VED GYAN

VED GYAN Ved Gyan – Sanatan Dharma
& Mythology Facts
🕉️ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने । प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः ॥ 🧿🕉️

इतिहास-मूल (पारंपरिक एवं पौराणिक) • यह तिथि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आती है, जिसे ‘एकादशी’ कहा गया है।   ...
31/10/2025

इतिहास-मूल (पारंपरिक एवं पौराणिक)
• यह तिथि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आती है, जिसे ‘एकादशी’ कहा गया है। 
• कहा जाता है कि इस अवधि में विष्णु भगवान चार-महीने (चतुःमास) तक योगनिद्रा में रहे। इस निद्रा-काल की समाप्ति के बाद जिस दिन वे जागते हैं, वह प्रबोधिनी एकादशी कहलाती है। 
• इसके अलावा एक कथा उल्लेखित है कि नारद मुनि ने ब्रह्मा से पूछा — “इस एकादशी की महिमा क्या है?” — और ब्रह्मा ने बताया कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है, वह अनेक पापों से मुक्ति पाता है। 
• इस दिन से शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह-प्रवेश आदि पुनः प्रारंभ हो जाते हैं — क्योंकि चतुर्मास की अवधि में इन कार्यों को वर्जित माना गया था। 



२. कथा-कहानियाँ और प्रतीक-महत्व
• एक कथा के अनुसार: “ओ नारद जी! यहाँ तक कि ब्रह्महत्या जैसे बड़े पाप भी इस व्रत द्वारा धुले जा सकते हैं।” 
• इस एकादशी को ‘जागृति’ का प्रतीक माना जाता है — जैसे भगवान विष्णु की नींद समाप्त हुई और वे जाग उठे, वैसे ही मनुष्य को भी अपने अंदर-ही-अंदर जागरण करना चाहिए। 
• प्रतीक रूप में ‘तुलसी-विवाह’ इस दिन या इसके उपरांत होता है — जहाँ तुलसी (मान्यता अनुसार माता तुलसी) का विवाह विष्णु (या शालिग्राम/विष्णु स्वरूप) से कराना उस जागृति का चिन्ह है। 

31/10/2025

देवउठनी एकादशी (प्रबोधिनी एकादशी)

तिथि एवं समय
• इस वर्ष यह एकादशी देवउठनी एकादशी (Kartika शुक्ल पक्ष की एकादशी) 1 नवम्बर 2025 दोपहर लगभग 09:11 AM से आरंभ हो रही है और अगले दिन 2 नवम्बर 2025 सुबह 07:31 AM तक बनी रहने वाली है। 
• ध्यान दें कि कुछ कलेंडर में यह एकादशी 2 नवम्बर 2025 को मानी गयी है (विशेषतः पारणा और शुभकार्य के लिए)। 

ऐतिहासिक-पौराणिक महत्व
• यह दिन भगवान विष्णु की चार माह की योग-निद्रा (चतुर्मास) से उत्त्थान का प्रतीक माना जाता है। यानि इस अवधि में भगवान विष्णु विश्राम में रहते हैं और इस एकादशी को उनकी जागृति का दिन माना जाता है। 
• इस दिन के साथ हिन्दू धर्म में विवाह-गृहप्रवेश जैसे शुभ कार्य फिर से प्रारंभ किये जाते हैं क्योंकि चतुर्मास के दौरान ये कार्य वर्जित माने जाते थे। 
• इस अवसर पर तुलसी विवाह का अनुष्ठान भी होता है, जहाँ तुलसी विवाह के माध्यम से श्री विष्णु एवं माता तुलसी (या लक्ष्मी) का प्रतीक-रूप विवाह मनाया जाता है। 

व्रत-पूजा एवं नियम
• उपवास: इस एकादशी को व्रत रखने का विशेष महत्व है। दिनचर्या में सरल-शुद्ध भोजन, अनाज-दाल से परहेज, शुद्ध मन और श्रद्धा के साथ पूजा-आराधना की जाती है। 
• पूजा-विधि: घर में विष्णु-लक्ष्मी की पूजा, तुलसी का पूजन, मंत्र-जप व कथा-पाठ प्रचलित हैं। विशेष रूप से तुलसी विवाह-विधि एवं देवपूजा का आयोजन होता है। 
• दान-पुण्य: यह दिन दान-धर्म के लिए भी उत्तम माना जाता है — ब्राह्मण भोजन-दान, तुलसी-वृक्ष की सेवा आदि शुभ कार्य माने जाते हैं। 

क्यों मनाई जाती है — मुख्य अर्थ
• यह एकादशी आध्यात्मिक जागृति की लीलाओं‌ में से एक है — जहाँ निष्क्रिय अवस्था (योग-निद्रा) से सक्रिय अवस्था (उत्तिष्ठ विष्णु) की ओर संक्रमण दिखाया गया है।
• सामाजिक-सांस्कृतिक रूप से यह विवाह एवं शुभकार्य ऋतु-प्रारंभ का संकेत देती है — नए आरंभ, नई गंगाएं, नए संबंध।
• व्यक्तिगत रूप से व्रत द्वारा संयम, साधना और आत्म-उच्चार की दिशा में प्रेरणा मिलती है।

इस-वर्ष विशेष टिप्स हिंदी में
• यदि आप इस एकादशी पर व्रत रखते हैं, तो अन्तिम भोजन (दशमी तिथि के दिन) देर रात तक न खाएँ तथा एकादशी तिथि के आरंभ से पहले का समय ध्यानपूर्वक देखें।
• तुलसी का फूल, माला, जलादि-दान पहले से तैयार रखें ताकि पूजा सहज रूप से हो सके।
• विवाह-गृहप्रवेश आदि शुभ कार्य करना चाहते हैं, तो आज की तिथि शुभ मानी जाती है — समय व मुहूर्त के लिए स्थानीय पंचांग देखें।
• उपवास के दौरान अनाज-दाल से परहेज रखें और हल्का, शुद्ध भोजन करें। घर पर शांत वातावरण रखें।

29/10/2025

त्रिदेव ने दिया रावण को वरदान
फिर भी अहंकार बना उसके अंत की पहचान ⚔️🔥"
#भारतकीसंस्कृति

 fans जहाँ आस्था मिलती है सूर्य की शक्ति से ☀️यही है छठ — भारत की सबसे पवित्र परंपरा की कहानी 🙏✨जानिए इस उत्सव के इतिहास...
27/10/2025

fans जहाँ आस्था मिलती है सूर्य की शक्ति से ☀️
यही है छठ — भारत की सबसे पवित्र परंपरा की कहानी 🙏✨
जानिए इस उत्सव के इतिहास, श्रद्धा और विज्ञान के संगम को…”

🌅 छठ पूजा — न केवल पूजा, बल्कि प्रकृति और जीवन का उत्सव।


#छठपूजा #भारतकीसंस्कृति #छठपूजा #भारतकीसंस्कृति #छठपूजा #भारतकीसंस्कृति

27/10/2025

जानिए इस उत्सव के इतिहास, श्रद्धा और विज्ञान के संगम को…”

🌅 छठ पूजा — न केवल पूजा, बल्कि प्रकृति और जीवन का उत्सव।


#छठपूजा #भारतकीसंस्कृति #छठपूजा #भारतकीसंस्कृति #छठपूजा #भारतकीसंस्कृति VED GYAN

02/10/2025

✨ Navratri ka pavitra parv aap sabko shakti aur bhakti ka sandesh deta hai.
Iss video mein hai Maa Durga ke bhajan, garba aur dandiya ke rang.
Mata Rani ki kripa sab par bani rahe 🙏

🌺 Celebrate Navratri 2025 with devotion & joy 🌺
💃 Garba | 🪘 Dandiya | 🙏 Mata Rani Ke Bhajan

👉 Video pasand aaye to Like 👍, Comment 💬, Share 🔄 aur Subscribe 🔔 karein.
✨ Jai Mata Di ✨

---

✅ Suggested Tags
navratri songs, navratri bhajan, mata rani bhajan, navratri 2025 special, maa durga song, garba special, dandiya song, navratri dance, mata ke geet, maa durga bhakti song, navratri celebration 2025, jai mata di, garba dance 2025, devotional music, hindi bhakti song, mata ke bhajan, navratri festival, navratri bhakti geet VED GYAN

26/09/2025

नवरात्रि की शुरुआत किस देवी की पूजा से होती है?

✨ जय बजरंगबली 🙏 | हनुमान जी का आशीर्वाद पाएं 🔥🔹 Tags:
20/09/2025

✨ जय बजरंगबली 🙏 | हनुमान जी का आशीर्वाद पाएं 🔥

🔹 Tags:

18/09/2025

पांडवों को चौसर में हारने के बाद कितने वर्षों के वनवास का सामना करना पड़ा था?

14/09/2025

महाभारत में कुल कितने पर्व हैं?🕉️

13/09/2025

दुर्योधन के पिता कौन थे?🕉️

हर हर महादेव..🚩🙏
26/02/2025

हर हर महादेव..🚩🙏

Address

Delhi
110001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when VED GYAN posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to VED GYAN:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram