13/06/2022
“मैं वीर सावरकर नहीं, राहुल गांधी हूँ, राहुल गांधी”…. के डायलोग वाले नेताजी ?
याद कीजिए वो दौर, जब गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी को फँसाने के लिए क्या CBI, क्या ED, क्या SIT, क्या सुप्रीम कोर्ट की टीमें कौनसी केंद्रीय जाँच एजेंसी नहीं लगाई थी ?
लगातार 9 साल तक जाँच एजेंसियों का सामना किया था, लेकिन कभी शक्ति प्रदर्शन नहीं किया, कभी मोदी के दल ने उनका साथ नहीं दिया था।
सबकुछ साफ़-सुथरा था, इसलिए लगातार 9-9 घंटे पूछताछ की, किंतु कभी भी जाति, दल, क्षेत्र, सास, पिता, पति या नाना-नानी के नाम के पीछे नहीं छिपे।
आज एक दल की राजमाता और राजकुमार को भ्रष्टाचार के आरोपों में पूछताछ के लिए ED ने क्या बुलाया है तो ये लोग पूरे देश से ग़ुलामों की फ़ौज के पीछे छिप रहे हैं, देश में भीड़ जुटाकर आतंक फैलाने का प्रयास कर रहे हैं ?
आख़िर इतना डर क्यों है इंदिरा गांधी की बहू को ?
किस बात से पैर काँप रहे हैं ?
“मैं वीर सावरकर नहीं, राहुल गांधी हूँ, राहुल गांधी” के डायलोग वाले नेताजी ?