25/04/2024
मै क्या बताऊ तुम्हें कि तुम क्या हो मेरे लिए
गिनतीओ मे अगर गिनु तो शुन्य से सौ हो मेरे लिए
दीपक मै गर तो मुझ संग जलने वाली लौ हो मेरे लिए
दस वर्षो मे कुछ नहीं बदला वही स्नेह ज्यो का त्यों हो मेरे लिए
क्या लिख दु तुम्हारे लिए सब कम है
बिन लिखे मन को पढ़ने वाली वो हो मेरे लिए!!
शादी की दसवीं वर्षगांठ की बहुत बहुत शुभ कामनाएं धर्म पत्नी जी को