12/10/2025
World Arthrities Day - वर्ल्ड आर्थराइटिस डे 🧘♀️🩺💪
किसी भी उम्र में हो सकती हैं अर्थराइटिस की समस्या, जानें इसके कारण व उपचार...🧘♀️🩺💪
Shreejee Hospital - Orthopedic and Trauma Centre - 9530076346
विश्व अर्थराइटिस दिवस हर वर्ष 12 अक्टूबर को मनाया जाता है। आज इस बीमारी की बढ़ती संख्या लोगों में चिंता का विषय बनी हुई है। विश्व अर्थराइटिस दिवस का ध्येय होता है, लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना और अर्थराइटिस के मरीज़ों को सहायता देना। सिर्फ भारत की बात करें तो यहां लगभग 15 प्रतिशत लोगों में अर्थराइटिस पाया जाता है।
अर्थराइटिस के कारण
अर्थराइटिस का मुख्य कारण है, हमारी आरामतलब जीवनशैली, मादक पदार्थों का सेवन और कंप्यूटर पर बैठकर घंटों काम करना, खाने में जरूरी पौष्टिक तत्वों की कमी। इसके अलावा जंक फूड का सेवन, व्यायाम की कमी आदि के कारण इसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पहले ऐसा माना जाता था कि केवल उम्रदराज लोग ही इसकी चपेट में आते हैं, लेकिन वर्तमान में इसकी गिरफ्त में नौजवान भी आ रहे हैं।
अर्थराइटिस जोड़ों से जुड़ी समस्या है। जिसमें जोड़ों में सूजन रहती है, दर्द व जलन के साथ ही इन्हें हिलाने-डुलाने में भी बहुत परेशानी होती है। पहले जहां अर्थराइटिस की प्रॉब्लम बढ़ती उम्र के साथ देखने को मिलती थी वहीं अब ये किसी भी उम्र में हो रही है। इसके लिए खराब लाइफस्टाइल, खानपान की गलत आदतें, फिजिकल एक्टिविटी की कमी सबसे बड़ी वजहें हो सकती हैं।
अर्थराइटिस के प्रकार
वैसे तो अर्थराइटिस के कई प्रकार हैं लेकिन उनमें से आस्टियो अर्थराइटिस और रूमैटाइड अर्थराइटिस सबसे कॉमन हैं।
आस्टियो अर्थराइटिस- जितने भी प्रकार हैं अर्थराइटिस के उनमें से आस्टियो अर्थराइटिस के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिलते हैं। हड्डियों का सुरक्षात्मक आवरण जिसे कार्टिलेज कहते हैं, खराब हो जाता है तब यह होता है। कार्टिलेज का काम ही जोड़ों की हड्डियों को आपस में रगड़ने, घिसने और क्षतिग्रस्त होने से बचाना है।
रूमैटाइड अर्थराइटिस- रूमैटाइड अर्थराइटिस में ज्वॉइंटस के आसपास के टिश्यू खराब हो जाते हैं। जिसकी वजह से मांसपेशियां और लिगामेंट्स भी क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। पहले स्टेज में तो यह शरीर के छोटे-छोटे ज्वॉइंट्स पर असर डालता है, लेकिन बाद में इसका अटैक बड़े ज्वॉइंट्स जैसे कंधे, कूल्हे और घुटने पर होने लगता है। रूमैटाइड अर्थराइटिस स्थायी दिव्यांगता की वजह भी बन सकता है।
प्रमुख लक्षण
- जोड़ों में दर्द, सूजन और जलन होना।
- सुबह नींद से उठने पर तेज दर्द महसूस होना।
- हड्डियों के चटकने की आवाज आना।
- जोड़ों का कड़ा और कमजोर हो जाना।
- जोड़ों को हिलाने-डुलाने में परेशानी होना।
- सीढि़यां चढ़ने-उतरने और नीचे फर्श पर बैठने में परेशानी होना।
- हड्डियों के चटकने की आवाज आना।
अर्थराइटिस की वजहें -
- उम्र बढ़ना।
-चोट लगना।
- बहुत ज्यादा वजन होना।
- धूम्रपान का ज्यादा मात्रा में सेवन।
- फिजिकल एक्टिविटीज़ की कमी।
-आनुवांशिक कारण
उपचार
अर्थराइटिस के उपचार के बारे में बात करें ये तो पूरी तरह से इस पर डिपेंड करता है कि अर्थराइटिस किस प्रकार का है और किस स्टेज में है। क्योंकि शुरुआती स्टेज में दवाइयों, फीजियोथेरेपी उपायों से इसे दूर करना आसान होता है, लेकिन एडवांस लेवल में सर्जरी ही एकमात्र ऑप्शन है। ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी इसके लिए की जाती है।
समस्या अधिक होने पर अनुभवी डॉ से परामर्श करे...
Dr Lalit Dadhich
जिला बास्केटबॉल संघ अध्यक्ष
MS Ortho, Bone & Joint Specialist,
“Over 15 years of experience with more than 8,000 major and minor orthopedic surgeries successfully performed. 😇🙏”
Shreejee Hospital - Orthopedic and Trauma Centre, Rajsamand
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