21/10/2025
*---: प्राकाम्य सिद्धि ( दैनिक साधना क्रम ) :----*
*1- प्रातःकाल*
(1) स्नान, श्वेत वस्त्र धारण।
(2) शीतली प्राणायाम (11 बार), नाड़ीशोधन (9 चक्र)।
(3) मंत्र-जप (108–324 माला) -- ॐ ह्रौं ह्रीं प्राकाम्यायै नमः।
(4) ध्यान – इच्छित संकल्प को मन में प्रकट कर उसे यथार्थ होते देखना।
*2- दिनभर -------*
(1) सात्त्विक आहार (दूध, फल, घृत, कमल-बीज)।
(2) संयमी वाणी।
(3) लघु संकल्पों का परीक्षण (जैसे किसी व्यक्ति से मिलना, किसी वस्तु का प्राप्त होना)।
*3- सायंकाल -------*
(1) दीपक (घृत + कमलदल + कपूर)।
(2) जलपात्र रखकर ध्यान।
(3) मंत्र-जप (108 माला)।
(4) संकल्प-सिद्धि का अभ्यास।
*4- रात्रि -------*
(1) मानसिक जप (108 बार)।
(2) सोते समय संकल्प करें: “ मेरी इच्छाएँ दिव्य रूप से पूर्ण हो रही हैं। ”
*5- साधना अवधि -----*
(1) 40 दिन -- लघु संकल्प सिद्ध होने लगते हैं।
(2) 108 दिन -- गूढ़ संकल्प सिद्धि, अदृश्य लोक-दर्शन।
(3) पूर्ण सिद्धि -- प्राकाम्य सिद्धि *(इच्छा तुरंत साकार होना)।