31/10/2025
दिल के दौरे (Heart Attack) से कैसे बचें: गाँव के भाई-बहनों के लिए 10 जरूरी बातें
राम-राम भाईयों ।
पहले यह माना जाता था कि दिल का दौरा (हार्ट अटैक) केवल बड़े शहरों की बीमारी है, लेकिन ऐसा नहीं है। आजकल हमारे गाँवों में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण हमारा बदलता खान-पान, कम होती शारीरिक मेहनत और तनाव है।
दिल, हमारे शरीर का इंजन है। अगर इंजन ठीक रहेगा, तो शरीर की गाड़ी लंबे समय तक चलेगी। अच्छी बात यह है कि हम अपनी रोज़मर्रा की आदतों में कुछ साधारण बदलाव करके अपने दिल को मजबूत रख सकते हैं।
यहाँ 10 ज़रूरी बातें दी गई हैं, जिन पर अमल करके हार्ट अटैक के ख़तरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है:
1. घर का सादा भोजन करें
जो हम खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे दिल पर पड़ता है।
• क्या खाएं: घर का बना ताज़ा और सादा खाना (जैसे दाल, रोटी, हरी सब्ज़ियाँ, सलाद) सबसे अच्छा है। मौसमी फल खूब खाएं।
• क्या कम करें: खाने में नमक, चीनी और तेल/घी का इस्तेमाल कम करें। ज़्यादा तला-भुना, मसालेदार भोजन नसों को नुकसान पहुंचाता है।
• किससे बचें: बाज़ार में मिलने वाले पैकेट बंद चिप्स, बिस्कुट, नमकीन और मीठी कोल्ड ड्रिंक से बचें। ये दिल के लिए ज़हर समान हैं।
2. शरीर को चलाते रहें (मेहनत करें)
पहले के समय में लोग खेतों में और घर पर बहुत मेहनत करते थे, जिससे शरीर चलता रहता था।
• आजकल मशीनों के कारण मेहनत कम हो गई है। अगर आपका काम बैठने का है, तो भी रोज़ कम से कम 30-40 मिनट तेज़ पैदल जरूर चलें।
• अगर संभव हो, तो खेत का काम, पशुओं की देखभाल, या थोड़ा-बहुत शारीरिक काम (जैसे कुदाल चलाना) ज़रूर करें।
3. बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू (खैनी) को 'ना' कहें
यह दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है।
• बीड़ी या सिगरेट का धुआँ दिल की नसों को सिकोड़ देता है और खून को गाढ़ा करता है।
• जो लोग खैनी, गुटखा या ज़र्दा खाते हैं, उन्हें भी हार्ट अटैक का उतना ही ख़तरा होता है। यह ज़हर है, इसे आज ही छोड़ दें।
4. वज़न को काबू में रखें
मोटापा यानी शरीर पर चढ़ी फालतू चरबी, दिल पर फालतू बोझ डालती है।
• जब वज़न ज़्यादा होता है, तो दिल को खून पंप करने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बीपी (Blood Pressure) बढ़ता है।
• अपना वज़न अपनी लंबाई के हिसाब से सही रखें।
5. 'बीपी' (Blood Pressure) की जाँच कराते रहें
उच्च रक्तचाप (High BP) को 'चुपचाप बैठा हत्यारा' कहते हैं, क्योंकि यह बिना बताए ही दिल को कमज़ोर करता रहता है।
• ज़्यादा नमक खाने और चिंता करने से बीपी बढ़ता है।
• समय-समय पर (जैसे गाँव में कैंप लगे या शहर जाएँ) अपना बीपी ज़रूर नपवाएँ। अगर बीपी बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर की सलाह और दवा नियमित रूप से लें।
6. 'शुगर' (Diabetes) को हल्के में न लें
जिन लोगों को शुगर (मधुमेह) की बीमारी होती है, उनकी नसें अंदर से कमज़ोर और सख़्त हो जाती हैं।
• शुगर के मरीज़ों को हार्ट अटैक का ख़तरा कई गुना ज़्यादा होता है।
• अगर आपको शुगर है, तो मीठे पर सख़्ती से परहेज़ करें और डॉक्टर की दवा कभी न छोड़ें।
7. शराब (दारू) से परहेज़ करें
शराब का बहुत ज़्यादा सेवन दिल की मांसपेशियों को कमज़ोर करता है और बीपी को अचानक बढ़ा सकता है। इससे दूरी बनाए रखना ही सबसे अच्छा है।
8. चिंता (Tension) और तनाव कम करें
हम समझते हैं कि खेती-किसानी, घर-परिवार और पैसे की चिंता लगी रहती है।
• लेकिन लगातार तनाव और गुस्सा करने से शरीर में ऐसे रसायन बनते हैं जो दिल को नुकसान पहुँचाते हैं।
• तनाव कम करने के लिए दोस्तों-परिवार के साथ समय बिताएँ, हँसी-मज़ाक करें, या भजन-कीर्तन में मन लगाएँ।
9. नींद पूरी लें
जिस तरह शरीर को खाना चाहिए, उसी तरह उसे आराम भी चाहिए।
• रोज़ाना रात में 7 से 8 घंटे की गहरी और अच्छी नींद लेना बहुत ज़रूरी है। नींद में ही शरीर और दिल की मरम्मत होती है।
10. सीने के दर्द को 'गैस' समझकर नज़रअंदाज़ न करें
यह सबसे ज़रूरी बात है। कई लोग हार्ट अटैक के लक्षण को 'गैस' या 'सर्दी-गर्मी' मानकर टाल देते हैं।
• लक्षण: अगर सीने के बीचों-बीच तेज़ दर्द, भारीपन या जकड़न महसूस हो; यह दर्द बाएं हाथ, कंधे या जबड़े तक जाए; साथ में ठंडा पसीना आए या साँस फूले, तो इसे गंभीरता से लें।
• ऐसे में तुरंत किसी को बताएँ और बिना देर किए नज़दीकी अस्पताल या डॉक्टर के पास पहुँचें।
हमारा दिल बहुत कीमती है। ऊपर बताई गई इन आसान बातों को अपनी आदत में शामिल करके आप अपने दिल को लंबे समय तक मज़बूत और सेहतमंद रख सकते हैं।
अधिक जानकारी चाहिए तो संपर्क करें - डॉ रुपक रंजन, सर्टिफाइड प्राकृतिक चिकित्सक तथा क्लींजिंग थेरापी प्रेक्टिसनर 📱8800980344