30/08/2022
सुप्रभात 👏🎩, 30 आगस्त 1923 मशहूर शायर **शैलेंद्र** जी का जन्म *रावलपिंडी, पंजाब प्रांत - ब्रिटिश इंडिया में हुआ...*🌹🌹
मैं दत्ता कोळी संगीतकार कलाकार ऑर्केस्ट्रा मुंबई उनकी *99 वी जयंती पर उन्हें आदरांजली अर्पित करता हूँ...*🌹👏
🎆 30 आगस्त 1923 को *रावलपिंडी, पंजाब प्रांत - ब्रिटिश इंडिया* में जन्मे उनका पुरा नाम था *शंकरदास केसरीलाल* उर्फ *शैलेंद्र*, उनके घर की हालत खराब होने से उनका परिवार चाचा के पास *मथुरा* आया, वहाँ उन्होंने अपनी पढाई पुरी की, उन्हे बचपन से कविता रचने का शौक था...🚛📖✍️
🎆 वोह *इंडियन पीपल थिएटर अकादमी (इप्टा)* 🎭 से सबंधीत थे *इन्कलाब जिंदाबाद* इसलिए उनके कविताओं मे *इन्सानियत* का आशय रहता था, वह अपने मुशायरों के कार्यक्रमों को पेश करते रहे, *आवारा हू*... उन्होंने एक से बढकर एक 800 से जादा गाने लिखे जो हम भुल नही सकते...✍️ 🎻🎷🎸
🎆 रोजगार के लिए वह *बम्बई (मुंबई)* में आये और *माटुंगा रेल्वे वर्कशॉप* मे काम करने लगे, एक मुशायरे मे *राज कपूर जी* ने उनकीं कविता सुनके अपनी पहली फिल्म **आग** के लिये गाना लिखने को कहा लेकिन *शैलेंद्र* ने उसे नजरअंदाज कीया, कुछ दिन के बाद वह पैसों के तंगी के कारण *राज राज कपूर जी* से मिलें, राज ने उन्हें रू500 देकर फिल्म *●बरसात●* के लिए दो गाने लिखने को कहा...🏭⛪🎞✍️
🎆 शैलेंद्र के बरसात के दोनों गाने *बरसात मे ताक धीना धीन और पतली कमर है* काफी लोकप्रिय हुए और आगे चलकर *राज, शैलेंद्र शंकर-जयकिशन जी* का हंगामा मचाना शुरू हुआ 🎼🎹🎻🎺
🎆 उन्होंने कहीं कामयाब फिल्मे दी, शैलेंद्र ने *एस डी बर्मन और सलिल चौधरी जी* के साथ भी बेहतरीन काम कीया, *राज-दिलीप-देव-शम्मी कपूर* के लिए उन्होंने अजरामर गाने लिखे...✍️✍️🌹
🎆 उन्होंने एक फिल्म का निर्माण किया *●तीसरी कसम●* वह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल रही, इसलिए दिल का दौर पडने से *43 साल की कम उम्र में "14 दिसंबर 1966" को मुंबई में देहांत हुआ, उन्हें शत शत नमन...*😪🌹👏
🎆 उनके पश़्चात उनकी फिल्म *●तीसरी कसम● को "राष्ट्रपती का सुवर्ण पदक प्राप्त हुआ"*📽🎞🏆🏆🏆🎖🎖🎖🌹🌹🌹👏👏👏
🎆 उनके यादगार में यह गाना सुनते है 1958 *बिमल रॉय* जी की सुपर डुपर म्यूजिकल हिट फिल्म *●मधुमती●*...🎞🎬🎥
संगीत *●सलिल चौधरी●* जी ... 🎼🎹🎻🎺🎸🎷
शायर *●शैलेंद्र●* जी...✍️✍️✍️
गायक *●मुकेश - लता मंगेशकर●* जी...🎙🎙🎙📢📢📢🌹👏