Samadhan

Samadhan Jyotish aayurved yoga kundali se sambandhit kisi bhi samasya ka samadhan prapt kar sakte hai

28/04/2018

ऋण मुक्ति हेतु

श्री लक्ष्मी नृसिंह ऋणमोचक स्तोत्रम्‌ की महत्ता पुराणों मे वर्णित है। बरसों से जानकार बताते आए हैं कि इसके निरंतर पाठ से कैसा भी कर्ज हो उससे व्यक्ति शीघ्र मुक्त हो जाता है। २८ अप्रैल को नृसिंह जयंती है, अवसर ना जाने दें, जरूर पढ़ें.... अपार धन की अभिलाषा है तो भी इस स्तोत्र का पाठ नियमित करें....

लक्ष्मी नृसिंह स्तोत्रम्‌

श्रीमत्पयोनिधिनिकेतन चक्रपाणे भोगीन्द्रभोगमणिरंजितपुण्यमूर्ते।
योगीश शाश्वतशरण्यभवाब्धिपोतलक्ष्मीनृसिंहममदेहिकरावलम्बम॥1॥

ब्रम्हेन्द्र-रुद्र-मरुदर्क-किरीट-कोटि-संघट्टितांघ्रि-कमलामलकान्तिकान्त।लक्ष्मीलसत्कुचसरोरुहराजहंस लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलम्बम्‌॥2॥

संसारघोरगहने चरतो मुरारे मारोग्र-भीकर-मृगप्रवरार्दितस्य।
आर्तस्य मत्सर-निदाघ-निपीडितस्यलक्ष्मीनृसिंहममदेहिकरावलम्बम्‌॥3॥

संसारकूप-मतिघोरमगाधमूलं सम्प्राप्य दुःखशत-सर्पसमाकुलस्य।
दीनस्य देव कृपणापदमागतस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलम्बम्‌॥4॥

संसार-सागर विशाल-करालकाल-नक्रग्रहग्रसन-निग्रह-विग्रहस्य।
व्यग्रस्य रागदसनोर्मिनिपीडितस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहिकरावलम्बम्‌॥5॥

संसारवृक्ष-भवबीजमनन्तकर्म-शाखाशतं करणपत्रमनंगपुष्पम्‌।
आरुह्य दुःखफलित पततो दयालो लक्ष्मीनृसिंहम देहिकरावलम्बम्‌॥6॥

संसारसर्पघनवक्त्र-भयोग्रतीव्र-दंष्ट्राकरालविषदग्ध-विनष्टमूर्ते।
नागारिवाहन-सुधाब्धिनिवास-शौरे लक्ष्मीनृसिंहममदेहिकरावलम्बम्‌॥7॥

संसारदावदहनातुर-भीकरोरु-ज्वालावलीभिरतिदग्धतनुरुहस्य।
त्वत्पादपद्म-सरसीशरणागतस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहि करावलम्बम्‌॥8॥

संसारजालपतितस्य जगन्निवास सर्वेन्द्रियार्थ-बडिशार्थझषोपमस्य।
प्रत्खण्डित-प्रचुरतालुक-मस्तकस्य लक्ष्मीनृसिंह मम देहिकरावलम्बम्‌॥9॥

सारभी-करकरीन्द्रकलाभिघात-निष्पिष्टमर्मवपुषः सकलार्तिनाश।
प्राणप्रयाणभवभीतिसमाकुलस्यलक्ष्मीनृसिंहमम देहि करावलम्बम्‌॥10॥

अन्धस्य मे हृतविवेकमहाधनस्य चौरेः प्रभो बलि भिरिन्द्रियनामधेयै।
मोहान्धकूपकुहरे विनिपातितस्य लक्ष्मीनृसिंहममदेहिकरावलम्बम्‌॥11॥

लक्ष्मीपते कमलनाथ सुरेश विष्णो वैकुण्ठ कृष्ण मधुसूदन पुष्कराक्ष।
ब्रह्मण्य केशव जनार्दन वासुदेव देवेश देहि कृपणस्य करावलम्बम्‌॥12॥

यन्माययोर्जितवपुःप्रचुरप्रवाहमग्नाथमत्र निबहोरुकरावलम्बम्‌।
लक्ष्मीनृसिंहचरणाब्जमधुवतेत स्तोत्र कृतं सुखकरं भुवि शंकरेण॥13॥

॥ इति श्रीमच्छंकराचार्याकृतं लक्ष्मीनृसिंहस्तोत्रं संपूर्णम्‌ ॥

28/04/2018

नृसिंह जयंती पर पाएं मनचाहा आशीर्वाद

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नृसिंहजयंती मनाई जाती है। यह भगवान नृसिंह के जन्मोत्सव का पर्व है। नृसिंह, भगवान विष्णु के क्रोधावतार हैं। भगवान विष्णु ने हिरण्यकशिपु पर क्रोध करते हुए उसे मारने के लिए ये अवतार लिया था। चूंकि, क्रोध से भगवान नृसिंह का शरीर जलता है, इसलिए उन्हें ठंडी चीजें अर्पित की जाती हैं, अलग-अलग चीजें चढ़ाने से भक्तों को अलग-अलग फल मिलता है। नृसिंह जयंती के उपायों से हर तरह की समस्या दूर होती हैं।
नृसिंह जयंती के दिन इस दिन सुबह स्नान के बाद भगवान नृसिंह के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करने का विधान हैं। फूल और चंदन से भगवान की पूजा करें। इसके बाद जो भी आपकी मनोकामना हो उसके अनुसार भगवान को वैसी वस्तु अर्पित करें।

नृसिंह जयंती के उपाय

1. धन के लिए या बचत के लिए भगवान नृसिंह को नागकेसर चढ़ाया जाता है। नागकेसर चढ़ाकर थोड़ा सा अपने साथ घर लेकर आएं और उसे घर की तिजोरी या उस अलमारी में रख दें, जहां आप पैसे और गहने आदि रखते हैं।
2. अगर कालसर्प दोष है कुंडली में और आप इसका पूजन या कोई ज्योतिषीय उपाय नहीं कर पा रहे हैं तो नृसिंह जयंती को किसी नृसिंह मंदिर में जाकर एक मोरपंख चढ़ा दें। इससे आपको राहत मिलेगी।

3. किसी कानूनी उलझन में फंसे है और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते हुए थक गए हैं तो नृसिंह चतुर्दशी पर भगवान को दही का प्रसाद चढ़ाएं।

4. प्रतिस्पर्धा से परेशान हैं या अनजान दुश्मनों का डर हमेशा बना रहता है तो भगवान नृसिंह को बर्फ मिला पानी चढ़ाएं। आपको हर तरफ से सफलता मिलने लगेगी।
5. अगर कोई आपसे नाराज है या दूर हो गया है तो उससे रिश्ते को फिर वैसे ही बनाने के लिए मक्की का आटा मंदिर में दान कर दें।

6. अगर आप कर्ज में डूब रहे हों या आपका पैसा मार्केट में फंस गया है, उधारी वसूल नहीं हो रही है तो नृसिंह भगवान को चांदी या मोती चढ़ाएं।

7. अगर शरीर में लंबे समय से कोई बीमारी है, राहत नहीं मिल पा रही है, तो भगवान नृसिंह को चंदन का लेप चढ़ाएं।

27/04/2018

ज्‍योतिष सीखें - भाग 2
भाग-1 में हमनें राशि, ग्रह, एवं राशि स्वामि के बारे में जाना। इस बार हम ग्रह एवं राशियों के कुछ वर्गीकरण को जानेंगे जो कि फलित ज्योतिष के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण हैं। पहला वर्गीकरण शुभ ग्रह और पाप ग्रह का इस प्रकार है -
शुभ ग्रह: चन्द्रमा, बुध, शुक्र, गुरू हैं
पाप ग्रह: सूर्य, मंगल, शनि, राहु, केतु हैं
चन्द्र एवं बुध को सदैव ही शुभ नहीं गिना जाता। पूर्ण चन्द्र अर्थात पूर्णिमा के पास का चन्द्र शुभ एवं अमावस्या के पास का चन्द्र शुभ नहीं गिना जाता। इसी प्रकार बुध अगर शुभ ग्रह के साथ हो तो शुभ और पाप ग्रह के साथ हो तो पापी हो जाता है।
यह ध्यान रखने वाली बात है कि सभी पाप ग्रह सदैव ही बुरा फल नहीं देते। न ही सभी शुभ ग्रह सदैव ही शुभ फल देते हैं। अच्छा या बुरा फल कई अन्य बातों जैसे ग्रह का स्वामित्व, ग्रह की राशि स्थिति, दृष्टियों इत्यादि पर भी निर्भर करता है ।
कोई भी ग्रह सामान्यत अपनी उच्च राशि, मित्र राशि, एवं खुद की राशि में अच्छा फल देते हैं। इसके विपरीत ग्रह अपनी नीच राशि और शत्रु राशि में बुरा फल देते हैं।

ग्रहों की उच्चादि राशि
ग्रह उच्च राशि नीच राशि स्वग्रह राशि
1 सूर्य, मेष तुला सिंह
2 चन्द्रमा, वृषभ वृश्चिक कर्क
3 मंगल, मकर कर्क मेष, वृश्चिक
4 बुध, कन्या मीन मिथुन, कन्या
5 गुरू, कर्क मकर धनु, मीन
6 शुक्र, मीन कन्या वृषभ, तुला
7 शनि, तुला मेष मकर, कुम्भ
8 राहु, धनु मिथुन
9 केतु मिथुन धनु
उपर की तालिका में कुछ ध्यान देने वाले बिन्दु इस प्रकार हैं -
1 ग्रह की उच्च राशि और नीच राशि एक दूसरे से सप्तम होती हैं। उदाहरणार्थ सूर्य मेष में उच्च का होता है जो कि राशि चक्र की पहली राशि है और तुला में नीच होता है जो कि राशि चक्र की सातवीं राशि है।
2 सूर्य और चन्द्र सिर्फ एक राशि के स्वामी हैं। राहु एवं केतु किसी भी राशि के स्वामी नहीं हैं। अन्य ग्रह दो-दो राशियों के स्वामी हैं।
3 राहु एवं केतु की अपनी कोई राशि नहीं होती। राहु-केतु की उच्च एवं नीच राशियां भी सभी ज्योतिषी प्रयोग नहीं करते हैं।

08/04/2018

पूरी ज्‍योतिष नौ ग्रहों, बारह राशियों, सत्ताईस नक्षत्रों और बारह भावों पर टिकी हुई है। सारे भविष्‍यफल का मूल आधार इनका आपस में संयोग है। नौ ग्रह इस प्रकार हैं -
ग्रह अन्‍य नाम अंग्रेजी नाम
सूर्य रवि सन
चंद्र सोम मून
मंगल कुज मार्स
बुध मरकरी
गुरू बृहस्‍पति ज्‍यूपिटर
शुक्र भार्गव वीनस
शनि मंद सैटर्न
राहु नॉर्थ नोड
केतु साउथ नोड
आधुनिक खगोल विज्ञान (एस्‍ट्रोनॉमी) के हिसाब से सूर्य तारा और चन्‍द्रमा उपग्रह है, लेकिन भारतीय ज्‍योतिष में इन्‍हें ग्रहों में शामिल किया गया है। राहु और केतु गणितीय बिन्‍दु मात्र हैं और इन्‍हें भी भारतीय ज्‍योतिष में ग्रह का दर्जा हासिल है।

भारतीय ज्‍योतिष पृथ्‍वी को केन्द्र में मानकर चलती है। राशिचक्र वह वृत्त है जिसपर नौ ग्रह घूमते हुए मालूम होते हैं। इस राशिचक्र को अगर बारह भागों में बांटा जाये, तो हर एक भाग को एक राशि कहते हैं। इन बारह राशियों के नाम हैं- मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्‍या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन। इसी तरह जब राशिचक्र को सत्‍ताईस भागों में बांटा जाता है, तब हर एक भाग को नक्षत्र कहते हैं।

एक वृत्त को गणित में 360 कलाओं (डिग्री) में बाँटा जाता है। इसलिए एक राशि, जो राशिचक्र का बारहवाँ भाग है, 30 कलाओं की हुई। फ़िलहाल ज़्यादा गणित में जाने की बजाय बस इतना जानना काफी होगा कि हर राशि 30 कलाओं की होती है।

हर राशि का मालिक एक ग्रह होता है जो इस प्रकार हैं -
राशि अंग्रेजी नाम मालिक ग्रह
मेष एरीज़ मंगल
वृषभ टॉरस शुक्र
मिथुन जैमिनी बुध
कर्क कैंसर चन्द्र
सिंह लियो सूर्य
कन्या वरगो बुध
तुला लिबरा शुक्र
वृश्चिक स्कॉर्पियो मंगल
धनु सैजीटेरियस गुरू
मकर कैप्रीकॉर्न शनि
कुम्भ एक्वेरियस शनि
मीन पाइसेज़ गुरू

26/03/2018

हेयर ग्रोथ के 10 टॉप टिप्स

1. हेल्दी डाइट
लंबे और घने बालों के लिए डाईट में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स जरुरी है। अपनी डाईट में वैसे फूड को शामिल करें जिसमें विटामिन ए, बी, सी, ई के साथ-साथ आयरन, जिंक, मैग्नेशियम और सेलेनियम जैसे तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद हो।

हेयर ग्रोथ के 10 टिप्स

1. हेल्दी डाइट
लंबे और घने बालों के लिए डाईट में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स जरुरी है। अपनी डाईट में वैसे फूड को शामिल करें जिसमें विटामिन ए, बी, सी, ई के साथ-साथ आयरन, जिंक, मैग्नेशियम और सेलेनियम जैसे तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद हो।

2. अरंडी तेल से मसाज
अरंडी तेल (Castor Oil) में विटामिन ई के साथ बालों की ग्रोथ के लिए जरुरी औमेगा फैटी-9 एसिड रहता है। इस तेल से बालों के स्कैल्प की मसाज करने से बाल कुदरती तरीके से लंबे और घने होते हैं। वैसे अरंडी का तेल काफी गाढ़ा होता है, अगर इसके साथ बराबर मात्रा में नारियल तेल, जैतून का तेल और बादाम का तेल मिला लिया जाए तो यह और असरदार हो जाता है। सभी तेलों को मिलाकर 5 मिनट तक बालों के स्कैल्प की मसाज करें। चालीस मिनट बाद माइल्ड शैम्पू से बालों को धो लें। ऐसा नियमित करने से जल्द ही बालों की लंबाई में असर दिखने लगेगा।

3. स्कैल्प की मसाज
मसाज करने से बालों की जड़ स्कैल्प तक रक्त संचार तेज होता है और इससे बालों के बढ़ने की गति में तेजी आती है। इसके अलावा हफ्ते में एक दिन गुनगुने तेल और हेयर मास्क से बालों की डीप कंडीशनिंग करने से भी काफी असर होता है। बालों में गुनगना तेल या कंडीशनर लगाएं। ऊंगलियों से पांच मिनट तक स्कैल्प की मसाज करें।

4. बाल को नीचे की और झुकाएं
बालों को लंबा करने के लिए यह सबसे पॉपुलर ट्रिक है। आमतौर पर लड़कियां और बाल धोने के बाद बाल सुखाने के लिए बालों को नीचे करती है। दो से पांच मिनट तक सर झुका कर बालों को नीचे झुकाने से बालों के बढ़ने की गति तेज होती है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से बालों के जड़ से रक्त संचरण बढ़ते हुए बालों की शिराओं तक पहुंचती है। नतीजा बालों की लंबाई बढ़ती है।

5. तनाव मुक्त रहें
बालों के झड़ने- गिरने और टूटने की बड़ी वजह तनाव है। यह माना जाता है कि तनाव की वजह से बालों के बढ़ने का जो सामान्य चक्र होता है वह रुक जाता है। तनाव बढ़ते ही बालों का चक्र टेलोजेन फेज में पहुंच जाता है़ जिसमें बाल झड़ने और गिरने की बीमारी शुरु हो जाती है। तनाव को कम करने का सबसे आसान उपाय है ध्यान। ध्यान लगाने और अच्छी नींद लेने से बालों के बढ़ने के लिए उत्तरदायी हार्मोन के स्राव की गति तेज हो जाती है।

6. बालों में अंडे का मास्क लगाएं
बालों के बढ़ने में अंडे का इस्तेमाल काफी असरदार है। अंडे में प्रोटीन के साथ वो सारे जरुरी तत्व जैसे- आइरन, सल्फर, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम पाए जाते हैं जिससे बालों को पोषण मिलता है और बाल लंबे होते हैं।

महीने में एक बार बालों पर अंडे का मास्क लगा सकते हैं। इसके लिए एक अंडे को फोड़ लें। उसमें चार चम्मच अंगूर के बीज का तेल और लेवेंडर ऑयल की कुछ बूंदे मिला लें। अब इसे बालों में जड़ तक लेप लें। अंडे और तेल की इस लेप को आधे घंटे तक छोड़ दें। आधे घंटे के बाद बालों को शैंपू से धो लें।
इसके अलावा दो अंडे की जर्दी में दो चम्मच जैतून का तेल मिला लें। इससे स्कैल्प की मसाज करें। लेप को 20 मिनट तक छोड़ दें। बीस मिनट के बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें और फिर शैंपू कर लें।

7. बालों को हर्ब्स से धोएं
मेंहदी, नीम और ग्रीन टी समेत ऐसे कई हर्ब्स हैं जिसे बालों पर लगाने से बाल घने और लंबे होते हैं। मेंहदी इसमें सबसे ज्यादा असरदार है, क्योंकि यह बालों की जड़ों यानि स्कैल्प को पोषण देता है। इससे बालों में चमक आती है।

ग्रीन टी में पाए जाने वाले तत्व पॉलीफेनोल्स बालों के बढ़ने में अहम भूमिका निभाते हैं। ध्यान रहे कि इन हर्ब्स का लेप बालों में शैंपू और कंडीशनिंग करने के बाद लगाएं। हर्बल टी पीने से भी बाल लंबे होते हैं।

8. विटामिन और हर्बल सप्लीमेंट अलग से लें
संतुलित डाइट लेने के बाद भी शरीर में कुछ जरुरी तत्वों की कमी रह जाती है। इन जरुरी तत्वों से शरीर ही नहीं त्वचा और बालों को भी पोषण मिलता है। बालों की ग्रोथ के लिए डाइट के अलावा आप फॉलिक एसिड, विटामिन्स, बायोटिन, गिनसेंग, फिश ऑयल सप्लीमेंट के तौर पर ले सकते हैं।

9. एलोवेरा से बालों को पोषण दें
एलोवेरा बालों को बढ़ने में मदद करता है। एलोवेरा जेल लगाने से बालों का झड़ना और गिरना कम होता है। यह डैंड्रफ तो कम करता ही है, साथ ही बालों में शाइनिंग भी लाता है। एलोवेरा जेल में थोड़ा नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाएं। इसे 20 मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दें। बीस मिनट के बाद बालों में शैंपू कर लें। इसे हफ्ते में एक या दो बार आजमा सकते हैं। एलोवेरा जेल में नारियल तेल भी मिला सकते हैं। इसके अलावा एलोवेरा जूस पीना भी बालों के सेहत के लिए असरदार साबित होगा।

10. साइड इफेक्ट्स की संभावनाएं
अगर आपको कोई मेडिकल प्रॉब्लम यानि कोई बीमारी है तो आप बालों की लंबाई बढ़ाने के कितने भी प्रयास कर लें, बालों में ग्रोथ नहीं होगी। जिसे थाइरॉयड की शिकायत है, हार्मोनल असंतुलन हो, पुरानी कोई लाइलाज बीमारी हो या फिर कोई संक्रमण हो तो उसके बालों में ग्रोथ नहीं होता है। अगर आप गर्भ निरोधक या स्टेरॉइड की गोली ले रहे हैं तो आपको बाल के झड़ने और गिरने की शिकायत हो सकती है।

बालों के लिए जरुरी खान-पान -
दूध, पनीर, योगर्ट, साबुत अनाज, पालक, अंगूर, एवाकाडो, ब्रोकली, सेलमन
पत्ता गोभी, ओट्स, अखरोट, मछली, ताजे फल और हरी सब्जियों के जूस .

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