17/11/2025
गर्भावस्था के दौरान सोनोग्राफी यानी अल्ट्रासाउंड जांच एक बहुत ज़रूरी प्रक्रिया होती है। यह माँ और होने वाली संतान दोनों की सेहत की निगरानी करने का सबसे सुरक्षित तरीका है। इस जांच से डॉक्टर को पता चलता है कि बच्चा गर्भ में ठीक से बढ़ रहा है या नहीं, उसका दिल धड़क रहा है या नहीं, प्लेसेंटा (placenta) सही जगह पर है या नहीं, और प्रेगनेंसी में कहीं कोई कॉम्प्लीकेशन्स तो नहीं है।
सोनोग्राफी बिना दर्द, बिना किसी नुकसान वाली जांच है, जिसे गर्भावस्था के अलग-अलग चरणों में किया जाता है। सोनोग्राफी हर महिला की प्रेगनेंसी के दौरान एक रेगुलर चेकअप का एक अहम् हिस्सा है।