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रोजाना कसरत और अच्‍छा आहार मधुमेह को भगाए दूर, शोध(आईएएनएस)| टाइप-2 मधुमेह के जोखिम को कम करने को लेकर कुछ लोग सोचते हैं...
09/05/2015

रोजाना कसरत और अच्‍छा आहार मधुमेह को भगाए दूर, शोध

(आईएएनएस)| टाइप-2 मधुमेह के जोखिम को कम करने को लेकर कुछ लोग सोचते हैं कि केवल रोजाना कसरत उनके लिए लाभकारी होगा, जबकि कुछ लोगों के मुताबिक कम कैलोरी लेने और वजन नियंत्रित रखने से यह रोग उन्हें नहीं होगा। READ: म‍धुमेह रोगियों के लिये कैसा है नींबू, पानी और शहद का सेवन लेकिन एक नए शोध के मुताबिक, इन सबको एक साथ अपनाने पर ही आप इस रोग से दूर रह पाएंगे। अमेरिका के सेंट लुइस युनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर एडवर्ड वीस ने कहा, "अभी भी लोगों का मानना है कि बस उनका वजन नियंत्रण में रहे, उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता कि उनका आहार क्या है।" READ: टाइप टू मधुमेह क्‍या है और इससे कैसे बचें? वहीं, दूसरी तरफ कुछ लोग उपर्युक्त आहार लेते हैं, लेकिन कसरत से खुद को दूर रखते हैं। वीस ने उल्लेख किया, "अध्ययन के मुताबिक, आप तभी स्वस्थ रह सकते हैं, जब सही आहार लेते हैं और साथ में रोजाना कसरत करते हैं।" अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि कसरत व उचित मात्रा में कैलोरी दोनों से ही मधुमेह का जोखिम कम होता है। READ: मधुमेह रोगियों के लिये भारतीय आहार अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ कि कसरत व सही मात्रा में आहार का ग्लूकोरेग्युलेशन (शरीर में शर्करा की नियंत्रण प्रक्रिया) पर लाभकारी प्रभाव पड़ता है। यह अध्ययन पत्रिका 'डायबीटिज केयर' में प्रकाशित हुआ है।

आज कल की भाग दौड़ भरी दिनचर्या ने लोगों को उनके अच्‍छे खान पान से एकदम दूर कर दिया है। यह तो हम सब जानते हैं कि आज का खा...
09/05/2015

आज कल की भाग दौड़ भरी दिनचर्या ने लोगों को उनके अच्‍छे खान पान से एकदम दूर कर दिया है। यह तो हम सब जानते हैं कि आज का खाया पिया कल जरुर काम देता है, पर आज कल के पुरुष कहीं भी कुछ भी खा लेते हैं। जो उन्‍हें आज नहीं पर कल जरुर नुक्‍सान करेगा। आज हम आपको कुछ इस तरह के आहार बताएगें जो पुरुषों के लिए ऊर्जा पैदा करने वाला और मजबूत मासपेशियां बनाने में मदद करेगा। पुरुषों के लिए पांच स्वस्थ आहार 1. केला: यह तुरंत शक्ति पहुंचाने वाला फल आपकी मेन्‍यू में जरुर होना चाहिए। काम के भार से निपटने के लिए आपको सुबह सुबह दो केले खा लेना चहिए जिससे आप दिन भर ऊर्जावान बने रहें और काम के प्रेशर से थके भी नहीं। पुरूषों को हार्ट अटैक और कई सारी दिल की बीमारियां होने का खतरा थोड़ा जादा होता है इसलिए अगर आप केले को अपने आहार में शामिल करेगें तो आप इन खतरनाक बिमारियों से बच सकते हैं। 2. ऑइस्टर: यह घोंघें के नाम से भी जाना जाता है जो, जिंक में काफी ज्‍यादा होता है और पुरुषों के लिए स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक होता है। इसके अंदर एंटीऑक्‍सीडेंट, जिंक और मिनरल पाए जाते हैं जो यौन क्षमता, स्‍पर्म काउंट और शरीर को कैंसर जैसे जानलेवा बीमारियों से बचाता है। 3. पत्‍ता गोभी: इसमें कैलोरी कम होती है। इसमें सल्‍फोरेपेन नामक रसायन होता है जो कैंसर से बॉडी को बचाता है। पत्‍ता गोभी में विटामिन, मिनरल और खूब सारा प्रोटीन पाया जाता है। यह पाचने में आसान और हमारे बालों के लिए भी बहुत बढि़यां माना जाता है। 4. लाल पालक: अगर आपको पोपाय जैसे ताकत चाहिए तो पालक खाइये। क्‍योंकि इसमें फोलेट और बीटेन होता है जो ब्‍लड के लेवल को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा ज्‍यादा होता है। अगर आपको पालक नहीं अच्‍छा लगता तो चुकंदर खाएं जो कैंसर से लड़ने और खून बढ़ाने में मदद करेगा। 5. साबुत आनाज: आपके हर आहार में साबुत आनाज जरुर होना चाहिए क्‍योंकि इसमें रेशा, विटामिन और मिनरल पाया जाता है। साबुत आनाज दिल, मासपेशियों और वजन कम करने के लिए बहुत अच्‍छा आहार होता है। जिन आदमियों के पास वर्क आउट करने का समय नहीं होता वह इसको खा कर काम चला सकते हैं।

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Most of the men are careless with their diet. Intake of unhealthy food and lifestyle can spoil their health in the later ages. Nutritional needs of men is more when compared to women. There are few foods which are good for men and should be consumed regularly to have strong muscles, stay energetic a…

NDयदि आप अपनी सेहत बनाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले जरूरत है अपनी दिनचर्या सुधारने की। उसके लिए पेट साफ रखने की भी जरूर...
21/04/2015

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यदि आप अपनी सेहत बनाने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले जरूरत है अपनी दिनचर्या सुधारने की। उसके लिए पेट साफ रखने की भी जरूरत है। पेट में कब्ज रहेगा तो कितने ही पौष्टिक पदार्थों का सेवन करें, लाभ नहीं होगा।

भोजन समय पर तथा चबा-चबाकर खाना चाहिए, ताकि पाचन शक्ति ठीक बनी रहे, फिर पौष्टिक आहार या औषधि का सेवन करना चाहिए। आचार्य चरक ने कहा है कि पुरुष के शरीर में वीर्य तथा स्त्री के शरीर में ओज होना चाहिए, तभी चेहरे पर चमक व कांति नजर आती है और शरीर पुष्ट दिखता है।

हम यहाँ कुछ ऐसे पौष्टिक पदार्थों की जानकारी दे रहे हैं, जिन्हें किशोरावस्था से लेकर युवावस्था तक के लोग सेवन कर लाभ उठा सकते हैं और बलवान बन सकते हैं-

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* सोते समय एक गिलास मीठे गुनगुने गर्म दूध में एक चम्मच शुद्ध घी डालकर पीना चाहिए।

* दूध की मलाई तथा पिसी मिश्री जरूरत के अनुसार मिलाकर खाना चाहिए, यह अत्यंत शक्तिवर्द्धक है।

* एक बादाम को पत्थर पर घिसकर दूध में मिलाकर पीना चाहिए, इससे अपार बल मिलता है। बादाम को घिसकर ही उपयोग में लें।

* छाछ से निकाला गया ताजा माखन तथा मिश्री मिलाकर खाना चाहिए, ऊपर से पानी बिलकुल न पिएँ।

* 50 ग्राम उड़द की दाल आधा लीटर दूध में पकाकर खीर बनाकर खाने से अपार बल प्राप्त होता है। यह खीर पूरे शरीर को पुष्ट करती है।

* प्रातः एक पाव दूध तथा दो-तीन केले साथ में खाने से बल मिलता है, कांति बढ़ती है।

* एक चम्मच असगंध चूर्ण तथा एक चम्मच मिश्री मिलाकर गुनगुने एक पाव दूर के साथ प्रातः व रात को सेवन करें, रात को सेवन के बाद कुल्ला कर सो जाएँ। 40 दिन में परिवर्तन नजर आने लगेगा।

* सफेद मूसली या धोली मूसली का पावडर, जो स्वयं कूटकर बनाया हो, एक चम्मच तथा पिसी मिश्री एक चम्मच लेकर सुबह व रात को सोने से पहले गुनगुने एक पाव दूध के साथ लें। यह अत्यंत शक्तिवर्धक है।

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* सुबह-शाम भोजन के बाद सेवफल, अनार, केले या जो भी मौसमी फल हों, खाएँ।

* सुबह एक पाव ठंडे दूध में एक बड़ा चम्मच शहद मिलाकर पीने से खून साफ होता है, शरीर में खून की वृद्धि होती है।

* प्याज का रस 2 चम्मच, शहद 1 चम्मच, घी चौथाई चम्मच मिलाकर सेवन करें और स्वयं शक्ति का चमत्कार देखें। यह नुस्खा यौन शक्ति बढ़ाने में अचूक है।

उपरोक्त नुस्खे स्त्री-पुरुष दोनों के लिए समान हैं। इन्हें अनुकूल मात्रा में उचित विधि से सुबह-रात को सेवन करना चाहिए

12/04/2015

स्वस्थ रहने की 10 अच्छी आदतें
कहीं भी बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, खाने के बाद और बाथरूम का उपयोग करने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है तब तो यह और भी जरूरी हो जाता है। उसे हाथ लगाने से पहले अपने हाथ अच्छे से जरूर धोएं।

* घर में सफाई पर खास ध्यान दें, विशेषकर रसोई तथा शौचालयों पर। पानी को कहीं भी इकट्ठा न होने दें। सिंक, वॉश बेसिन आदि जैसी जगहों पर नियमित रूप से सफाई करें तथा फिनाइल, फ्लोर क्लीनर आदि का उपयोग करती रहें। खाने की किसी भी वस्तु को खुला न छोड़ें। कच्चे और पके हुए खाने को अलग-अलग रखें। खाना पकाने तथा खाने के लिए उपयोग में आने वाले बर्तनों, फ्रिज, ओवन आदि को भी साफ रखें। कभी भी गीले बर्तनों को रैक में नहीं रखें, न ही बिना सूखे डिब्बों आदि के ढक्कन लगाकर रखें।

* ताजी सब्जियों-फलों का प्रयोग करें। उपयोग में आने वाले मसाले, अनाजों तथा अन्य सामग्री का भंडारण भी सही तरीके से करें तथा एक्सपायरी डेट वाली वस्तुओं पर तारीख देखने का ध्यान रखें।

* बहुत ज्यादा तेल, मसालों से बने, बैक्ड तथा गरिष्ठ भोजन का उपयोग न करें। खाने को सही तापमान पर पकाएं और ज्यादा पकाकर सब्जियों आदि के पौष्टिक तत्व नष्ट न करें। साथ ही ओवन का प्रयोग करते समय तापमान का खास ध्यान रखें। भोज्य पदार्थों को हमेशा ढंककर रखें और ताजा भोजन खाएं।

* खाने में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियों, साबुत दाल-अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में 'वैरायटी ऑफ फूड' शामिल हो। खाना पकाने तथा पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। सब्जियों तथा फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।

* खाना पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑइल (जैसे सोयाबीन, सनफ्लॉवर, मक्का या ऑलिव ऑइल) के प्रयोग को प्राथमिकता दें। खाने में शकर तथा नमक दोनों की मात्रा का प्रयोग कम से कम करें। जंकफूड, सॉफ्ट ड्रिंक तथा आर्टिफिशियल शकर से बने ज्यूस आदि का उपयोग न करें। कोशिश करें कि रात का खाना आठ बजे तक हो और यह भोजन हल्का-फुल्का हो।

* अपने विश्राम करने या सोने के कमरे को साफ-सुथरा, हवादार और खुला-खुला रखें। चादरें, तकियों के गिलाफ तथा पर्दों को बदलती रहें तथा मैट्रेस या गद्दों को भी समय-समय पर धूप दिखाकर झटकारें।

* मेडिटेशन, योगा या ध्यान का प्रयोग एकाग्रता बढ़ाने तथा तनाव से दूर रहने के लिए करें।

* कोई भी एक व्यायाम रोज जरूर करें। इसके लिए रोजाना कम से कम आधा घंटा दें और व्यायाम के तरीके बदलते रहें, जैसे कभी एयरोबिक्स करें तो कभी सिर्फ तेज चलें। अगर किसी भी चीज के लिए वक्त नहीं निकाल पा रहे तो दफ्तर या घर की सीढ़ियां चढ़ने और तेज चलने का लक्ष्य रखें। कोशिश करें कि दफ्तर में भी आपको बहुत देर तक एक ही पोजीशन में न बैठा रहना पड़े।

* 45 की उम्र के बाद अपना रूटीन चेकअप करवाते रहें और यदि डॉक्टर आपको कोई औषधि देता है तो उसे नियमित लें। प्रकृति के करीब रहने का समय जरूर निकालें। बच्चों के साथ खेलें, अपने पालतू जानवर के साथ दौड़ें और परिवार के साथ हल्के-फुल्के मनोरंजन का भी समय निकालें।

स्वस्थ रहने की 10 अच्छी आदतेंकहीं भी बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खा...
26/03/2015

स्वस्थ रहने की 10 अच्छी आदतें
कहीं भी बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, खाने के बाद और बाथरूम का उपयोग करने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है तब तो यह और भी जरूरी हो जाता है। उसे हाथ लगाने से पहले अपने हाथ अच्छे से जरूर धोएं।

* घर में सफाई पर खास ध्यान दें, विशेषकर रसोई तथा शौचालयों पर। पानी को कहीं भी इकट्ठा न होने दें। सिंक, वॉश बेसिन आदि जैसी जगहों पर नियमित रूप से सफाई करें तथा फिनाइल, फ्लोर क्लीनर आदि का उपयोग करती रहें। खाने की किसी भी वस्तु को खुला न छोड़ें। कच्चे और पके हुए खाने को अलग-अलग रखें। खाना पकाने तथा खाने के लिए उपयोग में आने वाले बर्तनों, फ्रिज, ओवन आदि को भी साफ रखें। कभी भी गीले बर्तनों को रैक में नहीं रखें, न ही बिना सूखे डिब्बों आदि के ढक्कन लगाकर रखें।

* ताजी सब्जियों-फलों का प्रयोग करें। उपयोग में आने वाले मसाले, अनाजों तथा अन्य सामग्री का भंडारण भी सही तरीके से करें तथा एक्सपायरी डेट वाली वस्तुओं पर तारीख देखने का ध्यान रखें।

* बहुत ज्यादा तेल, मसालों से बने, बैक्ड तथा गरिष्ठ भोजन का उपयोग न करें। खाने को सही तापमान पर पकाएं और ज्यादा पकाकर सब्जियों आदि के पौष्टिक तत्व नष्ट न करें। साथ ही ओवन का प्रयोग करते समय तापमान का खास ध्यान रखें। भोज्य पदार्थों को हमेशा ढंककर रखें और ताजा भोजन खाएं।

* खाने में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियों, साबुत दाल-अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में 'वैरायटी ऑफ फूड' शामिल हो। खाना पकाने तथा पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। सब्जियों तथा फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।

* खाना पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑइल (जैसे सोयाबीन, सनफ्लॉवर, मक्का या ऑलिव ऑइल) के प्रयोग को प्राथमिकता दें। खाने में शकर तथा नमक दोनों की मात्रा का प्रयोग कम से कम करें। जंकफूड, सॉफ्ट ड्रिंक तथा आर्टिफिशियल शकर से बने ज्यूस आदि का उपयोग न करें। कोशिश करें कि रात का खाना आठ बजे तक हो और यह भोजन हल्का-फुल्का हो।

* अपने विश्राम करने या सोने के कमरे को साफ-सुथरा, हवादार और खुला-खुला रखें। चादरें, तकियों के गिलाफ तथा पर्दों को बदलती रहें तथा मैट्रेस या गद्दों को भी समय-समय पर धूप दिखाकर झटकारें।

* मेडिटेशन, योगा या ध्यान का प्रयोग एकाग्रता बढ़ाने तथा तनाव से दूर रहने के लिए करें।

* कोई भी एक व्यायाम रोज जरूर करें। इसके लिए रोजाना कम से कम आधा घंटा दें और व्यायाम के तरीके बदलते रहें, जैसे कभी एयरोबिक्स करें तो कभी सिर्फ तेज चलें। अगर किसी भी चीज के लिए वक्त नहीं निकाल पा रहे तो दफ्तर या घर की सीढ़ियां चढ़ने और तेज चलने का लक्ष्य रखें। कोशिश करें कि दफ्तर में भी आपको बहुत देर तक एक ही पोजीशन में न बैठा रहना पड़े।

* 45 की उम्र के बाद अपना रूटीन चेकअप करवाते रहें और यदि डॉक्टर आपको कोई औषधि देता है तो उसे नियमित लें। प्रकृति के करीब रहने का समय जरूर निकालें। बच्चों के साथ खेलें, अपने पालतू जानवर के साथ दौड़ें और परिवार के साथ हल्के-फुल्के मनोरंजन का भी समय निकालें।

25/03/2015

सुंदर दिखना हर किसी की चाहत होती है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप मंहगे उत्पाद का प्रयोग करें या ब्यूटी पार्लर का रुख करें। चेहरे की खूबसूरती को निखारने के लिए जरूरी है कि आप इसका खास खयाल रखें। जानिए कुछ आसान उपाय जिनसे आपकी खूबसूरती बरकरार रहेगी।


झुर्रियों करें दूर-
एक चम्मच शहद में कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे पर झुर्रियाँ नहीं पड़ती है।

चमक रखे बरकरार -
एक चम्मच गुलाबजल और एक चम्मच दूध के मिश्रण में दो तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की कोमलता व चमक बनी रहती है।

स्क्रबिंग के लिए
टमाटर का टुकड़ा लेकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें, चेहरे की सारी गंदगी साफ हो जाएगी। त्वचा को निखारने के लिए स्क्रबिंग बहुत जरूरी है। स्क्रब त्वचा की मृत कोशिकाओं, धूल इत्यादि को हटाकर रोमछिद्रों को बंद होने से रोकता है।

तैलीय त्वचा से पाएं छुटकारा-
एक चम्मच नींबू का रस में एक चम्मच गुलाब जल और पिसा हुआ पुदीना मिलाकर 1 घंटे रखें। फिर चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद धो लें। इससे चेहरे का चिपचिपापन दूर हो जाएगा।

कैसे पाएं निखार -
त्वचा में निखार लाने के लिए थोड़े-से चोकर में एक चम्मच संतरे का रस, एक चम्मच शहद व गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सूखने पर धो डालें।

शहद से पाएं त्वचा में कसावट -
चेहरे व गर्दन पर शहद लगाएं थोड़ा सा सूखने के बाद अंगुलियों से चेहरे पर मसाज करें। शहद के सूखने के बाद गुनगुने पानी से इसे साफ करें। इससे त्वचा में कसाव आएगा।


डार्क सर्कल से बचें-
आंखों के नीचे झुर्रियां व डार्क सर्कल से बचने के लिए बादाम के तेल में शहद मिलाकर लगाएं और इस हल्के हाथों से मलें और धो लें।

क्लीजिंग के लिए -
चेहरे से मेकअप को हटाने व धूल मिट्टी से बचाने के लिए क्लीजिंग जरूरी है। इसके लिए चावल के आटे में दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे एवं गर्दन पर अच्छी तरह मलें। इसके बाद चेहरा धो लें।

रुखी त्वचा से बचें-
नारियल के तेल में शहद और संतरे का रस मिला लें और इसे रुखी, फटी हुई त्वचा पर लगाएं। इस मिश्रण के सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें और हल्के हाथ से पोंछकर नारियल का तेल या कोई और मॉइश्चराइर लगा लें।

यूं हटाएं चेहरे के दाग-धब्बे -
चेहरे पर काले दागों को हटाने के लिए टमाटर के रस में रुई भिगोकर दागों पर लगाएं इससे काले धब्बे साफ हो जाएंगे।

मुंहासों से पाएं छुटकारा -
आलू उबाल कर छिलके छील लें और इसके छिलकों को चेहरे पर रगड़ें, मुंहासे ठीक हो जाएंगे।

सुंदर दिखना हर किसी की चाहत होती है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप मंहगे उत्पाद का प्रयोग करें या ब्यूटी पार्लर का रुख कर...
04/03/2015

सुंदर दिखना हर किसी की चाहत होती है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि आप मंहगे उत्पाद का प्रयोग करें या ब्यूटी पार्लर का रुख करें। चेहरे की खूबसूरती को निखारने के लिए जरूरी है कि आप इसका खास खयाल रखें। जानिए कुछ आसान उपाय जिनसे आपकी खूबसूरती बरकरार रहेगी।


झुर्रियों करें दूर-
एक चम्मच शहद में कुछ बूंदे नींबू के रस की मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे पर झुर्रियाँ नहीं पड़ती है।

चमक रखे बरकरार -
एक चम्मच गुलाबजल और एक चम्मच दूध के मिश्रण में दो तीन बूंद नींबू का रस मिलाकर इसे चेहरे पर लगाने से त्वचा की कोमलता व चमक बनी रहती है।

स्क्रबिंग के लिए
टमाटर का टुकड़ा लेकर चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें, चेहरे की सारी गंदगी साफ हो जाएगी। त्वचा को निखारने के लिए स्क्रबिंग बहुत जरूरी है। स्क्रब त्वचा की मृत कोशिकाओं, धूल इत्यादि को हटाकर रोमछिद्रों को बंद होने से रोकता है।

तैलीय त्वचा से पाएं छुटकारा-
एक चम्मच नींबू का रस में एक चम्मच गुलाब जल और पिसा हुआ पुदीना मिलाकर 1 घंटे रखें। फिर चेहरे पर लगाकर 20 मिनट बाद धो लें। इससे चेहरे का चिपचिपापन दूर हो जाएगा।

कैसे पाएं निखार -
त्वचा में निखार लाने के लिए थोड़े-से चोकर में एक चम्मच संतरे का रस, एक चम्मच शहद व गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। सूखने पर धो डालें।

शहद से पाएं त्वचा में कसावट -
चेहरे व गर्दन पर शहद लगाएं थोड़ा सा सूखने के बाद अंगुलियों से चेहरे पर मसाज करें। शहद के सूखने के बाद गुनगुने पानी से इसे साफ करें। इससे त्वचा में कसाव आएगा।


डार्क सर्कल से बचें-
आंखों के नीचे झुर्रियां व डार्क सर्कल से बचने के लिए बादाम के तेल में शहद मिलाकर लगाएं और इस हल्के हाथों से मलें और धो लें।

क्लीजिंग के लिए -
चेहरे से मेकअप को हटाने व धूल मिट्टी से बचाने के लिए क्लीजिंग जरूरी है। इसके लिए चावल के आटे में दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे चेहरे एवं गर्दन पर अच्छी तरह मलें। इसके बाद चेहरा धो लें।

रुखी त्वचा से बचें-
नारियल के तेल में शहद और संतरे का रस मिला लें और इसे रुखी, फटी हुई त्वचा पर लगाएं। इस मिश्रण के सूखने के बाद गुनगुने पानी से धो लें और हल्के हाथ से पोंछकर नारियल का तेल या कोई और मॉइश्चराइर लगा लें।

यूं हटाएं चेहरे के दाग-धब्बे -
चेहरे पर काले दागों को हटाने के लिए टमाटर के रस में रुई भिगोकर दागों पर लगाएं इससे काले धब्बे साफ हो जाएंगे।

मुंहासों से पाएं छुटकारा -
आलू उबाल कर छिलके छील लें और इसके छिलकों को चेहरे पर रगड़ें, मुंहासे ठीक हो जाएंगे।

स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचाव ही उचित उपायस्वाइन फ्लू को लेकर मानव जाति के लिए जो सबसे बड़ा जोखिम सामने है वह है स्वाइन...
19/02/2015

स्वाइन फ्लू के संक्रमण से बचाव ही उचित उपाय

स्वाइन फ्लू को लेकर मानव जाति के लिए जो सबसे बड़ा जोखिम सामने है वह है स्वाइन एन्फ्लूएंजा वायरस के म्यूटेट करने का जोकि स्पेनिश फ्लू की तरह घातक भी हो सकता है। चूंकि यह इंसानों के बीच फैलता है इसलिए सारे विश्व के इसकी चपेट में आने का खतरा है।

एन्फ्लूएंजा वायरस की खासियत यह है कि यह लगातार अपना स्वरूप बदलता रहता है। इसकी वजह से यह उन एंटीबॉडीज को भी छका देता है जो पहली बार हुए एन्फ्लूएंजा के दौरान विकसित हुई थीं। यही वजह है कि एन्फ्लूएंजा के वैक्सीन का भी इस वायरस पर असर नहीं होता।

कैसे बचें

* सूअरों को एविएन और ह्यूमन एन्फ्लूएंजा स्ट्रेन दोनों का संक्रमण हो सकता है। इसलिए उसके शरीर में एंटीजेनिक शिफ्ट के कारण नए एन्फ्लूएंजा स्ट्रेन का जन्म हो सकता है।

* किसी भी एन्फ्लूएंजा के वायरस का मानवों में संक्रमण श्वास प्रणाली के माध्यम से होता है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति का खांसना और छींकना या ऐसे उपकरणों का स्पर्श करना जो दूसरों के संपर्क में भी आता है, उन्हें भी संक्रमित कर सकता है।

* जो संक्रमित नहीं वे भी दरवाजा के हैंडल, टेलीफोन के रिसीवर या टॉयलेट के नल के स्पर्श के बाद स्वयं की नाक पर हाथ लगाने भर से संक्रमित हो सकते हैं।

क्या है सावधानियां

* सामान्य एन्फ्लूएंजा के दौरान रखी जाने वाली सभी सावधानियां इस वायरस के संक्रमण के दौरान भी रखी जानी चाहिए।

* बार-बार अपने हाथों को साबुन या ऐसे सॉल्यूशन से धोना जरूरी होता है जो वायरस का खात्मा कर देते हैं।

* नाक और मुंह को हमेशा मॉस्क पहन कर ढंकना जरूरी होता है।

* इसके अलावा जब जरूरत हो तभी आम जगहों पर जाना चाहिए ताकि संक्रमण ना फैल सके।

क्या है इलाज

* संक्रमण के लक्षण प्रकट होने के दो दिन के अंदर ही एंटीवायरल ड्रग देना जरूरी होता है। इससे एक तो मरीज को राहत मिल जाती है तथा बीमारी की तीव्रता भी कम हो जाती है।

* तत्काल किसी अस्पताल में मरीज को भर्ती कर दें ताकि पैलिएटिव केअर शुरू हो जाए और तरल पदार्थों की आपूर्ति भी पर्याप्त मात्रा में होती रह सकें।

* अधिकांश मामलों में एंटीवायरल ड्रग तथा अस्पताल में भर्ती करने पर सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।

मोटापे को बढाते हैं खाद्य सामग्रियों के प्रचारखाद्य सामग्रियों के प्रचार को देखते ही मुँह में पानी आना कोई हैरानी की बात...
19/02/2015

मोटापे को बढाते हैं खाद्य सामग्रियों के प्रचार

खाद्य सामग्रियों के प्रचार को देखते ही मुँह में पानी आना कोई हैरानी की बात नहीं है। पर आपको आश्चर्य तब जरूर होगा जब यह पता चलेगा कि मोटापे से ग्रसित बच्चों में ऐसे प्रचारों के कारण भोजन करने का इच्छा अधिक बढ़ती है। जो उनके वजन बढ़ने का एक कारण हो सकता है।

इस शोध पर लिवरपूल विश्वविद्यालय के मनोचिकित्सकों ने वुडापेस्ट में हुई यूरोपियन काँग्रेस ऑन ओबेसिटी की बैठक में विवेचना की। शोधकर्ताओं ने यह सर्वेक्षण 60 अलग-अलग वजन वाले 9 से 11 आयु-वर्ग बच्चों पर किया। इस सर्वेक्षण में पाया गया कि खाद्य सामग्रियों का प्रचार देखते वक्त बच्चों के भोजन ग्रहण करने की मात्रा, खिलौनों के प्रचार के वक्त ली गई मात्रा से बहुत अधिक थी।

इस दौरान मोटापे से ग्रसित बच्चों के भोजन की मात्रा में 110 से 134 प्रतिशत की वृद्धि मापी गई, जबकि सामान्य वजन वाले बच्चों में वृद्धि की मात्रा 84 प्रतिशत रही। साथ ही यह भी पाया गया कि प्रचार देखते वक्त बच्चों ने अधिकतर तेलीय और फैटी पदार्थों का ही सेवन किया। ज्यादातर बच्चों ने खाते वक्त चाकलेट्स और मिठाइयों के सेवन में ही रूचि दिखाई।

किसलिफ ह्यूमन इन्जेस्टिव बिहेवियर लैबोरेटरी विश्वविद्यालय के निर्देशक डॉक्टर जैसन हेल्फोर्ड के अनुसार, हमारे शोध से पता चलता है कि टीवी पर खाद्य सामग्रियों के प्रचार का बच्चों के भोजन करने के व्यवहार पर दोगुना प्रभाव पड़ता है। यह काफी रोचक लगता है कि हमारे खाने की आदतों में और खाद्य सामग्रियों के प्रचार में सम्बन्ध है।

यूनाइटेड किंगडम में करीब चौदह प्रतिशत बच्चे मोटापे से ग्रसित हैं, जबकि सामान्यतया 17 प्रतिशत बच्चे टीवी पर ऐसे प्रचार देखते हैं। जनवरी, 2007 में खाद्य सामग्रियों के टीवी पर आने वाले प्रचारों को बच्चों के दिखाने पर रोक लगा दी गई थी, पर उस प्रतिबन्ध के अनुसरण नाम मात्र ही हो रहा है। बेहतर उपाय हो सकता है कि हम अपने बच्चों में भोजन करते वक्त टीवी न देखने की आदत विकसित करें।

13/02/2015

सर दर्द ,रुसी और बदहजमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

सर दर्द से राहत के लिए

१. तेज़ पत्ती की काली चाय में निम्बू का रस निचोड़ कर पीने से सर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.

२ .नारियल पानी में या चावल धुले पानी में सौंठ पावडर का लेप बनाकर उसे सर पर लेप करने भी सर दर्द में आराम पहुंचेगा.

३. सफ़ेद चन्दन पावडर को चावल धुले पानी में घिसकर उसका लेप लगाने से भी फायेदा होगा.

४. सफ़ेद सूती का कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी आराम मिलता है.

५. लहसुन पानी में पीसकर उसका लेप भी सर दर्द में आरामदायक होता है.

६. लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में माथे पर २ , ३ बार लगाने से भी दर्द में राहत देगा.

७. चावल धुले पानी में जायेफल घिसकर उसका लेप लगाने से भी सर दर्द में आराम देगा.

८. हरा धनिया कुचलकर उसका लेप लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा.

९ .सफ़ेद सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से भी दर्द में राहत मिलेगी.

बालों की रूसी दूर करने के लिए

१. नारियल के तेल में निम्बू का रस पकाकर रोजाना सर की मालिश करें.

२. पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह प्रयोग करें.

३. मूंग पावडर में दही मिक्स करके सर पर एक घंटा लगाकर धो दें.

४ रीठा पानी में मसलकर उससे सर धोएं.

५. मछली, मीट अर्थात nonveg त्यागकर केवल पूर्ण शाकाहारी भोजन का प्रयोग भी आपकी सर की रूसी दूर करने में सहायक होगा.

सर दर्द ,रुसी और बदहजमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय सर दर्द से राहत के लिए १. तेज़ पत्ती की काली चाय में निम्बू का रस नि...
13/02/2015

सर दर्द ,रुसी और बदहजमी दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

सर दर्द से राहत के लिए

१. तेज़ पत्ती की काली चाय में निम्बू का रस निचोड़ कर पीने से सर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है.

२ .नारियल पानी में या चावल धुले पानी में सौंठ पावडर का लेप बनाकर उसे सर पर लेप करने भी सर दर्द में आराम पहुंचेगा.

३. सफ़ेद चन्दन पावडर को चावल धुले पानी में घिसकर उसका लेप लगाने से भी फायेदा होगा.

४. सफ़ेद सूती का कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी आराम मिलता है.

५. लहसुन पानी में पीसकर उसका लेप भी सर दर्द में आरामदायक होता है.

६. लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस दिन में माथे पर २ , ३ बार लगाने से भी दर्द में राहत देगा.

७. चावल धुले पानी में जायेफल घिसकर उसका लेप लगाने से भी सर दर्द में आराम देगा.

८. हरा धनिया कुचलकर उसका लेप लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा.

९ .सफ़ेद सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से भी दर्द में राहत मिलेगी.

बालों की रूसी दूर करने के लिए

१. नारियल के तेल में निम्बू का रस पकाकर रोजाना सर की मालिश करें.

२. पानी में भीगी मूंग को पीसकर नहाते समय शेम्पू की जगह प्रयोग करें.

३. मूंग पावडर में दही मिक्स करके सर पर एक घंटा लगाकर धो दें.

४ रीठा पानी में मसलकर उससे सर धोएं.

५. मछली, मीट अर्थात nonveg त्यागकर केवल पूर्ण शाकाहारी भोजन का प्रयोग भी आपकी सर की रूसी दूर करने में सहायक होगा.

दिल का प्राकृतिक उपचारआसान उपाय बीमारियों से बचाएकुछ आसान तरकीबें पेश हैं जिनसे रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह पर नियंत्...
12/02/2015

दिल का प्राकृतिक उपचार
आसान उपाय बीमारियों से बचाए

कुछ आसान तरकीबें पेश हैं जिनसे रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह पर नियंत्रण किया जा सकता है।

कोलेस्ट्रॉल का स्तर ठीक रखने के लिए दस ग्राम पुदीने का काढ़ा बनाएँ और रोजाना सुबह खाली पेट गर्म-गर्म पिएँ।

कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए करीब 3 ग्राम हल्दी पाउडर को गर्म दूध के साथ लेने पर फायदेमंद बताया गया है।

लहसुन की दो फाँक सुबह-सुबह खाली पेट पानी के साथ लेने से कोलेस्ट्रॉल काबू में रहता है।

मधुमेह को काबू में रखने के लिए पाँच से दस ग्राम जामुन के बीज का चूर्ण सुबह-सुबह लें। करेले का ज्यूस भी मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रण में उपयोगी है।

दिल के मरीजों को अक्सर कम वसा, कम कार्बोहाइड्रेट और कम प्रोटीन का आहार बताया जाता है। इस खुराक से कभी ऐसा भी होता है कि दिल को कम ऊर्जा मिलती है और इसका हृदय की कार्यप्रणाली पर बुरा असर पड़ सकता है।

सेब और अनार का ज्यूस और आँवले का मुरब्बा दिल को ताकत देता है और ये हृदय को सही ढंग से काम करने में मदद देते हैं।

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