Dr. Priti Rajpurohit

Dr. Priti Rajpurohit प्रसूति, स्त्री रोग, फीटल मेडिसिन एवं इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ, लैप्रोस्कोपिक एवं स्त्री रोग कैंसर सर्जन
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प्रसूति, स्त्री रोग, फीटल मेडिसिन एवं इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ, लैप्रोस्कोपिक एवं स्त्री रोग कैंसर सर्जन

- डॉ. प्रीति IVF एंड फर्टिलिटी सेंटर
- श्रीराम वूमेन एंड चाइल्ड हॉस्पिटल
( पी.बी.एम. शिशु अस्पताल के सामने , बीकानेर )

MBBS, MS, DNB, MRCOG, FMAS, DARM, FART, FGO

पूर्व कार्य अनुभव :

सहायक आचार्य , पी.बी.एम. अस्पताल , बीकानेर
स्त्री रोग लैप्रोस्कोपिक फ़ेलोशिप, के.ई.एम अस्पताल , मुंबई
स्त्री रोग कैंसर फ़ेलोशिप , सिविल अस्पताल , अहमदाबाद
स्त्री रोग विशेषज्ञ , सैफ़ी अस्पताल , मुंबई
सहायक आचार्य , यशवंतराव सिविल अस्पताल , पुणे
स्त्री रोग विशेषज्ञ, जीवन रक्षा अस्पताल, बीकानेर
सह -आचार्य , प्रमुखस्वामी अस्पताल , आनंद
स्त्री रोग विशेषज्ञ , फोर्टिस अस्पताल , बीकानेर
स्त्री रोग विशेषज्ञ , महाराजा यशवंत राव अस्पताल, इंदौर
स्त्री रोग विशेषज्ञ, भाभा अस्पताल , मुंबई

☞ बच्चों का संपूर्ण विकास : ज़िम्मेदारी हमारी !!थमता नहीं यह सृष्टि चक्र है,सरल नहीं यह राह वक्र है,द्वंद्व छिड़ी हुई है म...
14/11/2025

☞ बच्चों का संपूर्ण विकास : ज़िम्मेदारी हमारी !!

थमता नहीं यह सृष्टि चक्र है,
सरल नहीं यह राह वक्र है,
द्वंद्व छिड़ी हुई है मन में,
किस पथ को अपनाऊँ मैं ?

मन से ज्यादा उपजाऊ कुछ भी नहीं, वहाँ जो भी बोया जाए, बढता जरूर है, चाहे वह "विचार" हो, "नफरत" हो या फिर "प्यार" हो।

शिशु वही सीखते हैं, जो वे देखते व महसूस करते हैं, जो उनके मन में अनजाने ही सही पर बोया जाता है।

बाल मन निर्मल जल समान होता है, जैसा पात्र देंगे, मन वैसा रूप लेगा।

जिस रंग में रंगेंगे, रंग जायेंगे।
जो तस्वीर बनाएंगे, बन जायेंगे।।

शिशु यदि आलोचना देखता है, तो वह निंदा करना सीखता है।
शिशु यदि शर्म के साथ जीता है, तो वह अपराध बोध सीखता है।

किन्तु...

शिशु यदि स्नेह देखता है, तो वह विश्वास करना सीखता है।
शिशु यदि प्रोत्साहन देखता है, तो वह आत्मविश्वास सीखता है।

इसलिए, शिशु को भरपूर स्नेह दें, छोटे से छोटे काम करने पर भी प्रोत्साहित करें व कभी भी उनकी आलोचना व उन्हें शर्मिंदा ना महसूस करवाएं।

याद रखें, बच्चों के विचारों में हमारे विचार जीवित रहते हैं। अच्छे विचार ही अच्छे कर्म लाते हैं।

शिशु प्रेम में विश्वास करते हैं, सुंदरता में विश्वास करते हैं, विश्वास में विश्वास करते हैं; इसलिए सदैव सुविचार रखें, शिशु के विचार भी आपके विचारों जैसे खूबसूरत होंगे।

सजा दो घरों को गुलशन सा, हमारे श्री राम आए हैं !!ध्यान राम का मन में हो तो,हर पल सुख विश्राम है,राम ध्यान में सात जनम की...
20/10/2025

सजा दो घरों को गुलशन सा, हमारे श्री राम आए हैं !!

ध्यान राम का मन में हो तो,
हर पल सुख विश्राम है,
राम ध्यान में सात जनम की
सुंदर सुबह शाम है,
अति सहज सरल दो अक्षर,
ऐसे श्री राम हैं !!

सुख, शान्ति एवं समृद्धि की मंगलमय कामनाओं के साथ दीपावली व पंच दिवसीय दीपमाला महापर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!

इस खूबसूरत प्रकाश पर्व का आनंद लें व समाज में दुख दर्द के अंधकार को खुशियों के प्रकाश से दूर करने का प्रयास करें।

सभी अपनी आंतरिक शुद्धता को भी नैतिक दायित्व के रूप में देखें। आंतरिक शुद्धता मनुष्य को सुख में विनम्र और दुःख में धैर्यवान बनाती है।

सर्वव्यापी मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम हमारे आचार, विचार और व्यवहार के शुद्धिकरण के साश्वत मार्गदर्शक हैं।

राम आराध्य हैं और आराधना भी !
राम साध्य हैं और साधना भी !
सब में राम है !! सब के राम है !!

हम भी अपने जीवन में नैतिकता, सत्य एवं ज्ञान के मार्ग पर चलें एवं अहंकार को हावी ना होने दें।

सभी को पुनः दीपावली व पंच दिवसीय दीपमाला महापर्व पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।

भगवान श्री राम सभी का कल्याण करें !! जय श्रीराम !

☞ अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा निःसंतानता उपचार !!मन में कोमल आशा लेकर, जीवन की अभिलाषा लेकर, करते सपनों की रखवाली,इन बच्चो...
15/10/2025

☞ अत्याधुनिक तकनीकों द्वारा निःसंतानता उपचार !!

मन में कोमल आशा लेकर,
जीवन की अभिलाषा लेकर,
करते सपनों की रखवाली,
इन बच्चों की अजब कहानी..

सच ही है, बच्चे ईश्वर का रूप होते हैं। चिकित्सक एक जरिया मात्र है, इन नन्हे फरिश्तों को अपने परिवार से मिलाने का।

बेहद सुखद अनुभूति होती है, जब निःसंतानता से झूझ रहे दम्पतियों के आँगन में नन्हे शिशुओं की किलकारियां गूंज उठती है।

निःसंतानता को इस दशक की सबसे गंभीर समस्यायों में गिना जाए तो गलत नहीं होगा। यह समस्या निरंतर बढ़ती जा रही है व विकराल रूप धारण कर रही है।

निःसंतानता अनेक कारकों पर निर्भर करती है, जो इसके उपचार को चुनौतीपूर्ण बनाते हैं, किन्तु विस्तृत एवं सटीक निदान से निःसंतानता का उपयुक्त उपचार किया जा सकता है।

कुछ वर्षों से मेडिकल विज्ञान ने काफी प्रगति की है, परिणामस्वरूप आज हम बहुत सी आधुनिक तकनीकों से अपने जीवन की विभिन्न कमियों को पूरा कर सकते हैं।

टेस्ट ट्यूब बेबी यानी IVF / ICSI उपचार एवं दूरबीन द्वारा गहन जाँचें उन्ही अत्याधुनिक एवं सफल तकनीकों में से हैं। जटिल निःसंतानता समस्याओं के लिए ये उपचार किसी वरदान से कम नहीं है।

बावजूद इसके, कई नि:संतान दंपति सालों साल इस समस्या से जूझते रहते हैं, चिकित्सक से सलाह नहीं लेते एवं इसे अपनी नियति मान लेते हैं। अधिकतर नि:संतान दंपति समय के साथ निराशा की और चले जाते हैं।

याद रखें, जीवन एक आईना है, यह वही दिखाता है जो हम सोचते हैं। भीगी पलकों से तो आईना भी धुँधला नजर आता है।

नि:संतान दंपति चिकित्सीय सलाह लें, सदैव प्रेरित रहें व सुविचार रखें,
किस्मत भी रूठे पर हिम्मत ना टूटे, मजबूत इतना इरादा रखें :-

तू सपनें बुनना सीख ले,
भय के भ्रम से लड़ना सीख ले,
रास्तों में काटे सभी के हैं,
काँटों पर चलना सीख ले,
कोशिश देख तेरी, हवा का रुख भी बदलेगा,
ढला है आज जो सूरज,
कल सुबह वो भी निकलेगा,
नदी के साथ तू चलना सीख ले,
डूबना नहीं, तू तैरना सीख ले....

इसी प्रयास में, नि:संतानता के कुछ बेहद जटिल उपचार संभाग एवं प्रदेश में पहली बार किये गए। यह प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।

बुराई पर अच्छाई की जीत के महापर्व दशहरा की सभी को शुभकामनाएं !!​दशहरा नाम संस्कृत के दश-हर से लिया गया है जिसका शाब्दिक ...
02/10/2025

बुराई पर अच्छाई की जीत के महापर्व दशहरा की सभी को शुभकामनाएं !!

दशहरा नाम संस्कृत के दश-हर से लिया गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है दस सिरों वाले राक्षस राजा रावण पर भगवान राम की जीत।

रावण के दस सिर हमारे भीतर के विकारों का प्रतिनिधित्व करते हैं। अतः दशहरा मानव मन के दस विकारों के उन्मूलन का प्रतीक है।

रावण के सिर क्रोध, ऊब, निराशा, भय, लालच, घृणा, दुर्भावना, ईर्ष्या और वासना जैसी विभिन्न बुराइयों के प्रतीक हैं।

जब तक भगवान राम इन सिरों को मारते रहें, रावण नहीं मरा। जब भगवान राम ने रावण की नाभि पर तीर मारा तो वह मारा गया। इसका दार्शनिक एवं आध्यात्मिक महत्व है।

नाभि अहंकार का प्रतीक है। नाभि स्वरुप अहंकार खत्म होते ही रावण को भी मृत्यु प्राप्त हुई।

अहंकार मुख्य रूप से हमारी झूठी पहचान की धारणा, समग्रता से अलग एक व्यक्ति होने की धारणा के कारण उत्पन्न होता है, जहां हम स्वयं को अति विशेष मानते हैं और श्रेय और ध्यान की मांग करते हैं।

नवरात्रि के नौ दिनों को तीन मूल गुणों तमस, रजस और सत्व के अनुसार वर्गीकृत किया गया है। नवरात्रि के बाद दसवां और अंतिम दिन विजयादशमी है - इसका मतलब है कि आपने इन तीनों गुणों पर विजय पा ली।

दशहरा हमें एक महत्वपूर्ण सीख देता है - "अंत में सत्य की हमेशा जीत होती है।" यह दिन राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत का भी प्रतीक है।

दशहरा पर अपने अंदर अच्छे गुणों को महसूस करें, जैसे-जैसे आप अपने अच्छे गुणों पर ध्यान देंगे, वे आपके अंदर बढ़ते जाएंगे।

सभी को दशहरा की ढेरों शुभकामनाएं...सभी का जीवन सकारात्मक सोच से परिपूर्ण एवं मंगलमयी हो !!

सुख, शान्ति एवं समृद्धि की मंगलमय कामनाओं के साथ भक्ति और उपासना के महापर्व नवरात्रि की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!नवरा...
22/09/2025

सुख, शान्ति एवं समृद्धि की मंगलमय कामनाओं के साथ भक्ति और उपासना के महापर्व नवरात्रि की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!

नवरात्रि का उत्सव हमें मातृ शक्ति के प्रति श्रद्धा व आराधना की प्रेरणा देता है।

माँ दुर्गा के 9 अवतार 9 गुणों जैसे मानवता, शांति, ज्ञान, सुख, शक्ति, भक्ति, नाम, प्रसिद्धि और स्वास्थ्य का आशीर्वाद देते हैं।

नवरात्रि आध्यात्मिक शक्ति, साधना, संयम और आत्मबल का अद्भुत संगम है। यह समय शक्ति, भक्ति और आत्मशुद्धि का समय है।

नवरात्रि में साधक अपने अंदर की नकारात्मकता, आलस्य और दुर्बलता को दूर कर जीवन में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार कर सकता है।

कामना है कि माँ दुर्गा हम सब की पथ प्रदर्शक बनी रहें, सभी के जीवन में कष्टों और बाधाओं को दूर करने की महाशक्ति प्रदान करें, सभी की हर मनोकामना पूर्ण करें एवं सभी के जीवन में सुख एवं समृद्धि लाएं।

पुनः आप सभी को मानवता, आस्था एवं उपासना के महापर्व नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएं !!

जय माता दी !!

#नवरात्रि

☞ संभाग का पहला लैप्रोस्कोपिक म्यूसिनस सिस्टेडेनोमा : 1 फ़ीट से बड़ी अंडाशय गाँठ व पेट में 15 लीटर से अधिक संग्रहित दुषित ...
20/09/2025

☞ संभाग का पहला लैप्रोस्कोपिक म्यूसिनस सिस्टेडेनोमा : 1 फ़ीट से बड़ी अंडाशय गाँठ व पेट में 15 लीटर से अधिक संग्रहित दुषित पानी का जटिल दूरबीन उपचार !!

घायल तो यहाँ, हर परिंदा है,
मगर जो फिरसे उड़ सका वही जिन्दा है II

16 वर्षीया किशोरी वर्षो से एक दुर्लभ रोग "म्यूसिनस सिस्टेडेनोमा" से पीड़ित थी व बेहद गंभीर अवस्था में अस्पताल आयी।

"म्यूसिनस सिस्टेडेनोमा" एक अंडाशय का ट्यूमर है जो बलगम से भरे सिस्टिक द्रव्यमान के रूप में होता है। यह बहुत बड़ा हो सकता है और पेट तक फैल सकता है।

इस दुर्लभ रोग से किशोरी के अंडाशय में 1 फ़ीट से भी बड़ी गाँठ बन गयी थी। बेहद बड़ी गाँठ के कारण शरीर के अंदरूनी अंग संकुचित हो गए थे व पेट में 15 लीटर से अधिक गंदा पानी संग्रहित हो गया था।

किशोरी के परिजन किशोरी को पिछले 6 महीने से संभाग व राज्य के भिन्न भिन्न अस्पतालों में दिखा रहे थे पर इलाज़ नहीं हो पा रहा था।

बावजूद इसके, किशोरी व किशोरी के परिजनों ने हिम्मत नहीं हारी। कहते हैं, हिम्मत ऐसा चिराग़ है, जो कई अंधेरों पर भारी है।

किशोरी की हाई रिस्क अवस्था समझते हुए जीवनरक्षी उपचार किया गया, जहां जटिल दूरबीन ऑपरेशन द्वारा बिना किसी बड़े चीरे के, अंडाशय से 1 फ़ीट से भी बड़ी गाँठ व पेट से 15 लीटर से भी अधिक संग्रहित दुषित पानी को निकाला गया।

बेहद सुखद अनुभूति हुई जब ऑपरेशन के बाद किशोरी की खोयी हुई मुस्कान लौट आयी।

हर इंसान ईश्वर की छवि से बना है। कोई भी कार्य जब इस भावना से किया जाए कि वह ईश्वर की सेवा है, तो वह स्वतः ही सफल होता है।

सभी से निवेदन है की कभी भी हिम्मत ना हारें...हार हो जाती है, जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है, जब ठान लिया जाता है।

कौन है जिसमें कमी नहीं है,
आसमान के पास भी ज़मीं नहीं है।
उसे गुमाँ है, कि मेरी उड़ान कुछ कम है,
मुझे यक़ीं है, कि ये आसमान कुछ कम है II

स्वस्थ्य रहें, मुस्कुराते रहें....जय हिन्द, जय भारत !!

गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक श्री गणेश उत्सव के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ !!गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर...
27/08/2025

गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक श्री गणेश उत्सव के पावन पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ !!

गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया,
गूंजे नभ में आज,
मूषक पर आ बैठके, मंगल कर सब काज ॥

सिद्धिविनायक, विघ्नहर्ता, बुद्धि विधाता, मंगलमूर्ति गणेश जी सभी के जीवन में आत्म-उत्थान का मार्ग प्रशस्त करें व हम सभी हर प्रकार के द्वेष को त्यागकर, सद्भावना और प्रेम का मार्ग अपनाएँ।

गणेश जी का आगमन हर घर-परिवार में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार करता है। यह पर्व केवल उत्सव और आराधना दिवस नहीं, बल्कि आध्यात्मिक चिंतन का अवसर भी है।

☞ भगवान श्री गणेश का पूजन हमें सिखाता है कि जीवन की हर नई शुरुआत विवेक, बुद्धि और शुद्धता से की जानी चाहिए ।

☞ मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाना और फिर उसे जल में विसर्जित करना यह संदेश देता है कि शरीर नश्वर है, परंतु आत्मा शाश्वत है।

☞ यह पर्व हमें अहंकार को त्यागने, ज्ञान को आत्मसात करने और हर परिस्थिति में धैर्य एवं संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा देता है।

☞ गणेश चतुर्थी हमें याद दिलाता है कि विश्वास, धैर्य और दृढ़ता से हर बाधा को पार किया जा सकता है।

~ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ,
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ ~

अर्थात घुमावदार सूंड वाले, विशाल शरीर वाले, जिनकी चमक करोड़ों सूर्यों के समान है; हे देव, हमारे कार्यों में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करें।

सभी पर कृपालु गणेश जी की कृपा दृष्टि बनी रहे। गजानन की असीम कृपा सबके जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आए, यही मनोकामना है।

पुनः सभी को गणेश उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ !!

॥ ॐ गं गणपतये नम: ॥

24/08/2025

☞ उच्च जोखिम अवस्था व दुर्लभ सर्वाइकल लेयोमायोमा - "बहुत अच्छे से किया बेटा" !!

संस्कारों से जुड़ाव जड़ों का,
संग आशीर्वाद हमेशा बड़ो का !!

भरोसा और आशीर्वाद दिखाई नहीं देते, पर यह मिलकर असम्भव को भी सम्भव बना देते हैं।

ऐसा ही केस आया जिसमें अत्यधिक वजन व उच्च जोखिम महिला वर्षों से दुर्लभ सर्वाइकल लेयोमायोमा के कारण असहनीय तकलीफ से पीड़ित थी।

सर्वाइकल लेयोमायोमा, एक दुर्लभ मांसपेशी ट्यूमर है जो महिलाओं में गर्भाशय के निचले हिस्से, गर्भाशय ग्रीवा में बनता है। गर्भाशय के मुख्य भाग में फाइब्रॉएड होना आम बात है, लेकिन सर्वाइकल लेयोमायोमा दुर्लभ है।

अत्यधिक वजन व सर्वाइकल लेयोमायोमा की दुर्लभता के कारण उनका इलाज़ नहीं हो पा रहा था।

उच्च जोखिम अवस्थाएँ उपचार को चुनौतीपूर्ण जरूर बनाते हैं, किन्तु इन अवस्थाओं का पता लगा कर उपयुक्त उपचार किया जा सकता है।

महिला की उच्च जोखिम अवस्था समझते हुए सभी सावधानियों के साथ इस दुर्लभ रोग का जटिल सर्जरी द्वारा सफल उपचार किया गया।

पीड़ित महिला को वर्षों पुरानी तकलीफ से राहत मिली व उनका आशीर्वाद मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

उनके शब्दों "बहुत अच्छे से किया बेटा" ने भाव विभोर कर दिया व मन में सुखद यादों स्वरुप सदैव के लिए चिन्हित हो गए।

एक चिकित्सक के लिए उसके अथक परिश्रम का इससे बेहतर पुरस्कार नहीं हो सकता।

ऐसी ही जटिल, उच्च जोखिम व दुर्लभ अवस्थायों के उपचार निरंतर किये जा रहें हैं। जरुरत है तो जागरूकता की।

जागरूक रहें !! स्वस्थ रहें !!

सभी को 79वें स्वतंत्रता दिवस व 5252वें श्री कृष्ण जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें !!दोनों उत्सव अद्भुत व अलौकिक हैं। स्...
15/08/2025

सभी को 79वें स्वतंत्रता दिवस व 5252वें श्री कृष्ण जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें !!

दोनों उत्सव अद्भुत व अलौकिक हैं। स्वतंत्रता दिवस साहस और पराक्रम का उत्सव है तो श्री कृष्ण जन्माष्टमी आस्था और आनंद का उत्सव।

मन में स्वतंत्रता, शब्दों में विश्वास, संस्कृति पर गर्व, मानवता व देश के प्रति अतुल्य प्रेम हमारी शक्ति है। इसी शक्ति के गौरवमयी प्रतीक स्वतंत्रता दिवस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!

इस शुभ अवसर पर श्री कृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव भी मनाया जा रहा है। सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की भी हार्दिक शुभकामनाएं !!

भगवान श्री कृष्ण का जीवन हमें मन, वचन और कर्म से सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश देता है।

~ कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ~

हमारा कर्म करने में ही अधिकार है, उसके फलों में नहीं। जब खुशी से कार्य किया जाए, तो कार्य ही प्रतिफल बन जाता है।

श्री कृष्ण के आदर्शों व कर्मयोग के उपदेश को आत्मसात करें व संविधान के उच्च आदर्शों को स्मरण करते हुए देश की एकता, अखण्डता एवं संप्रभुता को बनाये रखने का संकल्प लें ।

सभी को पुनः स्वतंत्रता दिवस व श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं !!

जय हिन्द !! जय भारत !!

रक्षाबंधन की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!भाई-बहन का प्रेम अजर-अमर है, स्नेह का यह बंधन अनंत काल तक इस पवित्र रिश्ते को न...
09/08/2025

रक्षाबंधन की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं !!

भाई-बहन का प्रेम अजर-अमर है, स्नेह का यह बंधन अनंत काल तक इस पवित्र रिश्ते को नव शक्ति, आनंद और शुभत्व के प्रकाश से आलोकित करता रहे।

किसी भी परिस्थिति में भाई बहिन का एक दूसरे की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना एवं प्रतिज्ञा की तरह इसका सदैव पालन करना रक्षाबंधन है।

"राखी" बांधना विचार, शब्द और कर्म में शुद्धता व पवित्रता के बंधन का प्रतीक है, क्रोध, लोभ, मोह, तृष्णा, अहंकार एवं ईर्ष्या जैसे विकारों पर विजय पाने का प्रतीक है।

"अभिषेक" तिलक करना "आत्म-चेतना" के प्रति जागरूकता लाने का प्रतीक है - अर्थात आत्मा व दिव्य ऊर्जा होने का एहसास दिलाना।

बहनों को स्नेह, उनके मान-सम्मान की रक्षा की मंगलकामना और भाइयों को सुदीर्घ जीवन की मंगलकामनाओं के साथ भाई-बहन के अटूट विश्वास और अगाध प्रेम को समर्पित रक्षाबंधन की सभी को अनंत शुभकामनाएं।

☞ महिला Stress Urinary उपचार - TOT प्रक्रिया !!मन उलझा रहे सवालों में,असमंजस और ख्यालों में,आओ थोड़ी बातें कर लें,थोड़ी सी...
27/07/2025

☞ महिला Stress Urinary उपचार - TOT प्रक्रिया !!

मन उलझा रहे सवालों में,
असमंजस और ख्यालों में,
आओ थोड़ी बातें कर लें,
थोड़ी सी मुलाकातें कर लें...

ज्यादातर महिलाएं अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का ज़िक्र करने में संकोच महसूस करती हैं।

महिलाओं में Stress Urinary Incontinence ऐसी ही समस्या है, जिसका वो जिक्र नहीं करती किन्तु जो उनके जीवन की गुणवत्ता को काफी हद तक प्रभावित करती है।

Stress Urinary Incontinence यानी मूत्र का अनैच्छिक रिसाव, जो खाँसने, छींकने, हँसने या व्यायाम करने जैसी पेट के अंदर दबाव बढ़ाने वाली गतिविधियों के दौरान होता हैं।

ट्रांसोबट्यूरेटर टेप (TOT) प्रक्रिया, महिलाओं में इस असंयम के प्रबंधन में की जाने वाली प्रभावी सर्जिकल तकनीक है। TOT उपचार निरंतर किये जा रहे हैं, जरुरत है तो जागरूकता की।

महिलाओं को अपनी समस्याओं के प्रति झिझकने की जरुरत नहीं है, समस्या जो भी हो अपने चिकित्सक को निसंकोच बताएं।

जागरूक रहें !! स्वस्थ्य रहें !!

☞ जटिल गर्भाशय उपचार : पीड़ित महिला में 30 से अधिक रसोली गांठों का सफल उपचार !!अक्सर यह गलत धारणा है कि महिलाओं में अत्यध...
13/07/2025

☞ जटिल गर्भाशय उपचार : पीड़ित महिला में 30 से अधिक रसोली गांठों का सफल उपचार !!

अक्सर यह गलत धारणा है कि महिलाओं में अत्यधिक रसोली गांठों का इलाज़ उनके गर्भाशय को निकाल कर ही किया जा सकता है।

ऐसा ही केस आया जहाँ 35 वर्षीया निःसंतानता से पीड़ित महिला के गर्भाशय में अत्यधिक रसोली गाँठें होने के कारण कई सारे प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों ने उनके गर्भाशय को निकालना ही अंतिम उपाय बता दिया था।

गर्भाशय निकालना यानी महिला की माँ बनने के सपने को आजीवन तोड़ देना।

कहते हैं, जब मेहनत आदत बन जाए तो सफलता मुक़द्दर बन जाती है।

घंटो चली जटिल सर्जरी द्वारा पीड़ित महिला के गर्भाशय में से 30 से भी अधिक रसोली गांठों को, गर्भाशय को किसी भी प्रकार की बिना क्षति पहुचायें, सफलतापूर्वक निकाला गया।

बताते हुए प्रसन्नता हो रही है की महिला की माँ बनने की आशा बनी रहेगी।

उपचार उपरांत पीड़ित महिलाओं व उनके प्रियजनों की मुस्कान ही सच्चा पुरस्कार है, जो और अधिक प्रयत्न के लिए प्रोत्साहित करती है। यह प्रयत्न जारी रहेंगे।

जब महिलाओं व उनके परिवारों को किन्ही स्वास्थ्य कारणों से मायूस देखती हूँ, कुछ पंक्तियाँ सदैव याद रखती हूँ :

कहीं बरसते बादल होंगे,
कहीं धुप कड़कती होगी,
फिर भी किसी के सीने में,
कोई उम्मीद तो धड़कती होगी।

आलस का आँचल छोड़,
परिश्रम से प्यास बुझानी है,
निरंतरता की नींव पर,
लिखनी नयी कहानी है।

जो तंज कसे ये दुनिया
तो बहरे बन जाना है,
बस लक्ष्य के किसी के,
सपने संजोते जाना है।

फूलों से लगने लगेंगे,
पथ भी ये पथरीले,
हाथों की ये लकीरें हैं,
चल बदल दें धीरे-धीरे।।

स्वस्थ्य रहें, मुस्कुराते रहें....जय हिन्द, जय भारत !!

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Dr. Priti IVF & Fertility Center/Shriram Women And Child Hospital
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I am a Surgeon who specializes in Obstetrics, Gynaecology, Infertility Treatment, Laparoscopic & Cancer Surgeries.

I have done MBBS, MS (Obs & Gynae), DNB (Obs & Gynae), MRCOG1 (London), FMAS (Mumbai), Fellowship in Infertility (IVF), FGO (GCRI, Ahmedabad) to name a few.