07/04/2023
यह कहानी एक दिव्यांग राजा की है जिसके राज्य में कोई भी परेशानी या समस्या नहीं थी। सभी लोग उस राजा से बहुत खुश थे और ऊपर वाले से धन्यवाद करते थे की इतने अच्छे राजा को उनके जिंदगी में भेजे है। वह राजा दिव्यांग था उसकी एक आँख नहीं थी और एक पैर नहीं था लेकिन फिर भी राजा को इस बात का कोई मलाल नहीं था।
एक दिन राजा अपने महल के गलियारे में घूमते हुए अपने पूर्वजो की लगी तस्वीर को देख रहा था और सोच रहा था की मेरे पिताजी इतने शूरवीर थे, उनके पिताजी इतने शूरवीर थे। हमें इतने शूरवीर खानदान में जन्म लेने का मौका मिला यह ऊपर वाले का धन्यवाद है।
राजा ने सभी चित्र को देखते हुए आखरी चित्र तक पंहुचा और फिर उस खाली जगह को देखा तो वह चिंता में पड़ गया क्योकि उसे मालूम था की अब यहाँ जो तस्वीर लगेगी वह उसी की लगेगी। लेकिन राजा को इस बात की चिंता नहीं थी की वह मर जायेगा, चिंता इस बात की थी की वहा जो Painting लगेगी वो कैसी लगेगी।
राजा का एक आँख और एक पैर ना होने की वजह से वह चिंता में पड़ गया और सोचने लगा की इस गलियारे में इतने शानदार Painting लगी है लेकिन मेरी एक आँख और एक पैर ना होने की वजह से मेरी ही तस्वीर सबसे ख़राब लगेगी और सबसे भद्दी दिखेगी।
राजा ने सोचा की मेरे मरने के बाद पता नहीं कैसी Painting बनेगी और क्यों ना मैं अपने जीते-जी ही एक शानदार पेंटिंग बनवाऊ ताकि मुझे ये सुकून मिल जाये की मेरी यहाँ अच्छी पेंटिंग लगेगी।
अब उस राज्य में ऐलान करवा दिया गया और सभी Painters को बुलाया गया और कहा गया की जो भी पेंटर राजा का शानदार पेंटिंग बनाएगा उसे शानदार इनाम मिलेगा।
अब सभी पेंटर राज्य में आये और उन Painter को पता था की अगर शानदार पेंटिंग बनेगा तो शानदार इनाम तो मिलेगा लेकिन जिस राजा का एक आँख नहीं है एक पैर नहीं है उसका शानदार पेंटिंग कैसे बनेगा। Painter सोच रहे थे की इनाम का तो पता नहीं लेकिन अगर शानदार Painting नहीं बानी और राजा गुस्सा हो गया तो सजा मिलेगी इसीलिए बड़े-बड़े चित्रकार भी आगे नहीं आये।
तभी उसमे से एक लड़का बोला राजा साहब मैं आपकी Painting बनाना चाहता हूँ मुझे 24 घंटे का वक्त दीजिये। अब सभी बड़े-बड़े पेंटर हैरान हो गए की ये लड़का क्या Painting बनाएगा और अगर राजा को पेंटिंग पसंद नहीं आयी तो इसे सजा जरूर मिलेगी। राजा बोला ठीक है आप बना करके आईये।
अगले दिन वह लड़का तस्वीर बनाकर लाने वाला था और दरबार पूरी तरह से भर चूका था लोग दूर-दूर से ये देखने के लिए आये थे की वह लड़का कैसा पेंटिंग बनाकर लाएगा।
अब लड़का जब उस राजा की Painting बनाकर लाया तो लोग आश्चर्यचकित रह गए सब लोग जोर-जोर से तालिया बजाने लगे सिटी बजाने लगे और जब राजा ने उस पेंटिंग को देखा तो वह खुश हो गया और बोला की वाह! इससे अच्छी पेंटिंग तो इस पुरे गलियारे में नहीं है राजा ने उस लड़के को बहुत सारा इनाम दिया।
अब आप सोच रहे होंगे की उस राजा की क्या Painting बनी होगी जिसकी एक आँख नहीं है और एक पैर नहीं है, कैसा पेंटिंग बना होगा।
उस तस्वीर में लड़के ने उस राजा को एक घोड़े पर सवार किया था। एक साइड से उस राजा का एक पैर दिख रहा था और राजा तीरंदाजी करते हुए निशाना लगा रहा था और निशाना लगाते वक्त एक आँख बंद हो जाती है और उस लड़के ने उस राजा की वही आँख बंद की थी जो राजा के पास नहीं थी।
इस तरह से उस लड़के ने राजा को निशाना लगते हुए घोड़े के ऊपर सवार दिखाया जिससे एक आँख बंद और एक ही पैर दिखाया और इतना शानदार Painting बनाया था की वह अब तक की सबसे सर्वश्रेष्ठ पेंटिंग थी।
उस लड़के के सामने भी चुनौती थी संकट था लेकिन उसने सकारात्मक का साथ नहीं छोड़ा। जिंदगी में आप जिस भी मुकाम पर हो, जिस भी संकट में फस जाये, जिस भी स्थति में हो अगर आपने सकारात्मक का साथ कभी नहीं छोड़ा तो यकीन मानिये आप उस संकट से बाहर निकल आएंगे।
जिंदगी में उम्मीद का साथ मत छोड़िये क्योकि जिसने उम्मीद का साथ छोड़ दिया तो फिर जिंदगी उसका साथ छोड़ देती है। हर पल सकारात्मक रहिये, खुश रहिये, ऊपर वाले के आशीर्वाद के साथ और अपनों के प्यार के साथ, अपनी अच्छी और सच्ची मेहनत के साथ!