01/02/2022
ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों की आंखों पर पड़ रही भारी, अभिभावक जरूर पढ़ें और माने यह सलाह
मोबाइल फोन पर ऑनलाइन शिक्षा अब स्कूली बच्चों की आंखों पर भारी पड़ने लगी है। लगातार घंटों मोबाइल फोन पर क्लास अटेंड करने से विद्यार्थियों की अब नजरें कमजोर होने लग पड़ी हैं। बच्चों की आंखों पर अधिक दबाव पड़ने से अभिभावक परेशान हैं। आईजीएमसी के नेत्र रोग विभाग में फोन कर अभिभावक इस बारे में सलाह ले रहे हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञों का कहना है कि रोजाना कई ऐसे कॉल उन्हें आ रहे हैं। कोरोना महामारी के चलते स्कूल बंद हैं।
निजी स्कूल के छात्र व छात्राओं की कक्षाएं सुबह से दोपहर तक चलती हैं, लेकिन समस्या यह है कि इस दौरान उन्हें ब्रेक तक की फुर्सत नहीं मिलती। फोन पर छोटे-छोटे शब्द होने से आंखों पर प्रभाव पड़ रहा है। शिक्षक भी अपना सिलेबस जल्द निपटाने की होड़ में हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ऑनलाइन शिक्षण को लेकर सही गाइडलाइन न होने से यह सब हो रहा है। घंटों मोबाइल फोन पर सिलेबस पूरा करने का दबाव और मोबाइल से निकलती रेडिएशन बच्चों की आंखें कमजोर कर रही हैं।
20 मिनट का सेशन करें निर्धारित
आईजीएमसी के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएल शर्मा का कहना है कि शिक्षक सेशन को 20 मिनट का निर्धारित करें, जिससे ऑनलाइन शिक्षण के दौरान छात्रों की आंखों को थोड़ी देर के लिए आराम मिल सके।
6 मीटर की दूरी से नहीं होता नुकसान
चिकित्सकों का कहना है कि मोबाइल फोन नजदीक होता है। अगर टीवी के माध्यम से लर्निंग दी जाए तो यह भी बेहतर विकल्प हो सकता है। बच्चे और टीवी के बीच की दूरी 3 मीटर की होती है, जबकि स्कूल में यह दूरी ब्लैकबोर्ड से 6 मीटर तक हो जाती है।
स्क्रीन से निलकने वाली ब्लू लाइट बहुत प्रभावशालीवहीं बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस में आ रही आंखों की समस्या पर शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SNMMCH) के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि, स्क्रीन से निलकने वाली ब्लू लाइट बहुत ही प्रभावशाली होती है, आंखों के ऊपर इस लाइट का गहरा असर पड़ता है, मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल करते समय बच्चे पलक झपकाना भूल जाते हैं, जो आंखों के लिए परेशानी का सबब बनता है.
ऐसे कई फूड्स आते हैं जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करते हैं। इनमें हरी सब्जियां जैसे कि पालक आदि शामिल हैं। आंवला खाने से भी बच्चों की आंखों की रोशनी तेज होती है।
बच्चे को रोज बादाम खिलाएं और उसमें हेल्दी ईटिंग हैबिट्स डालें। बच्चे को समझाएं कि गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल उनकी आंखों के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी नुकसानदायक है इसलिए जितना हो सके इनका कम से कम इस्तेमाल करें और करते भी हैं तो जरूरी सावधानियां बरतें।
बच्चों को आंखों से संबंधित अच्छे वह बिना साइड इफेक्ट वाली सप्लीमेंट भी देकर आप अपने बच्चे को निकट भविष्य में लगने वाले चश्मे से बजा सकते हैं तथा अच्छा खानपान देकर उसे रेडिएशन से होने वाले अन्य रोगों से भी बचा सकते हैं।
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Dr. Furqan Khan
Health and Nutrition
Expert