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29/04/2025

गर्मी में हार्ट को खतरा: कारण और बचाव के उपाय
गर्मी का मौसम सिर्फ त्वचा या डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं ही नहीं लाता, बल्कि यह आपके Heart Health के लिए भी गंभीर खतरा बन सकता है। यदि समय रहते सही उपाय न किए जाएं तो Heart Disease का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। आइए जानते हैं गर्मियों में हार्ट पर असर डालने वाले कारण और उनसे बचाव के उपाय।

गर्मी में हार्ट को खतरा किन कारणों से बढ़ता है?
1. डिहाइड्रेशन (Dehydration)
गर्मी में पसीने की अधिकता से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। डिहाइड्रेशन के कारण खून गाढ़ा हो सकता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है और हार्ट को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।

2. दिल पर दबाव (Pressure on Heart)
तेज गर्मी में शरीर का फ्लुइड वॉल्यूम घट जाता है। खून पतला हो जाता है और दिल को पूरे शरीर में खून पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। यह अतिरिक्त दबाव हार्ट संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है।

3. शरीर का तापमान मेंटेन करने में परेशानी
गर्मियों में शरीर को अपने तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है। इस प्रक्रिया में हार्ट पर भी बोझ बढ़ता है, जिससे थकान और हार्ट फेलियर जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।

4. दिल की धड़कन अनियमित होना (Arrhythmia)
गर्मी में सोडियम और पोटैशियम जैसे आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। इनकी कमी से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है, जिसे मेडिकल टर्म में Arrhythmia कहा जाता है। यह स्थिति कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकती है।

गर्मी में हार्ट को हेल्दी रखने के उपाय
गर्मी में हार्ट को सुरक्षित रखने के लिए कुछ जरूरी उपाय अपनाए जा सकते हैं:

1. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं। अगर आप ज्यादा पसीना बहाते हैं, तो पानी की मात्रा और बढ़ा दें। साथ ही नींबू पानी, नारियल पानी और बेल शरबत जैसे प्राकृतिक विकल्प भी लें।

2. तेज धूप से बचें
दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें। यदि बाहर जाना आवश्यक हो, तो छतरी या टोपी का इस्तेमाल करें और सनस्क्रीन लगाना न भूलें।

3. ढीले और हल्के कपड़े पहनें
गर्मी में सूती और हल्के रंगों वाले ढीले कपड़े पहनें, ताकि शरीर का तापमान नियंत्रित रहे और त्वचा को सांस लेने का मौका मिले।

4. शराब और कैफीन का सेवन सीमित करें
शराब और अत्यधिक कैफीन युक्त पेय पदार्थ डिहाइड्रेशन को बढ़ाते हैं, जिससे हार्ट पर दबाव पड़ सकता है। गर्मी में इनसे दूरी बनाना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।

निष्कर्ष
गर्मी का मौसम अपने साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है, जिनमें हार्ट से जुड़ी समस्याएं भी प्रमुख हैं। सही जानकारी और सावधानी के जरिए इन खतरों से बचा जा सकता है। अगर आप पहले से किसी हार्ट Disease जैसे ब्लड प्रेशर, कार्डियक अरेस्ट आदि से जूझ रहे हैं, तो इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतना जरूरी है।

स्वस्थ जीवन के लिए आयुर्वेदिक उपाय और प्राकृतिक जीवनशैली को अपनाइए।

29/04/2025

“शरीर बोलता है… सवाल ये है कि क्या आप सुनते हैं?”

हर बड़ी बीमारी से पहले शरीर धीरे-धीरे इशारा करता है, लेकिन हम इतने व्यस्त हैं कि उसे नजरअंदाज़ कर देते हैं।

ये लक्षण छोटी बातें नहीं हैं – ये आपकी सेहत की भाषा है:

1. नींद ठीक नहीं आती?
•हो सकता है: तनाव (stress), थायरॉइड, डिप्रेशन या ब्लड
शुगर इम्बैलेंस
•लगातार अनिद्रा = हार्ट डिज़ीज़ का खतरा

2. बार-बार सिरदर्द?
•कारण: डिहाइड्रेशन, हाई बीपी, स्क्रीन ओवरलोड, माइग्रेन या
साइनस
•अगर रोज़ हो रहा है – जाँच ज़रूरी है

3. गैस, अपच, पेट भारी?
•संकेत: फैटी लिवर, खराब गट हेल्थ, एसिडिटी या हेलिकोबैक्टर
इन्फेक्शन
•पाचन गड़बड़ = पूरे शरीर का असंतुलन

4. हाथ-पैरों में झनझनाहट या कमजोरी?
•हो सकता है: B12 की कमी, डायबिटीज़ की शुरुआत या नसों में
सूजन

5. बाल झड़ना या स्किन ड्राई रहना?
•अक्सर: थायरॉइड, आयरन या विटामिन D की कमी का इशारा

6. मुंह में बार-बार छाले?
•यह सिर्फ गर्मी नहीं — पाचन की खराबी, फोलिक एसिड या
विटामिन B12 की कमी / स्ट्रेस का परिणाम हो सकता है

7. बार-बार थकान, कोई वजह नहीं?
•ये सिर्फ कमजोरी नहीं — लीवर, हार्ट या हार्मोनल गड़बड़ी का
संकेत हो

29/11/2024

सफर के दौरान आमला साथ रखे, हर खाने से पहले सलाद में एक आमला खाये.

26/11/2024

Yearly tip♤

Every year before winter season,one must try this Cholesterol control juice of five powerful ingredients namely:
Garlic
Ginger
Lemon
Honey
Apple Vinegar

Gives wonderful results in 3 days.
Tried and tested

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Chandigarh

26/11/2024

जब भी गले, पेट या खून में कोई इन्फेक्शन लगे,2- 2 गोली गिलोय सुबह शाम ले.

26/11/2024

*हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज और परहेज।*

1 हार्ट ब्लॉकेज (Heart Blockage)
2 हार्ट ब्लॉकेज क्या है? (What is Heart Blockage?)
3 हार्ट ब्लॉकेज होने के कारण (Heart Blockage Causes)
3.1 स्टेबल ब्लॉक (Stable Plaque)
3.2 अनस्टेबल ब्लॉक (Unstable Plaque)
4 हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण (Heart Blockage Symptoms)
5 हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
5.1 हार्ट ब्लॉकेज के लिए देसी इलाज अर्जुन वृक्ष की छाल (Arjun Tree Bark: Home Remedy for Heart Blockage Treatment in Hindi)
5.2 दालचीनी से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार (Dalchini: Home Remedy for Heart Blockage Prevention in Hindi)
5.3 अलसी से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का इलाज (Alsi: Home Remedies to Treat Heart Blockage in Hindi)
5.4 हार्ट ब्लॉकेज का देसी इलाज अनार से (Anar: Home Remedy to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
5.5 लाल मिर्च से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का देसी उपचार (Red Chilly:Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
5.6 लहसुन का सेवन कर हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार (Garlic:Home Remedies for Heart Blockage Prevention in Hindi)
5.7 हल्दी का सेवन कर हार्ट ब्लॉकेज का इलाज (Turmeric:Home Remedies to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
5.8 हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए नींबू का प्रयोग (Lemon:Home Remedies for Prevent Heart Blockage Problem in Hindi)
5.9 हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार अंगूर से (Grapes:Home Remedy for Heart Blockage Prevention in Hindi)
5.10 हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए अदरक का इस्तेमाल (Ginger: Home Remedy to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
5.11 हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का देसी इलाज तुलसी से (Tulsi: Home Remedies to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
5.12 हार्ट ब्लॉकेज का देसी इलाज लौकी से (Gourd:Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
6 हार्ट ब्लॉकेज की रोकथाम के लिए आपका खानपान (Your Diet in Heart Blockage Problem)
6.1 संतृप्त/ट्रांस फैट से बचें
6.2 शक्कर आदि का सेवन ना करें
6.3 नमक
7 हार्ट ब्लॉक की रोकथाम के लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Prevention Heart Blockage Problem)
7.1 धूम्रपान
7.2 तनाव घटाएँ
8 हार्ट ब्लॉक होने पर कब डॉक्टर से सम्पर्क करें? (When to Contact Doctor in Heart Blockage Problem?)

हार्ट ब्लॉकेज (Heart Blockage)
हार्ट ब्लॉकेज की समस्या दिल की धड़कन से जुड़ी एक बीमारी है। हार्ट ब्लॉकेज में मनुष्य की धड़कन सुचारू रूप से काम करना बंद कर देती है। इस दौरान धड़कन रुक-रुक कर चलती है। कुछ लोगों में हार्ट ब्लॉकेज की समस्या जन्म के साथ ही शुरू हो जाती है जबकि कुछ लोगों में बड़े होने पर यह समस्या विकसित होती है। हार्ट ब्लॉकेज की समस्या बच्चों से लेकर वृद्धावस्था में किसी भी उम्र में हो सकती है लेकिन मध्यावस्था में मतलब 30 वर्ष के बाद ज्यादा देखने को मिलता है।

प्रायः देखा जाता है कि हार्ट ब्लॉकेज की समस्या में लोग बहुत घबरा जाते हैं और कई तरह की कोशिश करते हैं ताकि हार्ट में हुआ ब्लॉकेज खुल जाए, लेकिन कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है। ऐसे में रोगी आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाकर हार्ट के ब्लॉकेज को खोल सकते हैं। आयुर्वेद में हार्ट ब्लॉकेज को खोलने के लिए कई सारे घरेलू उपाय (home remedies for heart blockage) बताए गए हैं, जिनसे आप लाभ ले सकते हैं। आइए सभी के बारे में जानते हैं।

हार्ट ब्लॉकेज क्या है? (What is Heart Blockage?)
जब हृदय में स्थित धमनियों की दीवारों में कफ धातु जमा हो जाता है तो उससे पैदा होने वाला विकार को ह्रदय प्रतिचय या हार्ट ब्लॉकेज कहते हैं। आधुनिक रहन-सहन और खाने-पीने की आदतों के चलते अधिकांश लोगों में हार्ट ब्लॉकेज की समस्या आम होती जा रही है। इसके अलावा हार्ट ब्लॉकेज की समस्या जन्मजात भी होती है। जन्मजात ब्लॉकेज की समस्या को कॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉकेज (Congenital heart blockage) कहते हैं जबकि बाद में हुई समस्या को एक्वायर्ड हार्ट ब्लॉकेज (acquired heart blockage) कहते हैं। हार्ट ब्लॉकेज को जाँचने के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (electro cardiogram) यानि ईसीजी टेस्ट किया जाता है।

कोरोनरी आर्टरीज (धमनी) में किसी भी तरह की रुकावट के कारण हृदय में रक्त की आपूर्ति प्रभावित होती है। इससे रक्त के थक्के बनने लगते हैं, जिसके कारण दिल का दौरा पड़ता है। इसे एक्यूट मायोकार्डियल इंफार्कशन कहा जाता है।

हार्ट ब्लॉकेज होने के कारण (Heart Blockage Causes)
ब्लॉक्स, कोलेस्ट्रॉल, फैट, फाइबर टिश्यू और सफेद रक्त सेल्स का मिश्रण होता है, जो धीरे-धीरे नसों की दीवारों पर चिपक जाता है तो इससे हार्ट ब्लॉक होने लगता है। ब्लॉक का जमाव उसके गाढ़ेपन और उसके तोड़े जाने की प्रवृत्ति (नेचर) के अनुसार अलग-अलग तरह के होते हैं। अगर यह गाढ़ापन और सख्त होता है तो ऐसे ब्लॉक को स्टेबल कहा जाता है और यदि यह मुलायम होगा तो इसे तोड़े जाने के अनुकूल माना जाता है और इसे अनस्टेबल ब्लॉक कहा जाता है। यह रोग कफप्रधान वातदोष से होता है।

स्टेबल ब्लॉक (Stable Plaque)
इस तरह का ब्लॉक धीरे-धीरे बढ़ता है। ऐसे में रक्त प्रवाह को नई आर्टरीज (Artries) का रास्ता ढूंढ़ने का मौका मिल जाता है, जिसे कोलेटरल वेसेल (Collateral Vessal) कहते हैं। ये वेसेल ब्लॉक हो चुकी आर्टरी को बाईपास कर देती है और दिल की मांसपेशियों तक आवश्यक रक्त और ऑक्सीजन पहुंचाती है। स्टेबल ब्लॉक से रूकावट की मात्रा से कोई फर्क नहीं पड़ता, ना ही इससे गंभीर दिल का दौरा पड़ने की संभावना होती है।
अनस्टेबल ब्लॉक (Unstable Plaque)
अस्थाई ब्लॉक में, ब्लॉक के टूटने पर, एक खतरनाक थक्का बन जाता है और कोलेटरल को विकसित होने का पूरा समय नहीं मिल पता है। व्यक्ति की मांसपेशियां (Muscle) गंभीर रूप से डैमेज हो जाती हैं। कई बार इससे रोगी को अचानक दिल का दौरा पड़ जाता है या रोगी कार्डिएक डेथ (Sudden Cardiac death) का शिकार हो जाता है।

हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण (Heart Blockage Symptoms)
हार्ट ब्लॉकेज अलग-अलग स्टेज पर होता है। प्रथम या शुरुआती स्टेज में कोई खास लक्षण नहीं होते। सेंकेंड स्टेज में दिल की धड़कन सामान्य से थोड़ी कम हो जाती है और थर्ड स्टेज में दिल रुक-रुक कर धड़कना शुरू कर देता है। सेकेंड या थर्ड स्टेज पर दिल का दौरा भी पड़ सकता है इसलिए इसमें तुरन्त इलाज की ज़रूरत होती है। हार्ट ब्लॉकेज के अन्य लक्षण निम्न हैं-

बार-बार सिरदर्द होना
चक्कर आना या बेहोश हो जाना
छाती में दर्द होना
सांस फूलना
छोटी सांस आना
काम करने पर थकान महसूस हो जाना
अधिक थकान होना
बेहोश होना
गर्दन, ऊपरी पेट, जबड़े, गले या पीठ में दर्द होना
अपने पैरों या हाथों में दर्द होना या सुन्न हो जाना
कमजोरी या ठण्ड लगना।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए घरेलू उपाय (Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
आप हार्ट ब्लॉकेज को रोकने के लिए ये घरेलू उपाय कर सकते हैंः-

हार्ट ब्लॉकेज के लिए देसी इलाज अर्जुन वृक्ष की छाल (Arjun Tree Bark: Home Remedy for Heart Blockage Treatment in Hindi)
हार्ट से जुड़ी बीमारियों जैसे कि हाई कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, आर्टरी में ब्लोकेज और कोरोनरी आर्टरी डीजीज के इलाज में अर्जुन वृक्ष की छाल फायदा पहुंचाता है। यह कोलेस्ट्रोल लेवल को नियमित रखता है और दिल को मजबूत करता है। बेकार कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में इस औषधि का इस्तेमाल होता है। आयुर्वेद के अनुसार इसका इस्तेमाल हार्ट ब्लोकेज में किया जा सकता है। इसकी छाल में प्राकृतिक ओक्सिडाइजिंग तत्व होते हैं।

दालचीनी से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार (Dalchini: Home Remedy for Heart Blockage Prevention in Hindi)
हार्ट ब्लोकेज में काम आने वाली यह एक बढ़िया औषधि है। यह बेकार कोलेस्ट्रॉल को शरीर से कम करती है और हार्ट को मजबूती प्रदान करती है। इसमें भी ओक्सिडाइजिंग तत्व होते हैं। इसके नियमित इस्तेमाल से सांसों की तकलीफ दूर होती है और दिल की बीमारियाँ कम होती है।

अलसी से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का इलाज (Alsi: Home Remedies to Treat Heart Blockage in Hindi)
अलसी के बीज रक्तचाप और सूजन को कम करने में आपकी मदद करते हैं। यह अल्फालिनोलेनिक एसिड (ALA) के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। यह बंद धमनियों को साफ रखने और पूरे दिल के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है।

इसके अलावा, अलसी में मौजूद बहुत अधिक मात्रा में फाइबर एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को धमनियों को साफ करने में मदद करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए आप एक चम्मच अलसी के बीज की नियमित रूप से पानी के साथ लें। इसके अलावा आप इसको जूस, सूप या स्मूदी में मिलाकर भी ले सकते हैं।

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हार्ट ब्लॉकेज का देसी इलाज अनार से (Anar: Home Remedy to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
इसमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में धमनियों की परत को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है। रोजाना एक कप अनार के रस का सेवन करें।

लाल मिर्च से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का देसी उपचार (Red Chilly:Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
इसमें मौजूद कैप्सेसिन नामक तत्व खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल ऑक्सीकरण से बचाता है। यह रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जो बंद धमनियों के मुख्य कारणों में से एक है। इसके अलावा यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने और दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम करने में मदद करता है।

गर्म पानी के एक कप में आधा या एक चम्मच लाल मिर्च मिलाकर, कुछ हफ्तों के लए इसे नियमित रूप से लें। इसके अलावा आप चिकित्सक की सलाह से लाल मिर्च के सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।

लहसुन का सेवन कर हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार (Garlic:Home Remedies for Heart Blockage Prevention in Hindi)
यह बंद धमनियों को साफ करने के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है। यह रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने और रक्त परिसंचरण में सुधार में मदद करता है। लहसुन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और दिल के दौरे या स्ट्रोक का खतरा कम करने में मदद करता है।

समस्या होने पर तीन लहसुन की कली को काटकर एक कप दूध में मिलाकर उबाल लें। थोड़ा सा ठण्डा होने पर इसे सोने से पहले पीयें। इसके अलावा, अपने आहार में लहसुन को शामिल करें।
हल्दी का सेवन कर हार्ट ब्लॉकेज का इलाज (Turmeric:Home Remedies to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
हल्दी बंद धमनियों को खोलने का कार्य करता है। करक्यूमिन, हल्दी में रहने वाला मुख्य घटक है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लामेटरी गुण खून को जमने में रोकती है। गर्म दूध में रोजाना हल्दी मिलाकर सेवन करना चाहिए।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए नींबू का प्रयोग (Lemon:Home Remedies for Prevent Heart Blockage Problem in Hindi)
नींबू विटामिन-सी से भरपूर एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो रक्तचाप में सुधार लाने और धमनियों की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, नींबू ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और रक्त प्रवाह में ऑक्सीडेटिंव के नुकसान को रोककर धमनियों को साफ करता है।

इसके लिए आप गुनगुने पानी के एक गिलास में थोड़ा सा शहद, काली मिर्च पाउडर और एक नींबू का रस मिला लें। कुछ हफ्तों के लिए दिन में एक या दो बार लें।

हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का उपचार अंगूर से (Grapes:Home Remedy for Heart Blockage Prevention in Hindi)
अंगूर स्वादिष्ट और सेहतमंद दोनों होता है। अंगूर में कैलोरिज, फाइबर के साथ-साथ विटामिन-सी, विटामिन-ई और विटामिन-के भरपूर मात्रा में होता है। अंगूर के रोजाना सेवन से उम्र भी बढ़ती है क्योंकि यह नई टिश्यू के निर्माण में सहायक है जिससे आप पर बुढ़ापे का असर धीरे-धीरे और कम होता है।

हार्ट ब्लॉकेज खोलने के लिए अदरक का इस्तेमाल (Ginger: Home Remedy to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
अदरक एक लाभकारी औषधि है जिसमें कई सारे गुण होते हैं। इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।

हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का देसी इलाज तुलसी से (Tulsi: Home Remedies to Treat Heart Blockage Problem in Hindi)
तुलसी के 25-30 पत्तोंं का रस, 1 नींबू तथा थ़ोड़ा सा शहद (अगर ड़ायबिटीज नहीं है तो) थ़ोड़ी मात्रा में चाटें या पानी में मिलाकर पियें।

हार्ट ब्लॉकेज का देसी इलाज लौकी से (Gourd:Home Remedies for Heart Blockage Treatment in Hindi)
दिल का दौरा का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए ब्लड एसिडिटी को क्षारिय वस्तुएं खाने की सलाह दी जाती है। इसे खाने से ब्लड में अम्लता घट जाती है और ब्लॉकेज खुल जाता है। ऐसे में लौकी की सब्जी और लौकी का जूस फायदेमंद है, जो रक्त की अम्लता कम करती हे।

लौकी के जूस में तुलसी की पत्तियां मिलाकर पिया जा सकता है। तुलसी की पत्ती में क्षारीय गुण होते हैं। इसके अलावा पुदीना भी मिला कर पीने पर लाभ मिलता है। इसके स्वाद को बदलने के लिए आप सेंधा नमक मिला सकते हैं इससे कोई हानि नहीं होगी।

हार्ट ब्लॉकेज की रोकथाम के लिए आपका खानपान (Your Diet in Heart Blockage Problem)
हार्ट ब्लॉक की समस्या ना हो इसके लिए आपका खानपान ऐसा होना चाहिएः-

संतृप्त/ट्रांस फैट से बचें
भोजन में कम से कम ऑयल, डाल्डा या घी से बचें। इनका ज्यादा सेवन धमनियों के ऊपर एक परत के रूप में जम जाता है और रक्त के प्रवाह पर असर डालता है।

शक्कर आदि का सेवन ना करें
मीठा सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रोल का स्तर बहुत बढ़ सकता है। इससे रक्त के थक्के या रक्त का गाढ़ापन हो सकता है जो शरीर के लिए घातक साबित होता है।

नमक
नमक का सेवन कम करें ताकि हाइपरटेंशन पर नियंत्रण रहे।

हार्ट ब्लॉक की रोकथाम के लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Prevention Heart Blockage Problem)
हार्ट ब्लॉक ना हो इसके लिए आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-

धूम्रपान
धूम्रपान का सेवन ना करें क्योंकि इसका सीधा प्रभाव दिल की धमनियों पर पड़ता है।

तनाव घटाएँ
रोजाना 7-8 घण्टे की नींद लें तथा चिंता कम से कम करें।

हार्ट ब्लॉक होने पर कब डॉक्टर से सम्पर्क करें? (When to Contact Doctor in Heart Blockage Problem?)
हार्ट ब्लॉक होने के ये लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से तुरंत सम्पर्क करना चाहिएः-

छाती के बीचों-बीच दर्द होना और कुछ मिनट तक इसका बने रहना।
छाती पर असहज दबाव महसूस होने
कंधे में दर्द और दर्द का गर्दन और बाएं हाथ तक फैलना। यह दर्द हल्का या जोर से भी हो सकता है। इसके कारण कड़ापन या भारीपन महसूस हो सकता है। यह सीने, पेट के ऊपरी भाग, गर्दन, जबड़े और बाजुओं में अंदर भी हो सकता है।
बेचैनी या ज्यादा पसीना आना
उल्टी या दस्त होना

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*🪷🪷।। शुभ वंदन ।।🪷🪷*
*🪷🪷प्रेषक: डॉ दर्शन बांगि
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
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23/11/2024

दवा रहित जीवन💫
1. जल्दी सोना और जल्दी उठना दवा है।
2. Om या राम राम का j*p दवा है।
3. योग प्राणायाम और व्यायाम दवा है।
4. सुबह-शाम टहलना भी दवा है।
5. उपवास सभी बीमारियों की दवा है।
6. सूर्य का प्रकाश भी दवा है।
7. Matka पानी पीना भी दवा है।
8. ताली बजाना भी दवा है।
9. खूब चबाना भी दवा है।
10. भोजन की तरह चबाकर पानी पीना भी दवा है।
11. After meal वज्रासन में बैठना दवा है।
12. खुश रहने का निर्णय भी दवा है।
13. कभी-कभी मौन भी दवा है।
14. हंसी-मजाक दवा है।

15. संतोष भी दवा है।

16. मन और शरीर की शांति दवा है।
17. ईमानदारी व सकारात्मकता दवा है।
18. निस्वार्थ प्रेम, भावना भी दवा है।
19. सबका भला करना भी दवा है।
20. ऐसा कुछ करना जिससे किसी की दुआ मिले, वह दवा है।
21. सबके साथ मिलजुल कर रहना दवा है।
22. परिवार के साथ खाना-पीना और घुलना-मिलना भी दवा है।
23. आपका हर सच्चा और अच्छा दोस्त भी बिना पैसे के पूरा मेडिकल स्टोर है।
24. मस्त रहें, व्यस्त रहें, स्वस्थ रहें और खुशमिजाज रहें, यह भी दवा है।
25. हर नए दिन का भरपूर आनंद लेना भी दवा है।

26. प्रकृति की *"महानता"* को समझना भी दवा है।
27. ये सभी औषधियाँ बिल्कुल *निःशुल्क* उपलब्ध हैं ।
*सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामयाः*

*हमारे रसोईघर की ताकत...**यहाँ बताये सभी उपाय परिणाम अनुभूत हैं, जिनका लाभ स्वयं लोगो ने लेकर अपने अनुभव साझा किए है!**म...
08/05/2024

*हमारे रसोईघर की ताकत...*
*यहाँ बताये सभी उपाय परिणाम अनुभूत हैं, जिनका लाभ स्वयं लोगो ने लेकर अपने अनुभव साझा किए है!*

*मासिक धर्म न आये तो...*
कलौंजी, काला तिल, अजवाइन, मेथी, गुड़, काढ़ा बनाकर दिन में 3 बार ले!

*रक्त बहता हो तो...*
चुटकी भर फिटकरी,पानी में उबाल कर पिये!

*मूत्र नली में पथरी अटकी हो...*
अजवाइन उबाल कर पियें,
30 मिनट बाद चुटकी भर फिटकरी उबाल कर पियें,
30 मिनट बाद छोटी इलायची आधा चम्मच उबाल कर पियें।

*डॉक्टर ने गर्भाशय निकलवाने को बोला हो...*
जीरा धनिया और मुलेठी को बराबर मात्रा में उबाल कर पिये!

*गैस बहुत बनती हो....*
धनिया जीरा मुलेठी का काढ़ा बनाकर दिन में 3 बार।

*गर्भाशय बाहर आ जाये...*
चिरायता पियें एवं चिरायता का लेप लगाएं!
मेथी के लड्डू बनाकर सुबह शाम खाएं!

*कब्ज रहती हो...*
अजवाइन का काढ़ा बनाकर, घी मिलाकर पिये!

*बच्चो को कब्ज हो...*
गर्म दूध में 5 बून्द एरण्ड तेल डालकर पिलाये!

*बाल उगाने के लिए...*
नारियल भस्म को नारियल तेल में डालकर लगाए!

*बुखार हो जाने पर...*
हल्दी, कालीमिर्च, सोंठ, तूलसी, दालचीनी काढ़ा बनाकर दिन में 3 बार दें!

*शुगर बहुत ज्यादा हो तो...*

*जब शुगर कंट्रोल न हो, बहुत ज्यादा हो...*
लहसुन 1 कली, मेथी पाउडर 1/4 चम्मच, दालचीनी 1/4 चम्मच, त्रिफला 1/4 चम्मच, हल्दी 1/4 चम्मच, काली मिर्च 1/4 चम्मच एक कप पानी मे डालकर उबाले आधा रह जाये ठंडा करके दिन में 10 बार बनाकर पिये!

*शुगर कंट्रोल करने के लिए + एडवांस पाउडर.....*
धनिया, मेथी, सफेद बबुल गोंद, आंवला काढ़ा बनाकर दिन में 3-4 बार दें!

*मूत्र रुक रुक कर आये तो.....*
सोंफ, धनिया, मिश्री का काढ़ा बनाकर ठंडा करके दिन में 3 बार।

*हड्डियों में दर्द हो...*
दालचीनी अर्जुनछाल ,हल्दी ,मेथीदाना, अजवाइन, सोंठ, पाउडर बनाकर सुबह शाम लें!

1/4 लहसन की कली, दूध में उबालकर, 1/2 चम्मच घी, गुड़ डालकर दिन में 3 बार लें!

*मालिश के लिए तेल...*
सरसो तेल 250, तिल तेल 50 ग्राम, 8 कली लहसुन, अजवाइन, सोंठ, दालचीनी गर्म करके कांच की बोतल में रखें, हर बार गुनगुना करके मालिश करें दिन में 2 बार!

*मिर्गी की समस्या...*
10 ग्राम लहसुन, 30 ग्राम काले तिल, मिलाकर रोज सुबह 21 दिन तक खिलाएं
नाक में देशी गाय का घी डालें
शाम दुब घास के रस में चुना लें

*दाद की समस्या...*
नारियल के तेल में , भीमसेनी कपुर, फिटकरी और सुहागा मिलाकर लगाएं दिन में 2 बार!

*सफेद दाग की समस्या...*
काले तिल 1 चम्मच, 1 चम्मच बाबची बीज का चूर्ण मिलाकर 1-1 चम्मच सुबह शाम खाएं

तिल के तेल में तुलसी के पत्ते डालकर गर्म करके दिन में 4-5 बार लगाए!

*हाथ मे सूजन और दर्द...*

सोंठ और गुड़ का काढ़ा बनाकर दिन में 2 बार पिलाये
हल्दी औऱ सरसो का लेप लगाएं!

*कमर दर्द की समस्या में...*
आधा चम्मच सोंठ और आधा चम्मच मेथीदाना, दूध ।के उबालकर पिये!

*कील मुहांसे, दाग धब्बे, झाईयां, चेहरे की रौनक झुर्रियां, पिम्पल, बाल झड़ना, फोड़े फुंसी, सिर दर्द, शरीर की गर्मी, ल्यूकोरिया, मासिक धर्म की सभी समस्या.....*
ताजे देशी गुलाब के फूल की पंखुड़ी, कपड़े से ढककर सुखाये, अनार के छिलके 1 घण्टे धूप में रखे फिर कपड़ा डालकर सुखायें, पाउडर बनाएं
दोनो को मिलाकर 1 गिलास रात पानी मे भिगोये, सुबह आधा रहने तक उबाले, ठंडा करके 1 चम्मच शहद मिलाकर सुबह शाम खाली पेट पिए!

*माइग्रेन (आधा शीशी की समस्या), सिर दर्द, कब्ज, आँख की रोशनी, खांसी की समस्या होने पर...*
आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर, 2 चम्मच बादाम पाउडर, 1 चम्मच घी, मिश्री, 2 कप दूध उबाले रात में पियें।

*दुबलापन, रक्ताल्पता में.....*
50 ग्राम जौ को पानी मे भिगोकर सुबह छिलके उताकर, 500 ग्राम दूध में डालकर खीर बनाकर सेवन करें!

*गर्भावस्था में बुखार होने पर....*
काली मिर्च और काला नमक उबालकर पिलाये
मुलेठी पाउडर दूध में उबालकर दें!

*सर्दी खांसी जुखाम.....*
अदरक, अजवाइन और गुड़ मुह ने रखकर चूसे।

*भगन्दर, जलन, चुभन.....*
1 ग्राम फिटकरी का पाउडर उबालकर, खाने के बाद पियें!

*गले एव छाती में भारीपन महसूस होने पर....*

हल्दी, काली मिर्च, पानी मे डालकर उबाले गरारे करें एव पिये!
अदरक औऱ गुड़ चबाकर खाएं दिन में 3 बार...

कान में बहरापान, दर्द हो, आवाज आये, घण्टी बजे, कम सुनाई दे...

*नुस्खा 1.....*
आधा चम्मच शहद, अदरक का रस, नमक, तिल का तेल मिलाकर 2-2 बून्द कान में डालें दिन में 2 बार...

*नुस्खा 2....*
मदार के पीले पत्ते, अजवाइन, चिरचिटा, लहसुन, को सरसों के तेल में गर्म करें, इसे छानकर रखे 2 बून्द कान में डाले, बहरापन जड़ से खत्म होगा!

गुड़, घी, सोंठ मिलाकर 1 चम्मच रोज खाएं दिन में 2 बार हल्का गर्म करके!

*उच्च रक्तचाप होने पर....*
अर्जुनछाल, गोरखमुंडी, दालचीनी, मुलेठी सबको बराबर मात्रा में काढ़ा बनाये, गुड़ डालकर पिये, दिन में 2 बार!

*दमा.....*
सोंठ, दालचीनी, फुलाई फिटकरी, फुलाया सुहागा शहद में मिलाकर 2-2 चुटकी दिन में 4 बार दें!

*शीतपित्त.....*
5 चम्मच नारियल तेल, 2 चुटकी हल्दी, आधा नीम्बू का रस मिलाकर लगाए!

गुड़ और अदरक और घी मिक्स करके खाये.!

*संडास में झाग एव चिकनाई आये, गैस बने तो...*
दूध में घी डालकर पिये।
बिल्वादी चूर्ण खाने से 15 मिनट पहले 1-1 चम्मच।

*गुहेरी...*
ऊगली को घिसकर लगायें।
तुलसी की पत्ती का रस लगाए।

*मूत्र में खून आना एवं जलन होने पर...*
1/4 हल्दी, 1/4 आंवला पाउडर, 1/4 फिटकरी पानी मे उबालकर आधा रह जाये तब ठंडा करके पिये दिन में 4 बार बनाकर।

*एक्जिमा....*
हल्दी और एरण्ड का तेल मिलाकर लगाएं।

*क्रेटिनाइन और यूरिया ज्यादा हो तो....*
नीम पत्ते, पीपल पत्ते, तुलसी पत्ते, और एलोवेरा चटनी बनाकर खाएं
पुनर्नवा का काढ़ा पिये।

*स्वप्नदोष की समस्या में...*
मुलेठी, आंवला, धनिया मिश्री चारो को बराबर मिलाकर दिन में दो बार चबाकर खाएं
दूध में छुआरा उबालकर खाएं.!

*शीघ्रपतन के लिये...*
दालचीनी और काले तिल का पाउडर शहद मिलाकर रात में खाएं।

*पुरुषों की जननेन्द्रिय की अक्षमताओं में.....*
रात्रि के समय में तिल के तेल को हल्का सा गुनगुना करके इंद्री के ऊपर मसाज करने से इंद्री के मसल में ग्रोथ होता है। इंद्री अधिक सक्षम हो जाती है।

*सामान्य प्रसव के लिए....*
गाय के दूध में शतावरी, घी, मुलेठी, थोड़ा हल्दी, मिश्री डालकर रोज रात में दूध पिये।

*स्तन में गांठ हों तो.....*
पान के पत्ते में एरण्ड का तेल लगाकर गर्म करके गांठ में लगाये।

*चूना सेवन करे।*

*योनि की समस्यायों में....*
फिटकरी के पानी से योनि में टाइटनस आता है।
महिलाओं को ऑर्गेज्म पहुंचाने में काफी आराम मिलता है।
महिला इसका उपयोग आसानी से कर सकती है और इसका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है।

*अचानक पैर या शरीर सुन्न हो जाये तो....*
सरसो के तेल में लहसुन, अजवाइन, मैथी डालकर मालिश करे
दूध में सोंठ डालकर पिलाये।

*अंडकोष में दर्द एवं सूजन में....*
एरण्ड तेल गुनगुना करके लगाए
गर्म दूध से सोंठ सेवन करे।

*श्वेत प्रदर में....*
पेठा और दूध मिलाकर रोज खाएं।

*दांत दर्द के लिए....*
लौंग के पानी एक कुल्ला करें।
दिन में 4-5 बार हल्दी, काला नमक, सरसो का तेल मिलाकर मंजन कराये।

*हाथ पैरों में जलन हो तो....*
देशी घी लगाएं
लौकी पीसकर लगाएं।

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06/04/2024

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ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें :1. बीपी: 120/802. नाड़ी : 70 -1003. तापमान : 36.8 - 374. श्वास : 12-165. हीमोग्लोबिन ...
06/04/2024

ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें :
1. बीपी: 120/80
2. नाड़ी : 70 -100
3. तापमान : 36.8 - 37
4. श्वास : 12-16
5. हीमोग्लोबिन : पुरुष 13.50 - 18
स्त्री 11.50 - 16
6. कोलेस्ट्रॉल : 130 - 200
7. पोटेशियम : 3.50 - 5
8. सोडियम : 135 - 145
9. ट्राइग्लिसराइड्स : 220
10. शरीर में खून की मात्रा : पीसीवी 30-40%
11. शुगर लेवल :
बच्चों के लिए 70-130
वयस्कों के लिए: 70 - 115
12. आयरन : 8-15 मिलीग्राम
13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC : 4000 - 11000
14. प्लेटलेट्स : 1,50,000- 4,00,000
15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC : 4.50 - 6 मिलियन
16. कैल्शियम : 8.6 -10.3 mg/dL
17. विटामिन D3 : 20 - 50 एनजी/एमएल।
18. विटामिन B12 : 200 - 900 पीजी/एमएल
*40/50/60 वर्ष वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुझाव :*
*पहला सुझाव:* प्यास या ज़रूरत न होने पर भी हर समय पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी के कारण होती हैं. प्रति दिन कम से कम 2 लीटर. *दूसरा निर्देश :* शरीर से जितना हो सके उतना काम करें, शरीर का मूवमेंट होना चाहिए.. जैसे चलना, तैरना, या किसी भी तरह का खेल.
*तीसरा टिप:* कम खाएं.. ज्यादा खाने की लालसा छोड़ें... क्योंकि इससे कभी अच्छा नहीं होता. अपने आप को वंचित मत करें, पर मात्रा कम करें. प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग करें.
*चौथी हिदायत :* वाहन का प्रयोग तब तक न करें जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो. यदि आप कहीं भी किराने का सामान लेने जा रहे हैं, किसी से मिल रहे हैं, या कोई काम कर रहे हैं, तो अपने पैरों पर चलने की कोशिश करें. लिफ्ट, एस्केलेटर का इस्तेमाल करने के बजाय सीढ़ियां चढ़ें.
*पाँचवां निर्देश :* गुस्सा छोड़ दें, चिंता करना छोड़ दें, बातों को इग्नोर करने की कोशिश करें. अपने आप को परेशानी वाली स्थितियों में शामिल न करें. वे सभी स्वास्थ्य को खराब करते हैं और आत्मा की महिमा को हर लेते हैं. सकारात्मक लोगों से बात करें और उनकी बात सुनें.
*छठा निर्देश :* सबसे पहले धन का मोह त्याग दें. अपने आसपास के लोगों से जुड़ें, हंसें और बात करें! पैसा जीवित रहने के लिए बनाया जाता है, जीवन पैसे के लिए नहीं.
*सातवाँ नोट :* अपने लिए, या किसी ऐसी चीज़ के बारे में खेद महसूस न करें जिसे आप हासिल नहीं कर सके, या ऐसी किसी चीज़ के बारे में जिसका आप सहारा न ले सकें. इसे अनदेखा करें और इसे भूल जाएं.
*आठवीं बात :* धन, पद, प्रतिष्ठा, शक्ति, सौंदर्य, जाति और प्रभाव; ये सब चीजें अहंकार को बढ़ाती हैं. विनम्रता लोगों को प्यार से करीब लाती है.
*नौवां टिप :* अगर आपके बाल सफेद हैं तो इसका मतलब जीवन का अंत नहीं है. यह एक अच्छे जीवन की शुरुआत है. आशावादी बनें, स्मृति के साथ जिएँ, यात्रा करें और उसका आनंद लें... यादें बनाएं.
*दसवां निर्देश :* अपने छोटों से प्यार, सहानुभूति और स्नेह से मिलें! किसी से भी कुछ भी व्यंग्यात्मक न कहें. अपने चेहरे पर मुस्कान रखें. भूतकाल में आपने कितना भी बड़ा पद क्यों न धारण किया हो, उसे वर्तमान में भूल जाइए और सभी के साथ घुलमिल जाइए!
ग़लत को ग़लत अवश्य बोलें परन्तु दिल पर न लें।
*सभी के स्वस्थ और खुशहाल जीवन की शुभकामनाओं के साथ आपका हर दिन, हर पल और हर कल मंगलमय हो..!*🙏🏻
Dr Anju@knwc [Naturotherapist]

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