18/11/2022
*राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर नवयुग कन्या महाविद्यालय में योग विज्ञान कोर्स का हुआ शुभारंभ*
*प्रयाग आरोग्यं केंद्र ( योग प्रशिक्षण एवं योगाभ्यास केंद्र) के द्वारा नवयुग कन्या महाविद्यालय की छात्राएं सीखेंगी योग के गुण।*
*राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के अवसर पर प्रकृति के पंच तत्व के माध्यम से आहार एवं व्यवहार का ध्यान रखते हुए अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त करने की विधि सिखाई गई ।*
*योग विज्ञान छात्राओं को रोजगार देने में होगा सहायक*
डॉ सीमा पांडेय, एसोसिएट प्रोफेसर, शारीरिक शिक्षा विभाग , डॉ अमिता सिंह ,एसोसिएट प्रोफेसर ,हिंदी विभाग , के माध्यम से प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय, प्राचार्या, नवयुग कन्या महाविद्यालय जी से भेंट हुई।
लगभग 45 मिनट की योग चर्चा के बाद डॉक्टर सीमा पांडेय एवं प्राचार्या महोदया ने विद्यालय प्रांगण में छात्राओं के लिए 1 महीने का योग से संबंधित कोर्स प्रारंभ करने की अनुमति दी जो शीघ्र ही प्रारंभ हो
गया है।
इसके लिए प्रयाग आरोग्यम् केंद्र नवयुग कन्या महाविद्यालय की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद देता है।
🧘♀️ प्रयाग आरोग्यं केंद्र के संस्थापक योगाचार्य प्रशांत शुक्ल ने 1 महीने का पाठ्यक्रम ,अभ्यास की योजना , समय एवं विधियों के बारे में विस्तृत रूप से सभी छात्राओं को जानकारी दी।
🧘♀️ निश्चित रूप से प्रतिभाग करने वाली सभी छात्राएं योग को अपने जीवन में अपनाकर समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन करेगी यह छात्राओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए भी उत्प्रेरक का कार्य करेगा।
🧘♀️ सभी छात्राओं का शारीरिक मानसिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य उन्नति के साथ साथ रोजगार की दृष्टि से भी योग अत्यंत सहायक सिद्ध होगा।
🧘♀️ डॉक्टर सीमा पांडेय जी ने बताया कि इस विद्यालय की छात्राएं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेलों में गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी है और काफी मेहनती है।
🧘♀️ सभी छात्राओं ने योग विज्ञान कार्यशाला को बहुत ही ध्यान से सुनते हुए ,समझते हुए अपने जीवन में योग को धारण करने का संकल्प लिया।
🧘♀️ छात्राओं ने लगभग 1 घंटे योग प्रदर्शन को बड़ी ही उत्साह के साथ देखा और सभी ने अभ्यास को सीखने की इच्छा व्यक्त की।
🧘♀️ प्रयाग आरोग्य केंद्र के योग शिक्षक लोकेश पांडेय, आदित्य जायसवाल ने अद्भुत प्रदर्शन करके छात्राओं एवं सभी शिक्षकों को प्रेरित किया।
🧘♀️ आज राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर सभी छात्राओं ने प्रकृति के माध्यम से स्वास्थ्य प्राप्ति के गुण सीखा।
🧘♀️ पंचतत्व के संतुलन, आहार और व्यवहार से कैसे स्वास्थ्य प्राप्त किया जाए