07/10/2015
2 अक्टूबर 1972 को मुंगेर से अलग बना अपना बेगुसराय, बेगुसराय जिले को बिहार की उद्योगिक राजधानी बनाने की कोशिस की गई ! हम इस दिशा में कितना चले। अलग जिला बनने के बाद जिस बेगुसराय को प्रगति पथ पर चलना था उसकी दुर्गति हो गयी कारण सर्वविदित है 'लाल आतंक' इस लाल आतंक ने आम लोगों के खून से इस मिटटी को इतना लाल किया की समूचे बिहार में ही नहीं बेगुसराय का नाम पुरे देश में कुख्यात हो गया। जब भारतीय जनता पार्टी ने लाल आतंक का विरोध किया तो कई निर्दोष कार्यकर्ताओं को साजिश कर या तो मार दिया गया या किसी षड्यंत्र में फंसा कर अपराधी बना दिया गया।
लाल आतंक को प्रश्रय देने की कीमत इस जिले ने खूब चुकाई पर अब नहीं, अब जागरूक जनता अपना जवाब तैयार कर के बैठी है। जिले में चुनाव जोरों पर है, कई तरह के बेबुनियाद आरोप ले कर CPI और महागठबंधन N.D.A के खिलाफ मुहीम चला रहे हैं। मैं खुश हूँ क्योंकि ये लोग भाजपा ही प्रचार कर रहे हैं।
अब तय करना है बेगुसराय को की कौन होगा उनका जनप्रतिनिधि-
क्या आप चारा घोटाले में सजायाफ्ता, लालू जी की बात पे वोट करेंगे?
क्या आप अवसरवादी झूठे समाजवाद के ढिंढोरा पीटने वाले नितीश पे भरोसा जताएंगे?
क्या आप बेगुसराय की धरती को निर्दोष मासूमों के खून से लाल करने वाले लाल झंडे पे अपना भरोसा जताएंगे?
मुझे पूर्ण विश्वास है की आप अपना वोट डाल कर सक्षम और विकासउन्मुख जनप्रतिनिधि में अपना विश्वास जताएंगे और बेगुसराय के 7 सीट के साथ साथ समूचे बिहार में N.D.A को जिताएंगे।
बेगुसराय जिला को समृद्ध शांत और विकसित बनाये। भाजपा जिताये।
Begusarai ko purane sapno ke sath bihar ki aaodogik rajdhani bnane me apna yogdan de.
Begusarai me band pra ftilayjer agar start ho jata he to begusari ke logo ko bahut rojgar milega.
Ye Tabhi sambhab he jab rajy me N.D.A ki sarkar bnegi.
Kyoki kendra me N.D.A he.
Isliye N.D.A Jitaao bihar bchaao.
Jay hind.