29/09/2025
डेंगू बुखार एक वायरल बीमारी है जो मच्छरों के काटने से फैलती है, विशेष रूप से एडीज मच्छर जो दिन के समय सक्रिय होते हैं।
कारण:-
डेंगू बुखार के कारण इस प्रकार हैं:
- *वायरस*: डेंगू बुखार डेंगू वायरस के कारण होता है, जो फ्लेविविरिडे परिवार से संबंधित है। यह वायरस चार अलग-अलग सीरोटाइप (DEN-1, DEN-2, DEN-3 और DEN-4) में आता है।
- *मच्छर*: डेंगू वायरस एडीज मच्छरों द्वारा फैलाया जाता है, विशेष रूप से एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस। ये मच्छर दिन के समय सक्रिय होते हैं और स्वच्छ और स्थिर पानी में प्रजनन करते हैं।
- *मच्छर के काटने*: जब एक संक्रमित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वह वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में पहुंचा देता है, जिससे वह व्यक्ति संक्रमित हो जाता है।
इन कारणों को समझने से डेंगू बुखार की रोकथाम और नियंत्रण में मदद मिल सकती है।
लक्षण:-
डेंगू बुखार के लक्षण इस प्रकार हैं:
- *तेज बुखार*: अचानक शुरुआत और उच्च तापमान
- *सिरदर्द*: गंभीर और कष्टदायक
- *मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द*: अत्यधिक दर्द और असहजता
- *त्वचा पर चकत्ते*: लाल धब्बे या दाने जो शरीर के विभिन्न भागों पर दिखाई दे सकते हैं
- *भूख न लगना और उल्टी आना*: सामान्य लक्षण जो बीमारी को और बढ़ा सकते हैं
- *थकान और कमजोरी*: बीमारी के दौरान सामान्य थकान और कमजोरी महसूस होना
- *आंखों के पीछे दर्द*: कुछ मामलों में आंखों के पीछे दर्द महसूस हो सकता है
इन लक्षणों की गंभीरता व्यक्ति की उम्र, स्वास्थ्य स्थिति और अन्य कारकों पर निर्भर करती है। कुछ मामलों में, डेंगू बुखार गंभीर रूप ले सकता है और डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम का कारण बन सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
बचने के उपाय:-
डेंगू बुखार से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- *मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करना*: घर के आसपास और घर के अंदर मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से साफ-सफाई करें और पानी जमा न होने दें।
- *मच्छरों के काटने से बचाव*: मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
- *स्वच्छता बनाए रखना*: घर और आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने से मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
- *पानी जमा न होने देना*: घर के आसपास और घर के अंदर पानी जमा न होने दें, क्योंकि मच्छर स्वच्छ और स्थिर पानी में प्रजनन करते हैं।
- *मच्छर भगाने वाले पौधे*: घर के आसपास मच्छर भगाने वाले पौधे जैसे कि तुलसी, लेमनग्रास और सिट्रोनेला लगाएं।
- *जागरूकता फैलाना*: डेंगू बुखार के बारे में जागरूकता फैलाने से लोगों को इसके लक्षणों और बचाव के तरीकों के बारे में पता चल सकता है।
इन उपायों को अपनाकर डेंगू बुखार के खतरे को कम किया जा सकता है।
ईलाज:-
डेंगू बुखार का इलाज इस प्रकार है:
- *आराम और तरल पदार्थ*: डेंगू बुखार के मरीजों को पर्याप्त आराम करने और तरल पदार्थ पीने की सलाह दी जाती है, जैसे कि पानी, नींबू पानी और इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय।
- *बुखार और दर्द निवारक*: बुखार और दर्द को कम करने के लिए पेरासिटामोल जैसी दवाएं दी जा सकती हैं। एस्पिरिन और इबुप्रोफेन जैसी दवाएं नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि वे रक्तस्राव के खतरे को बढ़ा सकती हैं।
- *मेडिकल निगरानी*: डेंगू बुखार के मरीजों की मेडिकल निगरानी आवश्यक है, खासकर यदि उन्हें गंभीर लक्षण हों या उनकी स्थिति खराब हो रही हो।
- *प्लेटलेट काउंट की निगरानी*: डेंगू बुखार के मरीजों के प्लेटलेट काउंट की निगरानी करना आवश्यक है, क्योंकि प्लेटलेट काउंट में कमी से रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।
- *गंभीर मामलों में अस्पताल में भर्ती*: गंभीर मामलों में, डेंगू बुखार के मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता हो सकती है, जहां उन्हें उचित उपचार और निगरानी प्रदान की जा सकती है।
डेंगू बुखार का इलाज लक्षणों को कम करने और जटिलताओं को रोकने पर केंद्रित होता है।