभी प्रकार के स्वास्थ्य समस्याओं के लिए एक संपूर्ण रोग विशेषज्ञ दल
सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण
सुविधाजनक और अभिनव सुविधाएं
हमारे चिकित्सकों का उद्देश्य हमेशा आपकी सेवा में उत्कृष्टता होती है। वे स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर्गत सभी विशेषज्ञों से जुड़े हुए हैं जो आपकी समस्या को समझते हैं और उचित उपचार का सुझाव देते हैं।

अगर आपको हमारी सेवाओं की आवश्यकता है, तो आप हमसे अभी संपर्क कर सकते हैं

29/03/2023
29/03/2023

अगर आपको सांस लेने में मुश्किल हो रही है, तो आप एक श्वसन विकार से पीड़ित हो सकते हैं। श्वसन विकार कई तरह के होते हैं, जिनमें से कुछ गंभीर होते हैं जो आपके जीवन को खतरे में डाल सकते हैं। इसलिए, यदि आपको सांस लेने में किसी भी तरह की समस्या होती है, तो आपको तुरंत एक डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।

श्वसन विकार के कुछ लक्षण निम्नलिखित होते हैं:

सांस लेने में मुश्किली
छाती में दर्द
सांस लेने के दौरान घुटने या सीधे खड़े होने में मुश्किली
सांस लेने के दौरान चक्कर आना
बुखार, खांसी, थकान या सीने में भारीपन जैसी अन्य सामान्य बीमारियों के साथ जुड़े सांस लेने की समस्याएं
श्वसन विकार के लिए कई उपचार होते हैं, जैसे कि दवाओं, नियमित व्यायाम और फिजियोथेरेपी। लेकिन श्वसन विकार के उपचार के लिए सही दवाओं और उपायों के लिए एक अनुभवी डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी होता है।

29/03/2023

डायबिटीज का इलाज: क्या हैं आपके विकल्प?

डायबिटीज आजकल एक बहुत ही आम समस्या हो गई है और दुनिया भर में लोगों को इससे पीड़ित होना पड़ता है। यदि आप भी डायबिटीज से पीड़ित हैं तो इसका समाधान खोजने के लिए आपके पास कई विकल्प हो सकते हैं।

हमारे क्लिनिक में, हम आपको विभिन्न उपचार विकल्पों की पेशकश करते हैं जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। हमारी टीम डायबिटीज रोगियों की समस्याओं के समाधान के लिए सक्षम है और आपको सभी संभव विकल्पों की जानकारी देने के लिए तैयार है।

हमारे उपचार विकल्पों में शामिल हैं: दवाओं का उपयोग, आहार और व्यायाम योजना, इंसुलिन थेरेपी, और विभिन्न आयुर्वेदिक उपचार विकल्प। हम आपके डायबिटीज के स्तर को नियंत्रित करने में आपकी सहायता करने के लिए सक्षम हैं जो आपकी जीवन शैली को भी संशोधित कर सकते हैं।

आप अपनी समस्या के बारे में हमसे पूछ सकते हैं

29/03/2023

डेंगू बुखार: कारण, लक्षण और उपचार

डेंगू बुखार एक ऐसी बीमारी है जो एक बुढ़ापे से लेकर बच्चों तक किसी को भी हो सकती है। यह बुखार मुख्य रूप से एशिया, अफ्रीका, और अमेरिका में पाया जाता है। डेंगू बुखार मुख्य रूप से एक मच्छर के काटने से फैलता है। इस बीमारी के लक्षण बहुत ही तेजी से बढ़ते हैं इसलिए इसे समय रहते ठीक करना बहुत ही जरूरी होता है।

डेंगू बुखार के कारण:
डेंगू बुखार मुख्य रूप से एक मच्छर के काटने से फैलता है। जब कोई मच्छर एक व्यक्ति को काटता है, तो उसके खून में डेंगू वायरस मौजूद होता है। फिर यह वायरस उस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। अगर यह वायरस एक व्यक्ति के शरीर में होता है, तो यह उस व्यक्ति को डेंगू बुखार से ग्रस्त कर सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण:

तेज बुखार
सिरदर्द और जोड़ों में दर्द
छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ
सूखी और खांसी
नज़ला
आंतों में तकलीफ
चक्कर आना और थकान
स्किन रश या खुजली
आंखों के पीछे लाल दाने
खून की कमी या शुष्कता
यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ दिखाई देते हैं, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस बीमारी के लक्षण बहुत ही तेजी से बढ़ते हैं इसलिए समय रहते उपचार शुरू करना बहुत ही जरूरी होता है।

29/03/2023

टाइफाइड बुखार के साथ इसके लक्षण

टाइफाइड बुखार एक बीमारी है जो संक्रमण से होती है। इस बीमारी का कारण सामान्य तौर पर सफ़ाई न होने के कारण मल-मूत्र में मौजूद बैक्टीरिया होते हैं। यह बुखार उन लोगों को प्रभावित करता है जो अशुद्ध खान-पान करते हैं या जिनका स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जाता है।

टाइफाइड बुखार के लक्षण निम्नलिखित होते हैं:

उच्च तापमान: यह बुखार लगभग 101-104 डिग्री तक उठता है। यह बुखार नियमित नहीं होता है और अक्सर शाम को बढ़ जाता है।
सिरदर्द: टाइफाइड बुखार में सिरदर्द भी होता है और इसके साथ दर्द भी होता है।
उल्टी-दस्त: इस बीमारी में उल्टी-दस्त की समस्या होती है। यह बुखार से बहुत ज्यादा तकलीफदेह होता है।
थकान और कमजोरी: टाइफाइड बुखार में थकान और कमजोरी की समस्या होती है।

टाइफाइड बुखार का इलाज एक प्रकार की एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से होता है। इसके अलावा इस बीमारी के इलाज के लिए दूसरे उपाय भी हैं। इनमें से कुछ उपाय निम्नलिखित हैं:

दवाएं: टाइफाइड बुखार के इलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग किया जाता है। यह दवाएं बैक्टीरिया को मारती हैं जो टाइफाइड बुखार का कारण होते हैं। डॉक्टर की सलाह पर इन दवाओं का सेवन किया जाना चाहिए।
पूर्ण आराम: टाइफाइड बुखार के इलाज में विश्राम बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह रोगी की शारीरिक ताकत को बढ़ाता है और उसे ठीक होने में मदद करता है।
अतिरिक्त पानी: टाइफाइड बुखार में शरीर से पानी और तरल पदार्थों की कमी होती है। रोगी को अतिरिक्त पानी और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।

29/03/2023

थायरॉयड के बारे में जानें

थायरॉइड हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो हमारी मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है। यह एक ग्रंथि होती है जो हमारे गले के नीचे स्थित होती है और इसके माध्यम से थायरॉक्सिन नामक हार्मोन उत्पन्न होता है। इस हार्मोन का काम हमारी शरीर की ऊर्जा का स्तर नियंत्रित करना होता है।

अगर हमारी थायरॉइड सही तरीके से काम नहीं करती है तो हमारे शरीर के कई कार्य अस्त-व्यस्त हो जाते हैं। इसे थायरॉइड रोग कहा जाता है। इस रोग में थायरॉइड अधिक या कम हो जाती है। इससे हमारे शरीर में तंदुरुस्ती नहीं बन पाती है जो बाद में बहुत सारी बीमारियों का कारण बन सकती है।

थायरोइड के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

थकान
भारीपन या कमजोरी
थंडे हाथ या पैरों का अनुभव
पसीना बहना
नींद की कमी
मूड स्विंग्स
श्वसन की समस्याएं
खाने के बाद वजन बढ़ना
जड़ से जुड़ी समस्याएं, जैसे कि बालों का झड़ना
अक्सर सर्दी लगना या गले में खराश
यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है, तो थायरोइड के जांच के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

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गली नंबर 11 अमित ग्राम गुमनीवाला निकट जीवन जागृति स्कूल
Rishikesh
249204

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