28/11/2025
Action imitation का मतलब है कि बच्चा दूसरों की क्रियाओं को देखकर वैसे ही करने की कोशिश करे—जैसे ताली बजाना, हाथ हिलाना, ब्लॉक रखना, कप उठाना, खिलौना चलाना आदि।
यह स्किल बच्चे के सम्पूर्ण विकास के लिए बहुत जरूरी है।
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⭐ Action Imitation क्यों ज़रूरी है?
1. सीखने का पहला तरीका
छोटे बच्चे ज़्यादातर चीज़ें देखकर सीखते हैं।
खाना खाना, कपड़े पहनना, खेलना—सब कुछ imitation से ही शुरू होता है।
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⭐ 2. Communication (संचार) विकास
बच्चे imitation करते-करते gestures सीखते हैं—जैसे bye-bye करना, pointing करना।
बाद में यही चीज़ें बोलना सीखने की नींव बनती हैं।
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⭐ 3. Social Skills (सामाजिक कौशल)
बच्चे जब दूसरों की क्रियाएं कॉपी करते हैं, तो:
attention बढ़ती है
eye contact सुधरता है
turn-taking सीखते हैं
इससे बच्चा दूसरों से जुड़ना सीखता है।
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⭐ 4. Motor Skills का विकास
Fine और Gross motor—दोनों skills पर असर पड़ता है।
जैसे:
ताली बजाना
block stacking
jumping, running
spoon पकड़ना
बच्चा हाथ-पैर का नियंत्रण बेहतर सीखता है।
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⭐ 5. Play Skills में निखार
खिलौनों को कैसे इस्तेमाल करना है—यह बच्चा देखकर ही सीखता है।
imitation से imaginative play भी विकसित होता है।
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⭐ 6. Behaviour सीखने में मदद
बच्चा अच्छे व्यवहार—जैसे साफ-सफाई, sharing, routine—नकल करके सीखता है।
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⭐ 7. Autism और Developmental Delay में और भी महत्वपूर्ण
कई न्यूरोडेवलपमेंटल बच्चों में imitation की कमी होती है।
अगर action imitation को सुधारा जाए तो:
communication
attention
social interaction
self-help skills
play
speech
सब तेज़ी से बेहतर होते हैं।
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✔️ Action Imitation कैसे सिखाएं?
पहले simple actions से शुरू करें: ताली, हाथ हिलाना, knock-knock।
“Do like me” मॉडलिंग: आप करें, बच्चे को दोहराने दें।
बच्चे की पसंद की चीज़ों से शुरुआत करें।
ज्यादा verbal pressure न डालें—ज्यादा model दिखाएं।
हर छोटी सफलता पर तुरंत प्रशंसा करें।