30/11/2025
क्या आप कभी एक बीमार व्यक्ति के साथ मुस्कुराते हुए फोटो खिंचा सकते हैं? संभवत: नहीं.
लेकिन जब आप आदरणीय राम सुतार जी जैसे जिंदादिल व्यक्ति के पास हो तो अस्वाभाविक चीजें भी स्वाभाविक हो जाती है.
विश्व की सबसे बड़ी सरदार पटेल वाली मूर्ति समेत हजारों उल्लेखनीय और प्रशंसनीय कलाकृतियों के सर्जक सुतार जी अस्वस्थ चल रहे हैं.
इस गंभीर अवस्था में भी वह प्रसन्न रहने का और अपने चारों तरफ प्रसन्नता का वातावरण बनाने का प्रयास कर रहे हैं. फिर मुंह लटकाने का प्रश्न ही नहीं बनता था.
पिछले दिनों उनको महाराष्ट्र गौरव का सम्मान मिला और जब वह अस्वस्थता के कारण मुंबई नहीं जा पाए तो सारे प्रोटोकॉल तोड़कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री एक साथ नोएडा स्थित उनके निवास पर आए और तीनों ने समवेत स्वरों में कहा कि इस महान सर्जक से जुड़कर पुरस्कार का ही गौरव बढ़ा है.
अभी-अभी आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने गोवा में जिस विश्व की सबसे ऊंची राम मूर्ति का उद्घाटन किया, उसके भी सर्जक सुतार जी ही हैं और वे इस कार्यक्रम में अस्वस्थता के कारण नहीं जा पाए.
जब मैं उनसे मिलकर चलने लगा तो काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे का हाथ पकड़े रहे.
समझ में नहीं आया कि वह मुझसे ऊर्जा ग्रहण कर रहे थे या मुझे ही सकारात्मक ऊर्जा का अवदान दे रहे थे.
ज्योतिष में मानव की आदर्श आयु 120 वर्ष बताई गई है. ईश्वर 100 वर्ष पार कर चुके आदरणीय सुतार जी को इतनी ही आयु प्रदान करें, यही कामना है.
छायाचित्र में मेरे साथ हैं, आदरणीय राम सुतार जी के अत्यंत प्रतिभाशाली एवं कर्मठ सुपुत्र अनिल सुतार जी, जिनका इन सारी महान रचनाओं में बराबर का योगदान है.