26/11/2025
GERD Awareness Week
GERD आज भारत में तेजी से बढ़ती समस्या बन रही है। लगातार सीने में जलन, खट्टा या कड़वा स्वाद, गले में जलन, सूखी खांसी, पेट भारी रहना और रात में ज्यादा तकलीफ—ये इसके आम लक्षण हैं।
हमारे भारतीय खान-पान की आदतें जैसे बहुत मसालेदार/तला हुआ खाना, खाली पेट चाय, देर रात भोजन, भारी खाना खाकर तुरंत लेटना, तनाव, मोटापा, धूम्रपान-शराब—ये सभी GERD को बढ़ाते हैं।
समय पर ध्यान न देने पर GERD लंबे समय तक रहने वाला रोग बन सकता है और गंभीर मामलों में Barrett’s esophagus तथा esophageal cancer का जोखिम भी बढ़ जाता है। इसलिए इसके संकेतों को हल्के में न लें।
सही देखभाल से GERD को नियंत्रित किया जा सकता है—
• हल्का व संतुलित भोजन
• छोटे-छोटे मील
• मसालेदार और तली चीजों में कमी
• सोने से 2–3 घंटे पहले अंतिम भोजन
• वज़न नियंत्रण
• धूम्रपान-शराब से दूरी
• तकिया थोड़ा ऊँचा रखकर सोना
• तनाव कम करना और नियमित वॉक
अगर लक्षण लगातार बने रहें या निगलने में दिक्कत हो, वजन घटने लगे, रात में सांस घुटे—तो तुरंत गैस्ट्रो स्पेशलिस्ट से जांच कराएं। सही समय पर एंडोस्कोपी और दवाओं से यह समस्या पूरी तरह नियंत्रित की जा सकती है।
— Dr. Charu Gupta
MBBS MD (Medicine), R&R Army Hospital
Doctorate of Medical Gastroenterology, Gangaram Hospital (NBE)
Consultant Gastroenterologist & Hepatologist
Appointment: 7206042015
Geneses Hospital, Rohtak