Ayush Clinic -आयुष क्लिनिक

Ayush Clinic -आयुष क्लिनिक Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Ayush Clinic -आयुष क्लिनिक, Medical and health, Halim market nagra, Chapra.

26/07/2025

योगराज गुग्गुल न केवल एक आयुर्वेदिक औषधि है, बल्कि यह एक शक्तिशाली बहुउपयोगी फॉर्मूला है जो शरीर में जमे हुए दोषों को बाहर निकालने में सक्षम है। इसका वर्णन आयुर्वेद के महान ग्रंथों में "वातविकारों के सर्वोत्तम इलाज" के रूप में मिलता है। यह #गुग्गुल (Commiphora mukul) पर आधारित एक पारंपरिक योग है जिसमें 28 से अधिक औषधियों का समावेश होता है।

🪔 संघटन (Ingredients)

गुग्गुलु (Commiphora mukul) – मुख्य घटक

त्रिफला (हरड़, बहेड़ा, आंवला)

त्रिकटु (सौंठ, मरीच, पिप्पली)

चित्रक (Plumbago zeylanica)

हिंगु (Ferula asafoetida)

अजमोद, जीरा, धनिया, सौफ

देवदारु, एरण्ड मूल, रसना

गजपिप्पली, पिप्पलीमूल

सूरण, रास्ना, शुण्ठी

लौंग, दालचीनी, तेजपत्ता, इलायची

यह योग वात और कफ दोष को संतुलित करने के लिए विशेष रूप से उपयोगी है।

🌿 आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से गुणधर्म

रस: कटु, तिक्त

गुण: लघु, रूक्ष

वीर्य: उष्ण

विपाक: कटु

दोष प्रभाव: वात-कफ शमन

💪 फायदे (Benefits)

#जोड़ोंकेदर्द और आर्थराइटिस में लाभकारी: यह वातनाशक गुणों से युक्त है और #गठिया, संधिवात में अत्यंत लाभ देता है।

स्नायु और मांसपेशियों की कमजोरी: वातजन्य दुर्बलता और स्नायविक विकारों में उपयोगी।

डिजेनेरेटिव रोग: सर्वाइकल स्पॉन्डिलोसिस, साइटिका, स्लिप डिस्क जैसे रोगों में प्रभावी।

पाचन शक्ति में वृद्धि: अग्नि को तीव्र करता है, अजीर्ण व अपच को दूर करता है।

मोटापा और कोलेस्ट्रॉल: शरीर में जमे हुए कफ और टॉक्सिन को हटाकर वजन संतुलन करता है।

शारीरिक दर्द और थकावट: पुराना बदन दर्द और आलस्य मिटाता है।

🧘‍♂️ सेवन विधि (Dosage & Use)

सामान्यतः 1–2 गोली, दिन में दो बार, गुनगुने पानी या हल्के गरम दूध के साथ।

चिकित्सकीय सलाह से ही लें।

वात रोगों में दशमूल क्वाथ के साथ भी दिया जा सकता है।

⚠️ सावधानियाँ (Precautions)

गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे बिना चिकित्सक की सलाह के इसका सेवन न करें।

पाचन कमजोर होने पर शुरुआत में कम मात्रा में लें।

उष्ण प्रकृति वालों को सावधानी से उपयोग करना चाहिए।

🧪 विज्ञान और योगराज गुग्गुल

आधुनिक रिसर्च ने भी माना है कि गुग्गुल के घटकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एनाल्जेसिक गुण होते हैं। खासकर गुग्गुलस्टेरोन नामक यौगिक सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होता है।

🪻 घर में प्रयोग की विधि (Home Remedy Tips)

वातजन्य दर्द में योगराज गुग्गुल को दशमूलारिष्ट के साथ लिया जा सकता है।

साइटिका और स्पॉन्डिलाइटिस में यह हड़जोड़, अश्वगंधा चूर्ण और गुग्गुल के तेल से मसाज के साथ बहुत प्रभावी होता है।

🔚 निष्कर्ष (Conclusion)

योगराज गुग्गुल आयुर्वेदिक विज्ञान की वह औषधि है जो केवल रोग निवारण नहीं बल्कि जीवनशैली सुधार का भी काम करती है। यदि वात विकारों से हैं परेशान, तो यह चूर्ण है आपकी संजीवनी!

📢 #हैशटैग्स:

#योगराजगुग्गुल #आयुर्वेदिकदवा #जोड़ोंकेदर्दकइलाज #गठियाकाउपाय #आर्थराइटिसरिलीफ #वातदोषनाशक #गुग्गुलकेफायदे

25/07/2025

Vitamin D कम है — पर शरीर ठीक है? आयुर्वेद क्या कहता है?

आजकल हर रिपोर्ट में Vitamin D कम आता है,
भले ही व्यक्ति धूप लेता हो, अच्छा खाता हो, सप्लिमेंट लेता हो।

तो सवाल है —
क्या वाकई कमी है या सिर्फ़ नंबर में गड़बड़ी है?

“आयुर्वेद का दृष्टिकोण:”

✅ अगर आप ऊर्जावान, स्थिर, और स्वस्थ महसूस करते हैं
तो सिर्फ रिपोर्ट देखकर घबराने की जरूरत नहीं।

🔥 कमी अक्सर अग्नि, पाचन और अवशोषण की होती है, D की नहीं।

📉 ज्यादा D3 लेने से फायदा नहीं होता जब तक:
▪️ पाचन सही न हो
▪️ लिवर सक्रिय न हो
▪️ Ojas मजबूत न हो

*असली धूप लीजिए, अग्नि को जाग्रत कीजिए,
और शरीर की बुद्धि पर भरोसा रखिए —
सिर्फ रिपोर्ट पर नहीं*

Address

Halim Market Nagra
Chapra

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Ayush Clinic -आयुष क्लिनिक posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram