Beauty with Heath

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01/09/2020

अजवाइन क्या है ? :

अजवाइन छोटी-बड़ी तथा जंगली-इस प्रकार कई प्रजाति की होती है। यहाँ संक्षेप में इसका परिचय तथा औषधीय उपयोग दिया जा रहा है| अजवाइन भारतवर्ष के लगभग हर प्रान्त में पैदा की जाती है। अजवाइन के दानों में एक उड़नशील सुगन्धित तेल होता है। इसका मुख्य घटक थाइमाल ३५ से ६० प्रतिशत है तथा कुछ कार्वाक्रोल (Carvacrol) रहता है। मानक अजवाइन तेल में ४० प्रतिशत से कम थाइमोल नहीं होना चाहिये। तेल को ठण्डा करने पर थाइमोल जम जाता है। जिसे अजवाइनका फूल या सत अजवाइन (यवानी सत्त्व) कहते हैं। इसे स्टिअरोप्टिन भी कहते हैं।

अजवाइन के औषधीय गुण : ajwain ke gun

अजवायन लघु, रूक्ष, तीक्ष्ण, कटु, तिक्त रसयुक्त, विपाक में कटु और उष्ण वीर्य है। यह पाचक, रुचिकारक, परिपाक में लघु, अग्निदीपक, पित्तवर्धक तथा शूलनाशक है। यह वात, श्लेष्मा, उदर सम्बन्धी रोग, आनाह, गुल्म, प्लीहा तथा कृमिनाशक है। तीक्ष्ण उष्ण होने से यह कफ-वातशामक और पित्तवर्धक है।यह शोथहर, कृमिघ्न, श्वासहर और विषघ्न भी है।

अजवाइन के फायदे और रोगों का उपचार : ajwain ke labh hindi me

यह कफ, वातविकारों में प्रयुक्त होता है।

अजवायन का लेप या उसके तेल का अभ्यंग शोथ तथा वेदनायुक्त विकारों में लाभ करता है।

चर्मरोगों या बिच्छू आदि के दंश में इसका प्रयोग किया जाता है।

सत-अजवाइन को जल में मिलाकर उससे घाव साफ किया जाता है।

आध्मान होने पर पेट पर अजवाइन का लेप करने या उसकी पोटली बनाकर सेकने से लाभ होता है।

इसकी पुल्टिस बनाकर उदरशूल, आमवात तथा संधिशूल में सेंकने से लाभ होता है।

विषूचिका में हाथ-पैर तथा श्वास-कास में छाती को सेंकने पर लाभ होता है।

इस के पत्तों का रस कृमियों को मारने के काम आता है।

इसके पत्तों को पीसकर कीड़ों के काटे हुए – स्थानों पर लगाया जाता है।

सत-अजवायन का उपयोग अन्त्रगत अंकुश,कृमि तथा अन्य जन्तुओं की वृद्धि को रोकने के लिये किया जाता है।

अजवाइन के प्रयोग से जमा हुआ बलगम आसानी से निकलता है। कफ नष्ट होता है, कफ की दुर्गन्ध नष्ट होती है और तद्गत जीवाणुओं की वृद्धि रुकती है। श्वास का वेग भी कम हो जाता है।

मूत्राघात कष्टार्तव और सूतिका रोग में यह उपयोगी है। इसके प्रयोग से गर्भाशय का संशोधन होता है। वात का शमन होता है, अग्नि बढ़ती है तथा ज्वरादि उपद्रव शान्त होते हैं।

उदरशूल, आध्मान आदि विकारों में अजवाइन, सेंधा नमक, सोंचर नमक, यवाक्षार हींग और आँवले के चूर्ण को आधे से एक माशा शहद के साथ प्रयोग करने से लाभ होता है।

बच्चों के रोगों तथा हैजे में अजवाइन का अर्क उपयोगी है।

अजवाइन, चीता, सेंधा नमक, सोंठ, कालीमिर्च समान भाग में लेकर चूर्ण बनाकर खट्टे मट्के साथ सेवन करनेसे बवासीर, पीलिया तथा मन्दाग्नि दूर हो जाती है।

अजवाइन का सत्, पिपरमिन्ट, सत् कपूर को मिलाकर विषूचिका (हैजा)-के प्रारम्भ में तीन-चार बूंद बतासे में मिलाकर देने से दस्त रुक जाता है।

अजवाइन वैसे ही एक चम्मच फाँकने से पाचनक्रिया ठीक रहती है।

भोजन करने के बाद यदि वायु बननेकी शिकायत हो, पेट में भारीपन या गुड़गुड़ाहट प्रतीत हो अथवा उल्टी-सीधी डकारें मालूम पड़ती हों तो स्वच्छ धुली सूखी अजवाइन तीन माशे और खानेका सोडा दो माशे की फैकी लेकर दो-चार पूँट गरम पानी पिया करे। दोनों समय भोजन के बाद ऐसा करने से लाभ मिलता है।

अजवाइन को अच्छी तरह धोकर सुखा लें। सूख जाने पर काँच अथवा चीनी के बर्तनमें उसे डालकर ऊपरतक नीबूका रस भर दे तथा बर्तनको धूप में रख दे जब नीबूका रस सूख जाय तब और नीबू रस डाले, इस प्रकार सात बार करे। प्रात:-सायं गरम पानी के साथ सेवन करने पर सब प्रकार के उदररोगों को दूर करने तथा पुरुषत्व की वृद्धि करने में यह अत्यन्त उपयोगी है।

अजवाइन में एक प्रकारका सुगन्धयुक्त उड़नशील तेल रहता जिसे सत्त्व अजवाइन या जवहनका फल कहते हैं। इसे एक तोला पिपरमिन्ट, दो तोला देशी कपूरके साथ एक शीशीमें डालकर बंद कर दे। कुछ समयमें तीनों पिघलकर पानी-जैसा हो जायगा। यह सब प्रकारकी पीड़ा, दन्तपीड़ा उदरपीड़ा कर्णपीड़ा पार्श्वशूल, छाती और कमरपीडा मस्तिष्कपीडा में तुरंत लाभ पहुँचानेवाली औषधि है। इसे फूरेरी से लगाइये, कुछ बूंदें पिलायें अथवा चार-छ: बूदें बतासे या चीनी के साथ लें। हैजा, दस्त, जी-मिचलाना, उलटी, श्वास, खाँसी तथा विषैले कीड़ों-बिच्छू, ततैया आदि के काटने पर इसका नि:संकोच प्रयोग किया जा सकता है।

सूखी खाँसी पर थोड़ी अजवाइन को सादे देशी पान में रखकर उसका रस चूसना अत्यन्त लाभदायक होता है।

छोटे बच्चों को प्रायः हरे-पीले दस्त अथवा दूध उलट देने की शिकायत रहती है। इस प्रकार की बीमारी में स्वच्छ अजवाइनका महीन चूर्ण दो से चार रत्ती दिनमें तीन-चार बार प्रयोग करनेसे यह व्याधि नष्ट हो जाती है, बच्चा शीघ्र स्वस्थ हो जाता है।

अफारे के रोग में चार माशा अजवाइन एक माशा काले नमक के साथ गरम पानी से देना हितकारी होता है।

दाद, खाज, कृमिवाले घावपर अजवाइन का उबाला हुआ जल प्रयोग करने से रोग से शीघ्र ही मुक्ति मिल जाती है।

अजवाइन को स्वच्छ कर चूर्ण बनाये, इसे नसवार की तरह पूँघने से जुकाम, सिरकी पीडा, नासिका में कफका रुक जाना आदि दोष दूर हो जाते हैं तथा मस्तिष्क के कृमि भी नष्ट हो जाते हैं।

अजवाइन को जलाकर उसका कपड़छान चूर्ण करे इस चूर्ण को जस्ते की सलाई से आँखमें फूला हो जानेके बाद प्रातः-सायं डाले तो नौ सप्ताह के प्रयोगसे फूला मिटने लगता है।

30/10/2017
30/10/2017

Easy n Yumm 😍😍

28/10/2017
13/10/2017

#होम_रेमेडी
#बालों_का_झडना_रोके

26/05/2017
14/03/2017

Some Home Remedy for Hair-loss

"Lengthy but really effective article"

1. Hair Oil Massage

The first step that you can take to reduce hair loss is to massage your scalp with appropriate hair oil. Proper hair and scalp massage will increase blood flow to the hair follicles, condition the scalp, and enhance the strength of your hair’s roots. It will also promote relaxation and reduce feelings of stress.

You can use hair oils like coconut or almond oil, olive oil, castor oil, amla oil, or others. Add a few drops of rosemary essential oil to the base oil for better and faster results. Other types of oil that you can use are emu oil, argan oil, and wheat germ oil.

Massage any of the hair oils mentioned above onto your hair and scalp by applying light pressure with your fingertips.
Do this at least once a week.
2. Indian Gooseberry

For natural and fast hair growth, you can use Indian gooseberry, also known as amla. Indian gooseberry is rich in vitamin C, of which a deficiency in the body can cause hair loss.

The anti-inflammatory, antioxidant, antibacterial, and the exfoliating properties present in Indian gooseberry can help maintain a healthy scalp and promote hair growth.

Mix one tablespoon each of Indian gooseberry or amla pulp and lemon juice.
Massage your scalp with the mixture thoroughly. Cover your hair with a shower cap.
Leave it on overnight and shampoo your hair in the morning.
3. Fenugreek

Fenugreek, also known as methi, is highly effective in treating hair loss. Fenugreek seeds contain hormone antecedents that enhance hair growth and help rebuild hair follicles. They also contain proteins and nicotinic acid that stimulate hair growth.

Soak one cup of fenugreek seeds in water overnight.
In the morning, grind them to make a paste.
Apply the paste to your hair and cover with a shower cap. After about 40 minutes, rinse your hair.
Follow this remedy every morning for a month.
4. Onion Juice

Onion juice helps treat hair loss due to its high sulfur content, which helps improve blood circulation to the hair follicles, regenerate hair follicles and reduce inflammation.

The antibacterial properties in onion juice also help kill germs and parasites, and treat scalp infections that can cause hair loss.

In a 2002 study published in the Journal of Dermatology, almost 74 percent of the study participants who applied onion juice on the scalp experienced significant hair regrowth.

Extract the juice of one onion by grating it and then strain it. Apply the juice directly onto the scalp. Leave it on for about 30 minutes, and then wash it off. Finally, shampoo your hair.
Mix together three tablespoons of onion juice and two tablespoons of aloe vera gel. You can also add one tablespoon of olive oil. Apply this mixture onto your scalp and leave it on for at least 30 minutes before rinsing it off and shampooing your hair.
Repeat either of these remedies two or three times a week for several weeks.

5. Aloe Vera

Aloe vera contains enzymes that directly promote healthy hair growth. Also, its alkalizing properties can help bring the scalp and hair’s pH to a more desirable level, which can greatly promote hair growth.

Regular use can also relieve scalp itching, reduce scalp redness and inflammation, add strength and luster to hair, and alleviate dandruff. Both aloe vera gel and juice will work.

Apply aloe vera gel or juice onto the scalp.
Leave it on for a few hours and then wash it off with lukewarm water.
Repeat the process three to four times a week.
You can also consume one tablespoon of aloe vera juice daily on an empty stomach to enjoy better hair growth.

6. Licorice Root

Licorice root is another herb that prevents hair loss and further damage to the hair.

The mollifying properties of licorice roots open the pores, soothe the scalp and help get rid of irritations like dry flakes. This remedy is good for dandruff, hair loss and baldness.

Add one tablespoon of ground licorice root to one cup milk with a quarter teaspoon saffron. Mix it thoroughly.
Apply the paste on bald patches at bedtime and leave it on overnight.
In the morning, wash your hair.
Follow this remedy once or twice a week.

14/03/2017



14/03/2017



14/03/2017

वजन कम करने के लिए आपने ना जाने कितनी ही कोशिशे की होगी। लेकिन जैसा की हम सभी जानते है यह इतना आसान नही है। इसमे काफ़ी व...
14/03/2017

वजन कम करने के लिए आपने ना जाने कितनी ही कोशिशे की होगी। लेकिन जैसा की हम सभी जानते है यह इतना आसान नही है। इसमे काफ़ी वक्त लगता है, और यही कारण है की अधिकतर लोग इसे बीच में ही छोड़ देते है।

तो क्या वजन कम करने का कोई आसान तरीका है? लहसुन में कुछ ऐसे गुण छुपे है जिसकी मदद से आप अपना वजन कम कर सकते है। तो बस इसका इस्तेमाल करिए और आपको रोज रोज जिम में घंटो बिताकर कड़ी मेहनत भी नही करनी पड़ेगी।

लहसुन के एपेटाइट सप्रेसएंट है। दरहसल इसकी तेज गंध, मस्तिष्क में तृप्ति केन्द्रा को उत्तेजित करती है, जिससे की भूख लगने वाली फीलिंग्स कम होती है। लहसुन हमारे शरीर में nor-epinephrine का रिसाव करती है जो की एक न्यूट्रो ट्रांसमीटर है, इससे शरीर की चयापचय (मेटबॉलिज़म) प्रक्रिया सुधरती है और वजन कम होता है। तो चलिए विस्तार से जानते है

वजन घटाना बहुत ही मुश्किल काम है। खास तौर पर जब आप व्यायाम और डाइटिंग जैसी चीज़ो को नही अपना रहे है। ऐसे में कुछ घरेलू औषधिया आपका वजन घटाने में मदद करती है। लहसुन वजन घटाने में मददगार है। यह आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है जिससे आपकी शरीर की कैलोरी कम होती है और आप बिना ज़्यादा एफर्ट लगाए अपने वजन को कम कर सकते है। आइए जाने Lehsun for Weight Loss कैसे होता है?


वजन घटाने के लिए लहसुन का इस्तेमाल कैसे करे?

3 लहसुन की कालिया
1 नींबू का रस
1 कप पानी


विधि:-

लहसुन को खाने से तो वजन घटता ही है, लेकिन उपर बताई गयी रेसिपी से आपको दोगुना फायदा मिलेगा। क्योकि कुछ शोधों के अनुसार नींबू भी वजन को घटाने में आपकी काफ़ी मदद करता है। जो लोग ओबीसिटी की समस्या से परेशान है उनके लिए तो उपर बताया गया पेय बहुत ही फायदेमंद है।


नींबू में अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है, जिससे आपका शरीर फेट सेल्स से कैल्शियम अब्सॉर्ब कर पाता है और आपके शरीर से चर्बी जलती है|


गार्लिक एक्सट्रेक्ट + एक्सर्साइज़

लहसुन से आपके वजन घटने में बढ़ोतरी होती है जब इसके सेवन के साथ साथ आप अपनी दिनचर्या में व्यायाम को भी शामिल करते है। न्यूट्रीशन रिसर्च आंड प्रॅक्टीस ने जून 2012 में एक अध्यन किया।

इसमे लहसुन को आहार में शामिल करवाया गया साथ ही साथ व्यायाम को भी। यह अध्यन यह देखने के लिए किया गया था की क्या इससे पोस्ट मेनोपॉज़ के बाद महिलाओ के हृदय से संबंधित जोखिम कम होते है या नही।

तीन महीने तक कुछ महिलाओं को गार्लिक एक्सट्रेक्ट दिया गया और एक्सरसाइज को भी उनकी दिनचर्या में शामिल किया। वही कुछ महिलाओ को प्लेसीबो ट्रीटमेंट दिया गया। जो परिणाम देखने को मिला वो आश्चर्य जनक था। जिन महिलाओ ने लहसुन लिया था उनके वजन प्लेसीबो थ्योरी लेने वाली महिलाओ की तुलना में काफ़ी कम था।

लहसुन और चर्बी का घटना

नवम्बर 2011 में, में जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन एक अध्यन किया। यह अध्यन चूहो पर किया गया था। दरहसल कुछ चूहो को पहले कुछ दीनो तक हाइ फेट का आहार दिया गया। इसके बाद 1 हफ्ते तक आधे चूहो को लहसुन और प्लेसीबो दिया गया।

इसका परिणाम यह था की जिन चूहो को लहसुन दिया गया उनमे वजन का घटना देखने को मिला। वही जिन चूहो को प्लेसीबो दिया गया उनका वजन कम नही हुआ था।

जिन चूहो को लहसुन खिलाया गया था उनके शरीर का तापमान भी बहुत ज़्यादा था शायद यही वजह है की चूहो के शरीर की चर्बी जली। यह परिणाम वाकई देखने लायक तो थे। लेकिन अभी यह शोध केवल चूहो पर हुआ था। अध्यन अभी छोटा था, इसके प्रभाव मानव में भी ऐसे ही दिखे यह ज़रूरी नही है।


साइड एफेक्ट्स भी जान ले

लहसुन से केवल वजन ही नही घटता बल्कि स्वास्थ्य से जुड़े कई और भी फायदे मिलते है। वजन घटाने के लिए लहुसन के फायदे को तो आपने जान लिया एक बार इसके साइड एफेक्ट पर भी आपको ध्यान दे देना चाहिए। पर इसे लेने से निम्न रक्तचाप हो सकता है और गॅस्ट्रोइंटेस्टाइनल इश्यू भी आ सकते है। इसलिए इसे सप्लीमेंट की तरह लेने से पहले अपने चिकित्सक से ज़रूर संपर्क कर ले।

उपर आपने जाना Garlic for Weight Loss in Hindi. हम आपको बताना चाहते है की आपकी जीवन शैली का भी आपके शरीर पर बहुत प्रभाव पढ़ता है। इसलिए यदि आप वजन घटना चाहते है तो तला -भूना आहार लेने से बचे और ज़्यादा से ज़्यादा फल और सब्जियो को अपने आहार में शामिल करे।

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