11/02/2017
होम्योपैथिक दवाइयां बीमारियां खत्म कर शरीर
को अंदर से मजबूत भी बनाती हैं। यूं तो पुराने समय
से ही होम्योपैथिक और एलोपैथिक दवाइयों को लेकर
मतभेद लोगों में होते आए हैं। कुछ कहते हैं
कि होम्योपैथिक उपचार का सही जरिया है, तो कुछ
के लिए एलोपैथिक ही वरदान साबित होती है। यूं
तो उपचार की हर विधि के अपने कुछ सकारात्मक
पक्ष और कुछ नकारात्मक पक्ष होते ही हैं। लेकिन
अगर होम्योपैथिक की बात की जाए, तो अपने आप
में यह एक प्रभावकारी तरीका है उपचार का।
होम्योपैथिक नेचुरल तरीके से
बीमारी को सही करती है और शरीर का इम्यून
सिस्टम भी बूस्ट करती है, वो भी बिना किसी साइड
इफेक्ट के।
होम्योपैथिक अन्य दवाइयों की तरह नहीं है, यह
शरीर को नेचुरल तरीके से ठीक करती हैं।
होम्योपैथिक दवाइयां इम्यून सिस्टम को मजबूत
बनाती हैं। साथ ही शरीर को भी बीमारियों से लड़ने
के काबिल बनाती हैं, ताकि शरीर दोबारा से पहले
वाली स्थिति में हो जाए।
कोई साइडफेक्ट नहीं
होम्योपैथिक दवाएं मुख्यत: पौधों, मिनरल्स आदि से
बनाई जाती हैं। यह प्रभावकारी होने के साथ-साथ
इफेक्टिव भी होती हैं। इनकी खास बात यह है
कि इनके सेवन से किसी तरह का साइडफेक्ट
नहीं होता है और ना ही किसी तरह का रिएक्शन।
जबकि कई बार एलोपैथिक दवाइयां खाने से
एलर्जी या रिएक्शन आदि की समस्याएं सामने
आती हैं। हां, मगर जब भी होम्योपैथिक दवाई खाएं,
तो उसकी डोज डॉक्टर से जरूर पूछें।
सबकी अलग दवा
होम्योपैथिक दवाइयों में एक खासियत यह होती है
कि एक ही दवाई हर शख्स के लिए अलग-अलग
सिम्पटम्स में दी जाती है। एक ही दवाई कई सारे
रोगों में फायदा करती है, जिस वजह से अगर आपने
घर में कुछ मुख्य होम्योपैथिक दवाइयां रखी हैं,
तो वो दवाइयां कई रोगों को दूर करने में सहायक
होंगी। होम्योपैथिक दवाइयां हर शख्स
की बॉयोलॉजिकल रिक्वायरमेंट के हिसाब से
दी जाती हैं, जिससे सिर्फ बीमारी खत्म ही न हो,
बल्कि शरीर भी अंदर से मजबूत बने।
धैर्य रखना जरूरी
होम्योपैथिक दवाइयों के सेवन के समय
रोगी को बहुत धैर्य रखने की आवश्यकता होती है।
कई बार रिस्पांस का पता चलने में थोड़ा समय
लगता है। अक्सर लोग रिस्पांस आने से पहले इलाज
बीच में ही छोड़ देते हैं, जिससे कोई लाभ नहीं मिल
पाता।
पुरानी बीमारियां खत्म करे
होम्योपैथिक दवाई से पुरानी से
पुरानी बीमारियां भी ठीक की जा सकती हैं। कई बार
लोगों को अन्य दवाइयों से जब आराम नहीं होता है,
तब वो होम्योपैथिक दवाइयां खाते हैं और उन्हें
आराम होता है। कई बार बिना ऑपरेशन सिर्फ
होम्योपैथिक दवाइयों से कई जटिल बीमारियां दूर
हो जाती हैं। लेकिन जिस तरह कोई भी दवाई लेने से
पहले आप डॉक्टर्स की सलाह लेते हैं, ठीक उसी तरह
डॉक्टर की सलाह लेकर ही होम्योपैथिक दवाई
लेनी चाहिए।
न ज्यादा महंगी
होम्योपैथिक दवाइयां अन्य दवाइयों की तरह
ज्यादा महंगी भी नहीं होती हैं, बल्कि आप इन्हें
अपने बजट के अनुसार खरीद सकते हैं। होम्योपैथिक
दवाखाना भी असानी से उपलब्ध रहते हैं।
होम्योपैथिक दवाइयां गोली में, बॉयोकैमिक और
लिक्विड में आती हैं। आवश्यकतानुसार
दवा का चुनाव कर सकते हैं।