07/09/2025
आत्रेय पंचकर्म रीवा-गणपति बप्पा मोरया… अगले बरस तू जल्दी आ! 🙏✨
आत्रेय पंचकर्म परिवार ने भक्ति, भावनाओं और स्वास्थ्य की मंगलकामनाओं के साथ गणपति बप्पा का विसर्जन किया।
विदाई का यह क्षण आँखों को नम और दिल को भारी कर गया, लेकिन मन में यह विश्वास गहरा है कि बप्पा अगले वर्ष फिर आएंगे और हमें नई प्रेरणा, नई शक्ति और सफलता की राह दिखाएँगे।
बप्पा केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि निरोगी जीवन का संदेश भी देते हैं। आयुर्वेद और पंचकर्म के माध्यम से तन, मन और आत्मा को स्वस्थ रखना ही बप्पा के आशीर्वाद का सही पालन है। जब शरीर रोगमुक्त और मन प्रसन्न होता है, तभी जीवन अपनी संपूर्णता में खिलता है।
आज बप्पा को विदा करते हुए यह संकल्प लिया गया कि हम आयुर्वेदिक जीवनशैली को अपनाकर अपने स्वास्थ्य की रक्षा करेंगे और निरोगी समाज के निर्माण में योगदान देंगे। आने वाला हर दिन हमें संतुलित, ऊर्जावान और आनंदमय जीवन की ओर ले जाए, यही बप्पा से प्रार्थना है।
आयुर्वेद का सार यही है— “स्वस्थस्य स्वास्थ्य रक्षणं, आतुरस्य विकार प्रशमनं।”
अगले बरस जब बप्पा लौटें, तब हम और भी स्वस्थ, प्रसन्न और ऊर्जा से भरपूर होकर उनका स्वागत करें।