23/09/2025
आयुर्वेद दिवस 2025: एनआईआईएमएच, हैदराबाद में हुआ भव्य आयोजन
हैदराबाद, 23 सितंबर, 2025 – राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा संपदा संस्थान (एनआईआईएमएच), हैदराबाद में 10वां आयुर्वेद दिवस बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। इसका उद्देश्य आयुर्वेद के जन-उपयोगी पहलुओं, विशेषकर आहार और औषधीय पौधों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।
वॉक फॉर आयुर्वेद:- इस समारोह की शुरुआत सुबह 8 बजे 'वॉक फॉर आयुर्वेद' के साथ हुई। इसमें संस्थान के अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ रेवेन्यू बोर्ड कॉलोनी के सभासद और स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया। केन्द्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के उप-महानिदेशक डॉ. एन. श्रीकांत और आंध्र प्रदेश से आए वैद्य पम्मी सत्यनारायण शास्त्री ने संस्थान के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ. जी. पी. प्रसाद के साथ मिलकर इस रैली की शुरुआत की। लगभग 100 से ज्यादा प्रतिभागियों ने विभिन्न नारों के साथ आसपास की कॉलोनियों में भ्रमण किया और लोगों को आयुर्वेद अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। रैली का समापन संस्थान में हर्बल चाय और पौष्टिक आहार के वितरण के साथ हुआ।
पांडुलिपि दानकर्ताओं का सम्मान:- आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में, संस्थान के सभागार में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसकी अध्यक्षता सीसीआरएएस के उप-महानिदेशक डॉ. एन. श्रीकांत ने की। यह कार्यक्रम उन महानुभावों को समर्पित था, जिन्होंने संस्थान को पांडुलिपियां, दुर्लभ किताबें, पत्रिकाएं और संग्रहालय सामग्री दान की थी। समारोह की शुरुआत धन्वंतरि स्तवन से हुई, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुर्वेद दिवस पर दिए गए राष्ट्रीय संदेश का वाचन किया गया। इस अवसर पर, डॉ. डी.वी. श्रीराममूर्ति के प्रतिनिधि श्री वेंकट सूर्य सुजन, श्री वेंपटी राधा कृष्ण और श्रीमती सुलोचना ठाकुर की प्रतिनिधि श्रीमती पद्मा को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ बी रामाराव, डॉ. वी.वी. प्रसाद, डॉ. सुधाकर और श्रीमती गायत्री सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों का भी सत्कार किया गया।
ज्ञानवर्धक व्याख्यान और जागरूकता कार्यक्रम:- समारोह के दौरान, कई विशेषज्ञों ने आयुर्वेद के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिए जिसमें डॉ. एन. श्रीकांत, उप-महानिदेशक जी ने ‘वैश्विक स्वास्थ में आयुर्वेद की भूमिका’ और उत्तम वैद्य पम्मी सत्यनारायण शास्त्री ने 'पुष्पों का चिकित्सकीय उपयोग' पर व्याख्यान दिया। इसके अलावा डॉ. जी.पी. प्रसाद, डॉ. सुबोस, डॉ. वी. श्रीदेवी, डॉ. संतोष माने आदि अधिकारियों ने 'वृद्धावस्था के लिए आयुर्वेद' 'सम्यक पोषण’ 'आयुर्वेद एवं महिलाओं का स्वास्थ्य' तथा 'आयुर्वेद के मूलभूत सिद्धांत एवं चिकित्सकीय उपादेयता' जैसे विषयों पर उपस्थिति समुदाय से चर्चाकर सुसंवाद प्रस्थापित कीया ।
इस आयोजन ने उपस्थित लोगों को आयुर्वेद के बारे में प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने में मदद की। अंत में संस्थान के पुस्तकालय, ग्रंथालय तथा वनौषधि उद्यान का दौरा किया। साथ ही, उपस्थित लोगों को औषधीय पौधों, सूचना सामग्री और दवाइयों का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में, श्री के. श्रीनिवास राव ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिससे यह आयोजन सफल हो सका।
Rabinarayan Acharya
Penchala Prasad Goli
Central Council for Research in Ayurvedic Sciences
National Institute of Indian Medical Heritage, under CCRAS, Min. of AYUSH
National Institute of Indian Medical Heritage, under CCRAS, Min. of AYUSH
Ministry of Ayush, Government of India
Ayush-Ayurveda
Press Information Bureau - PIB, Government of India