Aarogyam Shri Ayurveda and Research Center Pvt. Ltd.

Aarogyam Shri Ayurveda and Research Center Pvt. Ltd. Aarogyam Shri Aayurveda And Research Center is a 100% real classical Ayurvedic Hospital.. Shiva We never deal in a packaged nor kit basis medicine.

Aarogyam Shri Aayurveda and research center is a renowned organization in the field of “REAL CLASSICAL AAYURVEDA” in India.
“Aarogyam Shri Aayurveda and Research Center” welcomes you to experience 100% genuine real Aayurvedic Treatment and services. We strictly follow all the Aayurvedic protocol which coming since thousands of year. We only deal in pure and 100% classical aayurveda. We have a highly professional team to support you always. We have specially dedicated 24*7 patient helpline which is very important to get you a better health day by day.

🌸 आरोग्यम श्री आयुर्वेद एंड रिसर्च सेंटर, वाराणसी की ओर से 🌸"रक्षाबंधन के पावन अवसर परभाइयों और बहनों के प्रेम, विश्वास ...
09/08/2025

🌸 आरोग्यम श्री आयुर्वेद एंड रिसर्च सेंटर, वाराणसी की ओर से 🌸

"रक्षाबंधन के पावन अवसर पर
भाइयों और बहनों के प्रेम, विश्वास और स्नेह के इस अटूट बंधन को हमारा प्रणाम।
आपके जीवन में सदा स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि बनी रहे,
और यह पवित्र डोर हमेशा आपके रिश्तों को मजबूती दे।"**

🌿 स्वस्थ रहें – सुरक्षित रहें – सुखी रहें 🌿

आप सभी को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएँ
— Aarogyam Shri Ayurveda And Research Centre, Varanasi


21/07/2025

🍁🌻 कुछ खाने पीने की चीज़ों में सुधार
कर के आप अपने डॉक्टर खुद बन सकते है,

▪️आये जाने इस पोस्ट के द्वारा :-

1. नमक केवल सेन्धा प्रयोग करें।थायराइड, बी.पी., पेट ठीक होगा।

2. कुकर स्टील का ही काम में लें। एल्युमिनियम में मिले lead से होने वाले नुकसानों से बचेंगे

3.तेल कोई भी रिफाइंड न खाकर केवल तिल, सरसों, मूंगफली, नारियल प्रयोग करें। रिफाइंड में बहुत केमिकल होते हैं जो शरीर में कई तरह की बीमारियाँ पैदा करते हैं ।

4. सोयाबीन बड़ी को 2 घण्टे भिगो कर, मसल कर ज़हरीली झाग निकल कर ही प्रयोग करें।

5. देसी गाय के घी का प्रयोग बढ़ाएं।अनेक रोग दूर होंगे, वजन नहीं बढ़ता।

6. ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें, सभी का स्वास्थ्य ठीक करेगा।

7. ज्यादा चीजें लोहे की कढ़ाई में ही बनाएं। आयरन की कमी किसी को नहीं होगी।

8. भोजन का समय निश्चित करें, पेट ठीक रहेगा। भोजन के बीच बात न करें, भोजन ज्यादा पोषण देगा।

9. नाश्ते में अंकुरित अन्न शामिल करें। पोषक विटामिन, फाइबर मिलेंगें।

10. सुबह के खाने के साथ देशी गाय के दूध का बना ताजा दही लें, पेट ठीक रहेगा।

11. चीनी कम से कम प्रयोग करें, ज्यादा उम्र में हड्डियां ठीक रहेंगी।

12. चीनी की जगह बिना मसले का गुड़ या देशी शक्कर लें।

13. रसोई में घुसते ही नाक में घी या सरसों तेल लगाएं, सर और फेफड़े स्वस्थ रहेंगें।

14. करेले, मैथी, मूली याने कड़वी सब्जियां भी खाएँ, रक्त शुद्ध रहेगा।

15. पानी मटके वाले से ज्यादा ठंडा न पिएं, पाचन व दांत ठीक रहेंगे।

16. प्लास्टिक, एल्युमिनियम रसोई से हटाये, केन्सर कारक हैं।

17. माइक्रोवेव ओवन का प्रयोग केन्सर कारक है।

18. खाने की ठंडी चीजें कम से कम खाएँ, पेट और दांत को खराब करती हैं।

19. बाहर का खाना बहुत हानिकारक है, खाने से सम्बंधित ग्रुप से जुड़कर सब घर पर ही बनाएं।

20. तली चीजें छोड़ें, वजन, पेट, एसिडिटी ठीक रहेंगी।

21.हमेशा नहा कर ही किचिन मे प्रवेश करे।

22. अदरक, अजवायन का प्रयोग बढ़ाएं, गैस और शरीर के दर्द कम होंगे।

23. रात को आधा चम्मच त्रिफला एक कप पानी में डाल कर रखें, सुबह कपड़े से छान कर इस जल से आंखें धोएं, चश्मा उतर जाएगा। छान कर जो पाउडर बचे उसे फिर एक गिलास पानी में डाल कर रख दें। रात को पी जाएं। पेट साफ होगा, कोई रोग एक साल में नहीं रहेगा।

24. सुबह रसोई में चप्पल न पहनें, शुद्धता भी, एक्यू प्रेशर भी।

25. रात का भिगोया आधा चम्मच कच्चा जीरा सुबह खाली पेट चबा कर वही पानी पिएं, एसिडिटी खतम।

26. एक्यूप्रेशर वाले पिरामिड प्लेटफार्म पर खड़े होकर खाना बनाने की आदत बना लें तो भी सब बीमारी शरीर से निकल जायेगी।

27. चौथाई चम्मच दालचीनी का कुल उपयोग दिन भर में किसी भी रूप में करने पर निरोगता अवश्य होगी।

28. सर्दी में बाहर जाते समय 2 चुटकी अजवायन मुहं में रखकर निकलिए, सर्दी से नुकसान नहीं होगा.

29.रस निकले नीबू के चौथाई टुकड़े में जरा सी हल्दी, नमक, फिटकरी रख कर दांत मलने से दांतों का कोई भी रोग नहीं रहेगा

30. कभी-कभी नमक-हल्दी में 2 बून्द सरसों का तेल डाल कर दांतों को उंगली से साफ करें, दांतों का कोई रोग टिक नहीं सकता।

31. बुखार में 1 लीटर पानी उबाल कर 250 ml कर लें, साधारण ताप पर आ जाने पर रोगी को थोड़ा थोड़ा दें, दवा का काम करेगा।

32. सुबह के खाने के साथ घर का जमाया देशी गाय के ताजा दही जरूर शामिल करें, प्रोबायोटिक का काम करेगा।( August se October Tak Nahi)



Jago Yaro Jago ...Ab bhi time hai Ayurveda ka kimat samjho
17/07/2025

Jago Yaro Jago ...Ab bhi time hai Ayurveda ka kimat samjho

राजस्थान के सीकर के दातारामगढ़ में 9 साल की प्राची कुमावत की हार्ट अटैक से मौत हो गई। चौथी कक्षा में पढ़ने वाली प्राची स्कूल में इंटरवल के दौरान अचानक गिर पड़ी। तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। मासूम की मौत ने बच्चों और युवाओं में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों पर चिंता गहरा दी है।

2025
14/07/2025

2025

10/07/2025

📰 स्वास्थ्य समाचार
📍 Aarogyam Shri Ayurveda and Research Centre, Samneghat Lanka Main Road, Near BHU, Varanasi

🌧️ वर्षा ऋतु में आयुर्वेदिक सावधानियां – रोगों से बचाव की प्राकृतिक चाबी

वाराणसी, जुलाई 2025:
वर्षा ऋतु को आयुर्वेद में “विकृत वात दोष” का समय माना गया है। इस मौसम में वातावरण में नमी और ठंडक के कारण पाचन अग्नि मंद हो जाती है, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ती है। वर्षा ऋतु में जरा सी लापरवाही अनेक बीमारियों को निमंत्रण दे सकती है, जैसे सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, त्वचा विकार, अपच, और जोड़ों का दर्द।

Aarogyam Shri Ayurveda and Research Centre के वरिष्ठ वैद्याचार्य कहते हैं कि इस मौसम में जीवनशैली और खानपान पर विशेष ध्यान देकर शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।

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🌿 आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से वर्षा ऋतु में क्या करें और क्या न करें?

✔️ क्या करें:

1. गुनगुना पानी पिएं: उबालकर ठंडा किया गया पानी संक्रमण से बचाता है और पाचन क्रिया को मजबूत करता है।

2. हल्का और सुपाच्य भोजन लें: जैसे मूंग दाल, खिचड़ी, दलिया, हरी सब्जियाँ।

3. त्रिफला और हर्बल काढ़ा लें: तुलसी, गिलोय, अदरक का काढ़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

4. तैल अभ्यंग (तेल मालिश): वात दोष को संतुलित करता है और शरीर को सक्रिय रखता है।

5. स्वच्छता बनाए रखें: नमी से त्वचा रोग हो सकते हैं, इसलिए पैर व त्वचा को सूखा रखें।

❌ क्या न करें:

1. तैलीय, भारी और बासी भोजन से बचें: इससे अपच, गैस और पाचन विकार हो सकते हैं।

2. भीगे हुए कपड़े न पहनें: इससे जुकाम व फंगल इंफेक्शन हो सकते हैं।

3. देर रात तक जागना और अधिक सोना: शरीर की जैविक घड़ी प्रभावित होती है।

26/06/2025





Wishing you all a Very Very healthy International Yoga Day -2025Aarogyam Shri Ayurveda And Research Centre Varanasi Utta...
21/06/2025

Wishing you all a Very Very healthy International Yoga Day -2025

Aarogyam Shri Ayurveda And Research Centre Varanasi Uttar Pradesh India
Best ayurvedic doctor in Varanasi
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Best Ayurvedic Treatment Centre in Varanasi Uttar Pradesh....
17/05/2025

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02/04/2025

I got 10 reactions and comments on one of my posts last week! Thanks everyone for your support! 🎉

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26/03/2025

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26/03/2025

Best Ayurvedic Doctor In Varanasi UP India

26/01/2025

Happy Republic Day !!

Address

Samneghat Lanka Main Road Near BHU Trauma Centre
Varanasi
221005

Opening Hours

Monday 9am - 5pm
Tuesday 9am - 5pm
Wednesday 9am - 5pm
Thursday 9am - 5pm
Friday 9am - 6pm
Saturday 9am - 6pm
Sunday 9am - 5pm

Telephone

8005252168

Website

http://www.aarogyamshriayurveda.com/

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