11/09/2025
आर्थराइटिस (गठिया) जोड़ों की सूजन को कहते हैं, जिससे दर्द और जकड़न होती है। इसके कई प्रकार हैं, जिनमें ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड आर्थराइटिस सबसे आम हैं।
ऑस्टियोआर्थराइटिस: यह जोड़ों के कार्टिलेज के घिसने से होता है, जो बढ़ती उम्र, चोट या मोटापे के कारण होता है। इससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन होती है, खासकर कूल्हे, घुटने और हाथों में।
रुमेटीइड आर्थराइटिस: यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम जोड़ों के टिशू पर हमला करता है, जिससे जोड़ों में गंभीर सूजन, दर्द और विकृति आ जाती है। यह शरीर के दोनों तरफ के जोड़ों को प्रभावित कर सकता है।
लक्षण:
जोड़ों में दर्द, खासकर सुबह के समय
जोड़ों में सूजन और लालिमा
जोड़ों को हिलाने में कठिनाई
प्रभावित जोड़ से आवाज़ आना
थकान और बुखार (खासकर रुमेटीइड आर्थराइटिस में)
इलाज:
आर्थराइटिस का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।
दवाएं: दर्द और सूजन कम करने के लिए डॉक्टर NSAIDs, स्टेरॉयड, या DMARDs जैसी दवाएं देते हैं।
व्यायाम: नियमित और हल्के व्यायाम, जैसे चलना, तैराकी या योग, जोड़ों की गतिशीलता बनाए रखने में मदद करते हैं।
फिजिकल थेरेपी: फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा सुझाए गए व्यायाम और थेरेपी से दर्द और अकड़न कम होती है।
जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ वजन बनाए रखना, पौष्टिक आहार लेना, और धूम्रपान से बचना भी फायदेमंद है।
सर्जरी: गंभीर मामलों में, डॉक्टर जोड़ों को बदलने (जैसे, घुटने या कूल्हे का प्रत्यारोपण) की सलाह दे सकते हैं।
यदि आपको आर्थराइटिस के लक्षण महसूस हों, तो सही निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।