Dr Murar Homoeopathic Multispeciality Hospital Hinganghat

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According to research from the National Academy of Medicine, even modest weight loss can significantly reduce stress on ...
14/11/2025

According to research from the National Academy of Medicine, even modest weight loss can significantly reduce stress on the joints. Studies show that losing just 10 pounds can relieve approximately 40 pounds of pressure from your knees, easing discomfort and improving mobility. This reduction in joint load not only helps prevent pain but also decreases the risk of developing osteoarthritis over time. Maintaining a healthy weight, therefore, plays a crucial role in preserving joint health and overall physical function.

A new study reveals that sugar intake may pose a greater risk to heart health than cholesterol levels. Researchers found...
14/11/2025

A new study reveals that sugar intake may pose a greater risk to heart health than cholesterol levels. Researchers found that diets high in added sugars contribute more significantly to heart disease, stroke, and other cardiovascular complications than previously believed.

Excess sugar promotes inflammation, raises triglycerides, and increases insulin resistance, all factors that strain the heart and blood vessels. While cholesterol has long been considered the primary culprit in heart disease, these findings suggest that cutting back on sugary drinks, snacks, and processed foods could have a more immediate and profound impact on cardiovascular health.

Experts advise focusing on balanced nutrition: prioritising whole foods, fruits, vegetables, and lean proteins while limiting added sugars. Small changes like swapping soda for water, reducing sweets, and reading labels carefully can make a huge difference in protecting your heart over time.

This research challenges conventional wisdom and underscores the importance of moderating sugar consumption as a key strategy for long-term heart health.

05/11/2025

AI Overview

विशेषज्ञों की राय में, इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting - IF) वजन घटाने (weight loss) और मेटाबॉलिक हेल्थ (metabolic health) में सुधार के लिए एक प्रभावी तरीका हो सकता है, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं है और इसे शुरू करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

विशेषज्ञों के अनुसार इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे (Benefits as per Experts)
वजन घटाने में सहायक: यह शरीर में कैलोरी सेवन को सीमित करता है, जिससे शरीर ऊर्जा के लिए जमा फैट का उपयोग करता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
1. इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार: यह शरीर की इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया को बेहतर बनाता है, जिससे ब्लड शुगर मैनेजमेंट में मदद मिलती है और डायबिटीज का खतरा कम होता है।
2. मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा: फास्टिंग मेटाबॉलिज्म प्रोसेस को तेज करती है, जिससे कैलोरी बर्न होती है और शरीर अधिक सक्रिय रहता है।
3. सेलुलर रिपेयर (Autophagy): उपवास की अवधि के दौरान, शरीर 'ऑटोफैगी' नामक प्रक्रिया शुरू करता है, जिसमें क्षतिग्रस्त कोशिकाओं से छुटकारा पाकर नई, स्वस्थ कोशिकाएं बनती हैं। इसे शरीर का 'नेचुरल क्लीनिंग प्रोसेस' भी कहा जा सकता है।
4. हृदय और मस्तिष्क स्वास्थ्य: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल जैसे हृदय रोग के जोखिम कारकों को कम कर सकता है, और मस्तिष्क के कार्य को भी बेहतर बना सकता है।

https://asmbs.org/patients/impact-of-obesity/
13/10/2025

https://asmbs.org/patients/impact-of-obesity/

Updated April 2021 | Written by the Public Education Committee Obesity is when your body weight is above normal. Obesity is a disease which can result in a lot of damage to your body. People with severe obesity are more likely to have other diseases. These include type 2 diabetes, high blood pressur...

07/10/2025

American Society for Metabolic and Bariatric Surgery

आपके शरीर और स्वास्थ्य पर मोटापे का प्रभाव -
मोटापा तब होता है जब आपके शरीर का वजन सामान्य से ज़्यादा हो जाता है। मोटापा एक ऐसी बीमारी है जो आपके शरीर को बहुत नुकसान पहुँचा सकती है। गंभीर मोटापे से ग्रस्त लोगों में अन्य बीमारियाँ होने की संभावना ज़्यादा होती है। इनमें टाइप 2 मधुमेह, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, स्लीप एपनिया और कई अन्य बीमारियाँ शामिल हैं। मोटापे के साथ, ये बीमारियाँ लोगों के स्वास्थ्य को खराब कर सकती हैं। कुछ मामलों में, ये जीवन की गुणवत्ता को खराब कर सकती हैं, विकलांगता या समय से पहले मृत्यु का कारण बन सकती हैं।
मोटापा टाइप 2 मधुमेह का एक प्रमुख कारण है । मधुमेह तब होता है जब रक्त शर्करा आपके शरीर के लिए सहन करने योग्य से अधिक हो जाता है। मोटापे से प्रभावित लोगों में उच्च रक्त शर्करा होने की संभावना लगभग 10 गुना अधिक होती है (1)। टाइप 2 मधुमेह से मृत्यु का जोखिम लगभग दोगुना हो सकता है (2)। टाइप 2 मधुमेह के कारण ये हो सकते हैं:
विच्छेदन (अंगों की हानि),दिल की बीमारी,आघात,अंधापन,गुर्दा रोग,उच्च रक्तचाप,तंत्रिका क्षति और सुन्नता मुश्किल से ठीक होने वाले संक्रमण,नपुंसकत|

मोटापा उच्च रक्तचाप (जिसे "हाइपरटेंशन" भी कहा जाता है) का एक प्रमुख कारण है (3)। उच्च रक्तचाप वाले लगभग चार में से तीन मरीज़ मोटापे से ग्रस्त हैं (4)। उच्च रक्तचाप से हृदय रोग, कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर (CHF), स्ट्रोक और किडनी रोग जैसी अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में हर साल लगभग 6,00,000 लोगों की मृत्यु हृदय रोग से होती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन मोटापे को हृदय रोग का एक प्रमुख कारण मानता है। बड़े अध्ययनों से पता चलता है कि मोटापे के साथ हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है (5)। गंभीर मोटापे से ग्रस्त लोगों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा ज़्यादा होता है।
मोटापा आपके हृदय गति रुकने के जोखिम को बढ़ाता है। गंभीर मोटापा अनियमित हृदय गति (अतालता, या असामान्य हृदय गति) से जुड़ा होता है। ये अतालताएँ हृदय गति रुकने (हृदय गति रुकना) के जोखिम को तीन गुना बढ़ा सकती हैं।
मोटापे से ग्रस्त लोगों की साँस लेने की क्षमता कम हो जाती है। वे पर्याप्त हवा अंदर और बाहर नहीं ले पाते। इन लोगों को श्वसन (फेफड़ों) में संक्रमण, अस्थमा और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा ज़्यादा होता है। मोटापे से ग्रस्त लोगों में अस्थमा तीन से चार गुना ज़्यादा आम पाया गया है (8)।
मोटापे से प्रभावित आधे से ज़्यादा लोग (लगभग 50 से 60 प्रतिशत) ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) से पीड़ित होते हैं। गंभीर मोटापे के मामलों में, यह आँकड़ा लगभग 90 प्रतिशत (7) होता है। ओएसए एक बहुत ही गंभीर श्वसन विकार है। यह तब होता है जब गर्दन, गले और जीभ में अतिरिक्त चर्बी नींद के दौरान वायुमार्ग को अवरुद्ध कर देती है। यह रुकावट एपनिया का कारण बनती है, जिसका अर्थ है कि व्यक्ति कुछ समय के लिए साँस लेना बंद कर देता है। ओएसए से ग्रस्त व्यक्ति को हर रात सैकड़ों बार एपनिया के दौरे पड़ सकते हैं। एपनिया के दौरे व्यक्ति के रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देते हैं।
ओएसए उच्च रक्तचाप, फुफ्फुसीय उच्च रक्तचाप और हृदय गति रुकने का कारण बन सकता है। ओएसए अचानक हृदयाघात और स्ट्रोक का कारण बन सकता है। चूँकि एपनिया के दौरे सामान्य नींद चक्र को बाधित करते हैं, इसलिए आप आरामदायक नींद नहीं ले पाएँगे। इससे थकान (थकान) और उनींदापन हो सकता है। अगर इलाज न किया जाए, तो यह उनींदापन मोटर वाहन दुर्घटनाओं के जोखिम को बढ़ा सकता है।
अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में ही कैंसर हर साल पाँच लाख से ज़्यादा लोगों की जान ले लेता है। माना जाता है कि मोटापा हर साल 90,000 तक कैंसर से होने वाली मौतों का कारण बनता है। जैसे-जैसे बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) बढ़ता है, कैंसर और कैंसर से होने वाली मौत का खतरा भी बढ़ता है। इन कैंसर में शामिल हैं:
एंडोमेट्रियल कैंसर,ग्रीवा कैंसर,अंडाशयी कैंसर,रजोनिवृत्ति के बाद स्तन कैंसर
कोलोरेक्टल कैंसर,भोजन - नली का कैंसर
अग्न्याशय का कैंसर,पित्ताशय का कैंसर
यकृत कैंसर,गुर्दे का कैंसर,थायराइड कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर,नॉन-हॉजकिन लिंफोमा,एकाधिक मायलोमा,लेकिमिया
गंभीर मोटापे से ग्रस्त लोगों में सभी प्रकार के कैंसर से मृत्यु दर बढ़ जाती है। पुरुषों में मृत्यु दर 52 प्रतिशत और महिलाओं में 62 प्रतिशत अधिक है (9)।
मोटापा आपके पूरे संचार तंत्र पर दबाव डालता है, जो आपके शरीर में रक्त वाहिकाओं (धमनियों और शिराओं) के माध्यम से रक्त पहुँचाता है। यह दबाव स्ट्रोक और मस्तिष्क में रक्त वाहिकाओं के क्षतिग्रस्त होने के जोखिम को बढ़ाता है। मोटापा स्ट्रोक के अन्य जोखिम कारकों को भी जन्म दे सकता है। स्ट्रोक के जोखिम कारकों में हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 मधुमेह (जब किसी व्यक्ति को इनमें से तीन या अधिक बीमारियाँ होती हैं, तो इसे मेटाबोलिक सिंड्रोम कहा जाता है) और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (10) शामिल हैं।
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी), या सीने में जलन, पेट के एसिड या आंतों के स्राव को आपकी ग्रासनली को नुकसान पहुँचाती है। जीईआरडी के सामान्य लक्षणों में सीने में जलन, "अपच", खाना उलटना, खाँसी (खासकर रात में), स्वर बैठना और डकार आना शामिल हैं। लगभग हर 10 में से दो लोग नियमित रूप से जीईआरडी के लक्षणों का अनुभव करते हैं।
मोटापा जी.ई.आर.डी., ग्रासनली की सूजन और कभी-कभी ग्रासनली कैंसर के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है (11)।
मोटापा हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं का कारण बनता है। ये समस्याएँ दुर्घटनाओं और व्यक्तिगत चोट के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं में शामिल हो सकते हैं:
जोड़ों के रोग (गठिया)
डिस्क हर्निएशन
रीढ़ की हड्डी संबंधी विकार
पीठ दर्द
स्यूडोट्यूमर सेरेब्री, एक ऐसी स्थिति जो मस्तिष्क में दबाव बढ़ाती है और भ्रम या भटकाव, सिरदर्द और दृश्य समस्याओं से जुड़ी होती है।

अन्य शर्तें

अल्जाइमर रोग: अध्ययनों से पता चलता है कि मध्यम आयु के दौरान मोटापा उन स्थितियों में योगदान दे सकता है जो आपके स्मृति और स्पष्ट रूप से सोचने की क्षमता को प्रभावित करने वाली बीमारियों के जोखिम को बढ़ाते हैं - मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग - बाद में जीवन में (12)।
गुर्दे की बीमारी: उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह और कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर गुर्दे की बीमारी और गुर्दे की विफलता के प्रमुख कारण हैं। ये स्थितियाँ मोटापे के कारण होती हैं या बदतर हो जाती हैं।
यकृत रोग: मोटापा फैटी लिवर और नॉन-अल्कोहलिक लिवर रोग का प्रमुख कारण है। गंभीर मोटापे से ग्रस्त अधिकांश लोगों को फैटी लिवर रोग होता है। फैटी लिवर रोग के कारण लिवर पर निशान पड़ सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप लिवर की कार्यक्षमता कम हो जाती है, और इससे सिरोसिस और लिवर फेलियर हो सकता है।
अन्य स्थितियां जो जीवन के लिए खतरा बन सकती हैं: गर्भावस्था के दौरान मधुमेह और उच्च रक्तचाप से महिला में गर्भपात, पित्ताशय की थैली रोग, अग्नाशयशोथ आदि होने की संभावना बढ़ जाती है।
अन्य स्थितियां जिनके कारण जीवन की गुणवत्ता में कमी आती है: तनाव के कारण मूत्र असंयम (रिसाव), बढ़े हुए अंडाशय के कारण बांझपन (गर्भवती होने में असमर्थता) और त्वचा पर चकत्ते।�
मोटापा आपके शरीर पर गहरा असर डाल सकता है। मोटापे से जुड़ी स्थितियाँ आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती हैं। हालाँकि, इनमें से कई जटिलताओं से वज़न कम करके बचा जा सकता है या उन्हें ठीक किया जा सकता है।

References

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Mulnier HE, Seaman HE, Raleigh VS, et al. Mortality in people with Type 2 diabetes in the UK. Diabet Med. 2006 May;23(5):516-21
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Hampel, Howard, Neena S. Abraham, and Hashem B. El-Serag. “Meta-analysis: obesity and the risk for gastroesophageal reflux disease and its complications.” Annals of Internal Medicine 143.3 (2005): 199-211.
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11/09/2025
22/07/2025

*कथाविश्र्व*
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*!!बोलून तर बघा प्रश्न सुटेल!!*
*एक सुंदर वाचनीय कथा अवश्य वाचावी*
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*माझे एक मित्र आहेत बार्शीचे बाळासाहेब त्यांनी खूप दिवसां पासून आपल्या व्हाट्सअपवर स्टेटस ठेवलाय बोलून तर बघा प्रश्न सुटेल! पहिल्यांदा जेव्हा मी हा स्टेटस पाहिला तेव्हा मला खूप गंमत वाटली नंतर मी यावर विचारही केला खरेच बऱ्याचदा माणसे आपल्या समस्या घेऊन त्यात स्वतःच गुंतून पडलेली असतात गुरफटून गेलेली असतात ना ती त्याबद्दल कोणाशी बोलतात ना कोणाशी शेअर करतात ना कोणाकडे मदत मागतात संकोच अथवा कमीपणा वाटणे अहं आड येणे समोरच्यावर विश्वास नसणे आता मदत घेतली तर पुढे आपल्याला ही अशी मदत करावी लागेल याची भीती वाटणे मदत मागितल्यास बेइज्जत होईल अशी शंका येणे इ. कारणाने माणसे आपल्या समस्ये बद्दल तोंड उघडत नाहीत*

*पण या एका वाक्याने एका अत्यंत हलाखीचे जीवन जगणाऱ्या मुलीच्या जीवनात खूप मोठा बदल झाला तिचे जगणे सुसह्य झाले तिच्या जीवनात अक्षरशः क्रांती झाली त्यामुळे हे वाक्य कायम माझ्या स्मरणात राहीले आहे त्याचे असे झाले*

*एकदा डिसेंबर मध्येच नववी आणि दहावीच्या मुलांना बोर्डाच्या परीक्षे संदर्भात मार्गदर्शन करण्यासाठी एका शाळेने कार्यशाळा आयोजित केली होती स्किल क्राफ्टर्स ट्रेनिंग अँड डेव्हलपमेंट इन्स्टिट्यूट या संस्थेतर्फे मी कार्यशाळेस प्रमुख अतिथी म्हणून उपस्थित होतो आम्ही शाळेत पोहोचण्या पूर्वीच मुले हॉल मध्ये शिस्तीत बसली होती दारा बाहेर आमच्या नावा सकट स्वागताचा बोर्ड होता दरवाजात सुंदर रांगोळी काढलेली होती या शाळेत येणारी मुले ही अत्यंत गरीब घरातील होती त्यांचे पालक या मुलांना शाळेत पाठवतात म्हणजे शाळेवर उपकारच करतात असा अविर्भाव असणारे बहुतेक विद्यार्थ्यांचे वडील हे व्यसनी घराकडे लक्ष न देणारे तर आई विड्या वळणारी किंवा रोजंदारीवर काम करुन घर चालविणारी त्यामुळे मुलांना घरुन शिक्षणासाठी सपोर्ट असा नाहीच तरीही शाळेचे संचालक शिक्षक मुलांना सर्वोत्तम देण्याचा प्रामाणिक पणे प्रयत्न करत होते हे पाहून खूप बरे वाटले अभ्यास कसा करावा वाचलेले लक्षात कसे ठेवावे नवीन परीक्षा पद्धतीतील बदल सराव परीक्षेचे महत्व आदी विषयांवर विद्यार्थ्यांना कार्यशाळेत तज्ज्ञांकडून मार्गदर्शन करण्यात आले*

*प्रमुख अतिथी म्हणून माझे काम मुलांना अभ्यासासाठी प्रोत्साहित करणे व त्यांच्यात आत्मविश्वास निर्माण करणे हे होते ते मी छान गोष्टी रुपातून केले मुले आणि शिक्षक दोघेही खूष झाले कार्यक्रम संपल्या नंतर विद्यार्थ्यांचा घोळका माझ्या भोवती जमा झाला (हा माझा नेहमीचा अनुभव) कारण मुले तेव्हा खूप चार्जड् झालेली असतात त्यांच्या मनात खूप प्रश्न निर्माण झालेले असतात त्याची त्यांना उत्तरे हवी असतात सुमारे अर्धा तास हा प्रश्नोत्तराचा कार्यक्रम उभ्या उभ्याच सुरु होता शेवटी मुख्याध्यापिका मॅडमनी आम्हाला ऑफिस मध्ये चहा घेण्यासाठी आमंत्रित केले मुलांच्या गराड्यातून वाट काढत निघालो तेवढ्यात एक नववीतील मुलगी माझ्याकडे आली आणि म्हणाली सर मला तुमचा मोबाईल नंबर देता का?*

*मी तिला म्हणालो, का गं तुला काही विचारायचे आहे का?*

*ती म्हणाली हो पण मी नंतर फोनवर विचारले तर चालेल का?*
*मी तिला माझे कार्ड दिले आणि बेटा तुझे नाव काय? म्हणून विचारले कार्ड हातात घेत ती म्हणाली अस्मिता (नाव बदलले आहे)*
*गोरीपान छान वेणी घातलेली पाणीदार डोळ्यांची पण मला ती तिच्या वया पेक्षा जास्तच मॅच्युअर्ड वाटली आणि तिच्या डोळ्यात एक वेदना देखील जाणवली माझे कार्ड घेऊन ती मैत्रिणींच्या घोळक्यात मिसळली मी मॅडमच्या सोबत ऑफिस मध्ये आलो तिथे चहा घेत शाळेच्या अडचणी शासनाचे असहकार्य पालकांचे भले बुरे अनुभव यावर दहा पंधरा मिनिटे चर्चा झाली आणि मग मी निरोप घेतला दैनंदीन व्यापात मी अस्मिताला विसरुनही गेलो आणि मग एके दिवशी माझा मोबाईल वाजला अन् नोन नंबर होता मी फोन घेतला पलीकडून आवाज आला*

*हॅलो सर, नमस्कार मी अस्मिता बोलतेय त्या दिवशी तुम्ही आमच्या शाळेत आला होतात ना, मी तुमचे कार्ड घेतले होते बघा*

*हां हां. बोल, अस्मिता बोल*

*सर, मला तुमची थोडीशी मदत हवी होती*

*हं, बोल ना.*

*सर, माझे वडील हातगाड्यावर केळी विकतात दिवसभरात दोन तीनशे रुपये मिळतात हातगाडी भाड्याची आहे त्याचे रोज शंभर रुपये द्यावे लागतात त्यात वडील दारु पितात माझी आई जवळच्याच गादी कारखान्यात कापूस स्वच्छ करायचे काम करते तिला रोज दीडशे रुपये पगार मिळतो पण कापसाच्या यंत्रापाशी बसून तिला दम्याचा त्रास व्हायला लागलाय घरात मीच मोठी आहे एक लहान बहीण आणि दोन लहान भाऊ आहेत मला आईला मदत म्हणून काही काम मिळेल का?*

*मी विचारले, तुला काय करायला आवडते?*

*सर, मला चित्रकला आवडते तुम्ही शाळेत आला होतात त्या दिवशी हॉलच्या दारात मीच रांगोळी काढली होती आणि मला मेंदीपण खूप छान काढता येते*

*मी म्हटले अस्मिता, हा फोन कोणाचा आहे?*

*ती: सर, हा आमच्या क्लासटीचर मॅडमचा आहे*

*मी: ठीक आहे मी तुझ्यासाठी काही तरी काम शोधेन आणि या नंबरवर तुला आठवडा भरात निरोप देईन तू मात्र अभ्यासाकडे लक्ष दे बरे*

*ती: थँक्यु सर*

*मी लगेच Asma's madam या नावाने नंबर सेव्ह केला आणि विचारात पडलो की किती कठीण परिस्थितीतून या मुलीला जावे लागतंय या अल्लड वयातपण ती किती मॅच्युअर्ड विचार करते ती ज्या घरात रहाते ज्या वस्तीत राहून ती मोठी होतेय ते पाहिले तर हे तिच्या कडून हे अजिबात अपेक्षित नव्हते पण म्हणतात ना Nature is great balancer त्याने अशी गुणी मुलगी अशा बापाच्या पदरात टाकून बॅलन्सच साधला होता काय बरे काम द्यावे या मुलीला? मी मार्ग शोधत होतो*

*दोन चार दिवस गेले माझा एक व्यापारी मित्र मुलीच्या लग्नाची पत्रिका द्यायला घरी आला मुलगा जळगावचा होता त्यांचा तेथे कपड्याचा मोठा व्यापार होता दहा दिवसांनी लग्न सोलापूरात होणार होतं तीन दिवस लग्नाचा कार्यक्रम चालणार होता मला अस्मिता आणि बाळासाहेबांचे वाक्य दोन्ही एकदम आठवले बोलून तर बघा प्रश्न सुटेल! मी माझ्या मित्राला विचारले अरे श्रीनिवास मेंदीचे काय केलेस? कोणाला सांगितलेस? तो म्हणाला थांब ते डिपार्टमेंट बायकोकडे आहे तिला विचारतो ते ऐकून वहिनी म्हणाल्या अहो भाऊजी आठ दिवस झाले सांगतेय तुमच्या मित्राला बघू या बघू या असेच म्हणतात असेल कोणी तर सांगा तुमच्या ओळखीचे*

*मी लगेच अस्मिताच्या मॅडमना फोन लावला अस्मिताशीपण बोललो वहिनी आणि अस्मिताचे बोलणे करुन दिले एका व्यक्तीला चारशे रुपये याप्रमाणे अस्मिताने पुढच्या आठ दिवसात लग्नघरी जाऊन पन्नास साठ मुलींच्या महिलांच्या हातावर सुंदर मेंदी काढली काही लोकांनी खूष होऊन जास्तीचे पैसे दिले अस्मिताने तीसेक हजार रुपये आठ दिवसात मिळवले या आठ दिवसात ती मला रोज रिपोर्टिंग करत होती मी तिला प्रोत्साहन देत राहिलो लग्न पार पडले*

*आणि मग महिनाभराने अस्मिताचा फोन आला ती खूप आनंदात होती सांगत होती*

*सर तुम्हाला खूप खूप थँक्स तुम्ही मेंदी काढायचे काम मिळवून दिले त्याचे तीस हजार मिळाले त्यातून बाबांसाठी पाच हजाराचा नवा हातगाडा तयार करून घेतला आईला दवाखान्यात नेऊन आणले व एक शिलाई मशीन घेऊन दिली घराला जुन्या बाजारातून पत्रे घेतले ते घातले आता पावसाळ्यात आमचे घर गळणार नाही आणि उरलेल्या पैशातून आणखी दोन हातगाड्या तयार करून घेतल्या त्या मी रोज प्रत्येकी शंभर रुपये प्रमाणे भाड्याने देतेय हे भाडे मी स्वतः घेते यातून आमच्या सगळ्यांच्या शिक्षणाचा खर्च भागेल मी आता सुट्टीत कॉम्प्युटर क्लास लावणार आहे कारण तुम्ही सांगितलेल्या काकांना माझा स्वभाव खूप आवडला मला अठरा वर्षे पूर्ण झाली की त्यांच्या सुपर मार्केट मध्ये नोकरी देईन म्हणून सांगितलय त्यांनी सर हे सगळं तुमच्यामुळे शक्य झाले आता माझ्या घरातले वातावरण खूप बदललाय बाबा आता दारु पीत नाहीत आम्हा सगळ्यांशी प्रेमाने बोलतात काळजी घेतात सर माझे आई बाबा तुम्हाला एकदा भेटायचे म्हणतात ते म्हणतात "देव आम्हालाही पहायचा आहे" कधी भेटाल सर?*

*मी स्तब्ध, निःशब्द! सहज म्हणून मी श्रीनिवासकडे मेंदीचा विषय काढला काय आणि या पोरीने तर पुढे चमत्कारच करुन दाखवला अक्षरशः चमत्कार!*

*मी म्हटले अस्मिता बेटा कधीही ये फक्त फोन करून ये आणि मी देव वगैरे नाही एक सर्वसामान्य माणूस आहे तुझ्या सारखाच मी विशेष असे काहीच केले नाही तू बोललीस तू प्रयत्न केलास म्हणून हे सारं शक्य झाले तू माझ्याकडे बोललीस मी पुढे बोललो*

*मला बाळासाहेबांचा स्टेटस आठवला*
*बोलून तर बघा प्रश्न सुटेल!*🌹

*...सुप्रभात...*

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