02/05/2025
एम्स के प्रोफेसर द्वारा दिया जाएगा फालिज (लकवा) की बीमारी पर लेक्चर
आजकल डायबिटीज और बीपी की बीमारियों के कारण फालिज या पक्षाघात या स्ट्रोक के रोगी बढ़ रहे हैं। यह एक गंभीर बीमारी है। जिसमें रोगियों की जान जाने का खतरा भी रहता है । इससे भी ज्यादा गंभीर बात यह है कि जिन रोगियों का जीवन बच जाता है लेकिन फालिज बनी रहती है। वह हमेशा के लिए विकलांग हो जाते हैं। एक तो वृद्धावस्था ऊपर से पैरालिसिस ।
उनके लिए अपना जीवन दुखमय और भार स्वरूप हो जाता है। क्योंकि आजकल लोगों के पुत्र और परिवार के लोग भी जीविका के लिए प्रायः घर से दूर रहते हैं। ऐसे में वह लोग भी उनकी सेवा और सहायता पर्याप्त रूप से नहीं कर पाते।
इस परेशानी का मुख्य कारण यह नहीं है कि इलाज उपलब्ध नहीं है। इसका मुख्य कारण यह है कि इलाज के विषय में और बीमारी के लक्षणों के विषय में लोगों को या तो जानकारी नहीं है। या अधूरी जानकारी है। या गलत जानकारी है अब ,चिकित्सा क्षेत्र में इतना ज्यादा विकास हो जाने के बाद, हार्ट अटैक के लिए लोग काफी सजग हो चुके हैं। सीने में किसी भी प्रकार के दर्द के लिए हार्ट की जांच कराते हैं। लेकिन इसके उलट ब्रेन अटैक या पैरालिसिस जो कि हार्ट अटैक के तरीके से ही होती है। इसके बारे में लोगों को जानकारी बहुत कम है। इस कारण से मरीज या तो दिखाने आते ही नहीं है,या बहुत देर में आते हैं, या झाड़ फूंक कराते हैं। नतीजा यह होता है जहां 100 में कम से कम 90 मरीज ठीक हो सकते हैं वहां 100में 10 का भी ठीक होना मुश्किल हो जाता है। नतीजा यह होता है। कि जीवन भर के लिए पैरालिसिस को भुगतना पड़ता है ।
लोगों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए शेखर अस्पताल ने इस विषय पर जनता को जागरूक करने के लिए एक सेमिनार या लेक्चर , पैरालिसिस के विषय पर कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट दिल्ली से न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ सुमित सिंह 3 मई शनिवार को शाम को 5:00 से 7:00 बजे तक अटल सभागार में पैरालिसिस के बारे में उपयोगी जानकारी हिंदी में देंगे। ताकि समाज के सभी वर्गों के लोग इस जानकारी का लाभ उठा सकें।
गौरतलब है कि इस कार्य में शाहजहांपुर के जिलाधिकारी श्री धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने विशेष सहयोग किया है ताकि यह कार्य अच्छी तरह से संपन्न हो सके,जनता तक जानकारी पहुंच सके।