24/10/2025
🌈 बच्चों का रखें खास ख्याल — निमोनिया से बचाव ही सबसे बड़ी सुरक्षा है! 🌈
सर्दी के मौसम में छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता स्वाभाविक है। अक्सर मामूली खांसी या जुकाम को हम सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन यही लापरवाही कभी-कभी निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है।
निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है जो खासतौर पर नवजात और छोटे बच्चों में तेजी से फैलता है। यह न केवल सांस लेने में परेशानी पैदा करता है, बल्कि इलाज में देरी होने पर बच्चे की जान तक को खतरा पहुंचा सकता है।
⚠️ पहचानें निमोनिया के लक्षण:
✅ लगातार खांसी और सांस लेने में तकलीफ
✅ तेजी से सांस लेना या फूला-फूला पेट चलना
✅ बच्चे का पसलियां चलना या सांस लेते समय सीने में धँसना
✅ छाती में जकड़न या दर्द
✅ ठंड लगना और तेज बुखार आना
✅ बच्चा सुस्त पड़ जाना या दूध न पीना
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें।
डॉ. विमल वर्मा
M.B.B.S., D.C.H., DNB
🏅 गोल्डमेडलिस्ट, नवजात शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ
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✅बच्चों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण
✅माता-पिता को संपूर्ण परामर्श और सहयोग
💬 डॉ. विमल वर्मा कहते हैं:
“बच्चों में निमोनिया का इलाज समय पर शुरू हो जाए तो उनका जीवन पूरी तरह सुरक्षित किया जा सकता है।
माता-पिता की सतर्कता ही बच्चे की सबसे बड़ी ढाल है।”
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✨ याद रखें – सही समय पर सही जानकारी और परामर्श ही आपके नन्हे की मुस्कान और सेहत की असली गारंटी है।