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07/08/2024
त्रयंभकेश्वर एवं नासिक विधि अनुसार सामूहिक काल सर्प शांति अनुष्ठान फरीदाबाद मेंकॉल करे 9810327832 या व्हाट्सप्प करे 9810...
18/07/2023

त्रयंभकेश्वर एवं नासिक विधि अनुसार सामूहिक काल सर्प शांति अनुष्ठान फरीदाबाद में

कॉल करे 9810327832 या व्हाट्सप्प करे 9810327832

वर्ष 2023 में 21अगस्त को “नाग पंचमी” के विशेष अवसर पर सामूहिक काल सर्प दोष निवारण पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इस अवसर का आप भी लाभ उठाएं.

त्रयंभकेश्वर एवं नासिक विधि अनुसार सामूहिक काल सर्प शांति अनुष्ठान में

1)राहु, केतु एवं नाग मन्त्रों का जप
2) नाग पूजन एवं अभिषेक
स्तुति एवं यज्ञ
3) प्रसाद वितरण

Samuhik Pitru Shanti Yagya | Pitru Dosh Nivaran PujaAt our astrology center every year in Sharadh Paksha we perform Samu...
09/09/2022

Samuhik Pitru Shanti Yagya | Pitru Dosh Nivaran Puja

At our astrology center every year in Sharadh Paksha we perform Samuhik Pitr Dosh Nivaran Puja for five (5) days.This Pooja will includes Pitr Gayatri J*p, Tarpan , Homa samagri.

Start Date 21st Sep 2022 & End Date 25th Sep 2022 ( Amavshya).

Dakshina 3100 Rs. (Includes- J*p Cost with Pujan Samgri)

वर्ष में एक बार होने वाली यह विशेष पूजा नज़र दोष को दूर करती है , कष्टों से मुक्ति देती है और सुख समृद्धि देती है। यदि आप...
21/06/2022

वर्ष में एक बार होने वाली यह विशेष पूजा नज़र दोष को दूर करती है , कष्टों से मुक्ति देती है और सुख समृद्धि देती है। यदि आप इसको करवाना कहते हैं तो संपर्क करें।

आज ही 9810327832

19/02/2022

वर्ष 2022 में 4 ग्रहण दृश्य होंगे।

1) खंडग्रास सूर्यग्रहण 30 अप्रैल 2022 शनिवार ( भारत में अदृश्य)
2) खंडग्रास चंद्रग्रहण 16 मई 2022 सोमवार ( भारत में अदृश्य)
3) खंडग्रास सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर 2022 मंगलवार ( भारत में दृश्य)
4) खंडग्रास चंद्रग्रहण 8 नवंबर 2022 मंगलवार ( भारत में दृश्य)

15/01/2022

स्वयं को पहचानें -
एक बार अकबर एक ब्राह्मण को दयनीय हालत में जब भिक्षाटन करते देखा तो बीरबल की ओर व्यंग्य कसकर बोला - 'बीरबल! ये हैं तुम्हारे ब्राह्मण! जिन्हें ब्रह्म देवता के रुप में जाना जाता है। ये तो भिखारी है'।
बीरबल ने उस समय तो कुछ नहीं कहा। लेकिन जब अकबर महल में चला गया तो बीरबल वापिस आये और ब्राह्मण से पूछा कि वह भिक्षाटन क्यों करता है' ?
ब्राह्मण ने कहा - 'मेरे पास धन, आभूषण, भूमि कुछ नहीं है और मैं ज्यादा शिक्षित भी नहीं हूँ। इसलिए परिवार के पोषण हेतू भिक्षाटन मेरी मजबूरी है'।
बीरबल ने पूछा - 'भिक्षाटन से दिन में कितना प्राप्त हो जाता है'?
ब्राह्मण ने जवाब दिया - 'छह से आठ अशर्फियाँ।'
बीरबल ने कहा - 'आपको यदि कुछ काम मिले तो क्या आप भिक्षा मांगना छोड़ देंगे ?'
ब्राह्मण ने पूछा - 'मुझे क्या करना होगा ?'
बीरबल ने कहा - 'आपको ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करके प्रतिदिन 101 माला गायत्री मन्त्र का जाप करना होगा और इसके लिए आपको प्रतिदिन भेंटस्वरुप 10 अशर्फियाँ प्राप्त होंगी।'
बीरबल का प्रस्ताव ब्राह्मण ने स्वीकार कर लिया। अगले दिन से ब्राह्मण ने भिक्षाटन करना बन्द कर दिया और बड़ी श्रद्धा भाव से गायत्री मन्त्र जाप करना प्रारम्भ कर दिया और शाम को 10 अशर्फियाँ भेंटस्वरुप लेकर अपने घर लौट आता। ब्राह्मण की सच्ची श्रद्धा व लग्न देखकर कुछ दिनों बाद बीरबल ने गायत्री मन्त्र जाप की संख्या और अशर्फियों की संख्या दोनों ही बढ़ा दी। गायत्री मन्त्र की शक्ति के प्रभाव से ब्राह्मण को भूख, प्यास व शारीरिक व्याधि की तनिक भी चिन्ता नहीं रही। गायत्री मन्त्र जाप के कारण उसके चेहरे पर तेज झलकने लगा। लोगों का ध्यान ब्राह्मण की ओर आकर्षित होने लगा। दर्शनाभिलाषी उनके दर्शन कर मिठाई, फल, पैसे, कपड़े चढाने लगे। अब उसे बीरबल से प्राप्त होने वाली अशर्फियों की भी आवश्यकता नहीं रही। यहाँ तक कि अब तो ब्राह्मण को श्रद्धा पूर्वक चढ़ाई गई वस्तुओं का भी कोई आकर्षण नहीं रहा। बस वह सदैव मन से गायत्री जाप में लीन रहने लगा।
ब्राह्मण सन्त के नित्य गायत्री जप की खबर चारों ओर फैलने लगी। दूरदराज से श्रद्धालु दर्शन करने आने लगे। भक्तों ने ब्राह्मण की तपस्थली में मन्दिर व आश्रम का निर्माण करा दिया। ब्राह्मण के तप की प्रसिद्धि की खबर अकबर को भी मिली। बादशाह ने भी दर्शन हेतू जाने का फैंसला लिया और वह शाही तोहफे लेकर राजसी ठाठबाट में बीरबल के साथ सन्त से मिलने चल पड़ा। वहाँ पहुँचकर शाही भेंटे अर्पण कर ब्राह्मण को प्रणाम किया। ऐसे तेजोमय सन्त के दर्शनों से हर्षित हृदय सहित बादशाह बीरबल के साथ बाहर आ गए।
तब बीरबल ने पूछा - 'क्या आप इस सन्त को जानतें हैं ?'
अकबर ने कहा - 'नहीं, बीरबल मैं तो इससे आज पहली बार मिला हूँ।'
फिर बीरबल ने कहा - 'महाराज ! आप इसे अच्छी तरह से जानते हो। यह वही भिखारी ब्राह्मण है, जिस पर आपने व्यंग्य कसकर एक दिन कहा था - 'ये हैं तुम्हारे ब्राह्मण ! जिन्हें ब्रह्म देवता कहा जाता है ?'
आज आप स्वयं उसी ब्राह्मण के पैरों में शीश नवा कर आए हैं। अकबर के आश्चर्य की सीमा नहीं रही। बीरबल से पूछा - 'लेकिन यह इतना बड़ा बदलाव कैसे हुआ ?'
बीरबल ने कहा - 'महाराज ! वह मूल रुप में ब्राह्मण ही है। परिस्थितिवश वह अपने धर्म की सच्चाई व शक्तियों से दूर था। धर्म के एक गायत्री मन्त्र ने ब्राह्मण को साक्षात् 'ब्रह्म' बना दिया और वह कैसे बादशाह को चरणों में गिरने के लिए विवश कर दिया। यही ब्राह्मण आधीन मन्त्रों का प्रभाव है। यह नियम सभी ब्राह्मणों पर सामान रुप से लागू होता है। क्योंकि ब्राह्मण आसन और तप से दूर रहकर जी रहे हैं, इसीलिए पीड़ित हैं।'
वर्तमान में आवश्यकता है कि सभी ब्राह्मण पुनः अपने कर्म से जुड़ें, अपने संस्कारों को जानें और मानें। मूल ब्रह्मरुप में जो विलीन होने की क्षमता रखता है वही ब्राह्मण है। यदि ब्राह्मण अपने कर्मपथ पर दृढ़ता से चले तो देव शक्तियाँ उसके साथ चल पड़ती हैं। इसलिए अपनी पहचान के साथ सदैव प्रसन्न रहिये। साभार/संशोधित
जो प्राप्त है, वह पर्याप्त है और जिसका मन मस्त है उसके पास समस्त है।
जय श्री परशुराम🙏🚩
जय महाकाल💐

27/09/2021

बहुत सुन्दर कथा
**************
एक महिला रोज मंदिर जाती थी ! एक दिन उस महिला ने पुजारी से कहा अब मैं मंदिर नही आया करूँगी !

इस पर पुजारी ने पूछा -- क्यों ?

तब महिला बोली -- मैं देखती हूँ लोग मंदिर परिसर में अपने फोन से अपने व्यापार की बात करते हैं ! कुछ ने तो मंदिर को ही गपशप करने का स्थान चुन रखा है ! कुछ पूजा कम पाखंड,दिखावा ज्यादा करते हैं !

इस पर पुजारी कुछ देर तक चुप रहे फिर कहा -- सही है ! परंतु अपना अंतिम निर्णय लेने से पहले क्या आप मेरे कहने से कुछ कर सकती हैं !

महिला बोली -आप बताइए क्या करना है ?

पुजारी ने कहा -- एक गिलास पानी भर लीजिए और 2 बार मंदिर परिसर के अंदर परिक्रमा लगाइए । शर्त ये है कि गिलास का पानी गिरना नहीं चाहिये !

महिला बोली -- मैं ऐसा कर सकती हूँ !

फिर थोड़ी ही देर में उस महिला ने ऐसा ही कर दिखाया ! उसके बाद मंदिर के पुजारी ने महिला से 3 सवाल पूछे -

1.क्या आपने किसी को फोन पर बात करते देखा?

2.क्या आपने किसी को मंदिर में गपशप करते देखा?

3.क्या किसी को पाखंड करते देखा?

महिला बोली -- नहीं मैंने कुछ भी नहीं देखा !

फिर पुजारी बोले --- जब आप परिक्रमा लगा रही थीं तो आपका पूरा ध्यान गिलास पर था कि इसमें से पानी न गिर जाए इसलिए आपको कुछ दिखाई नहीं दिया|

अब जब भी आप मंदिर आयें तो अपना ध्यान सिर्फ़ परम पिता परमात्मा में ही लगाना फिर आपको कुछ दिखाई नहीं देगा| सिर्फ भगवान ही सर्वत्र दिखाई देगें|

'' जाकी रही भावना जैसी ..
प्रभु मूरत देखी तिन तैसी|''

जीवन मे दुःखो के लिए कौन जिम्मेदार है ?

👉🏻ना भगवान,
👉🏻ना गृह-नक्षत्र,
👉🏻ना भाग्य,
👉🏻ना रिश्तेदार,
👉🏻ना पडोसी,
👉🏻ना सरकार,

जिम्मेदार आप स्वयं है|

1) आपका सरदर्द, फालतू विचार का परिणाम|

2) पेट दर्द, गलत खाने का परिणाम|

3) आपका कर्ज, जरूरत से ज्यादा खर्चे का परिणाम|

4) आपका दुर्बल /मोटा /बीमार शरीर, गलत जीवन शैली का परिणाम|

5) आपके कोर्ट केस, आप के अहंकार का परिणाम|

6) आपके फालतू विवाद, ज्यादा व् व्यर्थ बोलने का परिणाम|

उपरोक्त कारणों के अलावा सैकड़ों कारण है और बेवजह दोषारोपण दूसरों पर करते रहते हैं | इसमें ईश्वर दोषी नहीं है|
अगर हम इन कष्टों के कारणों पर बारिकी से विचार करें तो पाएंगे की कहीं न कहीं हमारी मूर्खताएं ही इनके पीछे है|

आपका जीवन प्रकाशमय हो तथा शुभ हो |

मित्रों इस रोग की विकट स्तिथि में नित्य अपने आराध्य देवता का कवच ( दुर्गा, शिव , गायत्री इत्यादि) अवश्य करें या ब्राह्मण...
01/05/2021

मित्रों इस रोग की विकट स्तिथि में नित्य अपने आराध्य देवता का कवच ( दुर्गा, शिव , गायत्री इत्यादि) अवश्य करें या ब्राह्मण से करवाएं साथ में कंठ से नाम जप करें। ऐसा करने से निश्चित सुरक्षा होगी।
ज्योतिषी अभिषेक अवस्थी
9810327832
येही ही मुक्ति का उचित साधन है। शेयर अवश्य करें।

आप सभी को हिन्दू नववर्ष 2078 की और नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।
13/04/2021

आप सभी को हिन्दू नववर्ष 2078 की और नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं।

07/11/2020

गुप्त टोटके दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने वाले हर तरह की मनोकामना पूर्ति के अचूक गुप्त उपाय ।

हर मनुष्य की कुछ मनोकामनाएं होती है। कुछ लोग इन मनोकामनाओं को बता देते हैं तो कुछ नहीं बताते। चाहते सभी हैं कि किसी भी तरह उनकी मनोकामना पूरी हो जाए। लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। यदि आप चाहते हैं कि आपकी सोची हर मुराद पूरी हो जाए तो नीचे लिखे प्रयोग करें। इन टोटकों को करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी।

उपाय

– तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा गाय के घी का दीपक लगाएं।

– रविवार को पुष्य नक्षत्र में श्वेत आक की जड़ लाकर उससे श्रीगणेश की प्रतिमा बनाएं फिर उन्हें खीर का भोग लगाएं। लाल कनेर के फूल तथा चंदन आदि के उनकी पूजा करें। तत्पश्चात गणेशजी के बीज मंत्र (ऊँ गं) के अंत में नम: शब्द जोड़कर 108 बार जप करें।

– सुबह गौरी-शंकर रुद्राक्ष शिवजी के मंदिर में चढ़ाएं।

– सुबह बेल पत्र (बिल्ब) पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर मनोरथ बोलकर शिवलिंग पर अर्पित करें।

– बड़ के पत्ते पर मनोकामना लिखकर बहते जल में प्रवाहित करने से भी मनोरथ पूर्ति होती है। मनोकामना किसी भी भाषा में लिख सकते हैं।

– नए सूती लाल कपड़े में जटावाला नारियल बांधकर बहते जल में प्रवाहित करने से भी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
इन प्रयोगों को करने से आपकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी हो जाएंगी।

इन उपायों से आएगी जीवन में खुशहाली —

सभी चाहते हैं कि उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। जीवन में सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है। ऐसे समय में उसे अपना जीवन नरक लगने लगता है। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो आप नीचे लिखे साधारण उपायों को अपनाकर अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। यह उपाय इस प्रकार हैं-

– सुबह घर से काम के लिए निकलने से पहले नियमित रूप से गाय को रोटी दें।
– एक पात्र में जल लेकर उसमें कुंकुम डालकर बरगद के वृक्ष पर नियमित रूप से चढ़ाएं।
– सुबह घर से निकलने से पहले घर के सभी सदस्य अपने माथे पर चन्दन तिलक लगाएं।
– मछलियों की आटे की गोली बनाकर खिलाएं।
– चींटियों को खोपरे व शकर का बूरा मिलाकर खिलाएं।
– शुद्ध कस्तूरी को चमकीले पीले कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें।
इन उपायों को पूर्ण श्रद्धा के साथ करने से जीवन में समृद्धी व खुशहाली आने लगती है।

अपने पति को खिलाएं खीर, बढ़ेगा प्रेम

अगर आपके दाम्पत्य जीवन में पहले जैसी मधुरता नहीं रही या फिर रोज किसी न किसी बात पर पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हों तो समझ लीजिए कि आपके दाम्पत्य जीवन में प्रेम का अभाव हो गया है। इस प्रेम को बढ़ाने के लिए एक छोटा मगर असरदार उपाय इस प्रकार है-

दाम्पत्य जीवन सुखी हो जाएगा

शुक्ल पक्ष में पडऩे वाले किसी शुक्रवार के दिन पत्नी अपने हाथों से प्रेम पूर्वक साबूदाने की खीर बनाएं लेकिन उसमें शक्कर के स्थान पर मिश्री डालें। इस खीर को सबसे पहले भगवान को अर्पित करें और इसके बाद पति-पत्नी थोड़ी-थोड़ी एक-दूसरे को खिलाएं। भगवान से सुखमय दाम्पत्य की कामना करें। इस दिन किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर इत्र का दान करें। अपने शयनकक्ष में इत्र कदापि न रखें। कुछ दिनों तक यह प्रयोग करते रहें । कुछ ही दिनों में दाम्पत्य जीवन सुखी हो जाएगा।

इस उपाय से आप अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हें

हर इंसान अपने दुर्भाग्य से पीछा छुड़ाना चाहता है। लेकिन दुर्भाग्य से पीछा छुड़ाना इतना आसान नहीं होता क्योंकि जब समय बुरा होता है तो साया भी साथ छोड़ देता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका दुर्भाग्य, सौभाग्य में बदल जाए तो नीचे लिखे उपाय करें। यह उपाय आपके दुर्भाग्य कौ सौभाग्य में बदल देंगे।

उपाय—

1- बरगद(बड़) के पत्ते को गुरु पुष्य या रवि पुष्य योग में लाकर उस पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें।

2- घर के मुख्य द्वार के ऊपर भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा अथवा चित्र इस प्रकार लगाएं कि उनका मुख घर के अंदर की ओर रहे। उस पर सुबह दूर्वा अवश्य अर्पित करें।

3- धन संबंधी कार्य सोमवार एवं बुधवार को करें।

4- नए कार्य, व्यवसाय, नौकरी, रोजगार आदि शुभ कार्यों के लिए जाते समय घर की कोई महिला एक मुठ्ठी काले उड़द उस व्यक्ति के ऊपर से उतार कर भूमि पर छोड़ दे तो हर कार्य में सफलता मिलेगी।

5- गरीब, असहाय, रोगी व किन्नरों की सहायता दान स्वरूप अवश्य करें। यदि संभव हो तो किन्नरों को दिए पैसे में से एक सिक्का वापस लेकर अपने कैश बॉक्स या लॉकर में रखें। इससे बहुत लाभ होगा।

6- काली हल्दी की एक गांठ शुभ मुहूर्त में प्राप्त कर अपने घर में, व्यवसायी अपने कैश बॉक्स में तथा व्यापारी अपने गल्ले में रखें।

7- रवि पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में बहेड़े की जड़ या एक पत्ता तथा शंखपुष्पी की जड़ लाकर घर में रखें। चांदी की डिब्बी में रखें तो और भी शुभ रहेगा।

दिशा-निर्देश

– सम्मोहन सिद्धि, देव कृपा प्राप्ति अथवा अन्य शुभ एवं सात्विक कार्यों की सिद्धि के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करके टोटके किए जाते हैं।

– मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व लक्ष्मी प्राप्ति के लिए किए जाने वाले टोटकों के लिए पश्चिम दिशा की ओर मुख करके बैठना शुभ होता है।

– उत्तर दिशा की ओर मुख करके उन टोटकों को किया जाता है जिनका उद्देश्य रोगों की चिकित्सा, मानसिक शांति एवं आरोग्य प्राप्ति होता है।

– रोग मुक्ति के लिए किए जाने वाले टोटकों के लिए मंगलवार एवं श्रावण मास उत्तम समय है।

– मां सरस्वती की प्रसन्नता व शिक्षा में सफलता के लिए बुधवार एवं गुरुवार तथा माघ, फाल्गुन और चैत्र मास में टोटका करना चाहिए।

– संतान और वैभव पाने के लिए गुरुवार तथा आश्विन, कार्तिक एवं मार्गशीर्ष मास में टोटकों का प्रयोग करना चाहिए।

ये उपाय बचाते हें टोने-टोटकों के अशुभ प्रभाव से —

क्या आपको लगता है कि किसी ने आपके घर पर टोना-टोटका किया है जिसके कारण आपके परिवार पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ रहा है तो घबराईए बिल्कुल मत क्योंकि यहां हम आपको बता रहे हैं टोने-टोटको से बचने के साधारण व अचूक उपाय। इन उपायों को करने से आपके घर व परिवार पर किसी टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह उपाय इस प्रकार हैं-

उपाय—

– अपने घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित करें और सुबह उठकर उन्हें प्रणाम करें। इसके बाद अपने द्वार, देहली व सीढ़ी आदि पर पानी का छिड़काव करें। ऐसा करने से टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ता।

– नीम, बबूल या आम में से किसी पेड़ की टहनी पत्तियों सहित मुख्य दरवाजे पर लटकाएं।

– शनिवार के दिन सात हरी मिर्च के बीच एक नींबू काले धागे में पिरोकर मुख्य द्वार पर लटकाएं। इससे भी बुरी नजर नहीं लगेगी।

– सप्ताह के किसी एक दिन घर की साफ-सफाई करने के बाद एक बाल्टी पानी में थोड़ी शक्कर और दूध डालकर कुश से उसका छिड़काव पूरे घर में करें। आखिर में शेष पानी को दरवाजे के दोनों और थोड़ा-थोड़ा डाल दें।

– अमावस के दिन एक ब्राह्मण को भोजन अवश्य कराएं। इससे आपके पितर प्रसन्न होंगे और आपके घर व परिवार को टोने-टोटको के अशुभ प्रभाव से बचाएंगे।

इस टोटके से आने लगेगा आपके घर में पैसा—

कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके घर में पैसों का आगमन बिल्कुल कम होता है। उस घर के सदस्य कमाते तो बहुत हैं लेकिन घर में पैसा नहीं आ पाता। दूसरे कामों में ही खर्च हो जाता है। अगर ऐसा हो तो नीचे लिखा टोटका करने से घर में पैसों का आगमन होने लगेगा और सुख-शांति भी बनी रहेगी।

टोटका

शुक्ल पक्ष के बुधवार की शाम को किसी केले के पौधे के समीप जाएं। उस पर जल चढ़ाएं। हल्दी से तिलक करें और गुरु बृहस्पति का ध्यान कर पौधे से अगले दिन (गुरुवार को) थोड़ी सी जड़ ले जाने की आज्ञा मांगें। दूसरे दिन सूर्य निकलने पर स्नान कर केले के पेड़ की पूजा करें और लकड़ी के एक टुकड़े से पौधे की जड़ खोदकर निकल लें और घर ले आएं। इस जड़ को गंगाजल से धोकर केसर के जल में डाल दें।

घी का दीपक जलाकर ऊँ बृं बृहस्पते नम: मंत्र की एक माला का जप करें और उस जड़ को जल से निकालकर पीले कपड़े में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें। इसके बाद प्रति गुरुवार को उस जड़ को केसर घुले गंगाजल में स्नान कराकर पुन: उस पीले कपड़े में बांध कर इस मंत्र का जप करें और पुन: तिजोरी में रखें। जब भी यह टोटका करें जरुरतमंदों को दान दें व बच्चों को मिठाई अवश्य खिलाएं। इस तरह आपके घर में धन का आगमन होने लगेगा।

यदि हें नोकरी/जॉब के लिए परेशान …तो यह उपाय करें—

वर्तमान समय में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। नौकरी न होने के कारण न तो समाज में मान-सम्मान मिलता है और न ही घर-परिवार में। यदि आप भी बेरोजगार हैं और बहुत प्रयत्न करने पर भी रोजगार नहीं मिल रहा है तो निराश होने की कोई जरुरत नहीं है। कुछ साधारण तांत्रिक उपाय कर आप रोजगार पा सकते हैं।

– शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर सवा किलो मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगाएं। घी का दीपक जलाएं और मंदिर में ही बैठकर लाल चंदन की या मूंगा की माला से 108 बार नीचे लिखे मंत्र का जप करें-

कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होय तात तुम पाहिं।।

इसके बाद 40 दिनों तक रोज अपने घर के मंदिर में इस मंत्र का जप 108 बार करें। 40 दिनों के अंदर ही आपको रोजगार मिलेगा।

– शनैश्चरी अमावस्या के दिन एक कागजी नींबू लें और शाम के समय उसके चार टुकड़े करके किसी चौराहे पर चारों दिशाओं में फेंक दें। इसके प्रभाव से भी जल्दी ने बेरोजगारी की समस्या दूर हो जाएगी।

– मंगलवार से प्रारंभ करते हुए 40 दिनों तक रोज सुबह के समय नंगे पैर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उन्हें लाल गुलाब के फूल चढ़ाएं। ऐसा करने से भी शीघ्र ही रोजगार मिलता है।

– इंटरव्यू में जाने से पहले लाल चंदन की माला से नीचे लिखे मंत्र का 11 बार जप करें-
ऊँ वक्रतुण्डाय हुं
जप से पूर्व भगवान गणेश की पूजा करें और गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करते हुए दूध से अभिषेक करें।

इस टोटके से हर बाधा हो जाएगी दूर

जीवन में कई ऐसे अवसर आते हैं जब हर काम में बाधा आने लगती है। काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं। जहां से हमें उम्मीद होती है वहीं से निराशा हाथ लगती है। ऐसे समय में अगर यह टोटका किया जाए तो हर काम बनने लगते हैं और बाधाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं।

टोटका

सुबह उठकर नहाकर साफ पीले कपड़े पहनें। इसके बाद आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं और 7 हल्दी की साबूत गांठे, 7 जनेऊ, 7 पूजा की छोटी सुपारी, 7 पीले फूल व 7 छोटी गुड़ की ढेली एक पीले रंग के कपड़े में बांध लें। अब भगवान सूर्य का स्मरण करें और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें। यह पोटली घर में कहीं ऐसी जगह रख दें जहां कोई और उसे हाथ न लगाए। जब आपका कार्य हो जाए तो यह पोटली किसी नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें।

उपाय—शीघ्र विवाह के लिए

इस दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर भगवान शंकर के मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करें तथा शिवलिंग पर 108 आंकड़े के फूल चढ़ाएं हुए ऊँ नम: शिवाय: मंत्र का जप करते रहें। इसके बाद 21 बिल्व पत्र चढ़ाएं और भगवान शंकर से शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। धनतेरस के शुभ मुहूर्त में किया गया यह उपाय जल्दी ही आपकी समस्या का निदान करेगा।

इस उपाय से मिलेगी कर्ज से मुक्ति

क्या आप कर्ज से परेशान है। बहुत कोशिश करने के बाद भी लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो आज यानी शनिवार को यह बहुत ही सरल व अचूक उपाय करें। इस उपाय से निश्चित ही आपको कर्ज से मुक्ति मिल जाएगी।

उपाय

शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने से बाद अपनी लंबाई के अनुसार काल धागा लें और इसे एक नारियल नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और इस नारियल को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही यह भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना भी करें। इस छोटे से उपाय से शीघ्र ही आप कर्ज की टेंशन से छुटकारा पा लेंगे।

यह उपाय करवाएगा मनचाहे स्थान पर तबादला

नौकरी के लिए कई बार इंसान को अपना घर-परिवार सब छोडऩा पड़ता है। ऐसे में वह अपने कार्य के प्रति पूरी ईमानदारी नहीं बरत पाता। उसका मन अपने घर पर ही लगा रहता है। उसे लगता है कि काश मेरा तबादला वहां हो जाएं जहां मैं चाहता हूं। अगर आपके साथ भी यही समस्या है तो नीचे लिखे उपाय से आपकी इस समस्या का समाधान हो सकता है।

उपाय

शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में चंद्रमा दिखाई देने पर सफेद बर्फी या थोड़ा सा दही अपने ऊपर सात बार उतारें और अपने मन में श्रद्धा व विश्वास के साथ चंद्रदेव से प्रार्थना करें- हे चंद्रदेव। मेरा तबादला अमुक(स्थान का नाम बोलें) स्थान पर करवाने की कृपा करें। सात बार यह क्रिया करते हुए मंत्र पढ़कर बर्फी या दही को सूर्योदय से पहले किसी चौराहे पर जाकर रख आएं। जिस दिशा में चंद्रमा आसमान में हो अपना मुख उस ओर रखना चाहिए तथा यह क्रिया छत पर बाहर खुले में करें लेकिन कोई देख न पाएं। अपना कार्य पूर्ण होने पर चंद्रमा को अध्र्य दें, पूजा करें व सफेद बर्फी या खीर को भोग लगाएं।

यदि पूर्णिमा पर करें यह उपाय तो जल्दी होगी शादी

कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी शादी में काफी मुश्किलें आती हैं। कई बार तो यह लोग काफी निराश हो जाते हैं। लेकिन उन्हें निराश होने की कोई जरुरत नहीं है , पूर्णिमा के अवसर पर यदि वे नीचे लिखे उपाय विधि-विधान से करेंगे तो न सिर्फ उनका विवाह जल्दी होगा बल्कि उन्हें मनचाहा जीवन साथी भी मिलेगा।

उपाय

– गरीबों को अपने सामथ्र्य के अनुसार पीले फल जैसे- आम, केला आदि का दान करें।

– इस दिन नया पीला रुमाल अपने साथ में रखें।

– भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर बेसन के लड्डू चढ़ाएं। लड्डू के साथ सेहरे की कलगी भी चढ़ाएं। यह शीघ्र विवाह का अचूक उपाय है।

– केल (केले के पेड़) की पूजा करें।

– इस दिन भोजन में केसर का उपयोग करें व केसर का तिलक लगाएं।

– जरुरतमंदों को पीले वस्त्रों का दान करें।

– गुरु बृहस्पति के मंदिर में जाएं। उन्हें पीली मिठाई, फल, फूल व वस्त्र अर्पण करें।

– एक किलो चने की दाल के साथ सोने का कोई आभूषण दान करें। यदि लड़के की शादी नहीं हो रही है तो ब्राह्मण को दान करें और यदि लड़की की शादी नहीं हो रही है तो किसी कन्या को दान करें।

पंडित जी नवग्रह ज्योतिष केन्द्र फरीदाबाद 9810327832

Address

Shop No. 141, 1st Floor Puran Enclave Behind Miglani Bakery
Faridabad
121008

Opening Hours

Monday 5pm - 8pm
Tuesday 5pm - 8pm
Wednesday 5pm - 8pm
Thursday 5pm - 8pm
Friday 5pm - 8pm
Saturday 9am - 5pm
Sunday 9am - 5pm

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