05/07/2025
प्रिय मित्रो....
नमस्कार,
आज के दौर में स्वास्थ्य ही सर्वप्रथम आपकी संपत्ति और समृद्धि है।
यदि स्वास्थ्य खराब और बीमारियों का घर बन गई ,तो समझो समस्त जीवन की संपत्ति और समृद्धि बेकार और हाथ से निकल गई।
स्वस्थ्य जीवन का अर्थ बीमार होने के बाद इलाज कराकर और डाक्टर पर और दवाइयों पर निर्भर रहकर जीवन जीना नहीं , बल्कि स्वस्थ्य जीवन का मतलब है , सदा बीमारियों से दूर रहकर अपने जीवन को जीना है।
खुशी की बात यह है, कि ये सब आपके हाथ में है और यह आपकी जिम्मेदारी है।
*इसलिए आपको बताता हूं , कि स्वस्थ्य रहना एक चॉइस नहीं बल्कि आपके जीवन का निर्णय है।*
यह आसान है, यदि आप अपने जीवन की दिनचर्या को अनुशासित और नियमित कर देते है।
इसके लिए कुछ कदम फॉलो करने है।।
*E - रोजाना प्रतिदिन सुबह या शाम 30 मिनट से 1 घंटा तक व्यायाम, जैस- तेज चाल से वॉक, योग, एरोबिक व्यायाम, गेम खेलना, साइक्लिंग, आदि।
* A - सदा सकारात्मक सोच प्रतिदिन बनाए रखना। इसके लिए - बुक पढ़ना, मोटिवेशनल सी डी सुनना, सकारात्मक संगठन, सकारात्मक फिल्म देखना, आदि।
* R - सतत् 6 से 8 घंटे आराम / नींद ।
* N - रोजाना पौष्टिक आहार,जिसमे प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स, अच्छा बसा, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, और सदा पानी पीते रहना या शरीर को सदा पानी का संतृप्त रखना।
* S - कम से कम तनाव लेना या वर्तमान में रहकर अपने प्रतिदिन की दिनचर्या के साथ काम पूर्ण करना अधिकतम तनाव को कम कर देती है।
इसे कहा जाता है , सम्पूर्ण स्वास्थ्य प्रबंधन, जिससे हम अपने तन , मन और मस्तिष्क को संतुलित कर पाते है।
*याद रखे, कहा जाता है , कि स्वस्थ्य तन में ही स्वस्थ्य मस्तिष्क और मन रहता है।*
इसलिए इसे कैसे किया जाए या बनाए रखा जाए,
के लिए संपर्क करे....
संपर्क करे - *9990975401*