29/12/2023
system
#पाचन संस्थान
शरीर को जीवित रखने एवं हमारे शरीर की जितनी भी जैविक प्रक्रियाएं है सबके लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है ऊर्जा के उत्पादन हेतु पाचन संस्था एक ऊर्जा उत्पादन कारखाने के रूप में कार्य करता है जिसमें ईंधन के रूप में भोजन का उपयोग होता है । ऊर्जा हमारे पाचन संस्थान में भोजन के पाचन से उत्पन्न होती है
मुंह (Mouth) से लेकर भोजन नलिका (oesophagus) आमाशय (Stomach) आंत (Intestine) एवं मलाशय (Re**um) तथा गुदा (A**s) तक के इस पाचन संस्थान के किसी भी अंग में कई विभिन्न रोगों की संभावना रहती है। पाचन संस्थान के रोगों से हमारी अन्य जैविक प्रक्रियाएं भी प्रभावित हो जाती हैं जिससे कई तरह के रोग उत्पन्न हो सकते हैं।
जिसका वर्तमान विकृत जीवन शैली (Life Style) का आहार - विहार के मुख्य कारण है।
न्यूरोथैरेपी एक प्राकृतिक भारतीय चिकित्सा पद्धति है
न्यूरोथैरेपी द्वारा बिना किसी दवा, मशीन, सर्जरी एवं बिना किसी साइड इफेक्ट सभी बीमारियाँ व लक्षणों का ईलाज किया जाता है ।
न्यूरोथैरेपी इस सिद्धांत पर आधारित है कि हमारे शरीर के अंदर ही उसे ठीक रखने की क्षमता और व्यवस्था है। विभिन्न ग्रन्थियों का सही मात्रा में स्त्राव शरीर को स्वस्थ रखता है अनियमित दिनचर्या, खानपान की गड़बड़ियाँ, मानसिक तनाव आदि कारणों के ग्रन्थियों के कार्य प्रभावित होते है जिससे शरीर के अम्ल व क्षार ( Acid & Alkaline) का संतुलन बिगड़ जाता है और शरीर रोगी हो जाता है न्यूरोथैरेपी में विभिन्न अंगों पर विशेष प्रकार से दबाव डालकर उन ग्रन्थियों को पुनः सक्रिय किया जाता है जिससे ग्रन्थियों का कार्य ठीक होने लगता है और रोगी स्वस्थ हो जाता है ।
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#न्यूरोथैरेपी में विभिन्न बिमारियों का ईलाज किया जाता है जैसे:-
#पाचन संबंधी रोग: #गैस एसिडिटी, #कब्ज , अपचन, पेट फूलना, दर्द, भारीपन, भूख न लगना #नाभी या #धरन का हटना, #इन्फैक्शन, #कोलाइटिस, #पाइल्स आदि सभी पेट रोग
#श्वास संबंधी रोग #अस्थमा, एलर्जी, #ब्रोकाइटिस, साइनस, #लग्स इन्फैक्शन, #फाइब्रोसिस एवं अन्य श्वास रोग ।
#नसो व जोड़ों संबंधी रोग गर्दन, कंधा, #कमर दर्द, #स्लिप डिस्क, #सायटिका, हाथ व पैरो में सुन्नपन, #गठिया बाय (अथ्राइटिस), #वेरीकोज वेन्स, चलने में टेड़ापन, कोहनी, कलाई, घुटना, एड़ी, जांघ आदि में दर्द ।
#त्वचा संबंधी रोग : #सोरायसिस, #एक्जिमा, एलर्जी एवं अन्य त्वचा रोग
#आँख व #कान से सम्बन्धित सभी रोग।
बच्चों संबंधी रोग मंदबुद्धि बच्चे, #सी.पी. चाइल्ड, मंगोल चाइल्ड, (डाउन सिंड्रोम) ए.डी.डी., ए.डी.एच.डी. चाइल्ड एवं अन्य रोग ।
#दिमागी रोग– #मल्टीपल स्कलैरोसिस, मॉटर न्यूरान डिसोर्डर, #दौरे व मीर्गी आना (फिट्स), लकवा, पार्किन्सन, नींद कम व ज्यादा आना, माइग्रेन सिर दर्द ।
#महिला संबंधी रोग : मासिक धर्म में अनियमितता, दर्द होना, कम या ज्यादा होना, सफेद पानी, #गर्भाशय में गांठ, गर्भाशय का खिसकना, #ओवरी मे सिस्ट या रसोली।
अन्य रोग : #बी. पी. कम व ज्यादा, घबराहट (एन्जाइटी), #डिप्रेशन, #शुगर , लीवर सिरोसिस, न्यूरोपैथी, #थायरॉइड , #मस्कुलर डिस्ट्रोफी, हृदय रोग, पोलियो, मैननजाइटिस।
#पिंकसिटी