05/05/2021
मध्य प्रदेश के समस्त जूनियर डॉक्टर पिछले एक वर्ष से भी अधिक से कोरोना मरीजो की निष्ठापूर्वक सेवा मे लगे हैं, यंहा तक की हमारे कुछ साथियो ने अपनी जान की आहुति तक दी हैं। मध्य प्रदेश के समस्त जूनियर डॉक्टर बिगत कुछ महीनो से सरकार और प्रशासन के आगे अपनी समस्याओ को रख रहे हैं, हमने माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय सिंधिया जी, मननीय चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग जी सभी को अपनी समस्याओ और मांगो से अवगत कराया था परन्तु सरकार की तरफ से कोई सुनवाई ना होने क कारण सम्पुर्ण मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टरो ने 08/04/21 से 12/04/21 तक सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करते हुए समांतर ओ पी डी का आयोजन किया था, सरकार के द्वारा उसको भी नज़रअन्दाज़ करने के कारण जूनियर डॉक्टरो ने 13/04/21 से हड़ताल पर जाने का एलान किया था। जिसके बाद जूनियर डॉक्टर्स को दिनांक 12/04/2021 को माननीय मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग जी द्वारा आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उनकी मांगों का निराकरण किया जायेगा। इसलिए जूनियर डॉक्टरों ने मरीजों के हित मे अपनी हड़ताल रद्द कर दी थी परंतु हड़ताल रद्द करने के 3 हफ्ते बाद तक भी जूनियर डॉक्टर्स की मांगो पर कोई अमल नही किया गया है।
इसके बाद दिनांक 03/05/2021 को भी प्रदेश के सभी चिकित्सा महविद्यालयों के जूनियर डॉक्टर्स एसोशिएशन् के पदधारको द्वारा माननीय मंत्री जी से मुलाक़ात की गई परंतु उसमे भी मंत्री जी द्वारा जूनियर डॉक्टर्स की मांगो को नजरंदाज किया गया और नकरात्मक रवैया दिखाने के साथ साथ जूनियर डॉक्टरों की अव्लेहना भी की।
समस्त जूनियर डॉक्टर बिगत एक वर्ष से समान्य मरीजो क साथ साथ पुरे प्रदेश के कोरोना मरीजो के इलाज मे भी तत्पर लगे गए हैं परन्तु इन सभी तथ्यों और सरकार द्वारा पिछले कुछ समय मे दिखाये गए रवैये से सिद्ध होता है कि सरकार को अपने डॉक्टर्स की कोई परवाह नही है, जिसके चलते जूनियर डॉक्टर मे असंतोष का माहौल है तथा जूनियर डॉक्टर्स को कोरोना की सेवा करते हुए भी ना तो उचित वेतन मिल रहा है, ना ही उचित सुरक्षा एवं इलाज की व्यवस्था है। इसी के चलते हमने हमारे कई होनहार डॉक्टरों को खो दिया है। ज्ञात हो की विगत एक महीने मे गुजरात, बिहार, महाराष्ट्र कर्नाटक, दिल्ली आदि राज्यों मे जूनियर डॉक्टर्स के हित मे मूलभूत सुविधाओं जैसे उचित स्वास्थ्य सुविधायें देने और वेतन वृद्धि के आदेश जारी किये गए है तो फिर मध्यप्रदेश के जूनियर डॉक्टरों के साथ ही ये दोगलापन क्यों।
इन सभी बातों के चलते विवश होकर यह घोषणा करनी पड़ रही है की अगर 6 मई तक जूनियर डॉक्टर्स की मांगो पर निर्णय लेकर कोई लिखित आदेश जारी नही किया गया तो प्रदेश भर के जूनियर डॉक्टर्स 6 मई को समस्त इमर्जेंसी सेवाएं बंद करने को बाध्य होंगे तथा 7 मई से अनिश्चितकालीन समय के लिए कोरोना सेवा भी बंद करने को बाध्य होंगे।
और सरकार अगर किसी भी जूनियर डॉक्टर के अभिभावको और जूनियर डॉक्टर पर दबाब बनाती हैं या गैर संवैधानिक कारवाही करती है, तो समस्त मध्य प्रदेश जुडा सामूहिक इस्तीफा देने के लिये भी बाध्य रहेगा।