15/10/2025
अचानक सबको खांसी-जुकाम क्यों हो रहा; दुनिया में कौन सा नया वायरस फैल रहा, जापान में राष्ट्रीय महामारी घोषित
आपको भी अपने आसपास ज्यादा लोग बीमार दिख रहे हैं? दरअसल, कमोबेश पूरे एशिया में यही हाल है। जापान ने तो अपने यहां इसे राष्ट्रीय महामारी घोषित कर दी है।
इस वक्त तेजी से फैल रहा ये फ्लू क्या है, जापान ने इसे महामारी क्यों घोषित की और क्या है इससे बचाव का तरीका
सवाल-1: भारत और एशिया के बाकी देशों तक फ्लू कितना फैल रहा?
जवाब: भारत में जनवरी-मार्च और अगस्त-अक्टूबर में फ्लू का सीजन होता है। इस साल उत्तर भारत में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और गुजरात से सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। भारत में फ्लू वायरस का H3N2 स्ट्रेन ज्यादा पाया जा रहा है, जो जापान के वैरिएंट से मिलता-जुलता है।
सर्वे करने वाली संस्था ‘लोकल सर्किल्स’ के एक सर्वे के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद के 69% घरों में एक या ज्यादा लोगों को फ्लू या फीवर जैसे लक्षण हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, जनवरी-सितंबर 2025 में देशभर में एक लाख सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से लगभग 25% H3N2 पॉजिटिव पाए गए।
वहीं, थाईलैंड में इस साल अब तक 5.5 लाख से ज्यादा फ्लू के मामले दर्ज किए गए हैं। 7 से 13 सितंबर के बीच एक हफ्ते में 30 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले। देश में इस साल अब तक इन्फ्लूएंजा से 59 लोगों की मौत हुई हैं।
सिंगापुर में पिछले दो हफ्तों में फ्लू के मामले 40% तक बढ़े हैं। ज्यादातर मामले सामान्य सर्दी (राइनोवायरस) और फ्लू के हैं। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि ज्यादातर मरीजों में संक्रमण सामान्य है, गंभीर मामले नहीं हैं।
मलेशिया में 6,000 से ज्यादा छात्रों में फ्लू के संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके कारण कई स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है।
सवाल-2: ये फ्लू किस वायरस से हो रहा, इसके लक्षण क्या हैं?
जवाबः जापान, भारत और सिंगापुर जैसे देशों में इन्फ्लुएंजा के टाइप A के तहत आने वाले H1N1 और H3N2 वायरस पाए गए हैं। दरअसल, सर्दी, जुकाम वगैरह को हम आम बोलचाल में ‘फ्लू’ कह देते हैं। इसका पूरा नाम इन्फ्लुएंजा है। इन्फ्लुएंजा वायरस 4 टाइप के होते हैं- A, B, C और D।
इनमें इन्फ्लुएंजा-A कैटेगरी में सबसे गंभीर फ्लू वायरस होते हैं, ये इंसानों और पक्षियों पर असर करते हैं और महामारी की वजह बन सकते हैं। H1N1, H3N2, H5N1 जैसे वायरस इसी कैटेगरी में आते हैं। H1N1 को ‘स्वाइन फ्लू’, H3N2 को ‘हांगकांग फ्लू’ और H5N1 को ‘बर्ड फ्लू’ का वायरस कहा जाता है।
इन्फ्लुएंजा की बाकी कैटेगरी यानी B, C और D के वायरस गंभीर नहीं होते। इनसे राइनोवायरस से होने वाली मौसमी सर्दी, खांसी के लक्षण आते हैं। ये महामारी की वजह नहीं बनते। वहीं कैटेगरी A के वायरस कोरोना वायरस की तरह तेजी से फैलते हैं।
H3N2 वायरस से बचने के क्या तरीके हैं?
जवाबः H3N2 वायरस से बचने के लिए ये तरीके अपनाएं...
बच्चों के लिए खास तौर पर इन्फ्लुएंजा और जापानी इंसेफिलाइटिस की वैक्सीन लगाई जाती हैं। डॉक्टर की सलाह पर तय समय पर बच्चों को वैक्सीन लगवानी चाहिए।
साफ-सफाई का ध्यान रखें और अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं। हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
भीड़भाड़ वाली जगहों में मास्क पहनने से हवा में मौजूद वायरस से बचाव होता है।
अगर आपको लक्षण दिखाई दें, तो मास्क पहनें और खांसते-छींकते समय दूसरों से दूरी बनाए रखें।