Jain's Ayurveda & Panchkarma

Jain's Ayurveda & Panchkarma We are here to provide information about Ayurveda treatments

09/01/2020

अस्थमा को आम तौर पर दमा भी कहते हैं। इस बीमारी में सांस लेने में दिक्कत होती है और दम फूलने लगता है। सर्दियों में अस्थमा के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। आम तौर पर यह बीमारी बुजुर्ग लोगों को ज्यादा होती है। इस बीमारी में सांस की नली में सूजन आ जाती है। ठीक से सांस नहीं ले पाने के कारण छाती में भारीपन महसूस होता है। अब तो इस बीमारी के शिकार बच्चे भी हो रहे हैं। वातावरण में बढ़ता प्रदूषण भी इस बीमारी की वजह बन रहा है। कुछ घरेलू उपायों को अपना कर इस बीमारी से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।

1. ग्रीन या ब्लैक टी से करें दिन की शुरुआत
अस्थमा में आप दिन की शुरुआत ग्रीन या ब्लैक टी से कर सकते हैं। इसके अलावा मछली का तेल, अखरोट, कद्दू के बीज, सोया पनीर, सोयाबीन, दालचीनी, सरसों का तेल, नट्स और सूखे अंजीर का सेवन भी फायदेमंद होता है।

2. जई के आटे की रोटी खाएं
अस्थमा में गेहूं के आटे की रोटी के अलावा जई के आटे की रोटी, दलिया और मूंग की दाल का सेवन ज्यादा करें। जई के आटे की रोटी खाने से इस बीमारी में फायदा होता है।

3. हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
अपनी डाइट में हरी सब्जियां, शलगम, पुदीना, अदरक, लहसुन, आलू, ब्रोकोली और तुलसी आदि को शामिल करें।

4. विटामिन सी है फायदेमंद
अस्थमा के मरीजों को विटामिन सी से भरपूर चीजों का ज्यादा सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप पपीता, अंगूर, कीवी, आंवला, अनार, सेब, खजूर, अंजीर और स्प्राउट का ज्यादा सेवन करें।

5. गाजर खाएं
अस्थमा के मरीजों को बीटा कैरोटीन से भरपूर चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। बीटा कैरोटीन का सबसे बढ़िया स्रोत गाजर है। इसलिए गाजर का खूब सेवन करें। गाजर के अलावा बीटा कैरोटीन खुबानी, चेरी, हरी मिर्च, शिमला मिर्च और शकरकंद में भी पाया जाता है।

6. अदरक जरूर खाएं
अस्थमा के मरीजों को अदरक, अनार के रस और शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर दिन में दो-तीन बार लेना चाहिए। इसके अलावा आप एक चम्मच अदरक के रस को आधा कप पानी में मिलाकर रात को सोने से पहले लें। कच्ची अदरक का सेवन भी अस्थमा रोगी के लिए फायदेमंद होता है।

7. कॉफी है फायदेमंद
अस्थमा में कॉफी पीना फायदेमंद माना जाता है, लेकिन दिन में दो बार से ज्यादा कॉफी का सेवन न करें। इसके अलावा तुलसी की चाय या फिर एक कप गर्म पानी में दो-तीन पत्ते तुलसी के डालकर पीने से भी फायदा होता है।

09/01/2020

सर्दी जुकाम दूर करने के उपाय

सर्दियों के मौसम में बहुत सावधान रहने की आवश्यकता होती है। बच्चो और बुजुर्गो का तो विशेष ख्याल रखना पड़ता है, थोड़ी लापरवाही हुई नहीं कि बीमार पड़ना तय है । सर्दी के मौसम में सर्दी, जुकाम वा खांसी की अधिक शिकायत होती है। सर्दी जुकाम की वजह से इससे शरीर में कमजोरी आ जाती है। यहाँ पर हम आपको कुछ सर्दी के आसान उपाय और सर्दी के घरेलु उपाय बता रहे है जिनसे अवश्य ही लाभ प्राप्त होगा,

जानिए, सर्दी जुकाम दूर करने के उपाय, सर्दी जुकाम को कैसे दूर करें, सर्दी

जुकाम में आराम पाने के उपाय,

8 -10 लहसून की कलियों को उबालकर उसमें थोड़ी काली मिर्च और सेंधा / काला नमक डालकर उसका सूप बनाएं इस सूप को सुबह खाली पेट लेने, दिन में दो बार इस सूप का सेवन करने से सर्दी जुकाम Sardi Jukam में एक ही दिन में बहुत लाभ मिल जाता है।

यदि नाक बंद है तो दालचीनी, कालीमिर्च, इलायची और जीरे को बराबर मात्रा में लेकर एक सूती कपड़े में बांध लें और इन्हें बार बार सूंघें जिससे छींक आएगी और बंद नाक भी खुल जाएगी । इस उपाय से सर्दी जुकाम में शीघ्र लाभ मिलता है ।

10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और थोड़ा नमक लेकर उसे पानी में मिलाकर उबाल कर काढ़ा बनाएं। दिन में 2 बार एक कप काढ़ा पीने से लाभ मिलता है ।

खजूर की तासीर गर्म होने के कारण इसे सर्दियों के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। खजूर को दूध के साथ उबाल कर पीजिए इससे ठंड में काफी राहत मिलती है।

यदि जुकाम में नाक बहती हो, बंद हो, कफ बलगम जमा हो जाये तो सुबह शाम दो बार, पाँच छह खजूर खाने के बाद उसके ऊपर से एक गिलास गर्म पानी पियें, इससे सारी कफ, बलगम बाहर निकल जाती है फेफड़े साफ होते है और शरीर में स्फूर्ति भी आती है।

एक कप अदरक, तुलसी,पुदीने और कालीमिर्च वाली गर्म चाय, सर्दी से राहत पाने का असरदार घरेलू नुस्खा है।

किशमिश को पीस कर पानी के साथ पेस्ट बना लें। इसमें चीनी डाल कर उबालें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। रोज रात में सोने से पहले इसको लेने से सर्दी जुकाम में राहत मिलती है।

जुकाम के इलाज Jukam ke ilaj में हल्दी काफी फायदेमंद है। बहती नाक को रोकने के लिए हल्दी को जलाकर इसका धुआं लें, इससे नाक से पानी बहना तेज हो जाएगा व तत्काल आराम मिलेगा।

इमली और काली मिर्च से बनाया जाने वाला दक्षिण भारतीय सूप "रसम" को गर्म-गर्म पिएँ, क्योंकि ये आपके शरीर में मौजूद अनावश्यक विषैल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इससे जुकाम में बेहद लाभ मिलता है।

सर्दी जुकाम में तुलसी बहुत कारगर है । आप चाहें तो तुलसी के पत्तों को चबाकर खाएं या फिर पानी में उबाल कर काढ़ा बना कर पीएं दोनों ही तरीके से फ़ायदा होता है।

विटामिन सी सर्दी के उपचार में काफी लाभदायक है। एक गिलास गर्म पानी में नींबू के रस के साथ एक चमच शहद मिलाकर पिएँ। इस में भरपूर मात्रा में मौजूद विटामिन सी हमारे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढते हैं।

बार-बार हाथ धोना जुकाम से बचने का सर्वोत्तम उपाय है । इससे संक्रमित वस्तुओं को छूने से हाथ में आये वायरस समाप्त हो जाते हैं ।

आपके परिवार में यदि किसी को जुकाम होतो एक दूसरे के बर्तन का उपयोग न करें, यदि संभव हो सके तो डिस्पोसेबल बर्तनों का ही उपयोग करें ।

खांसी का आयुर्वेदिक उपचार 1: सितोपलादि चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से खांसी में आराम मिलता है। इसके अलावा तालिसादि चूर्ण ...
13/02/2019

खांसी का आयुर्वेदिक उपचार
1: सितोपलादि चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से खांसी में आराम मिलता है। इसके अलावा तालिसादि चूर्ण दिन भर में दो-तीन बार लेने से खांसी में कमी आती है।

2: हल्दी, गुड़ और पकी फिटकरी का चूर्ण मिलाकर गोलियां बनाकर लेने से खांसी कम होती है।

3: तुलसी, काली मिर्च और अदरक की चाय खांसी में सबसे बढि़या रहती हैं।

4: गुनगुने पानी से गरारे करने से गले को भी आराम मिलता है और खांसी भी कम होती है।

5: सूखी खांसी में काली मिर्च को पीसकर घी में भूनकर लेना भी अच्छा रहता है।चंदामृत रस भी खांसी में अच्छा रहता है।

6: हींग, त्रिफला, मुलहठी और मिश्री को नीबू के रस में मिलाकर लेने से खांसी कम करने में मदद मिलती है।

7: त्रिफला और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर लेने से भी फायदा होता है।

8: गले में खराश होने पर कंठकारी अवलेह आधा-आधा चम्मच दो बार पानी से या ऐसे ही लें।

9: पीपली, काली मिर्च, सौंठ और मुलहठी का चूर्ण बनाकर चौथाई चम्मच शहद के साथ लेना अच्छा रहता है।

10: पान का पत्ता और थोड़ी-सी अजवायन पानी में चुटकी भर काला नमक व शहद मिलाकर लेना भी खांसी में लाभदायक होता है। खासकर बच्चों के लिए।

29/04/2018

लू से बचने के घरेलू नुस्खे


धनिए को पानी में भिगोकर रखें, फिर उसे अच्छी तरह मसलकर तथा छानकर उसमें थोड़ी सी चीनी मिलाकर पीएं।
गर्मियों में आम का पन्ना पीना चाहिए। यह कच्चे आम का शर्बत होता है जो आपको लू से बचाता है।
इमली के बीज को पीसकर उसे पानी में घोलकर कपड़े से छान लें। इस पानी में शकर शक्कर मिलाकर पीने से लू से बचा जा सकता है।
बाहर निकलने से पहले हमेशा अपने साथ पानी की बोतल रखें और थोड़ी-थोड़ी थोडी देर में पानी पीते रहें। दिन में खाली पेट बाहर नहीं निकले। घर से निकलने के पहले कुछ खाकर निकले।
धूप में कम से कम निकलने की कोशिश करें। अगर निकलना जरूरी है तो छाता जरूर लेकर चलें।
धूप में निकलने से पहले पूरे अंगो को ढकने वाले कपड़े पहने। अगर संभव हो तो सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें। इससे गर्मी कम लगती है।
कच्ची प्याज भी लू से बचाने में मददगार होता है। आप खाने के साथ कच्चा प्याज का सलाद बनाकर खा सकते हैं।
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए। इसके अलावा फलों का जूस लेना भी फायदेमंद है।
पानी में ग्लूकोज मिलाकर पीते रहना चाहिए। इससे आपके शरीर को उर्जा मिलती है जिससे आपको थकान कम लगती है।
लू से बचने के लिए बेल या नींबू का शर्बत भी पीया जा सकता है। यह आपके शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है।
बाहर से आने के बाद तुरंत पानी नहीं पीएं। जब आपके शरीर का तापमान सामान्य हो जाए तभी पानी पीएं।

Get the Shirodhara done at good prices.
02/10/2017

Get the Shirodhara done at good prices.

For Ayurveda Treatments Check-in now at Ayushman 82 Shanti Priya Nagar, Jodhpur City. Show this pic and avail discount.
11/06/2017

For Ayurveda Treatments Check-in now at Ayushman 82 Shanti Priya Nagar, Jodhpur City. Show this pic and avail discount.

22/02/2017

डायबिटीज है, तो इस बातों का रखें खास ख्‍याल...

मधुमेह यानी डायबिटीज भारत में तेजी से महामारी का रूप लेती जा रही है. डायबिटीज धीमे जहर की तरह काम करती है. इसकी एक वजह यह भी है कि ज्‍यादातर डायबिटीज के मरीजों को पता ही नहीं होता कि वह इसका शिकार बन चुके हैं. और जाने अनजाने वे अपने आहार और आदतों से खुद को ही और नुकसान पहुंचाते रहते हैं.

डायबिटीज के बारे में पता न होने के चलते इससे होने वाले नुकसानों को रोकने के लिए सावधानियां भी नहीं बरती जातीं, इसी के चलते यह भयानक रूप ले लेता है. दिल के रोगों की बढ़ती संख्या की एक बड़ी वजह भी डायबिटीज ही है, क्योंकि दोनों का आपस में सीधा संबंध है. ऐसे में नियमित जांच करना बहुत जरूरी है, भले ही आप खुद को पूरी तरह स्‍वस्‍थ महसूस क्‍यों न करते हों. जानिए आखिर कैसे डायबिटीज होते हुए भी आप रख सकते हैं खुद को स्‍वस्‍थ और अपने दिल को स्‍वस्‍थ...

लाइफस्‍टाइल का रखें ध्‍यान
जीवनशैली यानी आपका लाइफस्‍टाइल सही होना बेहद जरूरी है. लाइफस्‍टाइल में लगातार होने वाले बदलाव या अनियमितताएं डायबिटीज, मोटापा और तनाव होने का खतरा बढ़ा देते हैं. और यही बातें छोटी उम्र में भी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा देती हैं. महानगरों में बढ़ते तनाव और भागम-भाग की वजह से मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. इसलिए काम कितने ही जरूरी क्‍यों न हों अपनी सेहत को कमतर न रखें. तनाव को कम करें, नियमित व्‍यायाम करें और आहार में भी जरूरी बदलाव करें.

क्‍या है कारण
यह जानना भी जरूरी है कि डायबिटीज का कारण क्‍या है. अत्यधिक तनाव, कम व्यायाम, खानपान का ध्‍यान न रखना आदि इसकी वजहें हो सकती हैं. इसलिए जरूर है कि नियमित व्‍यायाम किया जाए. भले ही सोने से पहले थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन व्‍यायाम जरूर करें. अस्वास्थ्यकर खाना खाने से बचें. खाने में ज्‍यादा ट्रांसफैट, नमक और चीनी से परहेज करें. अगर आप तनाव से मुक्ति पाना चाहते हैं और इसके लिए शराब या धूम्रपान का सहारा लेते हैं, तो ऐसा न करें. धूम्रपान आपकी सेहत को और खराब करेगा.

इनसुलिन है अहम
इनसुलिन न बनने की वजह से रक्त में मौजूद अत्यधिक शूगर डायबिटीज और कॉरनरी एथेरोसिलेरोसिस की शुरुआत का कारण बनती है. धीरे-धीरे प्लॉक रक्त धमनियों को सख्त और तंग कर देती है. इससे दिल की मांसपेशियों तक आक्सीजन युक्त रक्त नहीं पहुंच पाता. आगे चल कर प्लाक जमने से धमनियां फट सकती हैं और रक्त के थक्के जम सकते हैं और धमनियों के पूरी तरह से बंद होने की वजह से दिल का दौरा पड़ता है.

इन बातों का रखें ध्‍यान
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को आम लोगों की तुलना में दिल के रोगों, दिल के दौरे और कॉर्डियोमायोपैथी की संभावना दो से चार गुना ज्यादा होती है.
जितना ज्यादा किसी व्यक्ति का ब्लड शुगर होगा उतना ही हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होगा.
डायबिटीज से पीड़ित लोगों को थोड़ी ज्यादा सावधानी रखनी चाहिए और अपना इनसुलिन और दिल की दौरे के खतरे की जांच करते रहना चाहिए.
शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से आपका रक्तचाप कम होगा, ब्लड शूगर कम होगी और वजन घटेगा, तनाव भी कम होगा.

01/10/2016

डेंगू से बचने के आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक तरीके

घर की खिड़की आदि में तुलसी का पौधा लगाने से मच्छरों से बचाव होता है।
नीम की सुखी पत्तियों एवं कर्पूर की घर में धूणी करने से मच्छर मर जाते हैं या कोने एवं पर्दों आदि के पीछे छिपे हुए मच्छर घर के बाहर भाग जाते हैं।
नीम, तुलसी,गिलोय ,पिप्पली , पपीते की पत्तियों का रस, गेंहू के ज्वारों का रस, आँवला व ग्वारपाठे का रस डेंगू से बचाव में बहुत उपयोगी है। इनसे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढती है तथा डेंगू के वायरस से मुकाबला करने की ताकत आती है।
25 ग्राम ताजी गिलोय का तना लेकर कूट लें , 4 – 5 तुलसी के पत्ते एवं 2 – 3 काली मिर्च पीसकर 1 लीटर पानी में उबालें। 250 M.।. शेष रखें , इसे तीन बार में बराबर मात्रा में विभक्त करके लें। यह काढ़ा डेंगू, स्वाइन फ्लू एवं चिकन गुनिया जैसे वायरल इन्फेक्शन से बचाने में बहुत उपयोगी है।
याद रखें डेंगू की कोई विशिष्ट चिकित्सा अभी तक उपलब्ध नहीं है। सिर्फ लाक्षणिक चिकित्सा ही की जाती है। बुखार कैसा भी हो इन दिनों में यदि जल्दी आराम ना मिले तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए और मच्छरों से बचाव एवं शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढायें। यही डेंगू से बचने का सर्वोत्तम उपाय है।

26/05/2016

सफेद बालों की समस्या को दूर करने के घरेलू टिप्स

सफेद बालों की समस्या बालों का असमय सफेद होना एक बड़ी समस्‍या बन चुकी है। इसके लिए कई लोग कलर का इस्‍तेमाल करते हैं। हालांकि कलर बालों को जड़ से कमजोर बना सकता है। कई ऐसे घरेलू उपाय हैं, जो सफेद होते बालों की समस्‍या को दूर कर सकते हैं। आइये जानते हैं ऐसे ही …

Stress Management in Ayurveda
20/04/2016

Stress Management in Ayurveda

Is stress playing a bigger role in your life than you would like it to? Click here to read a comprehensive guide on dealing with stress and learn practical tips for what you can do to prevent it.

11/04/2016

1 week में घटायें पेट की तोंद और बनें जवान

● पेट की चर्बी आपके लुक तो बिगाड़ती ही है साथ ही यह कई बीमारियों को भी न्योता देती है। आज के दौर में ज्यादातर लोगों की समस्या है पेट पर जमा फैट। इसका मुख्य कारण है कि लोग आराम तलब हो गए हैं जिससे उनकी शारीरिक गतिविधि कम हो रही है।
● खुद को एक्टिव रखने के लिए जरूरी है कि आप व्यायम के साथ अपने आहार पर खास ध्यान दें। अगर आप अपने बढ़ते पेट से परेशान हो गए हैं तो आपकी इस समस्या को समझते हुए हम आपके लिए पांच ऐसे स्टेप्स लाए हैं जो महज सात दिनों में आपके पेट पर जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद करेंगे।

▪ चर्बी घटाने के लिए शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं।
▪ पर्याप्त नींद लेना भी बहुत जरूरी है।
▪ खाना छोड़ने की गलती कभी ना करें।
▪ खाने में तली-भुनी चीजों का सेवन न करें।

1) पहला कदम :-
पेट कम करने के लिए क्रंचिंग को सबसे अच्छा। माना जाता है। क्रंच के बाद, कार्डियो, मसल्स बिल्डिंग और बाद में एब्सं एक्सटरसाइज। हफ्ते में 20 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज, 15 मिनट मसल बिल्डिंग और 5 मिनट केवल एब्स एक्सरसाइज करनी चाहिये। क्रंच में बस आपको अपनी टांगें एकदम सीधी रखनी होती हैं। इससे पेट की मसल्स पर बहुत तेजी से असर होता है। रिवर्स क्रंच को कोर मसल्स मजबूत करने के लिए पांचवीं सबसे अच्छी एक्सरसाइज माना गया है।
2) दूसरा कदम :-
पेट कम करने के लिए संतुलित आहार का सेवन जरूरी है। खाने में विटामिन-सी युक्त आहार जैसे नींबू, अंगूर, बेर और संतरे को शामिल करें क्योंकि यह फैट को जल्द से जल्द बर्न करके शरीर को शेप में लाने में मदद करते हैं।

साथ ही गाजर, पत्ता गोभी, ब्रोकली, सेब और तरबूज आदि शरीर से पानी और वसा सोखने में बहुत सहायक होते हैं। इसके अलावा ज्यादा वसा युक्त आहार से दूर रहें।
3) तीसरा कदम :-
दिन भर की थकान के बाद रात को 6-8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे कम समय की नींद आपके हार्मोन को फैट एकत्र करने के लिए प्रेरित कर सकती है। साथ ही पर्याप्त नींद लेने से आप सुबह हल्का व फ्रेश महसूस करेंगे जिससे आपका फैट घटाने का सपना जल्द पूरा हो सकेगा।
4) चौथा कदम :-
तनाव मोटापे की एक बड़ी वजह है। आधुनिक समय में शायद ही कोई ऐसा हो जिसे तनाव न हो क्योंकि तनाव आज के लाइफस्टाइल की देन है। अक्सर तनाव व चिंताग्रस्त होने की वजह से लोगों को ज्यादा भूख लगती है। शरीर की चयापचय प्रक्रिया धीमी हो जाती है नतीजतन शरीर में एकत्र कैलोरी का नष्ट होना मुश्किल हो जाता है। इस वजह से मोटापा बढ़ता है।
5) पांचवा कदम :-
नियमित योग के जरिए भी पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। जैसे धनुर आसन इस आसन को करने के लिए आप पहले पेट के बल लेट जायें। इस पोजीशन में आपके हाथ नीचे की ओर होने चाहिये। धीरे-धीरे अपने पैर और सिर व कंधा ऊपर की ओर उठायें। सही पोजीशन आने पर अपने हाथों से पैरों को कस कर पकड़ लें। इस पोजीशन में करीब 10 सेकेंड तक बने रहें। इसके अलावा पश्चिमोत्थालन आसन इस आसन क्रिया में आपके पेट पर दबाव पड़ता है, जिसका सीधा प्रभाव पेट की चर्बी पर पड़ता है। इससे आपका पेट अंदर की ओर पुश होगा।
यदि आपका पेट आगे की ओर कुछ ज्यादा ही निकल आया है तो इस आसन से आपको काफी लाभ होगा।

21/03/2016

10 ways to relieve stress naturally

1. Passionflower

While passionflower has long been considered a “folk remedy” for anxiety and insomnia, a few studies have shown that the herb may actually be comparable in effectiveness to benzodiazepine drugs, which are used to treat stress. Though not proven, it is believed that passionflower works by increasing levels of a chemical called gamma-aminobutyric acid (GABA) in the brain. This lowers the activity of some brain cells, making you feel more relaxed.

Passionflower is available in a variety of forms, including infusions, teas, liquid extracts and tinctures. It is not recommended for children or for women who are pregnant or nursing. Consult your doctor before adding it to your diet, especially if you are taking other medications.

2. Massage

This is kind of a no-brainer, right? Everybody loves a massage. But did you know that it’s been used as a stress reliever for thousands of years? Historically, the Chinese used massage to open blocked energy channels in order to improve health and Hippocrates, the “father of western medicine,” used friction for physical healing treatments. Today, we use massage to relax tense muscles, reduce pain and improve circulation, which can all do wonders for the mind.

3. Meditation

Meditation, or mindfulness, only takes 15 to 30 minutes a day, which is possible even in a packed schedule. It’s also incredibly affordable, considering the only tool you need is your own mind. Just give yourself some silent time to let your thoughts run free or just focus on your breathing. That small amount of peace in your day can help you deal with or even release stress.

4. Exercise

Whether it’s yoga, Tai Chi or running, exercise works much in the same way as meditation because it gives you the time to be alone with your thoughts (or an opportunity to let them go). However, exercise also has the added benefit of releasing endorphins into the brain, which improves your mood. It also prevents obesity and other health problems, giving you less to be stressed about.

5. Organize your life

Organization offers a sense of control and peace of mind, and there’s a number of ways you can improve in this regard. If you’re the kind of person who’s always running around, it can help to make lists so that you remember everything. If you’re the kind of person who feels edgy in their own house, tidy up. Studies have shown the mere sight of clutter can put us on edge.

6. Eat healthy

It’s actually been proven that junk food can make us depressed (not to mention fat) so clean up your diet. Healthy foods like whole grains and protein can improve your mood and give you long-lasting energy to tackle everything that comes your way during the day. Foods that are especially effective for stress-busting include blueberries, salmon and almonds, according to scientists.

Also, put down that extra cup of coffee. While studies have shown that some coffee during the day can offer health benefits, too much caffeine will make you jittery and anxious, and eventually lead to a crash.

7. Limit Internet and cellphone use

Disconnect, disconnect, disconnect. Part of the problem with reducing stress in today’s world is that we are never truly able to shield ourselves from it. By turning away from the Internet and shutting off our cellphones, we can at least block some of the channels from which stress can reach us. Doing this also allows us to live in the moment and appreciate it.

It is particularly important to cut off electronic use before sleep, which can cut down on insomnia-related problems.

8. B Vitamins

B vitamins are known to promote proper functioning of the brain and nervous system, as well as help induce relaxation and fight fatigue. In fact, indicators of B deficiency include irritability, depression and apathy, so to stave off those symptoms, increase your intake of foods rich in B vitamins. B vitamins are typically found in the germ and bran of cereal grains, as well as beans, peas, nuts, liver, eggs and dairy products.

9. Aromatherapy

In some cases, inhaling certain scents has been shown to have immediate stress relief effects by raising mood, reducing anxiety and aiding focus and concentration. Experts say it’s because the smells can stimulate the limbic system, which in turn releases chemicals that affect the brain, promoting feelings of relaxation, calmness, love and excitement. Popular oils for stress relief and mental fatigue include lavender, cypress and rosemary.

10. Sleep

Sleep is the most important natural stress reducer of them all. Too little sleep leaves us cranky, irritable and on edge. Too much sleep can leave us sluggish and depressed. Try to find the right balance that allows you to feel well-rested and ready for the day. Promote better sleep by establishing bedtime rituals that signal to your brain that it’s time to fall asleep, avoid exercise in the three hours before sleep or take a warm bath. Certain foods can also promote sleep, such as carbohydrates, bananas, peanuts, figs, dairy and - of course, a certain holiday favorite - turkey. These foods all contain tryptophans, a precursor for creating melatonin. However, avoid having a large meal close to bedtime, because it may result in indigestion, reflux or heartburn.

Address

82, Shanti Priya Nagar, Chopasani Road
Jodhpur City

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Jain's Ayurveda & Panchkarma posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Practice

Send a message to Jain's Ayurveda & Panchkarma:

Share

Share on Facebook Share on Twitter Share on LinkedIn
Share on Pinterest Share on Reddit Share via Email
Share on WhatsApp Share on Instagram Share on Telegram