16/09/2025
स्वर्ण प्राशन एक आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें शुद्ध स्वर्ण (सोना) को दूध या अन्य तरल पदार्थों में मिलाकर सेवन किया जाता है। यह उपचार आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत पुराना है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ बताए जाते हैं।
*स्वर्ण प्राशन के लाभ:*
1. *बुद्धि और स्मृति की वृद्धि*: स्वर्ण प्राशन को बुद्धि और स्मृति को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
2. *रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि*: स्वर्ण प्राशन को रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
3. *शरीर की ऊर्जा में वृद्धि*: स्वर्ण प्राशन को शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।
4. *त्वचा और बालों के लिए लाभदायक*: स्वर्ण प्राशन को त्वचा और बालों के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
*पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन लेने का महत्व:*
पुष्य नक्षत्र एक विशेष नक्षत्र है जो आयुर्वेदिक चिकित्सा में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन लेने से इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं।
1. *अधिक प्रभावी*: पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन लेने से इसके लाभ अधिक प्रभावी होते हैं।
2. *शरीर की ऊर्जा में वृद्धि*: पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन लेने से शरीर की ऊर्जा में वृद्धि होती है।
3. *रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि*: पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन लेने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
👉 यह ध्यान रखें कि स्वर्ण प्राशन लेने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक या विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। इसके अलावा, स्वर्ण प्राशन की गुणवत्ता और शुद्धता का भी ध्यान रखना चाहिए।