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जब हम बचे हैं, तो दूसरों को बचाना है - सेवा से पाएं प्रभु का आशीर्वाद!बाढ़ की विभीषिका में, अपनों को खोया है,पर हिम्मत न...
18/09/2025

जब हम बचे हैं, तो दूसरों को बचाना है - सेवा से पाएं प्रभु का आशीर्वाद!
बाढ़ की विभीषिका में, अपनों को खोया है,
पर हिम्मत न हारो, यह वक्त भी गुज़र जाएगा।
जो बचे हैं हम, ईश्वर की कृपा है,
पीड़ितों की सेवा में, यही हमारा धर्म है।
यदि हम अपने घरों में सुरक्षित हैं, तो यह भगवान की कृपा है। हमें उनका शुक्रगुज़ार होना चाहिए कि उन्होंने हमें बचाया ताकि हम दूसरों की मदद कर सकें। आज, उन लोगों की मदद करना ज़रूरी है जिनके पास घर, कपड़े या खाना नहीं है, जो सड़कों पर आ गए हैं। हमें मिलकर उनकी ज़िंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश करनी चाहिए।
कहते हैं कि तिनका-तिनका जोड़कर महल बनता है। इसलिए, आइए आज हम सब मिलकर प्रयास करें। जो भी अच्छे एनजीओ काम कर रहे हैं, या प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष हैं, उनमें दान देकर हम उनकी मदद करें। या फिर हम खुद जाकर उनकी मदद करें।
बाढ़ या आपदा कहीं भी आए, इंसानियत को जाग जाना चाहिए। जो पीड़ित हैं, उन्हें बचाने के लिए और जो बचे हैं, उन्हें हाथ बढ़ाना चाहिए।
याद रखें, छोटी-छोटी चीज़ों को इकट्ठा करने से हम बहुत दूर तक पहुँच सकते हैं। सीढ़ी के पहले डंडे पर पैर रखने से हम धीरे-धीरे अपनी मंजिल तक पहुँच जाते हैं। इसी तरह, कोशिश करने से हमें सफलता ज़रूर मिलती है और हम इस आपदा से भी आसानी से निपट सकते हैं।
लेखक: डॉक्टर खैरा
डॉक्टर खैरा हेल्थकेयर सेंटर, लेन नंबर 4, ऑपोज़िट इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप, कैनाल रोड, देहरादून, इंडिया।

"देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति का ऐसा तांडव पहले कभी नहीं देखा। बारिश और बाढ़ ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया है। अपनों को खोने...
18/09/2025

"देवभूमि उत्तराखंड में प्रकृति का ऐसा तांडव पहले कभी नहीं देखा। बारिश और बाढ़ ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया है। अपनों को खोने का दर्द और बेघर होने की पीड़ा असहनीय है। इस मुश्किल वक़्त में हमें एक-दूसरे का सहारा बनना होगा। मुख्यमंत्री राहत कोष में दिल खोलकर दान करें और पीड़ितों तक खाना, पानी, कपड़े और दवाइयाँ पहुँचाएँ। रामकृष्ण मिशन, रेड क्रॉस और खालसा ऐड जैसी संस्थाएँ भी राहत कार्य में जुटी हैं। आपकी थोड़ी सी मदद भी किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सकती है।"

14/09/2025
14/09/2025

moxa therpy

हँसता-खेलता पंजाब था कभी,आज पानी में डूबा है सब कहीं।घर उजड़ गए, सपने टूट गए,पर हौसले उनके अभी नहीं रूठे।चीख-पुकार और सि...
11/09/2025

हँसता-खेलता पंजाब था कभी,
आज पानी में डूबा है सब कहीं।
घर उजड़ गए, सपने टूट गए,
पर हौसले उनके अभी नहीं रूठे।
चीख-पुकार और सिसकियों का शोर,
हर तरफ है बस गम का ज़ोर।
पर पंजाबी हैं हिम्मत वाले,
फिर से उठ खड़े होंगे उजाले।
अभिनेता, खिलाड़ी और मानवता के पुजारी,
सब मिलकर कर रहे हैं सेवा भारी।
पानी में भी, बाहर भी हर जगह,
मानवता की मिसाल बन रहे हैं सब।
आओ मिलकर हाथ बटाएँ हम,
दुखों को उनके थोड़ा कम करें हम।
इंसानियत का फ़र्ज़ निभाएँ आज,
तभी मिलेगा हमें सुकून का राज़।
लेखक: डॉ. सुखविंदर सिंह खैरा

कद्रों का बादशाह बाढ़ पीड़ितों के लिए नखरे नहीं, पंजाबीयत ले कदर कर गया। मनकीरत औलख: कदर जज़्बातों की, मानवता की मिसाल। ...
10/09/2025

कद्रों का बादशाह बाढ़ पीड़ितों के लिए नखरे नहीं, पंजाबीयत ले कदर कर गया। मनकीरत औलख: कदर जज़्बातों की, मानवता की मिसाल। मनकीरत औलख, पंजाबी संगीत जगत का एक चमकता सितारा, न केवल अपनी गायकी से लोगों के दिलों पर राज करते हैं, बल्कि अपने नेक कार्यों से भी उन्होंने सबका दिल जीता है। उनका जीवन संघर्ष, सफलता और मानवता की सेवा का एक अद्भुत संगम है। एक साधारण परिवार में जन्मे मनकीरत को बचपन से ही संगीत का शौक था। उन्होंने फतेहाबाद, हरियाणा में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और चंडीगढ़ से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने "गल्लां मिठियां" गाने के लिए "पंजाबी म्यूजिक बेस्ट न्यू एज वोकलिस्ट अवार्ड" भी जीता है। आज, उनके गाने युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। "काकाजी", "जुगाड़ी जट्ट", और "बदनाम" जैसे उनके गानों ने धूम मचा दी। उन्होंने पंजाबी फिल्म "मैं तेरी तू मेरा" में भी काम किया है। हाल ही में, मनकीरत ने पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जो कदम उठाया, वह बेहद सराहनीय है। उन्होंने न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की, बल्कि 150 से 200 ट्रैक्टर दान करने का वादा भी किया, जिसमें से 10 ट्रैक्टर दान किए जा चुके हैं ताकि राहत कार्यों में तेज़ी लाई जा सके। उनका यह कार्य मानवता के प्रति उनकी गहरी संवेदना को दर्शाता है। मनकीरत का जीवन हमें यह सिखाता है कि सफलता के साथ-साथ दूसरों की मदद करना भी उतना ही ज़रूरी है। उन्होंने अपने संघर्षों से यह साबित किया कि दृढ़ संकल्प और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। मनकीरत औलख हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं। उनका जीवन और कार्य हमें यह संदेश देते हैं कि हमें हमेशा दूसरों के प्रति दयालु और मददगार होना चाहिए। लेखक: डॉ. खैरा, डॉ. खैरा हेल्थकेयर सेंटर, सुकेत लेन नंबर 4, ऑपोजिट इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप, कनाल रोड, देहरादून, इंडिया, फोन: 7533905555

09/09/2025

आर नानक पार नानक, सबका कर उद्धार नानक: बाढ़ पीड़ितों के लिए दिलजीत दोसांझ बने मसीहा
दिलजीत दोसांझ न केवल एक प्रसिद्ध गायक और अभिनेता हैं, बल्कि एक परोपकारी व्यक्ति भी हैं। उन्होंने हमेशा गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन किया है, जो मानवता, समानता और निस्वार्थ सेवा पर आधारित हैं।
दिलजीत दोसांझ का जन्म 6 जनवरी 1984 को फिल्लौर, पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक गायक के रूप में की और जल्द ही अपनी दमदार आवाज़ और अनोखे अंदाज़ से लोगों के दिलों में जगह बना ली। उनके गाने, जैसे "लादेन", "पटियाला पेग", और "डू यू नो", आज भी युवाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।
संगीत में सफलता के बाद, दिलजीत ने अभिनय की दुनिया में कदम रखा। उनकी पहली पंजाबी फिल्म, "द लायन ऑफ पंजाब", सुपरहिट रही और इसके बाद उन्होंने कई और सफल पंजाबी फिल्मों में काम किया। फिर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई और "उड़ता पंजाब", "गुड न्यूज़", और "सूरज पे मंगल भारी" जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
हाल ही में, जब पंजाब में बाढ़ आई, तो दिलजीत दोसांझ मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने कई गांवों को गोद लिया और बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिन-रात काम किया। उन्होंने न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की, बल्कि स्वयं भी राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लिया।
गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करते हुए, दिलजीत दोसांझ ने दिखाया है कि सच्चा धर्म मानवता की सेवा करना है। उन्होंने अपने कार्यों से यह साबित कर दिया है कि वह न केवल एक महान कलाकार हैं, बल्कि एक सच्चे इंसान भी हैं।
लेखक: डॉ. खेरा
डॉ. खेरा हेल्थकेयर सेंटर
स्ट्रीट लेन नंबर 4
ऑपोजिट इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप
कैनाल रोड, देहरादून, भारत
फ़ोन: 7533905555

"दिल ले गई दुखी रूह पंजाब दी: बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जस्सी सबसे पहले आगे आए"पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबा...
09/09/2025

"दिल ले गई दुखी रूह पंजाब दी: बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जस्सी सबसे पहले आगे आए"
पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस मुश्किल घड़ी में, पंजाब के लोगों ने एक बार फिर अपनी सेवा भावना का परिचय दिया है। जसबीर जस्सी जी, जो एक प्रसिद्ध पंजाबी गायक, गीतकार और अभिनेता हैं, उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिन-रात एक कर दिया है। जसबीर जस्सी जी सबसे पहले नाव लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुँचे। उन्होंने बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उनके लिए लंगर का प्रबंध भी किया। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में लंगर और दवाइयाँ पहुँचाईं। जसबीर जस्सी जी ने मानवता के लिए एक नई राह दिखाई और उनकी यह खबर आग की तरह फैली और पंजाबी ही पंजाबियों के लिए उठकर आगे आ गए।
जसबीर जस्सी जी का जन्म 8 फरवरी 1970 को दुर्ग, छत्तीसगढ़ में हुआ था। उन्होंने 1993 में अपना पहला एल्बम 'चंडीगढ़ वालीए' रिलीज़ किया। उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में 'दिल ले गई कुड़ी गुजरात दी', 'इक गदधा', 'कोका तेरा कुछ कुछ केहन्दा' और 'आजा सोहनिए' शामिल हैं। जस्सी जी ने 2003 में फिल्म 'जोगी सिंह रोमान्टिक' से अभिनय की शुरुआत की। उन्होंने 'दिल विल प्यार व्यार', 'खल्लास' और 'हीरो हिटलर इन लव' जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया है। जस्सी जी को उनकी ऊर्जावान प्रस्तुति और पारंपरिक पंजाबी संगीत के प्रति उनके प्रेम के लिए जाना जाता है। उनके गीतों में अक्सर प्यार, रोमांस और सामाजिक मुद्दों के विषयों को दर्शाया जाता है। उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें 2004 में सर्वश्रेष्ठ पुरुष पॉप गायक के लिए पीटीसी पंजाबी संगीत पुरस्कार और 2007 में सर्वश्रेष्ठ लोक गायक के लिए पीटीसी पंजाबी संगीत पुरस्कार शामिल हैं।
जसबीर जस्सी जी के जीवन में एक ऐसा मोड़ आया जब उन्होंने अंधविश्वास के खिलाफ खड़े होकर अपनी गायकी के माध्यम से कड़ा संदेश दिया। उन्होंने इस दौरान अपनी लोकप्रियता में गिरावट का सामना किया, लेकिन उन्होंने धर्म के प्रति अपनी आस्था बनाए रखी। उन्होंने गुरुबानी और गुरु नानक देव जी के मिशन के अनुसार, मानवता की सेवा करने और अंधविश्वास को खत्म करने के अपने प्रयासों को जारी रखा।
जसबीर जस्सी जी के प्रयासों से आज बाढ़ पीड़ितों के लिए इतनी बड़ी राहत मिली है और इतने सारे लोग आगे आए हैं, जिन्होंने पंजाबियत को आवाज़ दी है।
जसबीर जस्सी जी का यह कार्य हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि सच्ची मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है।

"दिल ले गई दुखी रूह पंजाब दी: बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जस्सी सबसे पहले आगे आए"पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबा...
09/09/2025

"दिल ले गई दुखी रूह पंजाब दी: बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जस्सी सबसे पहले आगे आए"
पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस मुश्किल घड़ी में, पंजाब के लोगों ने एक बार फिर अपनी सेवा भावना का परिचय दिया है। जसबीर जस्सी जी, जो एक प्रसिद्ध पंजाबी गायक, गीतकार और अभिनेता हैं, उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिन-रात एक कर दिया है। जसबीर जस्सी जी सबसे पहले नाव लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुँचे। उन्होंने बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उनके लिए लंगर का प्रबंध भी किया। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में लंगर और दवाइयाँ पहुँचाईं। जसबीर जस्सी जी ने मानवता के लिए एक नई राह दिखाई और उनकी यह खबर आग की तरह फैली और पंजाबी ही पंजाबियों के लिए उठकर आगे आ गए।
जसबीर जस्सी जी का जन्म 8 फरवरी 1970 को दुर्ग, छत्तीसगढ़ में हुआ था। उन्होंने 1993 में अपना पहला एल्बम 'चंडीगढ़ वालीए' रिलीज़ किया। उनके कुछ सबसे लोकप्रिय गीतों में 'दिल ले गई कुड़ी गुजरात दी', 'इक गदधा', 'कोका तेरा कुछ कुछ केहन्दा' और 'आजा सोहनिए' शामिल हैं। जस्सी जी ने 2003 में फिल्म 'जोगी सिंह रोमान्टिक' से अभिनय की शुरुआत की। उन्होंने 'दिल विल प्यार व्यार', 'खल्लास' और 'हीरो हिटलर इन लव' जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया है। जस्सी जी को उनकी ऊर्जावान प्रस्तुति और पारंपरिक पंजाबी संगीत के प्रति उनके प्रेम के लिए जाना जाता है। उनके गीतों में अक्सर प्यार, रोमांस और सामाजिक मुद्दों के विषयों को दर्शाया जाता है। उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें 2004 में सर्वश्रेष्ठ पुरुष पॉप गायक के लिए पीटीसी पंजाबी संगीत पुरस्कार और 2007 में सर्वश्रेष्ठ लोक गायक के लिए पीटीसी पंजाबी संगीत पुरस्कार शामिल हैं।
जसबीर जस्सी जी के जीवन में एक ऐसा मोड़ आया जब उन्होंने अंधविश्वास के खिलाफ खड़े होकर अपनी गायकी के माध्यम से कड़ा संदेश दिया। उन्होंने इस दौरान अपनी लोकप्रियता में गिरावट का सामना किया, लेकिन उन्होंने धर्म के प्रति अपनी आस्था बनाए रखी। उन्होंने गुरुबानी और गुरु नानक देव जी के मिशन के अनुसार, मानवता की सेवा करने और अंधविश्वास को खत्म करने के अपने प्रयासों को जारी रखा।
जसबीर जस्सी जी के प्रयासों से आज बाढ़ पीड़ितों के लिए इतनी बड़ी राहत मिली है और इतने सारे लोग आगे आए हैं, जिन्होंने पंजाबियत को आवाज़ दी है।
जसबीर जस्सी जी का यह कार्य हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि सच्ची मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है। हमें उनसे प्रेरणा लेकर हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।
जसबीर जस्सी जी का यह कार्य हम सभी के लिए एक मिसाल है। उन्होंने यह दिखाया कि जब हम सब मिलकर काम करते हैं, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। हमें उनसे प्रेरणा लेकर हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।
लेखक: डॉ. खैरा
डॉ. खैरा हेल्थकेयर सेंटर, साकेत लेन नंबर 4, ऑपोज़िट इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप, कैनाल रोड, देहरादून, इंडिया। फ़ोन नंबर: 75933-90555

"पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे मानवता के सेवक बाबा सेवा सिंह"पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई ह...
09/09/2025

"पंजाब में बाढ़ पीड़ितों की सेवा में जुटे मानवता के सेवक बाबा सेवा सिंह"
पंजाब में आई विनाशकारी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। इस मुश्किल घड़ी में, पंजाब के लोगों ने एक बार फिर अपनी सेवा भावना का परिचय दिया है। बाबा सेवा सिंह जी, जो श्री खदूर साहिब से हैं, उन्होंने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दिन-रात एक कर दिया है। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में लंगर और दवाइयाँ पहुँचाईं। बाबा सेवा सिंह जी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत योगदान दिया है। उन्होंने कई उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान स्थापित किए हैं और वे अभी भी सक्रिय रूप से सेवा कर रहे हैं। कनाडा में उनके कार्यों के लिए धन जुटाया जा रहा है। बाबा सेवा सिंह जी प्रेरणादायक और भाव वाले इंसान हैं, जिन्हें मैंने बचपन से सेवा करते देखा है। मैं वेरोवाल गाँव का रहने वाला हूँ और उन्होंने श्री खदूर साहिब और आसपास के इलाके के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने जमीनी स्तर से काम शुरू किया और वे चीजों को बहुत अच्छे तरीके से व्यवस्थित कर सकते हैं। उन्होंने पेड़ लगाने का भी काम किया है और सड़कें और विकास कार्य भी बहुत अच्छे ढंग से किए हैं। बाबा जी ने अकादमी में आईएएस, पीसीएस और आईएएस के कोर्सेज भी शुरू किए हैं। उन्होंने 'निशान-ए-सिखी' भी बनाया है, जो एक बहुत बड़ा कार्य है। बहुत सारे एनजीओ जो ग्राउंड स्तर पर सेवा कार्य कर रहे हैं और बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनका नाम मीडिया में नहीं आता, उनके लिए भी हम उन्हें धन्यवाद देते हैं और सम्मान देते हैं कि वे इस कार्य में लगे रहें और इस सेवा को निरंतर जारी रखें। कपूरथला के सरदार प्रीतपाल सिंह जी ने अपनी जिंदगी में पहली बार कश्तियाँ बनाकर बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। जसबीर जस्सी सबसे पहले नाव लेकर बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुँचे। इसके अलावा, पंजाबी गायकों ने भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए। दिलजीत दोसांझ, करण औजला, एमी विर्क, रंजीत बावा, गुरप्रीत घुग्गी और मनकीरत औलख जैसे गायकों ने अपने गानों और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के लिए प्रेरित किया। सांझा टीवी कनाडा, रेडियो कनेक्ट एफएम कनाडा, गुरु नानक फूड कनाडा, गुरुद्वारा दुख निवारण कनाडा और ग्लोबल सिख फाउंडेशन कनाडा के लिए भी हम तहे दिल से शुक्रगुजार हैं कि वे इन कामों में आगे बढ़कर सेवा कर रहे हैं। इसलिए, हमें उनके साथ मिलकर तन, मन और धन से सेवा करनी चाहिए। जो लोग धन से मदद कर सकते हैं, उन्हें धन से करनी चाहिए और जो मन से कर सकते हैं, उन्हें मन से। मन से सेवा कर

गुरु नानक की वाणी का अमृत है मुझमें,सत्य और सेवा का पथ है मुझमें।अँधेरे में भी रौशनी की आस है,गुरुओं के ज्ञान का प्रकाश ...
05/09/2025

गुरु नानक की वाणी का अमृत है मुझमें,
सत्य और सेवा का पथ है मुझमें।
अँधेरे में भी रौशनी की आस है,
गुरुओं के ज्ञान का प्रकाश है मुझमें।
नशे और बुराइयों से लड़ना सिखाया,
कन्या भ्रूण हत्या का विरोध करना सिखाया।
भ्रष्टाचार और दहेज से दूर रहना सिखाया,
इंसानियत का पाठ है मुझमें।
दृष्टि हो या न हो, हौसला है बुलंद,
गुरुओं के आशीर्वाद से हर मुश्किल आसान है।
समाज सेवा का यह संकल्प है अटल,
गुरुओं के चरणों में यह जीवन है समर्पित।
मैंने कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ आवाज़ उठाई,
दहेज के दानव को समाज से मिटाने की ठानी।
दुखी मानवता की सेवा में जीवन समर्पित किया,
हर राज्य में जाकर मैंने यह काम किया।
ओडिशा में साइक्लोन आया, गुजरात में भूकंप आया,
बॉर्डर पर लड़ाई जैसे हालात बने, लोगों को परेशानियाँ हुई।
गुरु नानक की वाणी के शब्दों को हृदय में बसाकर,
मैंने यह सब सेवाएँ कीं, ज्ञान का प्रकाश फैलाया।
सर्वपल्ली राधाकृष्णन और मेरे सभी शिक्षक गुरुओं का धन्यवाद,
जिन्होंने ज्ञान देकर मुझे समाज में असली जिंदगी जीने की राह दिखाई।
डॉक्टर सुखविंदर सिंह खैरा

शीर्षक: उम्मीद की किरणउजड़े घर हैं, टूटे सपने,आँखों में नमी, दिल में गम है।पर याद रखो, तुम अकेले नहीं,हर मुश्किल में हम ...
03/09/2025

शीर्षक: उम्मीद की किरण
उजड़े घर हैं, टूटे सपने,
आँखों में नमी, दिल में गम है।
पर याद रखो, तुम अकेले नहीं,
हर मुश्किल में हम तुम्हारे संग हैं।
लहराती नदियाँ, बरसे बादल,
प्रकृति का ये कैसा कोप है?
पर हिम्मत न हारो, उठो फिर से,
ये वक्त भी तो बस एक पड़ाव है।
हाथों में हाथ, कदम से कदम,
बनाएँगे फिर से हम नया जहाँ।
सेवा का भाव, प्रेरणा का साथ,
जीतेंगे हम ये मुश्किल इम्तिहान।
खो गए जो इस सैलाब में,
आँखें नम हैं, दिल उदास है।
प्रकृति के इस क्रूर खेल में,
अपनों का बिछड़ना कितना बड़ा त्रास है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे,
जो लौटकर कभी न आएँगे।
हम सब मिलकर उन्हें याद करेंगे,
और उनकी यादों को दिल में बसाएँगे।
कुदरत का कहर, दुखों का शहर,
पर हौसला है चट्टान जैसा अटल।
उठेंगे फिर से, बनाएँगे नया सवेरा,
पंजाब को फिर से बनाएँगे हरा-भरा।
लोहा है सीने में, हिम्मत है रगों में,
जीतेंगे हम ये जंग, ये वादा है।
फिर से हँसेगा पंजाब, फिर से महकेगा,
ये उम्मीद की किरण, कभी न बुझेगा।

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76/55 Saket Colony Lane No 4 Opposite Pertol Pump Canal Road Dehradun
Dehra Dun
248001

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